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लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को हुए ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या 157 हो गई है। बेरूत बंदरगाह के 16 कर्मचारियों को नियम तोड़ने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मिलिट्री कोर्ट ने एक जांच कमेटी बनाई है। इससे मामले की जांच और भविष्य के लिए सुझाव देने को कहा गया है। कमेटी 4 दिन में शुरुआती रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेगी। इस बीच, स्वीडन और फ्रांस ने लेबनान को घटना की जांच में मदद का भरोसा दिया है।
18 लोगों से पूछताछ
मंगलवार को हुए धमाके की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। 18 लोगों से पूछताछ की गई है। मिलिट्री कोर्ट के जज फादी अकीकी के आदेश पर 16 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। कोर्ट ने जांच कमेटी से 4 दिन में शुरुआती रिपोर्ट मांगी है। सरकार से पूछा गया है कि आखिर किसकी लापरवाही से 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट पोर्ट पर 7 साल तक कंटेनर्स में रखा रहा। पोर्ट मिनिस्ट्री से पूछा गया है कि क्या इसके लिए मंजूरी ली गई थी। इसका इस्तेमाल कहां किया जाना था।
सरकार दोहरी मुश्किल में
ब्लास्ट के बाद लेबनान सरकार मुश्किल में आ गई है। राजधानी बेरूत समेत देश के कई हिस्सों में उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। गुस्साए लोगों का आरोप है कि सरकार की नाकामी और लापरवाही की वजह से बेरूत पोर्ट पर ब्लास्ट हुआ। लिहाजा, पूरे मंत्रिमंडल को इस्तीफा देना चाहिए। कुछ शहरों में प्रदर्शनकारियों ने दुकानों को आग लगा दी। सरकार ज्यादा बल प्रयोग से बचना चाहती है क्योंकि इससे हिंसा और भड़क सकती है।
फ्रांस और स्वीडन मदद करेंगे
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने लेबनान सरकार को जांच में मदद की पेशकश की है। स्वीडन ने भी ऐसा ही किया। माना जा रहा है कि दोनों देशों के एक्सपर्ट जल्द ही बेरूत पहुंचेंगे। मैक्रों ने मदद की पेशकश के साथ लेबनान सरकार को नसीहत भी दी। कहा- लेबनान में हालात जल्द सुधारने की जरूरत है। लेकिन, ये तब तक नहीं हो सकता, जब तक यहां की सरकार और नेता सुधारों के लिए गंभीर रवैया नहीं अपनाते।
मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा
जैसी आशंका जताई जा रही थी, वैसा ही हुआ। मंगलवार को हुए धमाके में मरने वालों का आंकड़ा गुरुवार देर रात 157 हो गया। पांच हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। हालात इतने खराब हैं कि पोर्ट के नजदीक की इमारतों का मलबा अब तक नहीं हटाया जा सका है। माना जा रहा है कि मलबे से कुछ और शव बरामद हो सकते हैं। मलबे से धुआं उठता देखा जा सकता है।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 लाख के पार हो गई है। covid19india के मुताबिक, शुक्रवार सुबह तक 20 लाख 25 हजार 409 केस सामने आ चुके हैं। गुरुवार को एक दिन में 62 हजार 170 मरीज बढ़े। यह एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
उधर, महाराष्ट्र में गुरुवार को सबसे ज्यादा 11 हजार 514 और आंध्र प्रदेश में 10 हजार 328 संक्रमित मिले। इस बीच, दुनिया में नया ट्रेंड सामने आया है। भारत में 2.4% की दर से मरीज बढ़ रहे हैं। पिछले 7 दिन (29 जुलाई-7 अगस्त) में भारत में 3.79 लाख मरीज बढ़े। वहीं, अमेरिका में 3.76 लाख और ब्राजील में 3.07 लाख संक्रमित मिले। अमेरिका में नए मरीज बढ़ने की रोजाना दर 1% और ब्राजील में 1.6% है। यानी सबसे ज्यादा मरीजों वाले इन तीन देशों में मरीज बढ़ने की दर भी भारत में सबसे ज्यादा है।
