मंगलवार, 4 अगस्त 2020

आरएसएस से जुड़े संगठन ने कहा- बीसीसीआई ने सैनिकों का अपमान किया, चाइनीज कंपनी से करार नहीं तोड़ा तो विरोध करेंगे

कोरोनावायरस के कारण इस बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होने जा रहा है। टूर्नामेंट की मंजूरी के साथ ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने चीन की मोबाइल कंपनी वीवो से टाइटल स्पॉन्सरशिप को भी जारी रखा है। इस कारण राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) समेत कई संगठन आईपीएल का बायकॉट करने की बात कर रहे हैं।

संघ से जुड़े संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने कहा कि एक तरफ भारतीय सैनिक सीमा पर चीन से लड़ रहे हैं। देश के लिए अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। हम अपने सैनिकों का समर्थन करते हुए चाइनीज कंपनियों और उनके सामान का बायकॉट कर रहे हैं। ऐसे में बीसीसीआई ने अपना करार जारी रखते हुए भारतीय सैनिकों का अपमान किया है। यदि यह करार नहीं तोड़ा गया तो हम आईपीएल का बायकॉट करेंगे।

स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने कहा, ‘‘जब से गलवान घाटी में हमारे 20 जवान शहीद हुए हैं, तब से देशभर में चीन और उनकी कंपनियों के खिलाफ विरोध चल रहा है। ऐसे में आईपीएल के ऑर्गनाइजर्स ने चीनी कंपनी को स्पॉन्सर बना दिया। यह दिखाता है कि उनकी भावनाएं सही नहीं हैं। यदि जल्द ही करार को खत्म नहीं किया गया, तो हमारे पास आईपीएल का बायकॉट करने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं होगा।’’

क्रिकेट देश से बढ़कर नहीं है
महाजन ने कहा, ‘‘हम आईपीएल के ऑर्गनाइजर्स से अपील करते हैं कि वे अपने फैसले पर दोबारा विचार करें। यदि ऐसा नहीं होता है, तो जो देशभक्त चीनी कंपनियों का बहिष्कार कर रहे हैं, उन पर गलत प्रभाव पड़ेगा। याद रखिए कि देश से बढ़कर कुछ भी नहीं है, क्रिकेट भी नहीं।’’

वीवो आईपीएल को हर साल 440 करोड़ रुपए देती है
वीवो आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सर है, जो बीसीसीआई को कॉन्ट्रैक्ट के तौर पर हर साल 440 करोड़ रुपए देती है। आईपीएल का कंपनी से 5 साल का करार 2022 में खत्म होगा। देशभर में चीनी कंपनियों के भारी विरोध के बावजूद बीसीसीआई ने अपना करार जारी रखा है।

गलवान में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे
15 जून की रात गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही देशभर में चीनी कंपनियों का बायकॉट शुरू हो गया। साथ ही भारत सरकार ने भी चीन के 60 से ज्यादा ऐप्स को बैन कर दिया।



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चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो का आईपीएल के साथ 5 साल का कॉन्ट्रैक्ट 2022 में खत्म होगा। देशभर में चीनी कंपनियों के विरोध के बावजूद बीसीसीआई ने इसे इस साल भी जारी रखा है।


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भारत ने कहा- दुनिया जानती है कि पाकिस्तान 40 हजार आतंकियों का गढ़ और पनाहगाह, हर हमले के तार वहीं से जुड़ते हैं

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का एक साल पूरा होने जा रहा है। पाकिस्तान इसको लेकर नए पैंतरे आजमा रहा है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरूमूर्ति ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। तिरूमूर्ति के मुताबिक- पाकिस्तान आज भी आतंकवाद का गढ़ है। वहां अब भी 40 हजार से ज्यादा आतंकवादियों को तमाम सहूलियतें दी जा रही हैं। कश्मीर अंतरराष्ट्रीय नहीं, बल्कि दो देशों के बीच का मामला है। इसे बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है।

पाकिस्तान में आतंकी संगठनों की भरमार
न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में तिरूमूर्ति ने कहा, “दुनिया जानती है कि पाकिस्तान ही आतंकवादियों और आतंकवाद का गढ़ है। दुनिया के जितने बड़े आतंकी हुए या हैं, उनका पाकिस्तान कनेक्शन रहा। वहां कई आतंकी संगठन आज भी बेधड़क काम कर रहे हैं। दुनिया के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं। जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन। इनके अलावा भी कई आतंकी संगठन वहां मौजूद हैं।”

यूएन भी सब जानता है
एक सवाल के जवाब में तिरूमूर्ति ने कहा- कई मौकों पर यूएन ने भी पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के सक्रिय होने और दूसरे देशों में हमले की बात मानी है। इस पर कई रिपोर्ट्स भी आईं। हाल ही में इन आतंकी संगठनों की निगरानी और उनको मिलने वाली मदद पर रोक की बात की गई थी। समय-समय पर आईएसआईएस और अल-कायदा के खतरों पर भी हम बात करते हैं। एक चीज है कॉमन है- सभी में पाकिस्तान का नाम आता है।

कश्मीर पर पाकिस्तान की दलीलें फिजूल
कश्मीर पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में तिरूमूर्ति ने कहा, “मैं एक बात का भरोसा दिलाना चाहता हूं। यूएन में पाकिस्तान कश्मीर पर जो राग अलाप रहा है, जो कोशिशें कर रहा है। उनका कोई फायदा नहीं होने वाला। भारत ने हर बार उसकी साजिशों को बेनकाब और नाकाम किया है। सच्चाई ये है कि पाकिस्तान के पास ऐसी कोई आवाज नहीं है जो यूएन में सच साबित हो। दुनिया जानती है कि पाकिस्तान क्या कर रहा है और वहां क्या होता आया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पिछले साल अगस्त में 1972 के शिमला समझौते का जिक्र किया था।”

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कश्मीर में तैनात भारतीय सैनिक पेट्रोलिंग करते हुए। भारत का आरोप है कि पाकिस्तान के इशारे और मदद से कश्मीर में आतंकवादी हिंसा फैलाने की कोशिश करते हैं। (फाइल)


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विधायकों की सैलरी रोकने समेत 3 अर्जियों पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई; बागियों का हाईकमान को मैसेज- न गहलोत, न पायलट, किसी तीसरे को सीएम बना दें

राजस्थान में सियासी उठापटक का आज 26वां दिन है। इस बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि सचिन पायलट गुट के कुछ विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान को मैसेज भेजा है कि वे पार्टी से बाहर नहीं जाना चाहते, लेकिन प्रदेश में सीएम का चेहरा बदलना चाहिए। उन्होंने आलाकमान से मांग की है कि सीएम के लिए अशोक गहलोत और पायलट के अलावा किसी तीसरे विकल्प पर विचार किया जाता है तो वे राजी हैं। दूसरी तरफ होटलों में विधायकों की बाड़ेबंदी के बीच आज हाईकोर्ट में 3 अर्जियों पर सुनवाई होगी।

