शनिवार, 20 जून 2020

एमबीएस अस्पताल में तीमारदारों को गर्मी लगी तो वेंटीलेटर का प्लग हटाकर कूलर चला दिया, नतीजा- दम तोड़ा मरीज ने

एमबीएस में 15 जून कोएक अजीबोगरीब वाकया हुआ। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक मरीज के तीमारदारों ने वेंटीलेटर का प्लग हटाकर उसमें कूलर की पिन लगा दी। कुछ देर तो बैट्री से वेंटीलेटर चलता रहा, लेकिन बाद में वेंटीलेटर ने काम करना बंद कर दिया। अचानक मरीज की स्थिति बिगड़ी तो डॉक्टरों ने उसका सीपीआर किया, लेकिन बचा नहीं पाए।

गुस्साए परिजनों ने वहां मौजूद मेडिसिन विभाग के एक रेजीडेंट से अभद्रता कर दी और धमकी दी। बॉडी को कोविड टेस्ट के लिए नए अस्पताल भेजा गया, वहीं घटना से गुस्साए रेजीडेंट डॉक्टरों ने इमरजेंसी रूम समेत अन्य जगहों पर करीब एक घंटे तक काम नहीं किया, सभी रेजीडेंट अधीक्षक चैंबर पहुंच गए। जहां देर रात वार्ता के बाद सभी काम पर लौटे।


अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना ने बताया कि 40 वर्षीय विनोद नाम का मरीज मेडिसिन आईसीयू में एडमिट था। वो वेंटीलेटर पर था और काफी अच्छी स्थिति में था। इससे पहलेजयपुर में पॉजिटिव मिला पेशेंट भी मेडिसिन आईसीयू में एडमिट रह चुका था, ऐसे में हमने दोपहर में मेडिसिन आईसीयू खाली करा लिया, विनोद को आइसोलेशन में शिफ्ट कर दिया। हमारे डॉक्टरों ने उसे दो बार देखा भी था। वार्ड के स्टाफ ने मुझे सूचना दी कि शाम को मरीज के तीमारदार बाहर से एक छोटा कूलर लाए और उन्होंने बिजली के स्विच में से वेंटीलेटर की पिन हटाकर कूलर की लगा दी। वेंटीलेटर में करीब 25-30 मिनट की बैट्री होती है, उतनी देर तो वेंटीलेटर चला, लेकिन इसके बाद जैसे ही वेंटीलेटर बंद हुआ तो मरीज क्रिटिकल होने लगा। परिजनों ने बताया ताे स्टाफ दौड़ते हुए गया और मेडिसिन व एनीस्थिसिया विभाग के रेजीडेंट्स को कॉल भेजी। तभी पता चला कि वहां वेंटीलेटर की पिन हटी हुई थी और कूलर की पिन लगी थी। हमारे डॉक्टरों ने मरीज का सीपीआर किया, लेकिन बचा नहीं पाए।

परेशान होते रहे मरीज, नए अस्पताल तक पहुंच गए

इस घटना के विरोध में गुस्साए रेजीडेंट्स इमरजेंसी रूम छोड़कर चले गए। इसी बीच इमरजेंसी में जब मरीज आए तो वे इधर-उधर भटकते रहे। कुछ मरीज तो नए अस्पताल पहुंच गए, लेकिन वहां से भी उन्हें लौटा दिया गया। वहीं, कई मरीज इमरजेंसी रूम के बाहर बेंचों पर लेटे नजर आए।

रेजीडेंट ने दी शिकायत, मामले की जांच कराएगा अस्पताल प्रशासन
अधीक्षक ने बताया कि मेडिसिन विभाग के रेजीडेंट डॉ. वरुण ने लिखित शिकायत दी है कि उक्त मरीज के परिजनों ने उसके साथ अभद्रता की और धमकियां दी। जबकि उन्होंने मरीज को बचाने के पूरे प्रयास किए। हमने उनकी शिकायत ले ली है और उसकी जांच कराएंगे। जांच के बाद यदि जरूरत हुई तो हम नयापुरा थाने में एफआईआर दर्ज कराएंगे। कुछ देर के लिए रेजीडेंट एकत्र होकर आ गए थे, लेकिन बाद में सभी काम पर लौट गए।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
कोटा के एमबीएस अस्पताल की घटना।


from Dainik Bhaskar /national/news/kota-coronavirus-news-updats-patinet-death-in-maharao-bhimsingh-mbs-hospital-isolation-ward-in-rajasthan-127429023.html
https://ift.tt/2V2wQDN

कांग्रेस नेता ने कहा- चीन के सामने प्रधानमंत्री ने सरेंडर किया; अगर वह चीन की धरती थी तो हमारे जवान क्यों शहीद हुए

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की हिंसक झड़प के लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। शनिवार को लगातार चौथे दिन राहुल ने ट्वीट किया कि चीन के आक्रमण के आगे प्रधानमंत्री ने सरेंडर कर दिया। राहुल ने यह भी पूछा कि अगर वह जमीन चीन की थी तो भारत के सैनिक शहीद क्यों हुए और जवान शहीद कहां हुए?

19 जून को राहुल ने क्या कहा?

1. गलवान में चीन का हमला सोची-समझी साजिश थी।
2. सरकार गहरी नींद में थी, उसने समस्या को नहीं समझा।
3. शहीद हुए जवानों ने इसकी कीमत चुकाई।

राहुल ने गुरुवार को भी सरकार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि हमारे जवान बिना हथियारों के शहीद होने के लिए क्यों भेज दिए गए? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

राहुल नेरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भीसीधे सवाल किए थे। रक्षा मंत्री ने कहा था कि गलवान वैली में हमारे सैनिकों के शहीद होने से दुखी हैं। राहुल ने उनसे पूछा कि आप चीन का नाम क्यों नहीं ले रहे।भारतीय सेना को बेइज्जत क्यों कर रहे हैं? जब सैनिक शहीद हो रहे हैं तो आप रैलियां कर रहे हैं? चीजें छिपाई क्यों जा रही हैं?