5 राज्यों का हाल मध्यप्रदेश: अनलॉक-3 के तहत प्रदेश सरकार लोगों को कुछ और छूट देने जा रही है। भोपाल समेत प्रदेश के सभी जिलों में अब सिर्फ रविवार को पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ही रहेगा। यानी बाजार, होटल, रेस्टोरेंट दो घंटे और खुल सकेंगे। इसकी गाइडलाइन शुक्रवार को जारी की जाएगी।
यदि किसी जिले में विशेष परिस्थितियां बन रही हैं तो वहां लॉकडाउन का फैसला राज्य स्तर पर चर्चा के बाद ही होगा। बिना लक्षण वाले मरीजों के ‘होम आइसोलेशन’ तथा संदिग्ध मरीजों के ‘होम क्वारेंटाइन’के लिए गाइडलाइन जल्द आएगी। राजधानी में गुरुवार को 4 लोगों की मौत हो गई।
राजस्थान: जयपुर में गुरुवार को 109 पॉजिटिव मिले। एक व्यक्ति की मौत हो गई। अब तक कुल पॉजिटिव का आंकड़ा 6146 और मौतों की संख्या 213 हो गई है। मानसरोवर और सांगानेर में लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं। मानसरोवर में सबसे ज्यादा 12 और सांगानेर में 11 केस सामने आए हैं।
उधर, जोधपुर प्रशासन ने बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 2 दिन लॉकडाउन का ऐलान किया। संक्रमण की दर अगस्त के पहले दो दिन में 5 %, तीसरे दिन 10 %, पांचवें दिन 7% और छठे दिन फिर 6% रही। पिछले छह दिन में संक्रमण दर 5% से ज्यादा रही।
बिहार: पटना सिविल कोर्ट के फैमिली कोर्ट के जज हरीशचंद्र श्रीवास्तव की एम्स में कोरोना से गुरुवार की देर शाम मौत हो गई। बिहार में ये पहले जज हैं जिनकी मौत कोरोना से हुई। वे 58 साल के थे। जमुई के एसपी भी कोरोना पीड़ित हो गए हैं। राज्य के पटना समेत दस जिलों में सौ से अधिक संक्रमितों की पहचान की गई।
महाराष्ट्र: राज्य में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ने लगी है। राज्य में गुरुवार को रिकॉर्ड 11 हजार 514 केस सामने आए। उधर, राज्य में 24 लाख 87 हजार 990 टेस्ट किए गए हैं। इसमें से 19.28% मरीज यानी कुल 4 लाख 79 हजार 779 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। फिलहाल, 9 लाख 76 हजार 332 लोग होम क्वारैंटाइन में हैं। इनमें से 37 हजार 768 लोग इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में हैं।
उत्तरप्रदेश: राज्य सरकार ने कोविड से बचाव और इलाज में आइवरमेक्टिन टैबलेट के इस्तेमाल का फैसला किया है। इसके मुताबिक, कोविड मरीज और उनके संपर्क में आए लोगों को ये टैबलेट दी जाएगी। उधर, अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बुधवार तक राज्य में 87 हजार 348 सैंपल की जांच की गई। अब तक 27 लाख 97 हजार 687 नमूनों की जांच हो चुकी है।
दुनिया में कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक 1 करोड़ 92 लाख 53 हजार 712 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 23 लाख 55 हजार 169 मरीज ठीक हो चुके हैं। 7 लाख 17 हजार 644 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने नागरिकों पर मार्च से लगे यात्रा प्रतिबंध (लेवल-4) हटा लिए हैं। ब्राजील में मरने वालों का आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंच गया है।
10 देश, जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश
कितने संक्रमित
कितनी मौतें
कितने ठीक हुए
अमेरिका
50,32,179
1,62,804
25,76,668
ब्राजील
28,17,562
98,644
20,47,860
भारत
20,25,409
41,638
13,77,384
रूस
8,71,894
14,606
6,76,357
साउथ अफ्रीका
5,38,877
9,604
3,87,616
मैक्सिको
4,56,100