पहली- गहलोत और पायलट खेमे के विधायकों के वेतन-भत्ते रोकने की मांग से जुड़ी है। अर्जी लगाने वाले विवेक सिंह जादौन का कहना है कि कोरोना की वजह से राज्य की फाइनेंशियल हालत ठीक नहीं, लेकिन विधायक अपने इलाकों में जाने की बजाय होटलों में रुके हुए हैं। दूसरी- सचिन पायलट गुट के एमएलए भंवरलाल शर्मा की है। उन्होंने विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में एसओजी की एफआईआई रद्द कराने के लिए पिटीशन लगाई थी। तीसरी- राज्यपाल की ओर से विधानसभा का सत्र नहीं बुलाने से जुड़ी जनहित याचिका है। हालांकि, राज्यपाल 14 अगस्त से सत्र की मंजूरी दे चुके हैं। इसलिए, ये पिटीशन वापस ली जा सकती है या कोर्ट ही इसे लौटा देगा।

राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी बोले- किसी ने आलाकमान को मैसेज नहीं भेजा
गहलोत और पायलट के अलावा किसी तीसरे विकल्प पर विचार करने के मैसेज की बात से राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने इनकार किया है। उन्होंने कहा कि न तो बागी विधायक आलाकमान से मिले, न ही कोई मैसेज मिला है। वैसे भी पार्टी में वापसी के लिए कोई शर्तें नहीं होती। सबसे पहले तो उन्हें आलाकमान से माफी मांगनी चाहिए।

बसपा 6 विधायकों के मामले में हाईकोर्ट की डबल बेंच में जाएगी
कांग्रेस में शामिल हुए अपने विधायकों के मामले में बसपा अभी राजस्थान हाईकोर्ट की सिंगल बेंच में है। पार्टी विचार कर रही है कि डबल बेंच में अर्जी लगाई जाए, क्योंकि विधायक बाड़ेबंदी में हैं। ऐसे में नोटिस की कार्यवाही में दिक्कत हो सकती है। बसपा की याचिका पर हाईकोर्ट ने विधायकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

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विधायकों की सैलरी रोकने समेत 3 अर्जियों पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई; बागियों का हाईकमान को मैसेज- न गहलोत, न पायलट, किसी तीसरे को सीएम बना दें

राजस्थान में सियासी उठापटक का आज 26वां दिन है। इस बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि सचिन पायलट गुट के कुछ विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान को मैसेज भेजा है कि वे पार्टी से बाहर नहीं जाना चाहते, लेकिन प्रदेश में सीएम का चेहरा बदलना चाहिए। उन्होंने आलाकमान से मांग की है कि सीएम के लिए अशोक गहलोत और पायलट के अलावा किसी तीसरे विकल्प पर विचार किया जाता है तो वे राजी हैं। दूसरी तरफ होटलों में विधायकों की बाड़ेबंदी के बीच आज हाईकोर्ट में 3 अर्जियों पर सुनवाई होगी।

पहली- गहलोत और पायलट खेमे के विधायकों के वेतन-भत्ते रोकने की मांग से जुड़ी है। अर्जी लगाने वाले विवेक सिंह जादौन का कहना है कि कोरोना की वजह से राज्य की फाइनेंशियल हालत ठीक नहीं, लेकिन विधायक अपने इलाकों में जाने की बजाय होटलों में रुके हुए हैं। दूसरी- सचिन पायलट गुट के एमएलए भंवरलाल शर्मा की है। उन्होंने विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में एसओजी की एफआईआई रद्द कराने के लिए पिटीशन लगाई थी। तीसरी- राज्यपाल की ओर से विधानसभा का सत्र नहीं बुलाने से जुड़ी जनहित याचिका है। हालांकि, राज्यपाल 14 अगस्त से सत्र की मंजूरी दे चुके हैं। इसलिए, ये पिटीशन वापस ली जा सकती है या कोर्ट ही इसे लौटा देगा।

राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी बोले- किसी ने आलाकमान को मैसेज नहीं भेजा
गहलोत और पायलट के अलावा किसी तीसरे विकल्प पर विचार करने के मैसेज की बात से राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने इनकार किया है। उन्होंने कहा कि न तो बागी विधायक आलाकमान से मिले, न ही कोई मैसेज मिला है। वैसे भी पार्टी में वापसी के लिए कोई शर्तें नहीं होती। सबसे पहले तो उन्हें आलाकमान से माफी मांगनी चाहिए।

बसपा 6 विधायकों के मामले में हाईकोर्ट की डबल बेंच में जाएगी
कांग्रेस में शामिल हुए अपने विधायकों के मामले में बसपा अभी राजस्थान हाईकोर्ट की सिंगल बेंच में है। पार्टी विचार कर रही है कि डबल बेंच में अर्जी लगाई जाए, क्योंकि विधायक बाड़ेबंदी में हैं। ऐसे में नोटिस की कार्यवाही में दिक्कत हो सकती है। बसपा की याचिका पर हाईकोर्ट ने विधायकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

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टिक टॉक को 50 अरब डॉलर में खरीदने के करीब माइक्रोसॉफ्ट; सत्या नडेला किंग मेंकर के रूप में उभरे, अब तक लिंक्डइन समेत कई डील कीं

शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिक टॉक के बिकने की चर्चा है। माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला इसकी डील के करीब हैं। ऐसी चर्चा है कि टिक टॉक की कीमत 50 अरब डॉलर है, लेकिन सत्या नडेला इससे सहमत नहीं हैं। उनका मानना है कि यह डील 50 अरब डॉलर से कम पर ही होने जैसी है। लिहाजा डील में अभी भी मोलभाव बाकी जरूर है, पर डील होना भी तय है। अगर यह हो जाती है तो पिछले दस सालों की यह सबसे बड़ी डील होगी। इस डील के जरिए माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला किंग मेकर बनेंगे।

सीईओ बनने के बाद से ही डील पर डील कर रहे हैं नडेला

2014 में सीईओ बनने के एक साल के भीतर ही उन्होंने स्वीडिश खेल कंपनी माइनक्राफ्ट खरीदी। बाद में उन्होंने प्रोफेशनल-नेटवर्क साइट लिंक्डइन कॉर्प की 24 बिलियन डॉलर की डील पक्की की। दरअसल अमेरिका में टिक टॉक को लेकर काफी दिक्कतें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पैदा कर दी हैं। ऐसे में टिक टॉक के सामने यही विकल्प है कि वह इस डील को लेकर आगे बढ़े। टिक टॉक को सबसे ज्यादा आबादी वाले दूसरे नंबर के देश भारत ने बैन कर दिया है।

विश्व में कुल 5-7 देशों ने इस तरह का कदम उठाया है। ये वे देश हैं जहां टिक टॉक का सबसे ज्यादा यूजर बेस है। इसलिए टिक टॉक के सामने दिक्कतें आ गई हैं।

डील होनी तय है

टिक टॉक की कीमतों को लेकर या डील को लेकर आगे क्या होगा यह तो समय बताएगा। इसकी पैरेंट कंपनी बाइट डांस के कुछ निवेशक हालांकि डील की उसी साइज को सही मान रहे हैं। वे मानते हैं कि 50 अरब डॉलर का वैल्यूएशन सही है। वैसे माइक्रोसॉफ्ट ने नडेला की लीडरशिप में कई डील की हैं और सब सफल रही हैं। इसलिए टिक टॉक की डील को लेकर कोई संदेह भी नहीं है। हो सकता है कि इसमें समय लगे, लेकिन बाजी नडेला के ही हाथ लगनेवाली है। पीसी ऑपरेटिंग सिस्टम से क्लाउड कंप्यूटिंग तक ले जाने वाले माइक्रोसॉफ्ट आर्किटेक्ट नडेला पहले से ही कुछ बड़े सौदों की देखरेख कर रहे हैं।