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Congress leader said- Prime Minister surrendered before China; If it was the land of China, then why did our soldiers die


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3ejfES8
https://ift.tt/37KPUeK

कांग्रेस नेता ने कहा- चीन के सामने प्रधानमंत्री ने सरेंडर किया; अगर वह चीन की धरती थी तो हमारे जवान क्यों शहीद हुए

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की हिंसक झड़प के लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। शनिवार को लगातार चौथे दिन राहुल ने ट्वीट किया कि चीन के आक्रमण के आगे प्रधानमंत्री ने सरेंडर कर दिया। राहुल ने यह भी पूछा कि अगर वह जमीन चीन की थी तो भारत के सैनिक शहीद क्यों हुए और जवान शहीद कहां हुए?

19 जून को राहुल ने क्या कहा?

1. गलवान में चीन का हमला सोची-समझी साजिश थी।
2. सरकार गहरी नींद में थी, उसने समस्या को नहीं समझा।
3. शहीद हुए जवानों ने इसकी कीमत चुकाई।

राहुल ने गुरुवार को भी सरकार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि हमारे जवान बिना हथियारों के शहीद होने के लिए क्यों भेज दिए गए? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

राहुल नेरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भीसीधे सवाल किए थे। रक्षा मंत्री ने कहा था कि गलवान वैली में हमारे सैनिकों के शहीद होने से दुखी हैं। राहुल ने उनसे पूछा कि आप चीन का नाम क्यों नहीं ले रहे।भारतीय सेना को बेइज्जत क्यों कर रहे हैं? जब सैनिक शहीद हो रहे हैं तो आप रैलियां कर रहे हैं? चीजें छिपाई क्यों जा रही हैं?



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Congress leader said- Prime Minister surrendered before China; If it was the land of China, then why did our soldiers die


from Dainik Bhaskar /national/news/rahul-gandhi-4th-statement-on-indo-chinese-face-off-in-galwan-says-pm-has-surrender-127429004.html
https://ift.tt/2YSZUi1

विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा- चीनी फौज भारतीय सीमा पर तनाव बढ़ा रही, वह विकासशील देशों को अपने कर्ज से दबाना चाहता है

अमेरिका ने चीन पर फिर एक बार निशाना साधा है।विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टीन सिर्फ अपने पड़ोस में ‘दुष्ट’ रवैया अपनाए हुए है, बल्कि अमेरिका और यूरोप में भी गलत मंशा से साइबर अभियानों को अंजाम दे रही है। उन्होंने कहा किदुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ चीनी फौज सीमा पर तनाव बढ़ाने में जुटी है। दक्षिण चीन सागर में भी वह गलत तरीके से अपना क्षेत्र बढ़ा रही है।

पोम्पियो ने कहा कि चीन ने कोरोनावायरस के बारे में झूठ बोला, फिर इसे दुनिया के बाकी हिस्सों में फैलने दिया। उसने अपनी साजिश को छिपाने के लिएविश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर दबाव डाला। चीन अमेरिका और यूरोप के बीचसाइबर कैम्पेन के जरिए गलत प्रचार कर रहा, ताकि यहां की सरकारों को कमजोर किया जा सके। वह विकासशील देशों को अपने कर्ज औरनिर्भरता के बोझ तले दबाना चाहता है।

चीन ने हमारी नरमीका फायदा उठाया

पोम्पियो शुक्रवार को कोपेनहेगन डेमोक्रेसी समिट 2020 में ‘यूरोप और चीन की चुनौतियां’ विषय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों को सालों तक उम्मीद रही कि वे चीन की कम्युनिस्ट सोच में बदलाव लाकर वहां के लोगों के जीवन में सुधार ला सकते हैं,लेकिन चीन की सत्ताधारी पार्टीझांसा देकर हमारी नरमी का फायदा उठाती रही।

भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर शोक जताया था
पोम्पियो ने एक दिन पहले ही ट्वीट करके गलवान घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय फौजियों को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने लिखा था, ‘‘हम चीन के साथ हुए हालिया विवाद में भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर संवेदनाएं जतातेहैं। हम सैनिकों को हमेशा याद रखेंगे, जिनके परिवार, करीबी और प्रियजन शोक में डूबे हैं।’’

नेपाल-चीन के बीच हुई वर्चुअल मीटिंग
नेपाल और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग की। इसमें मौजूदा राजनीतिक हालात और कोरोनावायरस महामारी पर चर्चा हुई। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल और उप-प्रधानमंत्री ईशोर पोखरेल समेत अन्य वरिष्ठ नेता इसमें शामिल हुए।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
माइक पोम्पियो ने एक दिन पहले ही ट्वीट करके गलवान घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय फौजियों को श्रद्धांजलि दी थी। -फाइल फोटो


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fF9snz
https://ift.tt/3ei0wEH

ब्राजील में मरीजों की संख्या 10 लाख के पार, यहां एक ही दिन में 54 हजार से ज्यादा मामले आए; दुनिया में अब तक 87.57 संक्रमित

दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक 4 लाख 62हजार 519लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों का आंकड़ा 87लाख 57हजार 734हो गया है। अब तक 45 लाख 70 हजार 751 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।ब्राजील में संक्रमितों की संख्या 10 लाख के पार पहुंच गई है। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात बताया कि पिछले 24 घंटे में 54 हजार 771 नए मामले सामने आए। यह अब तक दुनिया के किसी भी देश में एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले हैं।

ब्राजील के साओ पाउलो स्थित कब्रिस्तान में एक कोरोना संक्रमित का शव दफनाते कर्मचारी।

ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार से शुक्रवार देर रात 1206 संक्रमितों की मौत हुई। देश में अब तक 48 हजार 954 लोगों की जान गई है। यहां के लोग संक्रमण से निपटने में सरकार की नाकामी से नाराज है। देश में कई जगहों पर इसको लेकर प्रदर्शन किए गए।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 22,97,190 1,21,407 9,56,061
ब्राजील 10,38,568 49,090 5,20,360
रूस 5,69,063 7,841 3,24,406
भारत 3,87,835 12,746 2,09,301
ब्रिटेन 3,01,815 42,461 उपलब्ध नहीं
स्पेन 2,92,348 27,136 उपलब्ध नहीं
पेरू 2,44,388 7,461 1,31,190
इटली 2,38,159 34,514 1,80,544
चिली 2,31,393 4,093 1,86,441
ईरान 1,97,647 9,272 1,56,991

