सोमवार, 23 नवंबर 2020

देश में 24 घंटे में सबसे ज्यादा 121 मौतें दिल्ली में, महाराष्ट्र में 50 ने जान गंवाई, यह 15 मई के बाद सबसे कम

राजधानी दिल्ली में रविवार को 6746 लोग संक्रमित पाए गए। 6154 लोग ठीक हुए और 121 की मौत हो गई। मौत का यह आंकड़ा देश में सबसे ज्यादा रहा। इस मामले में 50 मौतों के साथ महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर रहा। महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 15 मई के बाद सबसे कम है। तब यहां 49 मौतें हुई थीं। दिल्ली में इससे पहले 18 नवंबर को सबसे ज्यादा 131 मरीजों की मौत हुई थी।

देश में रविवार को 44 हजार 404 नए केस आए, 41 हजार 405 मरीज ठीक हुए और 510 की मौत हो गई। देश में अब तक 91.40 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 85.61 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं और 1.33 लाख संक्रमितों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।

कोरोना अपडेट्स

  • केंद्र सरकार स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन के इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे सकती है। अभी इसके तीसरे फेज का ट्रायल चल रहा है। न्यूज एजेंसी ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर सकते हैं। इसके बाद पीएम केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे। न्यूज एजेंसी ने रविवार को सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।
  • महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों पर रविवार को चिंता जताई। उन्होंने कहा की कोरोना की दूसरी लहर सुनामी जैसी होगी। उद्धव ने कहा कि मुझे नाइट कर्फ्यू लागू करने की सलाह दी जा रही है, लेकिन मैं कानून लागू करने में विश्वास नहीं करता। लोगों को खुद एहतियात बरतनी चाहिए।
  • नॉर्थ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, रोहिणी जोन ने 30 नवंबर तक जनता मार्केट को सील कर दिया है। यहां भारी भीड़ देखने को मिली थी। लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया और बगैर फेस मास्क भी दिखे।
  • उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या कोविड पॉजिटिव पाई गई हैं।

5 राज्यों का हाल

1. दिल्ली

राजधानी दिल्ली में रविवार को 6746 लोग संक्रमित पाए गए। 6154 लोग ठीक हुए और 121 की मौत हो गई। अब तक 5 लाख 29 हजार 863 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 40 हजार 212 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 4 लाख 81 हजार 260 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 8391 हो गई है।

2. मध्यप्रदेश

राज्य में रविवार को 1798 लोग संक्रमित पाए गए। 1212 लोग ठीक हुए और 13 की मौत हो गई। अब तक 1 लाख 93 हजार 44 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 11 हजार 765 मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक 1 लाख 78 हजार 117 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 3162 हो गई है।

3. राजस्थान

राज्य में पिछले 24 घंटे के अंदर 3260 लोग संक्रमित पाए गए। 2004 लोग ठीक हुए और 17 की मौत हो गई। अब तक 2 लाख 43 हजार 936 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। इनमें 23 हजार 190 मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक 2 लाख 18 हजार 583 लोग ठीक हो चुके हैं। 2163 मरीजों की मौत हो चुकी है।

4. महाराष्ट्र

राज्य में रविवार को 5753 नए मामले सामने आए। 4060 लोग ठीक हुए और 50 की मौत हो गई। अब तक 17 लाख 80 हजार 208 लोग संक्रमण की चपेट आ चुके हैं। इनमें 81 हजार 512 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 16 लाख 51 हजार 64 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या 46 हजार 623 हो गई है।

5. उत्तरप्रदेश

राज्य में रविवार को 2557 लोग संक्रमित पाए गए। 2187 लोग ठीक हुए और 35 की मौत हो गई। अब तक 5 लाख 26 हजार 780 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 23 हजार 806 मरीजों का इलाज चल रहा है। 4 लाख 95 हजार 415 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 7559 हो गई है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Coronavirus Outbreak India Cases LIVE Updates; Maharashtra Pune Madhya Pradesh Indore Rajasthan Uttar Pradesh Haryana Punjab Bihar Novel Corona (COVID 19) Death Toll India Today Mumbai Delhi Coronavirus News


from Dainik Bhaskar /national/news/coronavirus-outbreak-india-cases-live-news-and-updates-23-november-127939827.html
https://ift.tt/370wiDr

अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन में दिसंबर में शुरू होगा वैक्सीनेशन; ईरान में एक दिन में 13 हजार केस और 475 मौतें

दुनियाभर में अब तक 5.89 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 4.07 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 13.93 लाख लोगों की जान जा चुकी है। अब 1.68 करोड़ मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज (एक्टिव केस) चल रहा है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। वैक्सीन का इंतजार कर रहे दुनिया के देशों के लिए खुशखबरी है। अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन में वैक्सीन बहुत जल्दी आने वाली है। इन देशों के मुताबिक, वैक्सीनेशन दिसंबर में औपचारिक तौर पर शुरू कर दिया जाएगा।

जर्मनी के हेल्थ मिनिस्टर ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि उनके देश में दिसंबर से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा।

अमेरिका: 11 दिसंबर से वैक्सीनेशन
संक्रमण और मौतों के मामले में अमेरिका पहले स्थान पर बना हुआ है। यहां के लोगों और जो बाइडेन की आने वाली नई सरकार के लिए एक बेहद राहत भरी खबर है। यूएस कोविड-19 वैक्सीन टास्क के हेड मोन्सेफ सलोई ने सीएनएन को दिए इंटरव्यू में कहा- अमेरिका में पहले व्यक्ति को वैक्सीन 11 दिसंबर को दी जाएगी। हमारी कोशिश है कि जैसे ही एफडीए वैक्सीन को मंजूरी देती है, वैसे ही हम इसको लगाने का काम शुरू कर देंगे। इसके लिए तमाम तैयारियां पहले ही पूरी की जा चुकी हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि 11 या 12 दिसंबर तक हमें मंजूरी मिल जाएगी। राज्यों ने भी इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
अमेरिका में 10 दिसंबर को एफडीए की अहम मीटिंग होने जा रही है। माना जा रहा है कि इसी दिन यह एजेंसी वैक्सीन को मंजूरी दे देगी।

अमेरिकी सरकार ने लोगों से अपील की थी कि वे थैंक्सगिविंग सप्ताह में ट्रैवलिंग से बचें। लेकिन, सरकार की अपील का कतई असर होता नजर नहीं आता। सीएनएन के मुताबिक, लाखों लोग लॉन्ग ड्राइव पर जाने की तैयारी कर चुके हैं। इससे वायरस काफी तेजी से फैल सकता है। इसके अलावा एक और खतरा अस्पतालों में बेड कम पड़ने का है। यहां पहले ही हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं।

स्पेन: जनवरी से शुरू करेगा वैक्सीनेशन
स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेझ ने रविवार को बताया कि देश में वैक्सीनेशन का काम जनवरी में शुरू कर दिया जाएगा। सांचेझ ने कहा- हमने अपनी तरफ से तमाम जरूरी व्यवस्थाएं कर ली हैं। हम ये मानकर चल रहे हैं कि देश में जनवरी में वैक्सीनेशन शुरू होगा और तीन महीने में पूरे देश को इसके डोज मुहैया करा दिए जाएंगे। स्पेन और जर्मनी यूरोप के पहले ऐसे देश होंगे जहां कम्पलीट वैक्सीनेशन होगा। देश में कुल 13 हजार वैक्सीनेशन पॉइंट्स बनाए गए हैं।

ईरान में हालात बेकाबू
ईरान में रविवार को 13 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। इससे भी ज्यादा परेशानी की बात यह है कि इसी दौरान 475 लोगों की मौत हो गई। हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में इन आंकड़ों की पुष्टि की है। सरकार का कहना है कि उसने अपनी तरफ से सख्त उपाय किए हैं, लेकिन लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। दूसरी तरफ, ईरान सरकार कुछ देशों से वैक्सीन हासिल करने के लिए संपर्क कर रही है। पिछले दिनों खबर आई थी कि ईरान सरकार के अफसरों ने चीन का दौरा किया था और वहां से वैक्सीन खरीदने पर बातचीत की थी। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

तेहरान के एक अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर। ईरान में सरकार ने सख्त उपाय किए हैं, इसके बावजूद यहां मामले बढ़ते जा रहे हैं। कई शहरों में मेकशिफ्ट अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं, क्योंकि मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। (फाइल)