ट्रम्प प्रशासन ने बढ़ाई टिक टॉक की दिक्कतें

दरअसल जब से ट्रम्प ने सुझाव दिया कि वह टिक टॉक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा सकते हैं, तब से ही माइक्रोसॉफ्ट ने इस मामले में दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है। हालांकि टिक टॉक को बाइटडांस से खरीद लेने या इसके अमेरिकी ऑपरेशन को कंट्रोल में लेने का विचार पेपर पर शुरुआत में काफी अच्छा दिख रहा था। लेकिन डेटा गोपनीयता और चीन के ओनरशिप स्ट्रक्चर ने अमेरिका की चिंताओं को दूर नहीं किया।

यदि टिक टॉक का ऑपरेशन एक विश्वसनीय, सार्वजनिक रूप से लिस्टेड अमेरिकी कंपनी के हाथों में आ जाता है तो यह डेटा पारदर्शिता के मुद्दे को हल कर सकता है।

डेटा सुरक्षा को लेकर माइक्रोसॉफ्ट पर भी होगा दबाव

माइक्रोसॉफ्ट भी ऐसी सोचती होगी कि वह किस तरह से यूजर्स के डाटा को सुरक्षित रखेगी। कंपनी ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेगी कि टिक टॉक के अमेरिकी यूजर्स के सभी निजी डेटा को सुरक्षित ट्रांसफर किया जाए और सेफ रखा जाए। वर्तमान में संग्रहित इस तरह के किसी भी डेटा को विदेशों में रखे सर्वर से हटा दिया जाएगा। डील से पहले माइक्रोसॉफ्ट को अमेरिकी प्रशासन को समझाने की जरूरत होगी। अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट और विदेशी निवेश पर समिति को दिए अपने बयान में बाइटडांस का उल्लेख करने से पहले कंपनी ने संकेत दिया कि वह कौन से पहलू पर ज्यादा जोर दे रही है।

चीनी कंपनियों को लेकर निगेटिव माहौल है अमेरिका में

कुछ अमेरिकी कानून निर्माता पहले से ही बोर्ड में हैं। सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने ट्विटर पर लिखा कि जीत-जीत। उनके साथी रिपब्लिकन जॉन कॉर्निन और अन्य लोग भी सपोर्ट करते नजर आए। डेमोक्रेट सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल उन लोगों में से हैं, जिन्होंने पाया कि इस तरह के लेन-देन को चीनी कंपनियों द्वारा कपटी जासूसी और निगरानी पर नकेल कसने की जरूरत से हमें विचलित नहीं होना चाहिए।

वॉशिंगटन के सपोर्ट से नडेला के ऊपर है फाइनल करने का मामला

काफी संभावना है कि कुछ बैंकर्स और बाइट डांस कंपनी के इनसाइडर्स ने सूचना लीक की हो और इस दौरान कुछ और संभावित खरीदार आगे आएं और फिर एक प्राइस वार शुरू हो जाए। लेकिन माइक्रोसॉफ्ट की जिस तरह की विश्वसनीयता और रणनीति है और वॉशिंगटन जिस तरह से सपोर्ट दे रहा है उससे देखकर तो यही लगता है कि अब बाइट डांस के पास ज्यादा विकल्प नहीं बचा है। अब इस डील की सारी जवाबदेही नडेला के ऊपर है कि वह इसे कितनी जल्दी करते हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि वह इसे 15 सितंबर तक सुलझा लेगा।

अब देखते हैं कि बिक्री के लिए क्या है

बाइटडांस का पिछले साल लाभ 3 अरब डॉलर था। रेवेन्यू 17 अरब डॉलर था। इस पूरी कंपनी में कम से 20 ऐप्स है-जिसमें दोईन (टिक टॉक का स्थानीय वर्जन) और समाचार फीड तूशियो शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, पिछले साल टिक टॉक का रेवेन्यू विश्व स्तर पर लगभग 300 मिलियन डॉलर था। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल टिक टॉक ने अमेरिका में बिक्री के जरिये 50 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा है। माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक, यह अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में ऑपरेशंस खरीदने की तलाश में है।

सालाना रेवेन्यू 70 अरब डॉलर होने की उम्मीद

तीन छोटे बाजारों में थोड़ा और जोड़कर देखें तो इस साल शायद वार्षिक रेवेन्यू 70 करोड़ डॉलर हो सकता है। यह एक अरब डॉलर भी हो सकता है। भारत और ब्रिटेन का इसमें उल्लेख नहीं किया गया था। ये महत्वपूर्ण चूक है। यह देखते हुए कि ब्रिटेन भी एक प्रमुख सिक्योरिटी पार्टनर है और न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों से कहीं बड़ा है। जबकि भारत टिक टॉक का सबसे बड़ा संभावित बाजार है, लेकिन हाल ही में चीन के साथ सीमा संघर्ष के बाद यहां इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

तेजी से बढ़ रहा है टिक टॉक

फेसबुक इंक के शेयर ने 9.6 गुना बिक्री और ट्विटर इंक के शेयर ने 8.5 गुना बिक्री पर ट्रेड किया। निस्संदेह टिक टॉक और अधिक तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन स्नैप इंक का भी यही हाल था। इस सोशल मीडिया ऐप ने 2017 में धूम मचा दी थी। स्नैप फिलहाल 16.5 गुना बिक्री पर ट्रेड कर रहा है और इसने अभी तक वार्षिक लाभ हासिल नहीं किया है। यूके, भारत या दर्जनों अन्य उभरते बाजारों में उपस्थिति बनाए बिना टिकटॉक को 50 अरब डॉलर में खरीदने का विचार हवा हवाई लगता है।

शेयर होल्डर्स का भी फायदा देखेंगे नडेला

बाइटडांस को सुनिश्चित होना चाहिए कि नडेला भी इसे जानते हैं। यह उनका हर हाल में फर्ज बनता है कि शेयर होल्डर्स के फायदे के लिए किसी भी डील को फाइनल करने से पहले जहां तक हो सके टिकटॉक को दबाकर उसे कम से कम कीमत पर खरीदें। इस सौदे को पूरा करने के लिए नियामकों को मनाकर और डील में आ रही बाधाओं को दूर करने के बाद, माइक्रोसॉफ्ट से उम्मीद की जा रही है कि वह डील में बड़ा डिस्काउंट हासिल करेगी। इस डील और डिस्काउंट की साइज नडेला के कद को साबित करेगी और इसे "डील ऑफ द डिकेड" के तौर पर याद किया जाएगा।



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भारत में पिछले 24 घंटे में 50 हजार 488 मरीज मिले, यह आंकड़ा अमेरिका में कल आए संक्रमितों से ज्यादा; देश में अब तक 18.55 लाख मामले

देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आंकड़ा 18 लाख 55 हजार 331 हो गया है। सोमवार को एक दिन में 50 हजार 488 नए मामले सामने आए। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 8968 और आंध्र प्रदेश में 7822 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। देश में 806 लोगों की मौत भी हुई।

उधर, पिछले दो दिन ऐसे रहे जब अमेरिका की तुलना में भारत में ज्यादा केस मिले। उधर, दुनिया के सबसे प्रभावित दूसरे देश ब्राजील में भी पिछले दो दिन में कोरोना की रफ्तार कम हुई है। यहां 2 अगस्त को 24801 और 3 अगस्त को 17988 पॉजिटिव मिले।