49,698
3,04,708
पेरू
4,47,624
20,228
3,06,430
चिली
3,66,671
9,889
3,40,168
स्पेन
3,54,530
28,500
उपलब्ध नहीं
कोलंबिया
3,45,714
11,624
1,86,317
अमेरिका: यात्रा प्रतिबंध हटाए गए
विदेश विभाग ने गुरुवार रात बयान जारी कर यात्रा प्रतिबंध लेवल-4 हटाने का ऐलान किया। अमेरिका में लेवल-4 सबसे बड़ी ट्रैवल एडवाइजरी मानी जाती है। बयान में कहा गया- कुछ देशों में हालात सुधर रहे हैं, जबकि कुछ में अब भी इस मामले में सुधार की जरूरत है। लिहाजा, हम पहले की तरह यात्रा करने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन, एडवाइजरी में दिए गए नियमों का पालन करना होगा।
ब्राजील : बढ़ता संकट
यहां गुरुवार को 1237 और लोगों की मौत हुई। मरने वालों का आंकड़ा 98 हजार 493 हो गया। इसी दौरान 53 हजार 139 लोग संक्रमित पाए गए। अब संक्रमितों का आंकड़ा 29 लाख 12 हजार से ज्यादा हो गया है। ब्राजील की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा कि स्लम एरिया में रहने वाले लोगों ने कई मामलों में लापरवाही बरती। यही वजह है कि इन इलाकों में संक्रमण तेजी से बढ़ा। सरकार यहां नए और सख्त नियम लागू कर सकती है।
चीन: 10 नए मामले
हेल्थ मिनिस्ट्री ने गुरुवार रात जारी बयान में बताया कि देश में 10 नए संक्रमित सामने आए हैं। बयान के मुताबिक, सभी संक्रमित दूसरे देशों से चीन आए थे। बयान में कहा गया- चीन की हेल्थ मिनिस्ट्री दूसरे देशों से आने वाले लोगों के संक्रमण को लेकर सतर्क है। हम ऐसे सभी उपाय कर रहे हैं जिससे इस तरह के लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से न हो। स्वस्थ होने के बाद इन्हें एक सर्टिफिकेट जारी किया जा सकता है।
जर्मनी: एंट्वर्प में बढ़ रहे हैं मामले
जर्मनी ने एंट्वर्प राज्य को क्वारैंटाइन लिस्ट में शामिल किया है। इस राज्य में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। अब यहां आने वालों को अपनी निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन में भेज दिया जाएगा। यहां अब तक 2 लाख 14 हजार 404 मामले सामने आए हैं और 9 हजार 245 लोगों की मौत हुई है। 1 लाख 94 हजार 700 लोग ठीक भी हुए हैं।
रेलवे में अब खलासियों की भर्ती नहीं होगी। रेलवे बोर्ड ने अपॉइंटमेंट पर रोक का आदेश 6 अगस्त को जारी कर दिया। इसके मुताबिक टेलीफोन अटेंडेंट-कम-डाक खलासी (टीएडीके) की भर्तियों के मामले का रिव्यू किया जा रहा है। 1 जुलाई से अब तक टीएडीके की जो भी भर्तियां मंजूर हुई हैं, उनकी भी समीक्षा की जा सकती है।
क्या करते हैं टीएडीके?
इन्हें बंगला प्यून भी कहा जाता है। ये रेलवे के सीनियर अफसरों के घरों पर काम करते हैं। रेलवे में यह व्यवस्था अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही है। टीएडीके को शुरुआत में करीब 15 हजार रुपए मिलते हैं। तीन साल बाद इन्हें स्थायी कर दिया जाता है। उसके बाद 20 हजार रुपए और दूसरे फायदे भी मिलते हैं।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 लाख के पार हो गई है। covid19india के मुताबिक, शुक्रवार सुबह तक 20 लाख 25 हजार 409 केस सामने आ चुके हैं। गुरुवार को एक दिन में 62 हजार 170 मरीज बढ़े। यह एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
उधर, महाराष्ट्र में गुरुवार को सबसे ज्यादा 11 हजार 514 और आंध्र प्रदेश में 10 हजार 328 संक्रमित मिले। इस बीच, दुनिया में नया ट्रेंड सामने आया है। भारत में 2.4% की दर से मरीज बढ़ रहे हैं। पिछले 7 दिन (29 जुलाई-7 अगस्त) में भारत में 3.79 लाख मरीज बढ़े। वहीं, अमेरिका में 3.76 लाख और ब्राजील में 3.07 लाख संक्रमित मिले। अमेरिका में नए मरीज बढ़ने की रोजाना दर 1% और ब्राजील में 1.6% है। यानी सबसे ज्यादा मरीजों वाले इन तीन देशों में मरीज बढ़ने की दर भी भारत में सबसे ज्यादा है।