साउथ अफ्रीका: महात्मा गांधी के परपोते का कोरोना से निधन
दक्षिण अफ्रीका में रह रहे महात्मा गांधी के परपोते सतीश धुपेलिया का कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद निधन हो गया है। तीन दिन पहले ही सतीश ने 66वां जन्मदिन मनाया था। इसके बाद वे संक्रमित हो गए थे। सतीन जोहानेसबर्ग में रहते थे। उनकी बहन उमा धुपेलिया ने भाई की मौत की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक, सतीश को कुछ दिन पहले निमोनिया के चलते हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। इसके बाद उन्हें कोरोना हो गया। इलाज के दौरान उनकी हालत बिगड़ती गई। रविवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली।

मैक्सिको: एक दिन में 719 ने दम तोड़ा
लैटिन अमेरिकी देश मैक्सिको में मरने वालों का आंकड़ा एक लाख हो गया है। शनिवार को देश में कुल 719 संक्रमितों ने दम तोड़ा। देश में फिलहाल करीब एक लाख 26 हजार संक्रमित हैं। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, संक्रमितों की वास्तविक संख्या इससे काफी ज्यादा हो सकती है, क्योंकि दूर दराज के कई इलाकों में अब भी टेस्टिंग और दूसरी सुविधाएं नहीं हैं।

कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात

देश

संक्रमित मौतें ठीक हुए
अमेरिका 12,587,627 262,694 7,452,538
भारत 9,140,312 133,773 8,561,444
ब्राजील 6,071,401 169,197 5,432,505
फ्रांस 2,140,208 48,732 149,521
रूस 2,089,329 36,179 1,595,443
स्पेन 1,589,219 42,619 उपलब्ध नहीं
यूके 1,512,045 55,024 उपलब्ध नहीं
इटली 1,380,531 49,261 539,524
अर्जेंटीना 1,366,182 36,902 1,187,053
कोलंबिया 1,240,493 35,104 1,144,923

आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
रविवार को फ्लोरिडा के जैक्सन मेमोरियल हॉस्पिटल से निकलतीं डॉक्टर्स। इस हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। इसके अलावा हॉलीवुड के मेमोरियल रीजनल हॉस्पिटल में भी वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी। दोनों हॉस्पिटल्स में वैक्सीन सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को दी जाएगी।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2IZfxAk
https://ift.tt/3lV3RNv

मध्य प्रदेश में गाय पर टैक्स, गायों के लिए अभयारण्य...अब किसकी बारी



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Tax on cow in Madhya Pradesh, sanctuary for cows ... now whose turn


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3lWOZ1k
https://ift.tt/395I56j

मध्य प्रदेश में गाय पर टैक्स, गायों के लिए अभयारण्य...अब किसकी बारी



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Tax on cow in Madhya Pradesh, sanctuary for cows ... now whose turn


from Dainik Bhaskar /national/news/tax-on-cow-in-madhya-pradesh-sanctuary-for-cows-now-whose-turn-127939785.html
https://ift.tt/3pQU3qg

बिहार में कैबिनेट विस्तार जल्द, MP में काउ टैक्स वसूलेगी सरकार; जम्मू में मिली आतंक की सुरंग

नमस्कार!
ड्रग्स केस में कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया को NDPS कोर्ट ने 4 दिसंबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। वहीं, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी के 5 स्टार कल्चर पर सवाल खड़े किए हैं।

बहरहाल, शुरू करते हैं न्यूज ब्रीफ।

आज इन इवेंट्स पर रहेगी नजर

  • सुप्रीम कोर्ट में UPI डेटा के इस्तेमाल को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई होगी।
  • बिहार विधानसभा का पहला सेशन शुरू होगा। सबसे पहले विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी।
  • कोरोना के चलते महीनों से बंद बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) आज से खुलेगी।

देश-विदेश
जम्मू में मिली आतंक की सुरंग

जम्मू-कश्मीर के सांबा में भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर पर 150 मीटर लंबी सुरंग मिली है। जम्मू में BSF के IG एनएस जामवाल ने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर पर इस सुरंग का मिलना यह साफ करता है कि पाकिस्तान आतंकियों की मदद कर रही है। जामवाल ने कहा कि नगरोटा के एनकाउंटर में मारे गए आतंकी इस सुरंग के जरिए ही भारतीय सीमा घुसे थे।

मध्य प्रदेश में चुकाना होगा काउ टैक्स
मध्यप्रदेश में गो-कैबिनेट के दिन ही सीएम शिवराज ने लोगों से काउ टैक्स वसूलने का ऐलान कर दिया। आगर के सालरिया में रविवार को शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडे की जगह दूध दिया जाएगा। एमपी की गो-कैबिनेट की पहली बैठक में आगर में गायों को लेकर रिसर्च सेंटर बनाने का फैसला लिया गया। गायों की सुरक्षा के लिए गो अधिनियम भी बनाया जाएगा।

नीतीश जल्द करेंगे कैबिनेट विस्तार
बिहार की नई सरकार के पहले मंत्रिमंडल बनने के बाद जल्द ही इसका विस्तार किया जाएगा। भास्कर को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नीतीश हफ्तेभर में कैबिनेट विस्तार करेंगे। 29 नवंबर को यह विस्तार हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें भाजपा के मंत्रियों का कोटा बढ़कर 19 हो सकता है। अभी भाजपा कोटे से 7 और जदयू कोटे से 5 मंत्री हैं। इनमें से जदयू के मेवालाल चौधरी इस्तीफा दे चुके हैं।

जेल भेजी गईं कॉमेडियन भारती
ड्रग्स केस में गिरफ्तार कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेज (NDPS) कोर्ट ने 4 दिसंबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। हर्ष पर ड्रग्स फाइनेंसिंग का भी चार्ज लगाया गया है। भारती के घर-ऑफिस से 86.5 ग्राम गांजा मिला था।

गुलाम नबी के आजाद ख्याल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर पार्टी के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 5 स्टार कल्चर से चुनाव नहीं जीते जा सकते। पार्टी का ढांचा ढह गया है और इसे फिर से खड़ा करने की जरूरत है। आजाद ने कहा- मैं गांधी फैमिली को क्लीन चिट दे रहा हूं। कोरोना के चलते वे बहुत कुछ नहीं कर सकते।

विवादों में ‘अ सूटेबल बॉय’
OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज मीरा नायर की वेब सीरीज 'अ सूटेबल बॉय' विवादों में आ गई है। मध्यप्रदेश के रीवा में नेटफ्लिक्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। यहां भाजपा नेता गौरव तिवारी ने आरोप लगाया है कि वेब सीरीज में हिंदू भावनाओं को आहत किया गया। सीरीज में ईशान का किरदार मान कपूर का है, जबकि तब्बू सईदा बाई के रोल में हैं। एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

एक्सप्लेनर
लास्ट फेज में कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन के ट्रायल्स लास्ट फेज में पहुंच गए हैं। वैक्सीन बना रही भारत बायोटेक देशभर में 23 संस्थानों में 25,800 वॉलंटियर्स पर ट्रायल कर रही है। लार्ज-स्केल ट्रायल्स में वैक्सीन इफेक्टिव साबित हुई, तो अगले साल की शुरुआत में कंपनी इसके रेगुलेटरी अप्रूवल के लिए आवेदन करेगी।

पढ़ें पूरी खबर...

पॉजिटिव खबर
लाखों की नौकरी छोड़ शुरू की ऑर्गेनिक फार्मिंग

IIT से पासआउट पूजा भारती गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड में अच्छी पोस्ट पर नौकरी कर रही थीं। 22 लाख रुपए सैलरी वाली नौकरी में पूजा को पैसा मिला, लेकिन सुकून नहीं। इसके बाद उन्होंने अपने बैचमेट मनीष के साथ खेती से जुड़ा स्टार्टअप बैक टू विलेज शुरू किया। अब उनकी कंपनी गांवों में उन्नत कृषि केंद्र चला रही है। ओडिशा में ऐसे दस केंद्र चल रहे हैं।

पढ़ें पूरी खबर...

गैर-जिम्मेदार ट्रम्प
राष्ट्रपति चुनाव हार चुके डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को फिर गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाया। G20 समिट के कोरोना पर चर्चा के सेशन में ट्रम्प सिर्फ 13 मिनट रुके। कुछ देर बाद वे अपने गोल्फ क्लब में नजर आए। कोरोना से दुनिया का हर देश संघर्ष कर रहा है। अमेरिका में सबसे ज्यादा मामले और मौतें सामने आ रही हैं। इसके बावजूद ट्रम्प इसे गंभीरता से लेने तैयार नहीं हैं।

सुर्खियों में और क्या है...