2 अगस्त (केस) 3 अगस्त (केस)
भारत 52672 50488
अमेरिका 49562 48622

5 राज्यों का हाल
मध्य प्रदेश: प्रदेश में अप्रैल से जून तक कोरोना के नए केस की रफ्तार धीमी थी, लेकिन जुलाई शुरू होते ही इसमें एकाएक तेजी आ गई। 1 जून से अनलॉक-1 लागू था, जबकि एक जुलाई से अनलॉक-2, लेकिन जुलाई में जून की तुलना में करीब 14 हजार केस ज्यादा रहे। देश में अप्रैल में संक्रमण दर 10.9% थी, जो 31 जुलाई को 4.1% पर आ गई, लेकिन प्रदेश में यह 4.4% से बढ़कर 8.8% तक पहुंच गई।
राजधानी में पिछले 10 दिन से जारी लॉकडाउन मंगलवार की सुबह खत्म हो गया। जिला प्रशासन ने तय किया है कि इस अनलॉक में भी कुछ सख्ती बरकरार रहेंगी। सभी बाजार रात 8 बजे तक बंद कर दिए जाएंगे और सुबह 5 बजे तक शहर में कर्फ्यू रहेगा।
उधर, राज्य के छोटे जिलों में अब केस ज्यादा बढ़ रहे हैं। इस समय बड़वानी में भी 372 एक्टिव केस हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी मुख्य वजह इसका महाराष्ट्र बार्डर से लगा होना है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जैसे जिलों में व्यावसायिक गतिविधियां अधिक होने के कारण आवाजाही ज्यादा रहती है। ट्रेनों की सीधी कनेक्टिविटी है। इस वजह से संक्रमण भी तेजी बढ़ा है।

राजस्थान: राज्य में लगातार दसवें दिन एक हजार से ऊपर रोगी मिले। बीते 24 घंटे में 13 रोगियों की मौत भी हुई। इनमें जयपुर में 6, अजमेर में 3, राजसमंद में 2, नागौर-भरतपुर में 1-1 मौत हुई। उधर, सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अलवर, बाड़मेर, बीकानेर समेत जिन जिलों में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है, वहां लॉकडाउन और रात का कर्फ्यू लगाया जाए। सीमित क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन भी घोषित किया जा सकता है।

बिहार: राज्य में सोमवार को रिकॉर्ड 36524 कोरोना सैंपल की जांच हुई। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसमें 2297 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। इस तरह राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 59567 हो गई। नौ लोगों ने दम तोड़ दिया। हालांकि, पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 1871 संक्रमित कोरोना वायरस को मात देने में सफल रहे हैं।
उधर, पटना के मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित कोरोना वार्ड में हर तीन घंटे पर डॉक्टर और डेढ़ घंटे पर नर्सिंग स्टाफ विजिट करेंगे। सोमवार को राज्य सरकार ने इसे लेकर आदेश दिए।

महाराष्ट्र: लॉकडाउन के नियमों में बड़ी राहत देते हुए बृहन्मुंबई म्यूनिसपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने घोषणा की है कि 5 अगस्त से सभी दुकानें खुल सकेंगी। अब से इन पर ऑड-इवन रूल लागू नहीं होगा। कोरोना संक्रमण के 90 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीजों के बीच राज्य सरकार ने पुणे महानगर पालिका के साथ मिलकर तीन जंबो फैसिलिटी बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए पुणे महानगरपालिका को 300 करोड़ रुपये खर्च करने हैं। इस पर भाजपा शासित पुणे महानगरपालिका का कहना है कि उसके पास पैसे नहीं हैं।

उत्तरप्रदेश: राज्य में सोमवार को 24 घंटे में 4,473 नए मरीज बढ़े हैं। इसके बाद प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 97,362 हो गई है। इस दौरान 50 संक्रमितों की जान गई है। सबसे ज्यादा कानपुर नगर में 07 रोगियों की जान गई है। अब तक प्रदेश में 55,393 मरीज ठीक हो चुके हैं। 40,191 एक्टिव केस का इलाज चल रहा है।

प्रदेश के 8 जिलों में कोरोना के हालत बेकाबू हैं। सोमवार को सबसे ज्यादा यहीं केस मिले हैं। लखनऊ में 507, कानपुर नगर में 415, वाराणसी में 194, गोरखपुर में 186, प्रयागराज में 166, बरेली में 142, आजमगढ़ में 127, बलिया में 108, झांसी में 102 रोगी सामने आए।



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यह फोटो दिल्ली के सीडब्ल्यूजी विलेज स्थित कोविड सेंटर की है। यहां डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और मरीजों ने सोमवार को मिलकर रक्षाबंधन त्योहार मनाया। एक डॉक्टर को महिला मरीज ने राखी बांधी।


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ब्राजील में मरने वालों का आंकड़ा 95 हजार के करीब पहुंचा, बोलिविया के ऊर्जा मंत्री भी संक्रमित; दुनिया में अब तक 1.84 करोड़ लोग संक्रमित

दुनिया में कोरोनावायरस के संक्रमण से अब तक 1 करोड़ 84 लाख 42 हजार 3824 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 16 लाख 72 हजार 315 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। 6 लाख 97 हजार 175 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। ब्राजील में कोरोना से लगभग 95,000 लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो आज अपनी कैबिनेट के साथ अहम मीटिंग करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इसमें कुछ सख्त उपायों का ऐलान हो सकता है।

ब्राजील: मरने वालों की संख्या बढ़ी
ब्राजील में पिछले 24 घंटों में कोरोना से 561 मौतें हुईं। कुल मौतों की संख्या बढ़कर 94 हजार 665 हो गई। सोमवार को 16 हजार 641 नए मामले सामने आए हैं। कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2 लाख 75 हजार 318 हो गई है। ब्राजील लैटिन अमेरिकन देशों में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। अमेरिका के बाद ब्राजील में कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित मामले आए हैं। ब्राजील में साओ पाउलो सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां 5 लाख 60 हजार से ज्यादा संक्रमित पाए जा चुके हैं।

इजराइल : फिर एक हजार से ज्यादा मामले
इजरायल में बीते 24 घंटे में 1,615 नए मामले सामने आए। कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 74 हजार 430 हो गई है। हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, इस दौरान 10 और मरीजों ने दम तोड़ दिया। अब कुल मौतों की संख्या 546 हो गई है। इसी दौरान 1,894 मरीज स्वस्थ भी हुए। सोमवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चर्चा करने के लिए कैबिनेट मीटिंग की।

इजराइल में सोमवार को फिर एक हजार से ज्यादा संक्रमित मिले। देश के ज्यादातर हिस्सों में सैनिटाइजेशन की मुहिम चलाई जा रही है। आज यहांं कैबिनेट मीटिंग भी होनी है।

बोलिविया : ऊर्जा मंत्री कोरोना संक्रमित
बोलिविया के ऊर्जा मंत्री अल्वारो रोड्रिगो गुजमन संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने खुद इस बारे में जानकारी दी। गुजमन ने कहा- पिछले चार महीने से कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के बाद मेरी कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैं क्वारैंटाइन में रहकर काम करना जारी रखूंगा। ऊर्जा मंत्री की तबीयत फिलहाल ठीक बताई जाती है। हालांकि, उनके डॉक्टर ने कहा है कि गुजमन की हालत पर पैनी नजर रखी जा रही है क्योंकि वे कुछ महीने पहले एक सर्जरी करा चुके हैं।