5 राज्यों का हाल मध्यप्रदेश: अनलॉक-3 के तहत प्रदेश सरकार लोगों को कुछ और छूट देने जा रही है। भोपाल समेत प्रदेश के सभी जिलों में अब सिर्फ रविवार को पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। नाइट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ही रहेगा। यानी बाजार, होटल, रेस्टोरेंट दो घंटे और खुल सकेंगे। इसकी गाइडलाइन शुक्रवार को जारी की जाएगी।
यदि किसी जिले में विशेष परिस्थितियां बन रही हैं तो वहां लॉकडाउन का फैसला राज्य स्तर पर चर्चा के बाद ही होगा। बिना लक्षण वाले मरीजों के ‘होम आइसोलेशन’ तथा संदिग्ध मरीजों के ‘होम क्वारेंटाइन’के लिए गाइडलाइन जल्द आएगी। राजधानी में गुरुवार को 4 लोगों की मौत हो गई।
राजस्थान: जयपुर में गुरुवार को 109 पॉजिटिव मिले। एक व्यक्ति की मौत हो गई। अब तक कुल पॉजिटिव का आंकड़ा 6146 और मौतों की संख्या 213 हो गई है। मानसरोवर और सांगानेर में लगातार केस बढ़ते जा रहे हैं। मानसरोवर में सबसे ज्यादा 12 और सांगानेर में 11 केस सामने आए हैं।
उधर, जोधपुर प्रशासन ने बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 2 दिन लॉकडाउन का ऐलान किया। संक्रमण की दर अगस्त के पहले दो दिन में 5 %, तीसरे दिन 10 %, पांचवें दिन 7% और छठे दिन फिर 6% रही। पिछले छह दिन में संक्रमण दर 5% से ज्यादा रही।
बिहार: पटना सिविल कोर्ट के फैमिली कोर्ट के जज हरीशचंद्र श्रीवास्तव की एम्स में कोरोना से गुरुवार की देर शाम मौत हो गई। बिहार में ये पहले जज हैं जिनकी मौत कोरोना से हुई। वे 58 साल के थे। जमुई के एसपी भी कोरोना पीड़ित हो गए हैं। राज्य के पटना समेत दस जिलों में सौ से अधिक संक्रमितों की पहचान की गई।
महाराष्ट्र: राज्य में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ने लगी है। राज्य में गुरुवार को रिकॉर्ड 11 हजार 514 केस सामने आए। उधर, राज्य में 24 लाख 87 हजार 990 टेस्ट किए गए हैं। इसमें से 19.28% मरीज यानी कुल 4 लाख 79 हजार 779 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। फिलहाल, 9 लाख 76 हजार 332 लोग होम क्वारैंटाइन में हैं। इनमें से 37 हजार 768 लोग इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में हैं।
उत्तरप्रदेश: राज्य सरकार ने कोविड से बचाव और इलाज में आइवरमेक्टिन टैबलेट के इस्तेमाल का फैसला किया है। इसके मुताबिक, कोविड मरीज और उनके संपर्क में आए लोगों को ये टैबलेट दी जाएगी। उधर, अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बुधवार तक राज्य में 87 हजार 348 सैंपल की जांच की गई। अब तक 27 लाख 97 हजार 687 नमूनों की जांच हो चुकी है।
भारत के बाद अमेरिका ने भी चाइनीज ऐप टिकटॉक को बैन कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस पर बैन के आदेश पर गुरूवार को साइन कर दिए। इसके मुताबिक 45 दिन बाद रोक लागू हो जाएगी। टिकटॉक के साथ ही चाइनीज ऐप वीचैट को भी बैन किया गया है।
अमेरिकी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक के अमेरिकी बिजनेस को खरीदने के लिए बात कर रही है। टिकटॉक यह डील करना चाहे तो अब उसे डेढ़ महीने में सौदा करना होगा। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से इस बारे में साफ-साफ नहीं बताया गया है कि डील होगी तो वह यूजर के डेटा की सेफ्टी के लिए क्या करेगी?