  • कोरोना के चलते राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, अलवर और भीलवाड़ा में बाजार शाम 7 बजे बंद होंगे। यहां नाइट कर्फ्यू भी रहेगा।
  • एमपी में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, विदिशा, रतलाम, धार, दतिया, अशोकनगर, शिवपुरी जिलों में संक्रमण ज्यादा है। मुख्यमंत्री शिवराज ने रविवार कहा कि वे लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं।
  • गुजरात में 5 जून से अब तक मास्क न लगाने वाले 26 लाख लोगों से 78 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। यह रकम स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की साल भर की कमाई से भी ज्यादा है।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Cabinet expansion soon in Bihar; Govt to levy cow tax in MP; Terror tunnel found in Jammu. Top News Morning Briefing Today From Dainik Bhaskar On 22 november 2020


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/36YAtzQ
https://ift.tt/3nOQ7Vi

छोटे बच्चे भी माता-पिता को सही सलाह दे सकते हैं, इसीलिए बच्चों की भी बातें ध्यान से सुनें

कहानी - उद्दालक ऋषि और नचिकेता की एक कहानी बहुत प्रसिद्ध है। उद्दालक यज्ञ कर रहे थे और ब्राह्मणों को गायों का दान भी कर रहे थे। उनका पुत्र नचिकेता बहुत बुद्धिमान था। नचिकेता ने देखा कि पिता गाय दान कर रहे हैं, लेकिन कुछ गायें तो बीमार हैं, कमजोर हैं। वो सोचने लगा कि इनकी वजह से तो दान लेने वाले लोगों की समस्याएं और बढ़ जाएंगी।

नचिकेता तुरंत अपने पिता के पास पहुंचा और कहा कि पिताजी, कमजोर गायों का दान न करें। उद्दालक ने बच्चे की बात पर ध्यान नहीं दिया। नचिकेता फिर बोला, 'इस तरह का दान ठीक नहीं है।' ऋषि अभी भी अपने काम में व्यस्त थे।

नचिकेता एक बार फिर बोला, 'पिताजी अगर आपको इसी तरह का दान देना है तो क्या आप मुझे भी दान में दे देंगे? उद्दालक ने बेटे की बात को गंभीरता ने नहीं लिया और गुस्से में कहा, 'हां मैं तुझे भी दान में दे दूंगा।'

बेटे ने पूछा, 'मुझे किसे दान में देंगे।'

उद्दालक बोले, 'यमराज को।'

नचिकेता ने सोचा कि मेरे पिता ने मुझे यमराज को दान में दिया है तो मुझे पिता की बात पूरी करनी चाहिए। वह यमलोक पहुंच गया। उस समय यमराज वहां नहीं थे। नचिकेता ने तीन दिनों तक यमराज की प्रतीक्षा की।

जब यमराज आए तो उन्होंने नचिकेता को देखा और कहा, तुमने तीन दिनों तक मेरी प्रतीक्षा की है। मैं तुमसे प्रसन्न हूं। वर मांगो।'

नचिकेता ने यमराज से जन्म-मृत्यु के रहस्य पूछे और वरदान मांगा कि 'मेरी वजह से मेरे पिता को जो गुस्सा आया है, जो अशांति हुई है, वह शांत हो जाएं।'

सीख- समझदार संतान माता-पिता को सही सलाह देती है और उनकी चिंता भी करती है। बच्चों की बातें भी ध्यान से सुनें। ये ना सोचें कि वे उम्र में छोटे हैं। अगर बच्चों की सलाह सही है तो उस पर अमल अवश्य करें।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
aaj ka jeevan mantra by pandit vijayshanar mehta, life management tips by pandit vijayshankar mehta, nachiketa and yamraj story


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/397foWs
https://ift.tt/3lXhuM6

IIT से पढ़ीं, 22 लाख की नौकरी छोड़ खेती शुरू की, इनसे जुड़े किसानों की कमाई 20 हजार महीना

IIT से पासआउट पूजा भारत की बड़ी सरकारी कंपनी गेल (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) में शानदार नौकरी कर रहीं थीं। लेकिन जब-जब उन्हें अपने गांव की याद आती, उनका मन उदास हो जाता। मूलरूप से नालंदा जिले के बिहारशरीफ की रहने वाली पूजा भारती एक होनहार छात्रा थीं। 2005 में उन्होंने IIT की प्रवेश परीक्षा पास की और 2009 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट होते ही उनकी नौकरी गेल में लग गई। पूजा का गांव में बड़ा घर था। खेत थे, बाग-बगीचे थे। शहर की नौकरी में उन्हें पैसा तो मिला, लेकिन सुकून नहीं।

यही वजह थी कि नौकरी में रहते हुए उन्हें जब भी प्रकृति के करीब जाने का मौका मिलता, वो जातीं। IIT में पूजा के बैचमेट रहे मनीष ने पास आउट होने के बाद नौकरी करने के बजाए बिहार लौटकर खेती से जुड़ा स्टार्टअप शुरू किया। मनीष गांव में बेरोजगारी से दुखी थे और गांव के लोगों के लिए कुछ करना चाहते थे। पूजा को जब भी मौका मिलता, वो मनीष से ऑर्गेनिक खेती के बारे में बात करतीं। उन्होंने कई ऐसे गांवों का दौरा भी किया, जहां किसान ऑर्गेनिक खेती कर रहे थे।

पूजा बताती हैं, 'मैं और मनीष खेती को लेकर बातें करते थे। मुझे ये एहसास हुआ कि कृषि क्षेत्र में ऐसे लोगों की जरूरत है, जो सोच-समझकर खेती करते हों, क्योंकि खेती से अधिकतर वो ही लोग जुड़े हैं, जिनके पास नौकरी या अपना कारोबार नहीं होता है। कोई और विकल्प ना होने की वजह से वे खेती करते हैं।' वो कहती हैं, 'मैंने 2015 में जॉब छोड़ी और उसके बाद अगले एक साल तक जैविक कृषि के बारे में सीखा। दीपक सचदे मेरे गुरू थे, पिछले साल अक्टूबर में उनकी मौत हो गई। उनसे मिलने के बाद आर्गेनिक फार्मिंग पर मेरा विश्वास और गहरा हुआ और मुझे लगा कि खेती का सही तरीका यही है।'

पूजा कहती हैं कि ऑर्गेनिक खेती आसान नहीं है और इसी वजह से ये आम किसानों में पॉपुलर भी नहीं है, क्योंकि ये बहुत मेहनत वाला काम है।

पूजा बताती हैं, 2016 में हमने बैक टू विलेज शुरू किया। इसका मकसद सिर्फ जैविक खेती करना नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवनशैली को बढ़ावा देना है। हमने तय किया कि हमें शहर में नहीं, गांव की तरफ जाना है और वहां रोजगार के अवसर पैदा करने है। पूजा और मनीष ने सबसे पहले ओडिशा में काम शुरू किया। शुरुआत में सिर्फ वे दोनों ही साथ थे। एक-डेढ़ साल तक वो गांव जाते थे और किसानों को हो रही समस्याओं को समझते थे। फिर उन्हें ध्यान में रखकर सॉल्यूशन निकालते हैं। धीरे-धीरे उनकी टीम बढ़ती गई और काम भी बढ़ता गया।

पूजा बताती हैं, 'हम लोग किसी कॉर्पोरेट की तरह काम नहीं करते हैं। हमारी टीम में सब बराबर हैं। ऐसे लोग भी हैं, जो दसवीं पास नहीं हैं। लेकिन उनका ओहदा अच्छे पढ़े-लिखों से ऊपर है। हम किसानों के लिए काम नहीं करते हैं, बल्कि किसानों के साथ काम करते हैं।'

क्या है बैक टू विलेज मॉडल

उनकी कंपनी बैक टू विलेज गांवों में उन्नत कृषि केंद्र चला रही है। अभी ओडिशा में उनके दस केंद्र चल रहे हैं। पूजा बताती हैं कि हम गांव के प्रोग्रेसिव किसान को ट्रेनिंग देते हैं और वहां एक छोटा सा दफ्तर और करीब दो एकड़ का फार्म शुरू करते हैं। हम अपने फार्म में ऑर्गेनिक तरीके से वही फसलें उगाते हैं, जो आमतौर पर वहां के किसान उगाते हैं। हम किसानों को उनके पास ऑर्गेनिक खेती करके दिखाते हैं। जब किसान देखते हैं कि कम खर्च में बेहतर पैदावार हो रही है, तो वो भी प्रेरित होते हैं।