पोलैंड: फिर सख्ती की तैयारी
पोलैंड की दुकानों में नियमों का पालन करने वालों की जांच की जाएगी। स्वास्थ मंत्री लुकास सुमोवस्क ने कहा कि अधिकारी दुकानों में जाकर यह देखेंगे कि लोग अपना मुंह और नाक ढंक रहे है या नहीं। कई यूरोपियन देशों की तरह पोलैंड में भी पिछले महीने पाबंदियों में राहत दी गई थी। अब यहां दोबारा संक्रमण बढ़ रहा है। फिलहाल देश में संक्रमितों की संख्या 47 हजार 469 है और 1732 मौतें हुई हैं।

पोलैंड सरकार लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक करने के लिए कई अभियान चला रही है। शहरों में इस तरह की पेंटिंग्स लगाई गई हैं। हालांकि, लापरवाही को देखते हुए अब सख्ती पर भी विचार किया जा रहा है।


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ब्राजील सरकार की शुरुआती लापरवाही से देश अब तक नहीं उबर सका है। यहां मरने वालों का आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंचता जा रहा है। फोटो रविवार को मोल्दीन्हो के एक कब्रिस्तान की है। परिवार के एक सदस्य की मौत के बाद रोती महिला को हेल्थ वर्कर ने सहारा दिया।


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भारत में पिछले 24 घंटे में 50 हजार 488 मरीज मिले, यह आंकड़ा अमेरिका में कल आए संक्रमितों से ज्यादा; देश में अब तक 18.55 लाख मामले

देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आंकड़ा 18 लाख 55 हजार 331 हो गया है। सोमवार को एक दिन में 50 हजार 488 नए मामले सामने आए। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 8968 और आंध्र प्रदेश में 7822 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। देश में 806 लोगों की मौत भी हुई।

उधर, पिछले दो दिन ऐसे रहे जब अमेरिका की तुलना में भारत में ज्यादा केस मिले। उधर, दुनिया के सबसे प्रभावित दूसरे देश ब्राजील में भी पिछले दो दिन में कोरोना की रफ्तार कम हुई है। यहां 2 अगस्त को 24801 और 3 अगस्त को 17988 पॉजिटिव मिले।

2 अगस्त (केस) 3 अगस्त (केस)
भारत 52672 50488
अमेरिका 49562 48622

5 राज्यों का हाल
मध्य प्रदेश: प्रदेश में अप्रैल से जून तक कोरोना के नए केस की रफ्तार धीमी थी, लेकिन जुलाई शुरू होते ही इसमें एकाएक तेजी आ गई। 1 जून से अनलॉक-1 लागू था, जबकि एक जुलाई से अनलॉक-2, लेकिन जुलाई में जून की तुलना में करीब 14 हजार केस ज्यादा रहे। देश में अप्रैल में संक्रमण दर 10.9% थी, जो 31 जुलाई को 4.1% पर आ गई, लेकिन प्रदेश में यह 4.4% से बढ़कर 8.8% तक पहुंच गई।
राजधानी में पिछले 10 दिन से जारी लॉकडाउन मंगलवार की सुबह खत्म हो गया। जिला प्रशासन ने तय किया है कि इस अनलॉक में भी कुछ सख्ती बरकरार रहेंगी। सभी बाजार रात 8 बजे तक बंद कर दिए जाएंगे और सुबह 5 बजे तक शहर में कर्फ्यू रहेगा।
उधर, राज्य के छोटे जिलों में अब केस ज्यादा बढ़ रहे हैं। इस समय बड़वानी में भी 372 एक्टिव केस हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी मुख्य वजह इसका महाराष्ट्र बार्डर से लगा होना है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जैसे जिलों में व्यावसायिक गतिविधियां अधिक होने के कारण आवाजाही ज्यादा रहती है। ट्रेनों की सीधी कनेक्टिविटी है। इस वजह से संक्रमण भी तेजी बढ़ा है।

राजस्थान: राज्य में लगातार दसवें दिन एक हजार से ऊपर रोगी मिले। बीते 24 घंटे में 13 रोगियों की मौत भी हुई। इनमें जयपुर में 6, अजमेर में 3, राजसमंद में 2, नागौर-भरतपुर में 1-1 मौत हुई। उधर, सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अलवर, बाड़मेर, बीकानेर समेत जिन जिलों में तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है, वहां लॉकडाउन और रात का कर्फ्यू लगाया जाए। सीमित क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन भी घोषित किया जा सकता है।

बिहार: राज्य में सोमवार को रिकॉर्ड 36524 कोरोना सैंपल की जांच हुई। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसमें 2297 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। इस तरह राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 59567 हो गई। नौ लोगों ने दम तोड़ दिया। हालांकि, पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 1871 संक्रमित कोरोना वायरस को मात देने में सफल रहे हैं।
उधर, पटना के मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित कोरोना वार्ड में हर तीन घंटे पर डॉक्टर और डेढ़ घंटे पर नर्सिंग स्टाफ विजिट करेंगे। सोमवार को राज्य सरकार ने इसे लेकर आदेश दिए।

महाराष्ट्र: लॉकडाउन के नियमों में बड़ी राहत देते हुए बृहन्मुंबई म्यूनिसपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने घोषणा की है कि 5 अगस्त से सभी दुकानें खुल सकेंगी। अब से इन पर ऑड-इवन रूल लागू नहीं होगा। कोरोना संक्रमण के 90 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीजों के बीच राज्य सरकार ने पुणे महानगर पालिका के साथ मिलकर तीन जंबो फैसिलिटी बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए पुणे महानगरपालिका को 300 करोड़ रुपये खर्च करने हैं। इस पर भाजपा शासित पुणे महानगरपालिका का कहना है कि उसके पास पैसे नहीं हैं।

उत्तरप्रदेश: राज्य में सोमवार को 24 घंटे में 4,473 नए मरीज बढ़े हैं। इसके बाद प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 97,362 हो गई है। इस दौरान 50 संक्रमितों की जान गई है। सबसे ज्यादा कानपुर नगर में 07 रोगियों की जान गई है। अब तक प्रदेश में 55,393 मरीज ठीक हो चुके हैं। 40,191 एक्टिव केस का इलाज चल रहा है।

प्रदेश के 8 जिलों में कोरोना के हालत बेकाबू हैं। सोमवार को सबसे ज्यादा यहीं केस मिले हैं। लखनऊ में 507, कानपुर नगर में 415, वाराणसी में 194, गोरखपुर में 186, प्रयागराज में 166, बरेली में 142, आजमगढ़ में 127, बलिया में 108, झांसी में 102 रोगी सामने आए।



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यह फोटो दिल्ली के सीडब्ल्यूजी विलेज स्थित कोविड सेंटर की है। यहां डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और मरीजों ने सोमवार को मिलकर रक्षाबंधन त्योहार मनाया। एक डॉक्टर को महिला मरीज ने राखी बांधी।


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जिस वीडियो को फ्रांस में राफेल के विदाई समारोह का बताकर शेयर किया जा रहा, वह असल में इटली का है