ट्रम्प ने कहा- टिकटॉक के जरिए चीन को जासूसी का मौका मिलता है
ट्रम्प ने कहा है कि चाइनीज ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और इकोनॉमी के लिए खतरा बने हुए हैं। इस वक्त खासतौर से टिकटॉक पर कार्रवाई को लेकर आदेश जारी किया गया है। टिकटॉक ऑटोमैटिकली यूजर की जानकारी हासिल कर लेता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का आरोप है कि टिकटॉक के जरिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को अमेरिका के लोगों की जिंदगी में ताक-झांक करने का मौका मिल जाता है। इससे वह अमेरिकी कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स की लोकेशन ट्रैक कर सकता है, बिजनेस से जुड़ी जासूसी कर सकता है और पर्सनल इन्फॉर्मेशन के आधार पर ब्लैकमेल भी कर सकता है।
भारत ने अब तक 106 चाइनीज ऐप बैन किए
अमेरिका से पहले भारत भी चाइनीज ऐप के खिलाफ डिजिटल स्ट्राइक कर चुका है। जून के आखिर में भारत ने टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप बैन कर दिए थे। उसके बाद दूसरे फेज में चीन के 47 और ऐप्स पर रोक लगा दी थी।
लेबनान की राजधानी बेरूत में जिस धमाके में 135 लोगों की जान गई, उसकी वजह अमोनियम नाइट्रेट है, जो एक वेयरहाउस में पिछले 6 साल से जमा करके रखा था। इसी वेयरहाउस में रखे 2 हजार 750 टन अमोनियम नाइट्रेट में आग लगी और जोरदार धमाका हो गया। ये धमाका इतना भयानक था कि इसकी आवाज 250 किमी दूर तक सुनाई दी।
अमोनियम नाइट्रेट सबसे खतरनाक एक्सप्लोसिव केमिकल होता है, जिसका इस्तेमाल कई कामों में होता है। लेकिन, आमतौर पर इसका इस्तेमाल खेती के लिए फर्टिलाइजर बनाने या फिर बम बनाने के लिए किया जाता है। अगर इसमें जरा सी भी आग लग जाए, तो जोरदार धमाका होता है। साथ ही नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया जैसी खतरनाक गैस भी निकलती हैं।
लेबनान में हुए इस धमाके के बाद अब जांच हो रही है कि आखिर कैसे वेयरहाउस में इतना अमोनियम नाइट्रेट जमा था और वहां आग कैसे लगी?
हालांकि, ये कोई पहली बार नहीं है, जब अमोनियम नाइट्रेट की वजह से इतना बड़ा धमाका हुआ है। इससे पहले भी ऐसी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। उन्हीं दुर्घटनाओं में से 7 बड़ी दुर्घटनाएं, जो इतनी खतरनाक थी कि नीचे धमाका हुआ और उसके ऊपर से गुजर रहे प्लेन भी नीचे आ गिरे थे।
1. 21 सितंबर 1921 : ओपौ, जर्मनी कितना खतरनाक : 275 किमी दूर तक सुनाई दी थी धमाके की आवाज
1911 में शुरू हुए इस प्लांट में अमोनियम नाइट्रेट और अमोनियम सल्फेट का साढ़े 4 हजार टन मिक्सचर स्टोर करके रखा गया था। 21 सितंबर की सुबह 7 बजकर 32 मिनट पर महज आधे सेकंड के अंदर दो जोरदार धमाके हुए। इन धमाकों में सिर्फ 450 टन के फर्टिलाइजर में विस्फोट हुआ था। ये धमाका इतना जोरदार था कि इससे प्लांट के अंदर ही 90 मीटर बड़ा गड्ढा हो गया। इस गड्ढे की चौड़ाई 125 मीटर और गहराई 19 मीटर थी।
ये धमाका इतना जोरदार था कि इसकी गूंज म्यूनिख में भी सुनाई दी थी। म्यूनिख की दूरी इस प्लांट से 275 किमी थी। इतना ही नहीं, इस धमाके में ओपौ की 80% बिल्डिंग तबाह हो गई थी, जबकि साढ़े 6 हजार से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे। 25 किमी के दायरे में मौजूद घरों की खिड़कियां टूट गई थीं। ओपौ के 30 किमी के दायरे का ट्रैफिक धमाके की वजह से रुक गया था। धमाके की वजह से कई घरों की छतें उड़ गई थीं।
उस समय इस धमाके से 17 लाख डॉलर का नुकसान हुआ था, जो आज के हिसाब 2.52 करोड़ डॉलर यानी करीब 200 करोड़ रुपए होता है। धमाका होने के 48 घंटे के भीतर ही 500 डेड बॉडीज़ बरामद हुई थीं। आखिर में इस धमाकों में मरने वालों की संख्या 561 तक पहुंची।