पूजा बताती हैं कि 2016 में हमने बैक टू विलेज शुरू किया। इसका मकसद सिर्फ जैविक खेती करना नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवनशैली को बढ़ावा देना है।

पूजा कहती हैं, 'आमतौर पर बाजार में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट महंगे मिलते हैं। ऑर्गेनिक खेती करने वाले लोग डेढ़ से दो गुना तक दाम मांगते हैं। इससे संदेश भी गलत जाता है। ऑर्गेनिक खेती में खर्च कम होना चाहिए क्योंकि कम्पोस्ट और पेस्टीसाइड खुद ही तैयार करते हैं। शुरू में लेबर पर अधिक खर्च होता है लेकिन आगे चलकर ये भी कम होने लगता है। ऑर्गेनिक खेती करने वाले को बराबर रेट पर बेचना चाहिए।'

पूजा का कहना है कि बाजार में ऑर्गेनिक उत्पादों के रेट अधिक होने की एक वजह ये भी है कि इनकी डिमांड अधिक है और सप्लाई कम है। वो कहते हैं, 'इलीट क्लास ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की मांग करती है। इसी वजह से रेट ज्यादा है, क्योंकि डिमांड अधिक है और सप्लाई कम है। ऑर्गेनिक खेती करने वाले किसानों के प्रोडक्ट हाट में आधे घंटे में बिक जाते हैं, जबकि बाकी किसानों को चार-पांच घंटे लगते हैं।'

पूजा के मुताबिक, उनके साथ जुड़े किसान आसानी से महीने में पंद्रह से बीस हजार रुपए महीना कमा लेते हैं। कंपोस्ट, मैन्यूर और पेस्टीसाइड सभी उसी फार्म पर बन रहे हैं, इससे किसानों को अतिरिक्त फायदा हो रहा है।

क्या हैं चुनौतियां

पूजा के मुताबिक, ऑर्गेनिक खेती में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इससे जुड़ी चीजें आसानी से बाजार में उपलब्ध नहीं हैं। वो कहती हैं, 'अगर आप कैमिकल फार्मिंग करते हैं, तो उससे जुड़ी हर चीज बाजार में उपलब्ध है। लेकिन इसके लिए ना ही मैन्यूर मिलता है और ना ही कम्पोस्ट। ये सब बनाना पड़ता है। ऑर्गेनिक खेती आसान नहीं है और इसी वजह से ये आम किसानों में पॉपुलर भी नहीं है, क्योंकि ये बहुत मेहनत वाला काम है।' वो कहती हैं कि हम इसी मॉडल पर काम कर रहे हैं कि कैसे इस समस्या का समाधान किया जा सके, ताकि ऑर्गेनिक खेती और आसान हो सके।

पहले से कम कमाकर भी खुश

पूजा कहती हैं कि ऑर्गेनिक खेती में खर्च कम होना चाहिए, क्योंकि कम्पोस्ट और पेस्टीसाइड खुद ही तैयार करते हैं।

पूजा कहती हैं, 'मेरा मकसद खेती करना और सिखाना था। जब मैंने नौकरी छोड़ी थी ,तब मेरा पैकेज 22 लाख के आसपास था। अगर मैं नौकरी में रहती, तो अभी मेरा वेतन सालाना 33 लाख के करीब होता। जाहिर है कि खेती करके मैं इतना नहीं कमा रही हूं, लेकिन पहले से बहुत ज्यादा खुश और स्वस्थ हूं।'

वो कहती हैं, 'मैं बिल्कुल स्पष्ट थी कि खेती में इतनी कमाई नहीं होगी। लेकिन यहां मैंने जो कमाया है, उसे सिर्फ पैसों में नहीं गिना जा सकता। यहां मन की शांति बहुत है, स्वास्थ्य बेहतर है, तनाव नहीं है। मेरी असली कमाई यही है। मुझे अपने जीवन में फाइव एल- लव, लॉफ, लाइवलीहुड, लर्निंग और लिविंग, ये सभी एक ही जगह मिल रहा है। मुझे अच्छा खाना मिल रहा है, अच्छी हवा, अच्छा पानी और मन की शांति मिल रही है। मैं बीमारियों से दूर हूं।'

पूजा की कंपनी अच्छा कर रही है और वो भविष्य में बिहार और दूसरे राज्यों में जाने की योजना बना रही हैं। पूजा कहती हैं, 'बिजनेस मॉडल डेवलप होने पर हो सकता है, हम बहुत ज्यादा कमाएं। लेकिन हमारा मकसद पैसे से ज्यादा आत्मनिर्भर गांव बनाना है। ऐसे गांव बनाना, जो अपनी जरूरतें अपने आप पूरी कर सकें और सरकारी सब्सिडी पर निर्भर ना रहें। हमारा अब तक का सफर बताता है कि हम सही रास्ते पर हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
बिहार के नालांदा जिले की रहने वाली पूजा भारती अभी ओडिशा में ऑर्गेनिक खेती कर रही हैं।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fodT7k
https://ift.tt/2UXrNE1

लॉकडाउन में महिलाओं के खातों में 32% इजाफा, इनमें 70% पहली बार शेयर में इन्वेस्ट कर रहीं

कोरोना संकट के दौरान शेयर बाजार में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। महिलाएं गोल्ड बाॅन्ड से लेकर म्यूचुअल फंड तक में निवेश कर रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि शेयर बाजार में निवेश करने वाली महिलाओं में अधिकतर पहली बार निवेश कर रही हैं। इनमें बड़ी संख्या में वर्किंग वुमन्स और हाउस वाइफ हैं। ये महिलाएं ना सिर्फ शेयर मार्केट में पैसे लगा रही हैं, बल्कि दूसरों को प्रेरित भी कर रही हैं। आइए पढ़ते हैं ऐसी ही कुछ महिलाओं की कहानी, जो मार्केट में निवेश कर अच्छा रिटर्न कमा रही हैं...

अंकिता तोलानी - वर्किंग

अंकिता तोलानी 28 साल की हैं। दिल्ली की एक प्राइवेट कंपनी में जाॅब करती हैं। अंकिता 2016 से शेयर मार्केट में पैसे लगा रही हैं। वो SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) और गोल्ड बाॅन्ड में निवेश करती हैं। अंकिता कहती हैं,'पहली बार मैंने SIP में 1 लाख रुपए से निवेश शुरू किया था। अब हर साल डेढ़ से दो लाख रुपए निवेश करती हूं।' अंकिता पिछले तीन साल में करीब 10 लाख से ज्यादा निवेश कर चुकी हैं। वहीं, गोल्ड बाॅन्ड में अंकिता अब तक 7 लाख रुपए तक निवेश कर चुकी हैं।

वह बताती हैं कि उन्हें गोल्ड बाॅन्ड के निवेश से अब तक 50 फीसदी से ज्यादा मुनाफा हो चुका है, वहीं SIP की वैल्यू 10 फीसदी तक पहुंच गई है। अंकिता को शेयर मार्केट की अच्छी समझ है और वो अब तक 7 महिलाओं को शेयर मार्केट में पैसे लगाने के लिए प्रेरित कर चुकी हैं। वह खुद ऑफिस के कलीग, गूगल और ब्रोकिंग हाउस के कंसल्टेंट से मदद लेती रहती हैं।

दीप्ति शर्मा - एंटरप्रन्योर

दीप्ति कहती हैं, शेयर बाजार में निवेश से पहले मैं डेली सुबह स्टाॅक पर नजर रखती थी। न्यूज पढ़ती थी। कुछ शेयर्स की लिस्ट बनाई और फिर पति के सहयोग से उन्हें खरीदा।

दीप्ति शर्मा एक स्टार्टअप कंपनी की संस्थापक हैं। पहली बार 2019 में शेयर मार्केट में निवेश का प्लान बनाया था। लेकिन घर परिवार और बिजनेस के चलते समय नहीं दे पाती थीं। वह बताती हैं कि लॉकडाउन में घर पर रहने के दौरान काफी समय होता था, तो उस वक्त मुझे लगा क्यों ना इसे फिर से शुरू किया जाए। वह रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के शेयर और म्यूचुअल फंड में निवेश कर रही हैं।