क्या वायरल : एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। इसमें तीन रंगों का धुआं छोड़ते विमान दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि फ्रांस ने भारत में राफेल फाइटर जेट भेजते समय धूम-धाम से राफेल को विदाई दी थी। यह वीडियो उसी विदाई का है।

  • 29 जुलाई को 5 राफेल फाइटर जेट की पहली खेप भारत पहुंची। राफेल डील भारत और फ्रांस के बीच सितंबर 2016 में हुई थी। भारतीय वायुसेना को इसके तहत 36 अत्याधुनिक लड़ाकू विमान मिलेंगे। राफेल के भारत आने के बाद से ही इससे जुड़ी कई भ्रामक फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं।

वायरल वीडियो

दावे से जुड़े ट्वीट

फेसबुक पर भी इस वीडियो को फ्रांस में राफेल के विदाई समारोह का बताकर शेयर किया जा रहा है

फैक्ट चेक पड़ताल

  • जब राफेल फाइटर जेट भारत के लिए निकल रहे थे। उस समय फ्रांस में भारत के दूतावास ने कुछ वीडियो जारी किए थे। हमने यह सारे वीडियो देखे। इनमें से कोई भी ऐसा वीडियो नहीं मिला, जिसमें तीन रंगों का धुआं छोड़ते कोई विमान दिख रहे हों।
  • वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से यूट्यूब पर हमें इससे मिलता-जुलता वीडियो मिला। यहां इस वीडियो को 26 मई, 2020 को अपलोड किया गया है। जाहिर है चूंकि वीडियो दो माह से ज्यादा पुराना है। इसलिए इसका भारत में राफेल आने से कोई संबंध नहीं है। क्योंकि भारत में राफेल 29 जुलाई को आए हैं।
  • पड़ताल के दौरान ही हमें libe.ma नाम की वेबसाइट पर एक खबर मिली। खबर में उसी घटना का एक फोटो है, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इमारत भी वही है और वही तीन रंगों का धुआं छोड़ते विमान। खबर से पता चलता है कि यह फोटो इटली की सिविल एंड मिलिट्री परेड का है।
  • एक अन्य न्यूज वेबसाइट पर 2 जून, 2020 को छपी खबर से यह पुष्टि होती है कि इटली ने कोरोना विक्टिम्स को ट्रिब्यूट देते हुए रिपब्लिक डे की परेड का आयोजन किया था। और इस दौरान इटली की वायुसेना के विमानों ने हरे, सफेद और लाल रंग का धुआं छोड़कर कोरोना विक्टिम्स को ट्रिब्यूट दिया था।
  • वीडियो में जो इमारत दिख रही है। उसका नाम है Venice plaza। यह इमारत इटली के रोम में स्थित है। जाहिर है वीडियो का फ्रांस से कोई संबंध ही नहीं है।
  • इटली का झंडा भी तीन रंगों का है। भारत की ही तरह। लेकिन, यहां सफेद और हरे के अलावा तीसरा रंग लाल है। वीडियो को ध्यान से देखने पर समझ आता है कि इन्हीं तीन रंगों का धुआं आसमान में उड़ रहा है।

निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर फ्रांस का बताया जा रहा वीडियो असल में इटली का है। इसका राफेल फाइटर जेट के भारत आने से कोई संबंध नहीं है।



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Fact Check : Video of Italy's Republic Day parade being shared as Rafale farewell in France


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आज वैदिक रीति से शिला संस्कार, नवग्रह पूजा; कल 12:30 बजे भूमि पूजन शुरू होगा, दीपोत्सव कार्यक्रम का राम की पौड़ी से आज सीधा प्रसारण भी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर की नींव रखने के लिए अयोध्या में 3 घंटे तक रहेंगे। 12:30 बजे भूमि पूजन शुरू होगा, जो ठीक 10 मिनट तक चलेगा। इसके बाद प्रधानमंत्री समारोह में शामिल होंगे। इससे पहले मंगलवार को जन्मभूमि पर वैदिक रीति से वास्तुशांति, शिला संस्कार और नवग्रह पूजन होगा। उसके बाद श्री हनुमानगढ़ी के प्रतीक चिह्नों की विशेष पूजा की जाएगी, जो वर्षों बाद होने जा रही है।

सुरक्षा के मद्देनजर सोमवार को अयोध्या को सील कर दिया गया है। प्रधानमंत्री 5 अगस्त को हनुमानगढ़ी में दर्शन करते हुए 12 बजे जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे। वे यहां पारिजात का एक पौधा लगाएंगे। भूमि पूजन समारोह के देश में लाइव कवरेज के लिए 48 से ज्यादा अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं। यह कैमरे दूरदर्शन और एएनआई के हैं। दाेनाें की हाईटेक एचडीओबी वैन परिसर में मौजूद हैं। दूरदर्शन व एएनआई के 100 से अधिक सदस्य परिसर में होंगे, जिनके कैमरे समारोह का सीधा प्रसारण करेंगे। 4 अगस्त के अयोध्या के दीपोत्सव और दूसरे कार्यक्रम के लिए दूरदर्शन और अन्य टीवी चैनलाें की की चार ओबी वैन राम की पौड़ी में तीन दिन से लगी हुई है।

इधर, तैयारियाें का जायजा लेने आए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना को लेकर प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन होगा। केवल वे ही यहां आएं, जिन्हें आमंत्रित किया गया है। यह ऐतिहासिक क्षण होगा, जब प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण की नींव रखेंगे। उन्होंने देश की जनता से दीप जलाने का आह्वान भी किया। अभिजीत मुहूर्त होने के कारण मंदिर निर्माण में कोई बाधा नहीं आएगी। इस अवधि में रोगबाण, अग्निबाण, राजबाण, चोरबाण और मृत्युबाण नहीं हैं। इनके नहीं होने से बीमारी, आग, राजकीय संकट, चोरी और मृत्यु का संकट नहीं आएगा।

ऐसा होगा अयोध्या का नया रेलवे स्टेशन: उत्तर रेलवे ने 104 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले अयोध्या स्टेशन का मॉडल जारी किया है।

अयोध्या मार्ग पर रखे जाएंगे 5100 मिट्‌टी के रंग-बिरंगे घड़े, आम पत्तों से सजाया
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सांस्कृतिक इकाई संस्कार भारती मिट्टी के 5100 घड़ों को कलात्मक ढंग से सजा रही है। इन्हें रंग, कपड़े, गोटे, आम के पत्तों और दीपों से सजाया जा रहा है। यह घड़े साकेत महाविद्यालय से गुजरने वाले अयोध्या मार्ग पर रखे जाएंगे।

हर तरह से श्रेष्ठ है मुहूर्त, बिना विघ्न के यशस्वी रूप से पूरा होगा मंदिर निर्माण
राम मंदिर के भूमि पूजन का मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री ने कहा है कि अभिजीत मुहूर्त के 16 भाग में 15 अति शुद्ध होते हैं जिनमें ये 32 सेकंड अहम है। बुधवार होने से मंदिर निर्माण बिना विघ्न के यशस्वी रूप से पूरा होगा।

पहला निमंत्रण पाने वाले इकबाल अंसारी बोले- ये रामजी की इच्छा, प्रधानमंत्री को रामचरित मानस भेंट करूंगा
इस बीच भूमि पूजन समारोह का पहला निमंत्रण पत्र सुप्रीम कोर्ट में चले मुकदमे में मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को गया। अंसारी ने कहा कि वह इसे भगवान राम की इच्छा समझकर स्वीकार करते हैं। वे पीएम को रामचरित मानस भेंट करेंगे।