ये आंकड़ेhttps://ift.tt/37Fny4Lसे लिए गए हैं।

ईरान : मौतों का आंकड़ा बढ़ा
संक्रमण और मौतों के मामले में ईरान बढ़ता जा रहा है। यहां शुक्रवार रात तक मरने वालों का आंकड़ा 9 हजार 392 हो गया। यह जानकारी वहां की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान जारी कर दी। दो लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।ईरान सरकार के मुताबिकहालात से निपटने के लिए एक नई टास्क फोर्स बनाई जा रही है। यह टीम खास तौर पर उन क्लस्टर पर नजर रखेगी, जहां मामले तेजी से बढ़े हैं।

ईरान के कोम स्थित फातेमा मस्जिद को सैनिटाइज करता एक कर्मचारी।

मैक्सिको: मौतों का आंकड़ा 20 हजार के पार

मैक्सिको में मौतों का आंकड़ा 20 हजार के पार हो गया है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को 5 हजार 30 नए मामले सामने आने की पुष्टि की। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 647 लोगों की जान गई है। इसके साथ ही मरने वालों की कुल संख्या 20 हजार 394 हो गई। देश में अब तक 1 लाख 70 हजार 485 संक्रमित मिले हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
ब्राजील में लोग कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार से नाराज हैं। शुक्रवार को साओ पाउलो स्थित कोपाकाबाना बीच पर प्रदर्शनकारियों ने कब्र बनाकर विरोध किया।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2V1Aa1S
https://ift.tt/3ejsU9k

19 महिलाओं समेत 123 अफसर वायुसेना में शामिल हुए; कोरोना की वजह से पहली बार सेरेमनी में पैरेंट्स शामिल नहीं हुए

हैदराबाद के दुन्दिगल में स्थित इंडियन एयर फोर्स एकेडमी में शनिवार को 123 अफसरों की पासिंग आउट परेड हुई। इनमें 19 महिला अफसर शामिल थीं। एकेडमी के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब कैडेट्स के पैरेंट्स प्रोग्राम में शामिल नहीं हुए, क्योंकि कोरोना की वजह से परमिशन नहीं थी।

एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने इस कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड (सीजीपी) का जायजा लिया। कोरोना महामारी के बीच हुई इस परेड में कैडेट्स मास्क पहने हुए दिखे। एयरफोर्स की अलग-अलग ब्रांच के कैडेट्स की प्री-कमीशनिंग ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सीजीपी होती है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
हैदराबाद के दुन्दिगल में स्थित इंडियन एयर फोर्स एकेडमी में कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड हुई।


from Dainik Bhaskar /national/news/combined-graduation-parade-at-air-force-academy-in-hyderabad-in-presence-of-iaf-chief-rks-bhadauria-127428894.html
https://ift.tt/2Ne9RBo

पहली ही बारिश में बिहार बेहाल; सड़कें धंसी, घरों में घुसा पानी; राजस्थान: थाने में हुई पुलिसकर्मी की हल्दी रस्म

फोटो पटना के लोहानीपुर इलाके की है। मानसून की पहली ही बारिश में बिहार का हाल-बेहाल हो गया है। बिहार के ज्यादातर शहरों में झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनमें भारी बारिश की संभावना है। पटना की बात करें तो गुरुवार को हुई भारी बारिश के बाद कई जगहों पर सड़कें धंस गईं। जिनमें वाहन फंस गए हैं। घर, अस्पताल और सीआरपीएफ कैंपों में पानी भर गया। इससे लोगों को रात में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

यहां भी अनलॉक: कान्हा जंगल सफारी शुरू

फोटो मध्यप्रदेश के मंडला की है | कोरोना के चलते 19 मार्च से बंद कान्हा नेशनल पार्क में 15 जून से सफारी शुरू हो गई है। यहां टाइगर आसानी से दिखने लगे हैं। एक ही परिवार के अधिकतम 6 लोग एक वाहन में भ्रमण कर सकेंगे। 10 साल से कम और 65से अधिक आयु के पर्यटकों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।पार्क में 110 से ज्यादा बाघ हैं।

घृष्णेश्वर, बालाजी मंदिर और एलोरा गुफा सूनी पड़ी

फोटो महाराष्ट्र के औरंगाबाद से करीब 30 किमी दूर वेरुल की पहाड़ियों में स्थित म्हैसमाल परिसर की है। यहां बादल पहाड़ियों से सटकर उड़ रहे हैं।यह दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करता है। अनलॉक 1.0 के दौरान पर्यटन स्थलबंद होने से फिलहाल इसका लुत्फ उठाने वाला कोई नहीं है। इस परिसर में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक घृष्णेश्वर, बालाजी मंदिर और एलोरा गुफा समेत कई आकर्षण स्थल हैं।

पहली बारिश में खुली इंतजामों की पोल, शहर जलमग्न

फोटो पटना के सीआरपीएफ कैंप की है। गुरुवार को हुई बारिश ने नगर निगम के इंतजामों की पोल खोल कर रख दी। नाले-नालियोंकी उचित सफाई न होने के चलते बरसात का पानीघरों तक में घुस गया। पूरा शहर जलमग्न हो गया।ऐसे में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

रासचुनाव: गहलोत बोले राजस्थान में षडयंत्र कर दिया फेल

फोटो राजस्थान के जयपुर की है। राज्यसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोतमीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान दो प्रत्याशी जीतने की खुशी उनके चेहरे पर स्पष्ट देखी जा सकती थी। उन्होंने कहा कियह सियासत में बहुत बड़ी जीत है।ये जीत सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की पॉलिसी, प्रोग्राम, प्रिंसिपल की विजय है। सभी की एकजुटता से जीत मिली।

छुट्‌टी पर जाने से पहले थाने में लगाई हल्दी

फोटो राजस्थान के बांसवाड़ा की है। यहां आसपुर थाना जीप चालक लोकेश कटारा को शादी के लिए छुट्टियों पर भेजा गया। परइससे पहले थाने में शादी के माहौल की रंगत जमी।थानाधिकारी रिजवान खान औरअन्य सहयोगीपुलिसकर्मियों ने हल्दी रस्म अदा की।