वह कहती हैं कि मैंने पहली बार म्यूचुअल फंड में 15 हजार रुपए लगाए थे। क्योंकि उस वक्त तक मुझे थोड़ी बहुत ही समझ थी। लॉकडाउन मेरे लिए वरदान रहा, जहां मेरे पास काफी समय होता था। मार्च में मैंने इस पर काफी रिसर्च किया। उस वक्त मार्केट डाउन था। वह कहती हैं कि शेयर बाजार में निवेश से पहले मैं डेली सुबह स्टाॅक पर नजर रखती थी। न्यूज पढ़ती थी। कुछ शेयरों की लिस्ट बनाई और फिर पति के सहयोग से उन्हें खरीदा।

दीप्ति कहती हैं कि मैंने 2019 में कुछ शेयरों में पैसे लगाए थे, लेकिन अधिक जानकारी ना होने और समय ना दे पाने की वजह से नुकसान हुआ था। हालांकि, इस समय मैंने अब तक करीब 2 लाख से ज्यादा निवेश किया है और उसमें 40 फीसदी तक फायदा हुआ है।

भविष्य में ना हो फाइनेंशियल क्राइसिस

स्टाॅक में पैसे लगाने के पीछे की वजह बताते हुए दीप्ति और अंकिता कहती हैं कि इससे हमें कई फायदे मिलते हैं। इससे एक तो भविष्य में फाइनेंशियल क्राइसिस की चिंता नहीं होती। वह कहती हैं कि शेयर मार्केट ऐसी जगह है जहां हर किसी को रिस्क लेना ही पड़ता है। यहां किसी को नहीं पता कि कल क्या होगा। ऐसे में हर महिलाओं को अपनी समझ और सूझबूझ के साथ निवेश को लेकर प्लान करना चाहिए। महिलाएं बेहतर तरीके से पैसे बचाना जानती हैं।

अपर्णा चौधरी- हाउस वाइफ

अपर्णा कहती हैं कि मैंने केवल 20 हजार की छोटी रकम से निवेश शुरू किया था, जो सेविंग मनी थी। अब तक 10 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिल चुका है।

नोएडा की रहने वाली अपर्णा चौधरी हाउस वाइफ हैं। घर और बच्चों में बिजी होने की वजह से अपर्णा ने पिछले साल ही प्राइवेट नौकरी से रिजाइन दे दिया था। हालांकि मार्केट की थोड़ी बहुत समझ और खबरों से अवेयर रहने के कारण अपर्णा ने लॉकडाउन में पहली बार शेयर मार्केट में स्टाॅक खरीदा। वह कहती हैं कि लॉकडाउन के कारण इतना समय मिल पाया कि शेयर बाजार पर ध्यान दे सकूं। रोजमर्रा की व्यस्तताओं में वो ऐसा नहीं कर पाती थीं।

वह कहती हैं कि मेरे पति शेयर मार्केट में पैसे लगाते आ रहे हैं। मेरा भी कई बार मन किया, लेकिन कभी वक्त नहीं मिला। अप्रैल में मैंने इस पर पढना शुरू किया। फिर मैंने पति और एक बैंकर दोस्त से कंसल्ट किया। करीब एक महीने तक रिसर्च के बाद मई में पहली बार एफडी में निवेश किया। हालांकि, मैंने केवल 20 हजार की छोटी रकम से निवेश शुरू किया था, जो कि सेविंग मनी थी। अब तक 10 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिल चुका है। वह कहती हैं कि मैंने यह निवेश फाइनेंशियल तौर पर खुद की आत्मनिर्भरता को जारी रखने के लिए शुरू किया है, क्योंकि जाॅब छोड़ने के बाद आर्थिक रूप से मुझे पति पर निर्भर रहना पड़ता था।

पूजा गौर - हाउस वाइफ

पूजा बताती हैं कि छह माह में मुझे 50 हजार का प्रॉफिट हुआ है। बेहतर रिटर्न के बाद मैंने अपनी भाभी को भी निवेश के लिए प्रेरित किया।

पूजा एक प्राइवेट फर्म में जाॅब करती हैं। पूजा ने करीब 5-6 साल पहले एक छोटी रकम से निवेश शुरू किया था। पूजा बताती हैं कि एक दिन दोस्त के कहने पर बातों ही बातों में ब्लू चिप शेयर में मैने 25 हजार रुपए की मामूली रकम टेस्ट के तौर पर निवेश कर दिया, लेकिन बाद में उस पर मुझे बेहतर रिटर्न मिला। तब जाकर लगा कि मैं इसे और अच्छे से सीख सकती हूं। वह कहती हैं कि मैं पिछले तीन सालों में 4-5 लाख रुपए निवेश कर चुकी हूं।

हालांकि, मार्च के अंत में शेयर बाजार में महामारी के कारण मुझे नुकसान हुआ, लेकिन फिर मैंने मार्केट एक्सपर्ट से सलाह ली और उस समय मैंने HDFC और रिलायंस के कुछ शेयर खरीदे। लेकिन मुझे यहां से बेहतर रिटर्न मिला। पिछले छह माह में मुझे 50 हजार का प्रॉफिट हुआ है। बेहतर रिटर्न के बाद मैंने अपनी भाभी को भी निवेश के लिए प्रेरित किया।

क्या कहती है ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनी की रिपोर्ट ?

ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनी अप स्टॉक्स के मुताबिक, अप्रैल से जून 2020 के दौरान महिलाओं के खातों में पिछली तिमाही की तुलना में 32% का इजाफा हुआ। इनमें से 70% महिलाएं पहली बार शेयर बाजारों में निवेश कर रही हैं। ब्रोकरेज कंपनी की महिला ग्राहकों में से 35% गृहणियां हैं। 74% महिला ग्राहक विशाखापट्टनम, जयपुर, सूरत, रंगा रेड्डी, नागपुर, नासिक, गुंटूर जैसे दूसरे और तीसरे श्रेणी के शहरों से हैं।

क्या कहना है एक्सपर्ट का ?

एक ब्रोकिंग हाउस के कंसल्टेंट मोहित अग्रवाल बताते हैं कि महामारी के दौरान घर के खर्च में योगदान देने और वेतन में कटौती, छंटनियों की वजह से महिलाएं अब शेयर बाजार में रुचि ले रही हैं। इसके अलावा बैंकों की एफडी पर ब्याज दरें कम हो रही हैं, जिसके मद्देनजर महिलाएं बचत के अन्य विकल्पों पर विचार कर रही हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
अंकिता तोलानी 28 साल की हैं। दिल्ली की एक प्राइवेट कंपनी में जाॅब करती हैं। अंकिता 2016 से शेयर मार्केट में पैसे लगा रही हैं।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3pRndWj
https://ift.tt/2IZ0RRJ

भारत बायोटेक के कोवैक्सिन के 23 संस्थानों में फेज-III ट्रायल्स शुरू; जानिए सबकुछ

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन के ट्रायल्स लास्ट फेज में आ गए हैं। इस वैक्सीन को डेवलप कर रही भारत बायोटेक ने फेज-III ट्रायल्स का ऐलान किया है। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अंबाला कैंट के सिविल हॉस्पिटल में वैक्सीन का डोज लगवाया। यह ट्रायल्स देशभर में 23 संस्थानों में 25,800 वॉलंटियर्स पर होंगे। यह अंतिम स्टेज के ट्रायल्स हैं। लार्ज-स्केल ट्रायल्स में अगर वैक्सीन इफेक्टिव साबित हुई तो अगले साल की शुरुआत में कंपनी इसके रेगुलेटरी अप्रूवल के लिए आवेदन करेगी। जानते हैं, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन के फेज-III ट्रायल्स के बारे में सबकुछ...

सबसे पहले कोवैक्सिन क्या है? इसे किसने बनाया है?

  • भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और पुणे के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ मिलकर यह वैक्सीन डेवलप की है। NIV ने नोवल कोरोनावायरस के एक स्ट्रेन को आइसोलेट किया। इसकी ही मदद से हैदराबाद की जीनोम वैली स्थित हाई-कंटेनमेंट फैसिलिटी में भारत बायोटेक ने इनएक्टिवेटेड वैक्सीन बनाई।
  • वैक्सीन को इंजेक्शन से किसी व्यक्ति के शरीर में भेजा जाता है। यह वायरस जीवित नहीं होता, जिससे यह न तो व्यक्ति को संक्रमित कर पाता है और न ही शरीर में पनप सकता है। शरीर के इम्यून सिस्टम के सामने यह डेड वायरस के तौर पर आता है, जिससे वायरस के प्रति एंटीबॉडी रिस्पॉन्स डेवलप होता है।

कोवैक्सिन के अब तक के रिजल्ट क्या रहे हैं?