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अयोध्या के सरयू घाट पर सोमवार को संध्या आरती की गई। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी तट पर पूजा की।


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रोज पचासों फोन आ रहे, सब पूछते हैं मंदिर के लिए दान कहां-कैसे दें, लॉकडाउन में क्विंटल भर चांदी और 5 करोड़ रु यूं ही आ गए

5 अगस्त को रामलला मंदिर के लिए होने वाले भूमिपूजन की लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 100 करोड़ रुपए से बनने वाले मंदिर के लिए भक्त श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को खूब दान-दक्षिणा भी भेज रहे हैं। कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज कह चुके हैं कि इस समय उनके पास दान में आए लगभग 15 करोड़ रुपए रखे हुए हैं।

लॉकडाउन में सबसे बड़ा दान 2 करोड़ रुपए का आया है। पिछले पांच महीनों में लगभग 5 करोड़ रुपए आ गए हैं। जबकि पहले से आए दान के 10 करोड़ रुपए हैं। मोरारी बापू ने जिस फंड में 5 करोड़ रु देने के लिए लोगों से अपील की थी उसमें 18 करोड़ रुपए आ गए हैं।

राम मंदिर के निर्माण के लिए लोग दिल खोलकर दान कर रहे हैं। 500 से ज्यादा कलश श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय में पहुंच गए हैं।

इस तरह लगभग 33 करोड़ रुपए का दान ट्रस्ट के पास माना जा सकता है। पटना के हनुमान मंदिर के महावीर ट्रस्ट से ही 2 करोड़ रु का चंदा आया है। जानकारी यह भी है कि महावीर ट्रस्ट 10 करोड़ रु का चंदा देगा, हर साल 2-2 करोड़ रु की किश्त भेजी जाएगी।

इसके अलावा ट्रस्ट की मीटिंग में तय किया गया है कि मंदिर के दान के लिए बाकायदा अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए विज्ञापन दिए जाएंगे और सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चलाया जाएगा। ट्रस्ट के लोग गांव-गांव, घर-घर जाएंगे और सेवा का अनुरोध करेंगे। साथ ही देश के बड़े बिजनेसमैन और नेताओं से भी दान की अपील करेंगे।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दान के लिए अकाउंट नंबर जारी कर रखा है। इसके बाद भी लोग हर रोज दान के संबंध में जानकारी के लिए फोन कर रहे हैं।

ट्रस्ट के दफ्तर में रोज पचासों फोन आते हैं, यह पूछने कि दान कहां और कैसे दें

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी राम प्रकाश गुप्ता बताते हैं कि हमने दान के लिए अपनी अकाउंट डिटेल हर जगह दे रखी है। सोशल मीडिया पर भी डाली है। लेकिन, फिर भी हर दिन पचासों फोन ये पूछने के लिए आते हैं कि दान कहां और कैसे दें। कोई 500 तो कोई 5000 रुपए रामलला को भेंट करना चाहता है।

लोग कहते हैं, इन दिनों ऑनलाइन फ्रॉड खूब हो रहा है इसलिए वे अकाउंट डिटेल पुख्ता करना चाहते हैं। वो कहते हैं, लोग कुरियर और डाक से चेक भी भेज रहे हैं। कोरोना के कारण बाहर से अयोध्या रामलला के दर्शन करने अभी कम लोग आ रहे हैं, जब लोग आने लगेंगे तो दान और भी बढ़ेगा।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने लोगों से अपील की है कि चांदी की ईंट के बजाए रुपए ही अकाउंट में डालें।

क्विंटल भर से ज्यादा चांदी और 500 से ज्यादा कलश आ चुके हैं

देश भर से लोग रामलला को चांदी की ईंट भेंट करने का ऐलान कर रहे हैं, लेकिन ट्रस्ट उन्हीं शिलाओं की गिनती कर रहा है जो कार्यालय के रिकॉर्ड में आ रही है। अनुमान है कि अब तक क्विंटल भर से ज्यादा चांदी की शिलाएं आ चुकी हैं। हालांकि, ट्रस्ट ने अपील की है कि चांदी की ईंट के बजाए रुपए अकाउंट में डालें।

वहीं, लगभग 500 से ज्यादा कलश कार्यालय पहुंच गए हैं, जिनसे पूरा एक कमरा भर गया है। इसमें हथेली की साइज से लेकर बड़े बड़े फूल के कलश भी शामिल हैं। लोग तो थोड़ी-थोड़ी मिट्टी भी कुरियर के जरिए भेज रहे हैं। कार्यालय में कुरियर का ढेर लग गया है।



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Ayodhya Ram Mandir Donation Update, Bhoomi Pujan News | Devotees Donation To Shri Ram Janmabhoomi Tirtha Kshetra Trust


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28 साल की मायरा के फेफड़ों पर बैक्टीरिया ने घाव कर दिए थे, 6 हफ्तों तक सोती रहीं; भारतीय डॉक्टर ने की सर्जरी

डिनीस ग्रेडी. डबल लंग ट्रांसप्लांट, एक ऐसी सर्जरी जिसे डॉक्टर तब तक नहीं करना चाहते, जब तक मरीज के फेफड़ों के ठीक होने की कोई उम्मीद होती है। यह सर्जरी केवल उन्हीं मरीजों पर की जाती है, जिनके फेफड़े लगभग डैमेज हो चुके होते हैं। इस ट्रांसप्लांट के लिए मरीज को एक गंभीर ऑपरेशन से गुजरना होता है। इसके अलावा दोबारा पैरों पर खड़े होने के लिए बहुत बहादुर भी होना पड़ता है।

यह कहानी है शिकागो के नॉर्थवेस्टर्न मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती 28 साल की मायरा रामिरेज की, जो अमेरिका में कोविड-19 ने कारण डबल लंग ट्रांसप्लांट सर्जरी से गुजरने वाली पहली मरीज हैं। बीते बुधवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मायरा उन मरीजों में से हैं, जिनके फेफड़ों को कोरोनावायरस ने खत्म कर दिया है और उनके बचने का सिर्फ एक ही तरीका है लंग ट्रांसप्लांट।

लोगों को इसके साथ थोड़ा सहज होना होगा
मायरा का इलाज करने वाले भारतीय मूल के सर्जन डॉक्टर अंकित भरत बताते हैं, "यह एक उदाहरण देने वाला बदलाव है। लंग ट्रांसप्लांट को संक्रामक रोग के इलाज के तौर पर नहीं समझा जाता है, इसलिए लोगों को इसके साथ थोड़ा और सहज होना होगा।" 5 जुलाई को उन्होंने ऐसा ही ऑपरेशन दूसरे कोविड मरीज 62 साल के ब्रायन का किया।

ब्रायन ने ट्रांसप्लांट से पहले 100 दिन लाइफ सपोर्ट मशीनों पर गुजारे। अस्पताल की तरफ से जारी किए गए स्टेटमेंट में ब्रायन की पत्नी नैंसी ने कहा कि बीमार होने से पहले उन्हें लगता था कि कोविड धोखा है। ब्रायन ने कहा, "अगर मेरी कहानी आपको एक चीज सिखा सकती है तो वो यह है कि कोविड 19 मजाक नहीं है।" डॉक्टर भरत बताते हैं कि अभी दो और मरीज लंग ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रहे हैं।