कोरोना से बचाव के लिए जलाए 1186 दीये

फोटो छत्तीसगढ़ के महासमुंद की है। यहां बावनकेरा शरीफ मे मुस्लिम जमात के मुखिया के अगुवाई में दीये जलाए गए। दरगाह परिसरमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 1186 दीप प्रज्जवलित किए गए।इस दौरानमुस्लिम समाज के लोगों नेकोरोना महामारी सेबचाव के लिएदुआ मांगी।

खतरनाक चचरी पुलसे आवागमन होगा बंद

फोटो बिहार के मुजफ्फरपुर की है।यहां के कटरा के बसघट्टा में ध्वस्त पुल अब तक नहीं बना सका है। ऐसे में लोगों के लिए स्वयं की बनाई चचरी (लकड़ी का पुल)ही आवागमन कासहारा है। शुक्रवार को एक मोटरसाइकिल सवार के पुल से गिरने का वीडियाो वायरल हुआ तो सतर्कता बढ़ा दी गई। अब पुल से आवागमन बंद होगा और लोग नाव के सहारे इस पार से उस पार जाएंगे।

पानी में गोतेलगाकर शिकार करते हैं पनकौआ

फोटो राजस्थान के बांसवाड़ा की है। गर्मी में माही नदी के डैम पर जलस्तर कम होने के कारण बैकवाटर में कई टापू उभर आए हैं। इन पर पनकौओं (कौओं की एक प्रजाति) का काफी बड़ा झुंड बैठा रहता है, जो पानी में अपना शिकार करते हैं। यह पानी में गोता लगाकर शिकार करते हैं। पानी के भीतर लंबे समय तक रहने की इनमें गजब की क्षमता होती है। ये अच्छे तैराक भी होते हैं।

तीरथगढ़ जलप्रपात नहीं पहुंच रहे लोग

फोटो छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले केजगदलपुर की है। मानसून के आते ही तीरथगढ़ जलप्रपात की खुबसूरती लौट आई है। प्रपात में पानी बढ़ गया है। मानसून के इस सीजन में तीरथगढ़ गुलजार रहता है, लेकिन लॉकडाउन व कोरोना वायरस की वजह से यहां बाहर के पर्यटक नहीं आ पा रहे हैं। स्थानीय लोग ही जलप्रपात तक पहुंच रहे हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Bihar rains in the first rains; Roads sunk, water entered into houses; Rajasthan: Turmeric ceremony of policeman in police station


from Dainik Bhaskar /local/delhi-ncr/news/bihar-rains-in-the-first-rains-roads-sunk-water-entered-into-houses-rajasthan-turmeric-ceremony-of-policeman-in-police-station-127428746.html
https://ift.tt/2V2ZK6J

पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 14721 मरीज बढ़े, अब तक 3.95 लाख केस; देश के 24 राज्यों में स्वस्थ मरीजों की संख्या ज्यादा

देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 3 लाख 95 हजार 812 हो गई। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 14721 मामले सामने आए। वहीं, 9026 मरीज स्वस्थ भी हुए। अच्छी खबर यह है कि देश में 24 राज्य ऐसे हैं, जहां स्वस्थ हुए लोगों की संख्या मरीजों की संख्या से ज्यादा हो गई है।

उधर, देश में शुक्रवार को 365 मौतें हुईं। इनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 165 मरीजों ने दम तोड़ा। दिल्ली में 66 मौतें हुईं। तमिलनाडु में लगातार तीसरे दिन 2 हजार मरीज बढ़े। यहां शुक्रवार को 2115 नए संक्रमित मिले। उत्तर प्रदेश में 809, गुजरात में 540, हरियाणा में 525,राजस्थान में 299, मध्यप्रदेश में 156 मामले सामने आए।यह आंकड़े covid19india.org और राज्यों से मिली जानकारी के अनुसार हैं।

5 दिन,जब सबसे ज्यादा मामले आए

तारीख

केस
19 जून 14721
18 जून 13826
17 जून 13107
13 जून 12031
14 जून 11374

5 राज्यों का हाल
मध्यप्रदेश:शुक्रवार को राज्य में संक्रमण के 156 मामले सामने आए। इसमें इंदौर और भोपाल में 55-55 और रतलाम, मंदसौर और देवास में 3-3 मरीज मिले।रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज में तैनात रैपिड एक्शन फोर्स की 107वीं बटालियन के 7 जवानों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन जवानों के संपर्क में आए लगभग 170 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।

महाराष्ट्र: राज्य मेंशुक्रवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 3827 मरीज मिले, जबकि 142 मरीजों की मौत हुई। वहीं, 1935 मरीज स्वस्थ भी हुए। इसके साथ ही राज्य में अस्पताल से डिस्चार्ज हुए मरीजों की संख्या 62 हजार 773 हो गई है।

उत्तरप्रदेश:पिछले 24 घंटों में 809 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। कुल एक्टिव केस 6092 हैं। डिस्चार्ज लोगों की संख्या 9995 और कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 507 है।सहारनपुर में शुक्रवार को 25 कोरोना पॉजिटिव मिले। इसके साथ जिले में मरीजों की संख्या बढ़कर 330 हो गई है।

राजस्थान:राजस्थान में शुक्रवार को 299नए पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें भरतपुर में 55, जयपुर में 33, जोधपुर में 38, पाली में 24, नागौर में 16, अलवर, झुंझून और भीलवाड़ा में 14-14 मरीज मिले। राज्य में इस वायरस से अब तक 333 लोगों की मौत हो चुकी है।

बिहार: बिहार में शुक्रवार को 250 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले, जबकि 5 मरीजों की जान गई।स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि गोपालगंज में 35, बक्सर में 36, सीवान में 19,पटना में 15, बेगूसराय में 12, मुजफ्फरपुर में 15 और नवादा में 8 मरीज मिले। राज्य में अब तक 5098 मरीज ठीक हुए हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Coronavirus | Mumbai Delhi Coronavirus News | Coronavirus Outbreak India Cases LIVE Updates; Maharashtra Pune Madhya Pradesh Indore Rajasthan Uttar Pradesh Haryana Bihar Punjab Novel Corona (COVID-19) Death Toll India Today


from Dainik Bhaskar /national/news/coronavirus-outbreak-india-cases-live-updates-20-june-127428665.html
https://ift.tt/37VLfXP