  • कोवैक्सिन के क्लिनिकल यानी ह्यूमन ट्रायल्स 15 जुलाई के आसपास शुरू हुए थे। पहले और दूसरे फेज में हैदराबाद, रोहतक, पटना, कांचीपुरम, दिल्ली, गोवा, भुवनेश्वर और लखनऊ समेत 12 शहरों में करीब 1,000 वॉलंटियर्स को वैक्सीन लगाई गई। कंपनी का दावा है कि वैक्सीन ने वॉलंटियर्स के इम्यून रिस्पॉन्स को मजबूत किया।

क्या अब तक के ट्रायल्स में कोई गड़बड़ी सामने आई है?

  • नहीं। वैसे, एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक वॉलंटियर को वैक्सीन लगाने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा था। डेटा एंड सेफ्टी मॉनिटरिंग बोर्ड (DSMB) ने डेटा का एनालिसिस किया और ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी के साथ शेयर भी किया, लेकिन यह माना गया कि जो हुआ, उसका वैक्सीन से कोई लेना-देना नहीं था। इस वजह से न तो ट्रायल्स थमे और न ही इसकी खबरें बाहर आ सकीं।
  • 402 वॉलंटियर्स को पहला डोज दिया गया था और उनमें 73 वॉलंटियर्स में साइड इफेक्ट दिखे। 394 वॉलंटियर्स को दूसरा डोज दिया गया, उनमें 18 में साइड इफेक्ट देखे गए। ज्यादातर मामले माइल्ड नेचर के थे और जल्द ही सुलझा लिए गए। पर एक केस सीरियस हो गया था।
  • भारत बायोटेक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्णा एल्ला ने शुक्रवार को एक वेबिनार में कहा कि कंपनी इंटरनेशनल गाइडलाइन को फॉलो कर रही है। इंटरनेशनल प्रोटोकॉल कहता है कि हॉस्पिटल की एथिकल कमेटी को सूचना दी जाएगी। हमें DSMB को सूचना देनी थी। हमने फिर ड्रग कंट्रोलर (DCGI) को भी सूचना दी। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी रिव्यू करती है और प्रक्रिया का पालन किया गया। हर कोई भारत के मैन्युफैक्चरर्स को लेकर शंका कर रहा है। हम पर भरोसा करें, हम इंटरनेशनल गाइडलाइंस को फॉलो कर रहे हैं।
  • कोवैक्सिन के ट्रायल्स दिसंबर से पहले पूरे हो जाएंगे; भारत सरकार देगी 50 लाख डोज का पहला ऑर्डर

वॉलेंटियर बनने की शर्त क्या होगी?

अगर आप भी कोवैक्सिन के फेज-3 ट्रायल्स में वॉलेंटियर बनना चाहते हैं तो इन शर्तों को पूरा करना होगाः

1. उम्र 18 से 99 वर्ष के बीच हो।
2. एनरोलमेंट से तीन महीने पहले तक कोई गंभीर बीमारी न रही हो।
3. इससे पहले कोरोना पॉजिटिव न निकला हो।
4. एनरोलमेंट के बाद महिलाएं कम से कम तीन महीने प्रेग्नेंसी को अवॉइड करें। महिला गर्भवती न हो।
5. किसी और क्लिनिकल ट्रायल में एनरोलमेंट न करें।
6. घर में कोविड-19 पॉजिटिव पेशेंट न रहता हो।
7. HIV, हेपेटाइटिस B, या हेपेटाइटिस C इंफेक्शन न हो।

ट्रायल्स के दौरान कितने इंजेक्शन लगाए जाएंगे?

  • ट्रायल में शामिल वॉलंटियर्स को 28 दिन के अंतर से दो इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन लगाए जाएंगे। आधे वॉलंटियर्स को कोवैक्सिन लगेगा और बाकी को प्लेसेबो। प्लेसेबो एक तरह का सलाइन वॉटर होता है, जिसे सिर्फ यह देखने के लिए लगाया जाता है कि वैक्सीन कितनी इफेक्टिव है। वॉलंटियर्स को रैंडम आधार पर कोवैक्सिन या प्लेसेबो लगाया जाएगा।
  • ट्रायल डबल ब्लाइंडेड है। इसका मतलब यह है कि जांच करने वालों, वालंटियर्स और कंपनी को भी नहीं पता होगा कि किसे कोवैक्सिन लगी है और किसे प्लेसेबो दिया गया है।

इंजेक्शन लगाने के बाद क्या होगा?

  • वॉलंटियर्स की दोनों इंजेक्शन लगाने के बाद निगरानी की जाएगी। उन्हें शहर से बाहर न जाने की सहमति देनी होगी। साथ ही समय-समय पर जांच होगी ताकि यह पता चल सके कि उन्हें इंफेक्शन हुआ है या नहीं। साथ ही इस जांच के जरिए साइड-इफेक्ट भी देखा जाएगा।

भारत में चल रहे अन्य ट्रायल्स की स्थिति क्या है?

  • भारत में कोवैक्सिन को मिलाकर इस समय चार वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल्स चल रहे हैं। जायडस कैडिला का वैक्सीन अभी फेज-2 में है। वहीं, ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका के कोवीशील्ड वैक्सीन के ट्रायल्स सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कर रहा है। इसके फेज-2 और फेज-3 के ट्रायल्स एक साथ शुरू हुए हैं। इसके शुरुआती नतीजे दिसंबर के अंत तक आने की उम्मीद कर सकते हैं।
  • बायोलॉजिकल E ने पिछले हफ्ते कहा कि उसके कोविड-19 सब-यूनिट वैक्सीन के फेज-1/2 ट्रायल्स शुरू कर दिए हैं। बायोलॉजिकल E ने अमेरिकी कंपनी डायनावैक्स टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन और ह्यूस्टन के बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के वैक्सीन कैंडिडेट एडजुवेंट CpG 1018 के लिए करार किया है। रूसी वैक्सीन स्पूतनिक के फेज-2 और फेज-3 ट्रायल्स के लिए डॉ. रेड्डी’ज लैबोरेटरी जल्द ही आवेदन कर सकती है।

क्या भारत बायोटेक ने इससे पहले भी वैक्सीन बनाए हैं?

  • हां। भारत बायोटेक का बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड है। कंपनी का दावा है कि उसके 140 ग्लोबल पेटेंट्स हैं। कंपनी के पोर्टफोलियो में 16 वैक्सीन, 4 बायो-थेराप्यूटिक्स, 116 देशों में रजिस्ट्रेशन और WHO प्री-क्वालिफिकेशन है। भारत बायोटेक ने इससे पहले दुनियाभर में 4 अरब से ज्यादा वैक्सीन डिलीवर किए हैं। इनमें इनफ्लुएंजा H1N1, रोटावायरस, जापानी एंसेफैलिटिस, रैबीज, चिकनगुनिया, जीका और टाइफाइड के लिए दुनिया का पहला टिटेनस-टोक्सॉइड कंज्युगेटेड वैक्सीन शामिल है। कंपनी ने ग्लोबली 3 लाख से ज्यादा वॉलंटियर्स के साथ 75 मल्टी-सेंटर क्लिनिकल ट्रायल्स पूरे किए हैं।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Phase-III trials begin at 23 institutes of Kovaxin India Biotech; Know everything


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3m83Rd2
https://ift.tt/3pVXVqe

वर्कआउट के बहाने हिंदू लड़की से अश्लीलता कर रहा मुस्लिम ट्रेनर? जानें वायरल वीडियो का सच

क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर जिम में वर्कआउट करती लड़की और पुरुष ट्रेनर का एक वीडियो लव जिहाद के एंगल से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेनर वर्कआउट कराते हुए महिला के शरीर को स्पर्श कर रहा है।

दावा किया जा रहा है कि पुरुष ट्रेनर मुस्लिम है और वर्कआउट कर रही लड़की हिंदू है। ट्रेनर वर्कआउट के बहाने लड़की के साथ अश्लील हरकत कर रहा है।

और सच क्या है ?

  • वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से एक वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर भी हमें यही वीडियो मिला। यहां वीडियो 1 फरवरी, 2017 को अपलोड किया गया है। जाहिर है वीडियो कम से कम 3 साल पुराना है।

  • EI Pio RD नाम के जिस यूट्यूब चैनल पर वीडियो अपलोड किया गया है। गूगल ट्रांसलेट की मदद से पता चला कि ये रशियन भाषा का चैनल है। हालांकि, डिस्क्रिप्शन में ऐसी कोई डिटेल हमें नहीं मिली। जिससे पता चल सके कि वीडियो कहां का है।
  • ‌Body By Imran नाम के फेसबुक पेज पर भी यही वीडियो है। ये इमरान नाम के फिटनेस ट्रेनर का पेज है। कैप्शन के अनुसार, वीडियो इमरान और उनकी पत्नी रेशमा का है।
  • जिम में वर्कआउट करती जिस महिला के साथ इमरान का वीडियो वायरल हो रहा है। उसके साथ इमरान ने कई अन्य वीडियो भी फेसबुक पर अपलोड किए हैं। इन वीडियोज के कैप्शन से साफ हो रहा है कि इमरान के साथ दिख रही महिला उनकी पत्नी है।
  • साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो पति-पत्नी का है। इसको लेकर किया जा रहा लव जिहाद का दावा पूरी तरह से फेक है।

ये भी पढ़ें...



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Hindu Girl Sexually assault by Muslim trainer


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/334Sk6P
https://ift.tt/2USEAHS

25 रुपये का पेट्रोल आप तक पहुंचते-पहुंचते 81 रुपये का कैसे हो जाता है? इससे कैसे कमाती हैं सरकारें?

पेट्रोल और डीजल ऐसी चीजें हैं, जिसके दाम लगातार बढ़ते ही रहते हैं। अगर कभी कम होते भी हैं, तो हमारी जेब पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ता। अक्सर लोग कहते हैं कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल की कीमत कम हो रही हैं, तब भी हमारे देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं होतीं। आखिर क्या कारण है इसका? और कैसे आप तक पहुंचते-पहुंचते पेट्रोल-डीजल की कीमत 3 गुना बढ़ जाती है? इससे सरकारों को कितना फायदा होता है? आइए समझते हैं...

पहले बात, आप तक कैसे पहुंचता है पेट्रोल-डीजल

  1. भारत अपनी जरूरत का 85% से ज्यादा पेट्रोलियम पेट्रोल इम्पोर्ट करता है। यानी, दूसरे देश से खरीदता है।
  2. विदेशों से आने वाला कच्चा तेल रिफाइनरी में जाता है, जहां से पेट्रोल, डीजल और दूसरे पेट्रोलियम प्रोडक्ट निकाले जाते हैं।
  3. इसके बाद ये तेल कंपनियों के पास जाता है। जैसे- इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम। यहां से ये अपना मुनाफा बनाती हैं और पेट्रोल पंप तक पहुंचाती हैं।
  4. पेट्रोल पंप पर आने के बाद पेट्रोल पंप का मालिक अपना कमीशन जोड़ता है। केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से लगने वाला टैक्स जोड़कर उस कीमत में आपको दे देता है।

25 रुपये में 1 लीटर पेट्रोल मिलता है सरकार को, हम तक आते-आते 80 से ज्यादा का हो जाता है

होता ये है कि सरकार विदेश से कच्चा तेल खरीदती है। ये कच्चा तेल सरकार बैरल में खरीदती है। एक बैरल यानी तकरीबन 159 लीटर। इस साल 16 नवंबर को दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत थी 81.06 रुपए। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के हिसाब से 1 लीटर पेट्रोल की बेस प्राइस 25.37 रुपये थी। इसके बाद इसमें 32.98 रुपये एक्साइज ड्यूटी, 18.71 रुपये वैट, उसके बाद 3.64 रुपये पेट्रोल पंप के मालिक ने कमीशन बनाया और दूसरे टैक्स लगकर उसकी कीमत पहुंच गई 81 रुपये 6 पैसे।


1 लीटर डीजल भी 25 रुपये का होता है, आप तक आते-आते 70 से ज्यादा का हो जाता है

पेट्रोल की तरह ही डीजल की बेस प्राइस भी 25 रुपये होती है। 16 नवंबर को दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल की बेस प्राइस 24.42 रुपये थी। इस पर 0.33 रुपये का किराया लग गया। इसके बाद 31.83 रुपये एक्साइज ड्यूटी, 10.36 रुपये वैट और 2.52 रुपये पेट्रोल पंप के मालिक का कमीशन लग गया। इसके बाद 1 लीटर डीजल की कीमत हो गई 70 रुपये 46 पैसे।

अब जानते हैं आपके पैसे से कैसे कमाती हैं सरकार?

केंद्र सरकारः एक्साइज ड्यूटी से वसूलती है सरकार

केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत पर एक्साइज ड्यूटी लगाती है। इसी साल मई में केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी को बढ़ाया था। इस समय एक लीटर पेट्रोल पर 32.98 रुपये और डीजल पर 31.83 रुपये एक्साइज ड्यूटी लगती है।

जब मई 2014 में मोदी सरकार आई थी, तब एक लीटर पेट्रोल पर 9.48 रुपये और डीजल पर 3.56 रुपये एक्साइज ड्यूटी लगती थी। यही वजह है कि कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बाद भी पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं होतीं। मई 2014 में मोदी सरकार आने के बाद से अब तक 16 बार एक्साइज ड्यूटी घट-बढ़ चुकी है। हालांकि, घटी सिर्फ 3 बार ही।

ऐसा इसलिए भी, क्योंकि सरकार को इससे अच्छी-खासी कमाई भी होती है। पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल यानी PPAC के मुताबिक, इसी साल पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के बीच सरकार ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और अलग-अलग टैक्स के जरिए 49,914 करोड़ रुपये कमाई की है। ये कमाई और ज्यादा होती, अगर कोरोना नहीं आया होता और लॉकडाउन न लगा होता।

राज्य सरकारें : वैट लगाकर कमाती हैं (2020-21 के आंकड़े पहली तिमाही के) (सोर्सः ppac.gov.in)

केंद्र सरकार ने तो एक्साइज ड्यूटी और अलग-अलग टैक्स लगाकर कमा लिया। अब राज्य सरकारें भी वैट यानी वैल्यू एडेड टैक्स लगाकर आपसे कमाती हैं। केंद्र सरकार तो एक ही है, इसलिए पूरे देश में एक ही एक्साइज ड्यूटी लगेगी। लेकिन, राज्य अलग-अलग हैं, तो वैट का रेट भी अलग-अलग होता है।

PPAC के मुताबिक, वैट, सेल्स और अलग-अलग टैक्स के जरिए राज्य सरकारों ने इस साल की पहली तिमाही में 29,812 करोड़ रुपये की कमाई की। पूरे देश में सबसे ज्यादा वैट तेलंगाना सरकार वसूलती है। यहां 35.20% टैक्स पेट्रोल पर और 27% वैट डीजल पर लगता है। उसके बाद तमिलनाडु और तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश सरकार है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Petrol Diesel Price| How Petrol Diesel Price Decided and How Many Taxes on Petrol Diesel


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2HqYA1p
https://ift.tt/2UNStqU

उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही हाईजैक हुआ विमान, रास्ते में फ्यूल खत्म होने से गई 100 लोगों की जान

इथियोपियन एयरलाइंस के लिए आज भी 23 नवंबर किसी भयावह सपने से कम नहीं है। घटना आज ही के दिन 24 साल पहले 1996 की है। जब इस एयरलाइंस के विमान बोइंग 767 ने अदिस अबाबा से नैरोबी के लिए उड़ान भरी। विमान में उस समय 175 लोग सवार थे। इनमें से कोई नहीं जानता था कि दो घंटे बाद क्या होने वाला है। उड़ान भरे अभी कुछ वक्त ही हुआ था कि तीन हाईजैकर ने उसे हाईजैक कर लिया। हाइजैकर विमान को ऑस्ट्रेलिया ले जाना चाहते थे। वे सभी ऑस्ट्रेलिया में राजनीतिक शरण की मांग कर रहे थे। इस बीच विमान का फ्यूल खत्म हो गया।