मायरा के चैकअप के दौरान डॉक्टर अंकित भरत। भरत कहते हैं कि मायरा को अब अपनी पूरी जिंदगी में एंटी रिजेक्शन दवाएं लेनी होंगी।

डॉक्टर के लिए भी चुनौती बनी सर्जरी

  • डॉक्टर भरत कहते हैं, "कुछ मामलों में अस्पतालों को ट्रांसप्लान्ट की सलाह देने से पहले इंतजार करना पड़ता है। उनके सेंटर पर पहुंचा एक व्यक्ति स्वस्थ दिख रहा था, लेकिन इसके बाद उसके फेफड़ों में खून बहने लगा और किडनी फेल हो गई। ऐसे में सर्जरी संभव नहीं थी। इसलिए मुझे लगता है कि लोगों को इस ऑप्शन को पहले ही पहचान लेना चाहिए और कम से कम इसके बारे में बात करनी चाहिए।"
  • डॉक्टर टियागो मचुका बताते हैं, "यह हमारे फील्ड के लिए एकदम नया है। फिजिशियन्स के लिए मरीज और समय का पता करना एक चुनौती होगी। हम इसे बहुत जल्दी नहीं करना चाहते, जब मरीज कोविड लंग डिसीज से उबर सकता है और अच्छा जीवन जी सकता है। साथ ही आप सर्जरी करने का मौका भी नहीं गंवा सकते।"

मायरा अस्पताल पहुंची, लेकिन अंदर नहीं गईं

  • बीमार होने के पहले मायरा घर से ऑफिस का काम कर रही थीं। यहां तक कि ग्रॉसरी का सामान भी घर पर ही डिलिवर करा रही थीं। वे स्वस्थ थीं, लेकिन उन्हें न्यूरोमायलिटिस ऑप्टिक परेशानी थी। इसकी दवाई ने इम्यून सिस्टम को दबा दिया था और शायद इसी वजह से उन पर कोरोनावायरस का जोखिम बढ़ गया।
  • मायरा दो हफ्तों तक बीमार थीं। इस दौरान उन्होंने अपने लक्षणों के बारे में कोविड हॉटलाइन पर भी बात की। एक मौके पर वे अस्पताल भी गईं, लेकिन अंदर नहीं गईं। वे भर्ती होने के विचार से घबरा गईं और खुद को यकीन दिलाया कि ठीक हो जाऊंगी।
  • अप्रैल 26 को उनका तापमान 105 डिग्री फॉरेनहाइट पहुंच गया। वे इतनी कमजोर हो गईं थीं कि चलने की कोशिश की तो गिर गईं। उनके दोस्त ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जब डॉक्टर्स ने मायरा से कहा कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ेगा तो वे कुछ नहीं समझ पाईं।

मायरा को सर्जरी के कई दिनों बाद तक भी यह नहीं बताया गया था कि उनका डबल लंग ट्रांसप्लांट किया गया है। दूसरी तस्वीर में बीमार होने से पहले अपने घर में काम करतीं मायरा। फोटो 10 अप्रैल की है।

  • मायरा कहती हैं, "मुझे लगा कि मैं यहां कुछ ही दिन के लिए हूं और जल्द अपने आम जीवन में वापस चली जाऊंगी।" उन्होंने वेंटिलेटर पर 6 हफ्ते गुजारे और उन्हें ऐसी मशीन लगानी पड़ी जो ऑक्सीजन को सीधे ब्लड स्ट्रीम तक पहुंचाए।
  • मायरा कहती हैं कि मुझे हर समय डरावने सपने आ रहे थे। ऐसे सपने आ रहे थे कि वे डूब रही हैं, परिवार के सदस्य उन्हें अलविदा कह रहे हैं, डॉक्टर्स उनसे कह रहे हैं कि वे मरने वाली हैं।

बैक्टीरिया फेफड़ों पर घाव कर रहा था, डॉक्टर ने अलविदा कहने के लिए परिवार को बुला लिया था
मायरा की बीमारी बहुत दर्दनाक थी। उनके अंदर बैक्टीरिया जम गए थे, वे फेंफड़ों पर घाव पहुंचा रहे थे और गड्ढों को खा रहे थे। फेफड़ों के खराब होने का असर सर्कुलेट फंक्शन पर भी पड़ा, जिससे उनके लीवर और हार्ट में परेशानियां होने लगीं। डॉक्टर्स ने उनके परिवार को अलविदा कहने के लिए बुलाया, लेकिन मायरा डटी रहीं। उनके शरीर से कोरोनावायरस को साफ किया गया और ट्रांसप्लांट की सूची में डाला गया। दो दिन बाद 5 जून को वे 10 घंटे तक चले ऑपरेशन से गुजरीं।

शरीर पर थे जख्म, बोलीं- "मैं अपने शरीर को पहचान नहीं सकती थी"
जब मायरा उठीं तो उनके शरीर पर घाव थे, उन्हें प्यास लगी थी और बात नहीं कर पा रहीं थीं। मायरा कहती हैं, "मेरे अंदर से इतने ट्यूब्स बाहर आ रहे थे कि मैं अपने शरीर को नहीं पहचान सकती थी। जब नर्सेज ने मुझसे तारीख पूछी तो मैंने मई की शुरुआत का अंदाजा लगाया, जबकि तब जून का महीना था।"

संक्रमण की चिंता के चलते मायरा का परिवार उनसे मिलने नहीं जा सकता था। गुरुवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायरा ने कहा, "अकेले वक्त गुजरना सबसे मुश्किल हिस्सा था। मैं चिंता और पैनिक अटैक्स का भी शिकार हुई।" बाद में नियमों में ढील दी गई और तब जाकर उनकी मां-बेटी से मिल सकीं।

नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन में कोरोनावायरस आईसीयू में भर्ती मायरा रामिरेज। फोटो मई महीने की है।

चलने, नहाने और कुर्सी से उठने के लिए भी मदद लेनी होती है
बीमार होने से पहले मायरा फुल टाइम जॉब करती थीं और अपने दो पैट्स के साथ खेलती थीं। हालांकि, वे अब भी सांस लेने में तकलीफ महसूस करती हैं। अब वे थोड़ा ही चल पाती हैं, नहाने और कुर्सी से उठने के लिए भी मदद लेनी पड़ती है। मायरा कहती हैं कि वे अपने नए फेफड़ों का इस्तेमाल करना सीख रही हैं और दिन-ब-दिन मजबूत हो रही हैं।

अपनी कहानी सुनाना और दूसरों की मदद करना चाहती हैं मायरा
मायरा कहती हैं कि मुझे महसूस होता है कि मेरे पास मकसद है। यह उन लोगों की मदद के लिए हो सकता है जो उसी स्थिति से गुजर रहे हैं, जहां से मैं गुजरी हूं। या केवल मेरी कहानी शेयर करना और युवाओं को यह एहसास दिलाने में मदद करना कि अगर यह मेरे साथ हो सकता है तो आपके साथ भी हो सकता है।

इसके अलावा खुद को सुरक्षित रखना और अपने आसपास दूसरों को भी जो ज्यादा संकट में हैं। उन्हें प्रोत्साहित करना और दुनियाभर में दूसरे सेंटर्स को एहसास दिलाना कि बीमार कोविड के मरीजों के लिए लंग ट्रांसप्लांटेशन एक रास्ता है।



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Story of America's first Covid patient who underwent double lung transplant surgery


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