मां बोलीं- दो बार बेटे ने बात करने की कोशिश की, पर हो न सकी; 16 जून को फोन आया तो शहीद होने की खबर मिली, 21 दिन पहले उसे बेटी हुई है

'बेटे का 30 मई को जब फोन आया था, उस वक्त मैं बहूको लेकर हॉस्पिटल के लिए निकल चुकी थी। 30 मई उसकी डिलीवरी की डेट थी। बेटा मुझसे बात करना चाहता था, लेकिन मेरा फोन घर पर रह गया था तो मेरी बड़ी बहूने उठाया। उसने बेटे कोबताया कि मम्मी हॉस्पिटल गई हैं। फिर उससे मेरी उस दिन बात नहीं हो सकी। चार-पांच दिन बाद उसने फिर फोन लगाया था, लेकिन वो हैलो, हैलो बोलता रहा और फोन कट गया। बात नहीं हो पाई। इसके बाद मैंने 16 जून को सीधे फोन पर उसकी मौत की खबर सुनी।'

कुंदन साल में दो से तीन बार अपने गांव आया करते थे। जब आते थे तो 15 दिन तो रुकते ही थे।

यह कहते हुए साहेबगंज के शहीद कुंदन कुमार ओझा की मां भवानी देवी एकदम चुप हो गईं। कुछ मिनटों की खामोशी के बाद रूआंसे गले से बोलीं, 'मेरा बेटा अपनी 21 दिन की बेटी का एक बार चेहरा तक नहीं देख पाया। किसी से बात तक नहीं कर पाया। लेकिन, मुझे बेटे पर गर्व है। उसने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।'

2017 में कुंदन की शादी हुई थी। 21 दिन पहले ही बेटे हुई, लेकिन चेहरा भी देख नहीं सके।

बोलीं, 'वो जब ऊपर(लद्दाख)गया था तो जम्मू में अपने दोस्त को बोलकर गया था किघर पर फोन लगाकर बता देना कि मैं ऊपर चला गया हूं। नीचे आऊंगा तब फोन लगाऊंगा।' शहीद कुंदनके बड़े भाई मुकेश ओझा ने बताया कि भाई के शहीद होने की खबर सबसे पहले मां को ही मिली थी। 16 मई को किसी का फोन पापा के नंबर पर आया था। वो फोन मम्मी ने उठाया था। फोन पर महिला की आवाज सुनकर उन्होंने पूछा कि, 'क्या आप केके की मम्मी बोल रही हैं?इन्होंने जवाब दिया हां। तो उन्होंने कहा किएक दुखद घटना है, क्या आप बात कर पाएंगी।

यहां से जवाब मिला कि'हां जी बताइए' तो उन्होंने कहा किआपका बेटा शहीद हो गया। वो अब इस दुनिया में नहीं रहा। इतना सुनते ही मां के हाथ-पैर कांपने लगे और वो रोने लगीं। उन्होंने तुरंत ये बात पापा को बताई। फिर पापा ने दोबाराउसी नंबर पर फोन किया, तब पता चला कि हमारा भाई लद्दाख में चीन की सेना से लड़ते हुए शहीद हुआ है। इसके बाद तो घर पर मातम छा गया। कुंदन के पिता रविशंकर ने यह बात तुरंत बड़े बेटे मुकेश को बताई।

शहीद कुंदन के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।

मुकेश कहते हैं किहमारा परिवार पूरा बिखर गया और घर में भीड़ जमा हो गई। बिलखते हुए उन्होंने कहा, 'अब हमारे घर में कोई नहीं आएगा, सर। ये भीड़ बस एक ही दिन की थी, हमारा तो घर बर्बाद हो गया।' मुकेश ने बताया कि घर में कमाने वाला सिर्फ कुंदन ही था। वो महज 18 साल की उम्र में सेना में भर्ती हो गया था।

कुंदन 2 फरवरी को ही अपने गांव से दोबारा ड्यूटी पर लौटे थे। वे बड़े भाई से रोज बात करते थे।

जब वैकेंसी निकली थी तो उसके साथ में ही गया था। मेरे सामने ही वो दौड़ जीता था। फिटनेस में पास हुआ था। 2011 में वो ड्यूटी पर चला गया। हर साल दो से तीन बार आता था। कभी पंद्रह दिन तो कभी महीनेभर रुकता था। हम दोनों भाई हर रोज ही बात किया करते थे, लेकिन जब से उसकी ड्यूटी ऊपर घाटी पर लगी थी, तब से बात बंद हो गई थी, क्योंकि वहां उसका फोन नेटवर्क में ही नहीं होता था।

शहीद कुंदन की अंतिम यात्रा में शामिल सेना के जवान और लोग।

मुकेश ने बताया कि, कुंदन ने पहले ही बोलकर रखा था कि बेटी हुई तो उसका नाम दीक्षा रखेंगे। इसलिए हमने बच्ची का नाम दीक्षा ही रखा है। मुकेश के मुताबिक, घर में आय का एकमात्र सोर्स कुंदनकी तनख्वाह ही थी। एक-दो बीघा जमीन है। उस पर इतना अनाजहो जाता है कि अपने खाने को हो जाए। कई बार वो भी नहीं हो पाता। कुंदन के परिवार को अभी तक सरकार की तरफ से कोई सहायता की जानकारी नहीं मिली है। परिवार बेटे के जाने से दुखी है,लेकिन उसकी बहादुरी पर गर्व कर रहा है।

अपने वीर सपूत को श्रद्धांजलि देते पिता।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
देश के लिए जान न्योछावर करने वाले शहीद कुंदन कुमार घर में इकलौते कमाने वाले थे


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3deKb21
https://ift.tt/3el5i47

आज रात 10.14 बजे से लगेगा सूतक और रविवार की दोपहर ग्रहण खत्म होने तक रहेगा, 2020 के बाद 2139 में बनेगा 30 दिन में तीन ग्रहण का योग