खतरे को समझते हुए कैप्टन लुल आबेट ने हाइजैकर से मोजाम्बिक के पहले कोमोरो द्वीप की राजधानी में मोरोनी के हवाई अड्डे पर विमान उतारने की मिन्नतें भी कीं। लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। पैसेंजर्स को भी फ्यूल खत्म होने और एक इंजन के बंद होने की जानकारी दे दी गई। सभी लोग यह समझ गए थे, कि अब उन्हें कोई नहीं बचा सकता। पायलट ने क्रैश लैंडिंग की और विमान कोमोरो द्वीप समूह से करीब 500 मीटर की दूरी पर समुद्र में जा गिरा। घटना के दौरान इस द्वीप पर पहले से मौजूद टूरिस्ट और रहवासी थोड़ी देर में घटनास्थल पर पहुंच गए। हादसे में 100 लोगों की जान जा चुकी थी। 50 से ज्यादा लोगों को विमान से सुरक्षित निकाल लिया गया। बचने वालों में दो हाइजैकर भी थे। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह एयरलाइंस हाईजैक की घटना दुनिया की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है।

14 साल में बताया था शिरडी के साईं बाबा का अवतार, आज उनका जन्म हुआ था

आज हम एक बाबा की कहानी बताते हैं। ऐसे बाबा जिनका जीवन हमेशा रहस्यों से घिरा रहा। 14 साल की उम्र में खुद को शिरडी वाले साईंबाबा का अवतार बताया। 23 नवंबर 1926 को आन्ध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के पुट्टपर्थी गांव में सत्यनारायण राजू का जन्म होता है। बचपन में उन्हें एक बार बिच्छू ने काट लिया। इसके बाद वह कोमा में चले गए। जब उन्हें होश आया तो उनका व्यवहार पूरा बदल गया था। उन्होंने खाना पीना छोड़कर श्लोक और मंत्र के उच्चारण शुरू कर दिए। ऐसे ही एक बार उन्हें क्लास के मास्टर ने बिना किसी वजह से बेंच पर खड़ा कर दिया था। वह टीचर की बात मानकर चुपचाप घंटों खड़े रहे, लेकिन जब क्लास खत्म हुई तो उनके टीचर कुर्सी से उठ ही नहीं पाए। इस बात को भी लोग चमत्कार की तरह लेने लगे। यही बच्चा आगे जाकर सत्यसाईं बाबा के नाम से पहचाने जाने लगे।

इनके भक्त इन्हें चमत्कारिक पुरुष मानते थे। वहीं कुछ का दावा था, कि यह सब चमत्कार न होकर उनके हाथों की सफाई थी। वो चाहे भभूती बरसाना, हाथ में सोने की चेन या अंगूठी का अचानक से आ जाना। शिवरात्रि पर सोने का शिवलिंग अपने मुंह से निकालना हो। इन्हीं चमत्कार से लोग उन्हें भगवान का दर्जा भी देने लगे थे। सत्यसाईं के बचपन से जुड़ी एक और कहानी बताई जाती है कि जब उनका जन्म हुआ था तो घर में वाद्ययंत्र अचानक से बजने लगे थे। 24 अप्रैल 2011 को उनका निधन एक लंबी बीमारी के बाद हो गया था।

भारत और दुनिया में 23 नवंबर की महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार हैंः
1930: प्रसिद्ध पार्श्वगायिका गीता दत्त का जन्म हुआ था।
1937: वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस का निधन
1946 : बंदरगाह शहर हेईफेंग पर फ्रांस का नौसैनिक हमला। वियतनाम के 6000 नागरिकों की मौत।
1980: इटली में भूकंप से 2600 लोगों की मौत।
1983: भारत में पहले राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। यह सम्मेलन राजधानी दिल्ली में आयोजित किया गया। पर्यटकों की वजह से 75 लोगों को बचाया जा सका।
2002: दंगों की वजह से नाइजीरिया से छिनी मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता।
2009: फिलीपिंस में 32 मीडियाकर्मियों की हत्या कर दी गई थी।
2011 : लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों के चलते यमन के राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह को 33 साल के शासन के बाद इस्तीफा देना पड़ा।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
When the aircraft of the Ethiopian Airlines hijacked shortly after takeoff, the pilot made a crash landing due to the failure of fuel


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3lWfUKF
https://ift.tt/33pME7Z

फटाफट कुछ बनाना हो तो ओट्स खीचूं है बहुत आसान, महज 15 मिनट में हो जाएंगे तैयार



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
It is very easy to make oats very quickly, it will be ready in just 15 minutes.


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fmf5ID
https://ift.tt/39eivvI

ज्यादा ठंड लगना एनिमिया का लक्षण, आयरन की कमी इसकी वजह, जानें इसे बूस्ट करने के 4 तरीके

सर्दियों का मौसम आ चुका है। कोरोनावायरस से दुनिया पहले से ही जूझ रही है। ऐसे में इस बार हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोनावायरस ने सबसे ज्यादा हमारे इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाया है। शरीर में कैल्शियम और विटामिन की तरह ही आयरन भी जरूरी है। जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक सर्दियों में आयरन की कमी भी हो जाती है।

रायपुर की डायटिशियन निधि पांडे कहती हैं कि आयरन का सीधा कनेक्शन हमारी हेल्थ से है। सही डाइट न लेने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। इसके चलते एनिमिया हो सकता है। सर्दी के मौसम में डाइट को सही रखकर आप अपने शरीर के आयरन लेवल को बूस्ट कर सकते हैं। शरीर में आयरन की कमी गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकती है।

क्या होता है एनिमिया?

  • कभी-कभी हमें दूसरों की तुलना में ठंड ज्यादा लगती है। शरीर में आयरन की कमी इसकी सबसे बड़ी वजह मानी जाती है।

  • टिशु, मसल्स और ऑर्गन सही ढंग से काम करें, इसके लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ब्लड की मदद से ऑक्सीजन शरीर के सभी हिस्सों में पहुंचता है। रेड ब्लड सेल के अंदर आयरन होता है, जो ऑक्सीजन को ब्लड से जोड़ने का काम करता है।

  • अगर शरीर में आयरन की मात्रा कम होगी, तो आपको ठंड ज्यादा लगेगी। इससे बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है। हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने पर ही एनीमिया होता है। जिसके चलते हमें आलस, चक्कर और सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है ।

आयरन क्यों जरूरी?

  • शरीर को नियमित रूप से मिनरल्स की जरूरत होती है। इन्हीं मिनरल्स में होता एक होता है आयरन। आयरन हीमोग्लोबिन बनाने में सबसे अहम होता है। हीमोग्लोबिन ब्लड सेल में आयरन युक्त प्रोटीन होता है,जो शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। इस वजह से ही डेली डाइट में आयरन जरूर लें।

  • इसके अलावा शरीर से कार्बन डाई ऑक्साइड को बाहर फिल्टर करने में आयरन फेफड़ों की मदद करता है। आयरन न केवल सेहत के लिए जरूरी है, बल्कि यह हमारे अंगों जैसे- फेफड़े के लिए भी जरूरी है। कुछ बातों का ध्यान रखकर हम शरीर में आयरन के जरूरी लेवल को मेंटेन कर सकते हैं।

आयरन की कमी को कैसे दूर करने के 4 तरीके

1: सब्जियों से मिलता है आयरन

आयरन की कमी को पूरा करने के लिए अपने खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। सब्जियों में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। सीजनल सब्जियों पर हमारा फोकस ज्यादा होना चाहिए। इसके अलावा जितना ज्यादा हो सके, ऑर्गेनिक सब्जियां खाने में शामिल करें। सब्जियों में ज्यादा तेल-मसाले का इस्तेमाल करने से बचें।

यह भी पढ़ें...

2: फल और ड्राई फ्रूट भी आयरन के स्रोत

आयरन की कमी को पूरा करने के लिए फल और ड्राई फ्रूट खाना शुरू करें। कुछ फलों में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। सलाद और स्नैक्स के तौर पर इनका इस्तेमाल कर शरीर में आयरन लेवल बूस्ट किया जा सकता है।

3: अनाज से मिलेगा आयरन

आयरन की कमी पूरी करने के लिए अपने खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं। अनाज में आयरन की मात्रा अधिक होती है। इसलिए अपने शरीर में अनाज का उपयोग करें।


4. इन चीजों का भी खास ख्याल रखें



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Winters 2020; What Are The Symptoms Of Your Iron Being Low? Fruits and Vegetables High in Iron


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/393VJa0
https://ift.tt/3fqbCZj

Popular Post