रविवार की सुबह साल का पहला और आखिरी सूर्यग्रहण होगा जो भारत में दिखेगा। सुबह 10.14 बजे से सूर्यग्रहण शुरू होगा। इसका सूतक शनिवार रात 10.14 बजे से शुरू होगा। सूतक के समय पूजा-पाठ नहीं किए जाते हैं। इस समय में सिर्फ मंत्र जाप कर सकते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार ग्रहण सुबह 10.14 बजे से दोपहर1.38 बजे तक रहेगा। ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है और ग्रहण खत्म होने तक रहता है। ग्रहण खत्म होने के बाद पूजा-पाठ किए जा सकेंगे।

इससे पहले 5 जून को चंद्र ग्रहण हुआ था, 21 जून को सूर्य ग्रहण है और 5 जुलाई को फिर से चंद्र ग्रहण होगा। 5 जून और 5 जुलाई के चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं है। क्योंकि, येमांद्य चंद्र ग्रहण हैं। इस ग्रहण में चंद्रमा के आगे सिर्फ धूल सी छा जाती है। इस तरह 30 दिन में तीन ग्रहण का दुर्लभ योग अब 119 साल बाद बनेगा। साल 2139 में 11-12 जुलाई की रात चंद्र ग्रहण, 25-26 जुलाई को सूर्य ग्रहण और इसके बाद 9-10 अगस्त की दरमियानी रात में चंद्र ग्रहण होगा। उस समय भी इन चंद्र ग्रहणों का धार्मिक महत्व नहीं रहेगा।

1962 में भी हुए थे ऐसे 3 ग्रहण

2020 से पहले शनि के मकर राशि में वक्री रहते हुए ऐसे तीन ग्रहण 1962 में हुए थे। 58 साल पहले 17 जुलाई को चंद्र ग्रहण, 31 जुलाई को सूर्य ग्रहण और 15-16 अगस्त की मध्य रात्रि में चंद्र ग्रहण हुआ था। इस साल में भी चंद्र ग्रहण की धार्मिक मान्यता नहीं थी।1962 में भारत-चीन के बीच युद्ध हुआ था। कुछ दिनों बाद 1 सितंबर 1962 को ईरान में भारी भूकंप आया था। 2020 में भी ऐसे ही ग्रहण हो रहे हैं। पिछले कई दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों मेंलगातार भूकंप के झटके आ रहे हैं और आगे भी इसका खतरा बना रहेगा। ये ग्रहण भारत के अलावा एशिया, अफ्रीका और यूरोप के कुछ क्षेत्रों में भी दिखेगा। सभी जगह ग्रहण का समय अलग-अलग रहेगा।

ग्रहण से जुड़ी ये बातें भी ध्यान रखें

- सूतक के समय पूजा-पाठ न करें मानसिक रूप से मंत्रों का जाप कर सकते हैं। आप चाहे तो अपने इष्टदेव का ध्यान भी कर सकते हैं।

- ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। क्योंकि, ऐसे समय में सूर्य से हानिकारक तरंगे निकलती हैं जो कि मां और बच्चे की सेहत के लिए हानिकारक होती हैं।

- खाने की चीजों में तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए, जिससे कि पका हुआ खाना ग्रहण के कारण अशुद्ध होने से बच जाए।

- ग्रहण खत्म होने के बाद घर की सफाई करनी चाहिए।

- घर में स्थापित देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को स्नान करना चाहिए। पूजा-पाठ करना चाहिए।

सभी 12 राशियों पर ग्रहण का असर

मेष- राशि से तीसरे स्थान पर ग्रहण होगा। सामान्य फल देने वाला रहेगा। मेहनत के अनुसार सफलता मिल जाएगी।

वृषभ- राशि से दूसरे स्थान पर ग्रहण हो रहा है। आपको सतर्क रहना होगा।

मिथुन- इस राशि में ही ग्रहण हो रहा है। धैर्य और संयम बनाए रखना होगा। संभलकर काम करें। वरना हानि हो सकती है।

कर्क- द्वादश राशि में ग्रहण होगा। आपको खुद पर काबू रखना होगा। खर्च की अधिकता रहेगी।

सिंह- एकादश स्थान पर ग्रहण हो रहा है। अभी किसी को उधार देने से बचें। आय में बढ़ोतरी के योग बन सकते हैं।

कन्या- दशम स्थान पर ग्रहण होने से कार्य की अधिकता रहेगी। पिता की मदद से लाभ मिल सकता है।

तुला- नवम भाव में ग्रहण होगा। भाग्य में रुकावट उत्पन्न करेगा। कार्य में देरी हो सकती है।

वृश्चिक- अष्टम स्थान पर ग्रहण होने से सावधान रहने का समय है। वाहन, ऊंचाई और बिजली से सचेत रहना होगा।

धनु- सप्तम भाव में ग्रहण होने वाला है। साथियों से तनाव हो सकता है। सोच-समझकर काम करें, अन्यथा हानि के योग हैं।

मकर- षष्ठम स्थान पर ग्रहण हो रहा है। रोजगार में नुकसान हो सकता है। शत्रुओं की वृद्धि होगी।

कुंभ- आपके लिए पंचम स्थान पर ग्रहण होगा। संतान से सुख और सहयोग मिलेगा। धन लाभ मिल सकता है।

मीन- चतुर्थ स्थान पर ग्रहण होने से चिंता में वृद्धि होगी। कार्य की अधिकता रहेगी। लापरवाही से बचना होगा।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Surya Grahan 21 June 2020 Sutak Time Kab Hai | (Solar Eclipse July August) Date and Time, Grahan Sutak Timings In India; All You Need To Know


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2V21lJX
https://ift.tt/3fLeoYl

देश की 20% आबादी मानसिक रूप से बीमार; एक्सपर्ट्स की सलाह- ऐसे लोग अकेले और अंधेरे में न रहें, रूटीन को फॉलो करें, क्योंकि डिप्रेशन का अंत है मौत

14 जून,दिन रविवार। खबर आती है कि एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जिसने भी सुना,हर कोई दंग रह गया। हर किसी के जेहन में बरबसकुछ सवाल आए?आखिर हुआ क्या? कामयाब सुशांत ने ऐसा किया क्यों?फिर पता चलता है किसुशांत डिप्रेशन का शिकार थे।

खैर, यह पहला वाकयानहीं है, जब किसी सेलिब्रिटी ने डिप्रेस्ड होकर अपनी जान दी हो। इस फेहरिस्त में कई औरनाम भीहैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट बताती है कि दुनियाभर में 26.4 करोड़ से ज्यादा लोग डिप्रेशन से जूझ रहे हैं। 2019 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 7.5% भारतीयों को किसी न किसी तरह का मानसिक रोग है, इनमें से 70% को ही इलाज मिल पाताहै। 2020 में भारत की करीब 20 फीसदीआबादी मानसिक रूप से बीमार या डिप्रेशन का शिकार हो सकती है। पुरुषों से ज्यादा महिलाएं डिप्रेशन से पीड़ितहैं।

हर सात में एक भारतीय मेंटल डिसऑर्डर का शिकार

  • द लैंसेट की एक स्टडी बताती है कि 2017 में 19.73 करोड़ भारतीय मेंटल डिसऑर्डर से जूझ रहे थे। इनमें से 4.57 करोड़ डिप्रेसिव डिसॉर्डर और 4.49 करोड़ लोग घबराहट का शिकार थे। स्टडी के अनुसार, 2017 में हर सात में से एक भारतीय मेंटल डिसऑर्डर से ग्रस्त था। 1990 के बाद से भारत के कुल रोग भार में मेंटल डिसऑर्डर का अनुपात योगदान लगभग दोगुना हो गया है।

डिप्रेशन का अंत सुसाइड है

  • अहमदाबाद की साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर दीप्ति जोशीबताती हैं कि डिप्रेशन का अंत सुसाइड ही है। डब्ल्यूएचओ भी इस बात को मानता है। डॉक्टर दीप्ति के मुताबिक, डिप्रेशन से जूझ रहे व्यक्ति में इंटेलिजेंस उपयोग करने की क्षमता खत्म हो जाती है।
  • अब सवाल उठता है कि भारतीय समाज में डिप्रेशन जैसी चीज इतनी तेजी से कैसे फैल रही है। राजस्थान के उदयपुर स्थित गीतांजलि हॉस्पिटल में असिस्टेंट प्रोफेसर और साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर शिखा शर्माइसका जिम्मेदार समाज को मानती हैं। वह कहती हैं कि हमारी सोसाइटी में अवेयरनेस नहीं है और एक्सेप्टेंस भी नहीं है। इसी वजह से लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं।

पागलपन नहीं है डिप्रेशन
डॉक्टर शिखा के मुताबिक, हमारी सोसाइटी में डिप्रेशन को पागलपन से जोड़ देते हैं। अगर कोई डॉक्टर के पास भी गया है तो उसे पागल समझ लिया जाता है। कोई समझता नहीं है कि डिप्रेशन क्या है? अगर किसी को स्ट्रेस या एन्जायटी है तो उसे भी डिप्रेशन बता देते हैं। जबकि डॉक्टर दीप्ति बताती हैं कि डिप्रेशन पागलपन नहीं है,क्योंकि पागल होने पर लोग कैमिल इंबैलेंस होने के कारण अनरियलिस्टिक हो जाते हैं।

सोशल प्रेशर के कारण व्यक्ति खुद की परेशानी जाहिर नहीं कर पाता

  • सोशल प्रेशर के कारण भी डिप्रेशन के मामलों में इजाफा हुआ है। डॉक्टर शिखा कहती हैं कि हमारे समाज में किसी व्यक्ति की इतनी खूबियां गिना दी जाती हैं कि अगर कोई दुख है तो बता भी नहीं पाता है।
  • शिखा बताती हैं किअगर बच्चों के लिहाज से देखा जाए तो बचपन से ही बच्चे को पैंपर कर बताया जाता है कि तुम येकर सकते हो और वो कर सकते हो। ऐसे में बच्चा पैरेंट्स के प्रेशर के कारण भी खुद को व्यक्त नहीं कर पाता है।
  • डॉक्टर दीप्ति भी माता-पिता के प्रेशर को ही कारण मानती हैं। वे कहती हैं कि बच्चों को नहीं मालूम होता है कि कितना प्रेशर और कितना फैलियर ठीक है।

कैसे होती है डिप्रेशन की शुरुआत?
डॉक्टर दीप्ति के मुताबिक, डिप्रेशन के दौरान व्यक्ति की सोच में दो तरह के बदलाव आते हैं। एक तरफ मानसिक तौर पर बुरा या दुखी महसूस होता है, तो दूसरी ओर शारीरिक तौर पर हम काफी स्लो हो जाते हैं।

  • हेल्पलेसनेस (लाचार): इसमें व्यक्ति खुद को बहुत कमजोर महसूस करता है और उसे लगता है कि वोकुछ भी नहीं कर सकता है।इसके अलावा उनके पास खुद को व्यक्त करने के भी आइडिया नहीं होते हैं।.
  • होपलेस (निराशा): डिप्रेशन से जूझ रहे लोग अपने भविष्य को लेकर काफी निराशा से घिर जाते हैं। काफी वक्त से उनके जीवन में कुछ अच्छा नहीं हुआ तो उन्हें लगने लगता है कि आगे का वक्त भी बुरा ही होगा और यह सब ऐसे ही चलेगा।

लोग क्यों नहीं करते ऐसे व्यक्ति कीमदद?

  • दीप्ति कहती हैं किहमारी सोसाइटी में पॉजिटिव होने की लहर चल गई है। ऐसे में जब कोई अपनी परेशानी किसी के पास लेकर जाता है तो सुनने से पहले ही लोग उसे सलाह देने लगते हैं और पॉजिटिव रहने के लिए कहते हैं।
  • डॉक्टर शिखा ने कहती हैं कि ऐसे में शख्स कनेक्टेड फील नहीं कर पाता है। उसे लगता है कि कोई भी मुझे समझता नहीं है। उन्हें लगता है कि सामने वाला मेरे बारे में जो भी सोच रहा है, वैसा मैं नहीं कर पा रहा हूं, हो सकता है कि मुझमें ही कोई कमी होगी।

नई सोच बनाने के लिए प्रोत्साहित करें

  • डॉक्टर दीप्ति के अनुसार, मरीज को बेवजह सलाह न दें, उनके साथ रहें और उन्हें बताएं कि हम आपके साथ हैं। उनकी हालत को लेकर चर्चा करें। अपनी सलाह देने के बजाए उनसे पूछें। उन्हें अपनी सोच बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। थोड़ी देर के बाद जब व्यक्ति आपके साथ कनेक्ट होने लगे, तब उन्हें सलाह दें।

बचपन का असर वयस्क होने पर नजर आता है

  • डॉक्टर शिखा कहती हैं कि बचपन का ट्रॉमा बड़े होने पर सामने आता है। जिन बच्चों ने बचपन में ही तनाव झेला है तो वे व्यस्क डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं। मशहूर साइकोलॉजिस्ट फ्रायड ने भी अपनी स्टडी में बचपन के ट्रॉमा पर जोर दिया है, अगर आपका चाइल्डहुड ट्रॉमेटिक है तो फ्यूचर ट्रॉमेटिक होने की आशंकाएं बढ़ जाती हैं।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Depression: Depression in India| Reason behind depression| Mental health in India


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fBrpmY
https://ift.tt/2UVKys7

एक्सपर्ट्स की सलाह- 5 बातों का जरूर ध्यान रखें; शौक के लिए कतई न बाहर जाएं, न खाएं; चेयर और टेबल को बार-बार छूने से बचें

देश में अनलॉक-1 चल रहा है। तकरीबन ढाई महीने के बाद होटल और रेस्टोरेंट्स एक बार फिर खुल गए हैं। लेकिन, कुछ शर्तों के साथ। हालांकि, लोग अभी भी होटल और रेस्टोरेंट्स में जाने से बच रहे हैं। दिल्ली स्थितस्वाकेयर कंसल्टेंसी के डॉक्टर और साइकोलॉजिस्ट हर्षवर्धनलोगों को होटल और रेस्टोरेंट्स में नहीं जाने की सलाह देते हैं। वह कहते हैं कि आप कोशिश करें कि इस वक्त कतई शौक के लिए होटल या रेस्टोरेंट्स न जाएं।

हैदराबाद स्थित मेडिकवर हॉस्पिटल के चीफ हेपिटोबिलेरी और लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन सचिन डागा कहते हैं कि होटल और रेस्टोरेंट्स में जाएं भी तो टेबल और चेयर को छूनेसे बचें। गर्म खाना ही खाएं। ज्यादा वेटिंग हो तो वापस घर आ जाएं।लेकिन, होटल्स और रेस्टोरेंट्स चेन ग्राहकों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए हर तरह के प्रयास भी कर रही हैं।

ओयो होटल के सीइओ रितेश अग्रवाल कहते हैं कि कंज्यूमर्स कीसेफ्टी और सुरक्षा के लिए हमने 'सैनिटाइज्ड स्टे' का काम शुरू किया है। भारत के अलावा अमेरिका, चीन, ब्राजील, मैक्सिको तक के अपने होटल्स में हम इस तरह की सुविधा दे रहे हैं।रितेश कहते हैं कि सुरक्षा स्टोर की तरह हम 'सुरक्षा होटल' योजना पर भी काम कर रहे हैं, ताकि कंज्यूमर का ओयो पर ट्रस्ट बना रहे।

एक्सपर्ट्स बता रहेहोटल और रेस्टोरेंट्स में जाने के दौरान किन 5बातों का जरूर ध्यान रखें-

  • लोगों के लिए-
  • होटल और रेस्टोरेंट्स के लिए-
  • युवा भी होटल, रेस्टोरेंट्स जानेसे बचें-

सर्जन सचिन डागा कहते हैं कि होटल या रेस्टोरेंट्स में अभी किसी को भी जाने से बचना चाहिए, जब तक कि बहुत जरूरी न हो।डागा कहते हैं कि कोई ऐसा कतई न सोचें कि आप युवा हैं, तो कहीं भी जा सकते हैं, क्योंकि हाल-फिलहाल में कोविड-19 से युवाओं की भी जानें गई हैं।

  • ऐसे रूम लें, जिनमें सनलाइट आए-

डॉक्टरहर्षवर्धन कहते हैं कि कोशिश करें कि इस वक्त शौक के लिए होटल या रेस्टोरेंट्स न जाएं।गेट, चेयर-टेबल टच करने बचें, वॉशरूम के हैंडल और बेसिन को छूने के बाद हाथ जरूर सैनिटाइज करें। क्योंकि, इन चीजों के चलते भी वायरस फैलने का खतरा ज्यादा है।
पूरे समय ग्लव्ज पहनें। एसी रूम बहुत यूज न करें। दरवाजे और खिड़की को खोलकर रखें। ऐसे रूम लें, जहां सनलाइटरहे, ताकि एयर सर्कुलेशन बना रहे, क्योंकि बैक्टीरिया निकल नहीं पाते।

  • काॅन्टैक्टलेस और हाइजीन फ्री सर्विस-

इंडियन होटल कंपनी लिमटेड के एमडी और सीईओ पुनीत चट्वाल कहते हैं कि इस वक्त चुनौती बहुत बड़ी है, लेकिन हम यात्रियों का ख्याल रखने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम अपने होटल्स को हाइजीन फ्री बना रहे हैं। सरकार और डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक काम कर रहे हैं।

ओयो कंपनी के पीआरओकरन कहते हैं कि अभी कंपनी का पूरा फोकस कॉन्टैक्टलेस सर्विस पर है। ताकि कंज्यूमर को वायरस का खतरा कम से कम हो। कंपनी देश के सभी 18 हजार होटलों में सैनिटाइज्ड स्टेकी व्यवस्था करवा रही है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Coronavirus (COVID-19)/Restaurants Hotels Reopening Updates; What precautions should You take when You visiting Restaurants and Hotels


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/37IP4za
https://ift.tt/3fLelM9

Popular Post