धमाके में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार में उस समय के जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रेडरिक एबर्ट और प्रधानमंत्री ह्यूगो लेरचेनफेल्ड समेत 70 हजार जर्मन नागरिक शामिल हुए थे।
2. 29 अप्रैल 1942 : टेसेंडेर्लो, बेल्जियम कितना खतरनाक : धमाके में 70 मीटर चौड़ा और 23 मीटर गहरा गड्ढा हो गया
उस समय सेकंड वर्ल्ड वॉर चल रहा था। बेल्जियम पर जर्मनी ने कब्जा कर लिया था। बेल्जियम के टेसेंडेर्लो में एक केमिकल फैक्ट्री थी, जिसको बंद कर दिया गया था। लेकिन, बाद में बेल्जियम के सरेंडर के बाद इस फैक्ट्री को दोबारा शुरू कर दिया गया। 29 अप्रैल को इसी फैक्ट्री में धमाका हुआ था।
जिस दिन धमाका हुआ था, उस दिन हल्की-हल्की ठंड थी और सब अपने काम पर जा रहे थे। सुबह 11 बजकर 27 मिनट पर फैक्ट्री में रखे 150 टन अमोनियम नाइट्रेट में धमाका हो गया। कुछ ही पल में सैकड़ों मीटर की ऊंचाई तक सिर्फ धुंआ ही धुंआ ही था। धमाके की वजह से 70 मीटर चौड़ा और 23 मीटर गहरा गड्ढा हो गया था।
इस धमाके में 190 लोग मारे गए थे, जबकि 900 लोग घायल हुए थे। मारे गए 190 लोगों में से 119 फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर थे।
3. 16 अप्रैल 1947 : टेक्सास, अमेरिका कितना खतरनाक : दो प्लेन उड़ते-उड़ते नीचे गिर गए, पूरा जहाज टूटकर हवा में उड़ने लगा
दूसरे वर्ल्ड वॉर में अमेरिकी सेना अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल विस्फोटक के रूप में करती थी। बाद में इसे फर्टिलाइजर के तौर पर इस्तेमाल किया जाने लगा। 16 अप्रैल 1947 को नेब्रास्का और लोवा में बना अमोनियम नाइट्रेट रेल के जरिए टेक्सास सिटी पहुंचा। उसके बाद इसे जहाज पर लोड किया जा रहा था। इस जहाज में 2300 टन अमोनियम नाइट्रेट के साथ-साथ तंबाकू और गोला-बारूद थे।
सुबह करीब 8 बजे कार्गो से धुंआ उठता दिखाई दिया। इस आग को बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन आग बुझ ही नहीं रही थी। 9 बजकर 12 मिनट पर अमोनियम नाइट्रेट में धमाका हो गया। इससे पूरा पोर्ट तबाह हो गया। इस धमाके से 15 फीट ऊंचा धुंआ उठा था, जो 160 किमी दूर से भी दिखाई दे रहा था।
ये धमाका इतना जोरदार था कि इससे जहाज के छोटे-छोटे टुकड़े हो गए थे और वो टुकड़े हवा में उड़ने लगे थे। इतना ही नहीं टेक्सास के पास ही उड़ान भर रहे दो छोटे प्लेन भी गिरकर नीचे आ गए थे। इस धमाके से हजार से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा था। दो हजार लोग बेघर हो गए थे।
इस धमाके को अमेरिका के इतिहास का सबसे खतरनाक औद्योगिक हादसा माना जाता है। इसमें 581 लोगों की जान गई थी। जबकि, 5 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
4. 19 अप्रैल 1995 : ओक्लाहोमा, अमेरिका कितना खतरनाक : सिर्फ 2 टन अमोनियम नाइट्रेट ने 168 की जान ले ली
19 अप्रैल 1995 की सुबह ओक्लाहोमा के लिए सबसे खराब सुबह लेकर आई थी। इस दिन पूर्व सैनिक टिमूथी मैक्वेग ने ओक्लाहोमा शहर में एक सरकारी बिल्डिंग के बाहर किराए से लिया ट्रक खड़ा कर दिया। इस ट्रक में 2 टन अमोनियम नाइट्रेट था।
सुबह 9 बजे से पहले ही मैक्वेग ट्रक लेकर पहुंच गया था। कुछ देर बाद मैक्वेग ट्रक से बाहर निकला और डोर लॉक कर भागना शुरू कर दिया। किसी को कुछ समझ नहीं आया। ठीक 9 बजकर 2 मिनट पर ट्रक में ब्लास्ट हो गया।
पलक झपकते ही बिल्डिंग का एक तिहाई हिस्सा मलबे में बदल गया। आसपास की करीब 300 बिल्डिंग या तो पूरी तरह से तबाह हो गईं या फिर डैमेज हो गईं। सैकड़ों कारों को भी नुकसान पहुंचा।
इस हमले में 168 लोगों की जान गई थी, जिनमें 19 छोटे बच्चे भी शामिल थे। सैकड़ों घायल हुए थे। इसकी गिनती सबसे खतरनाक आतंकी हमले में होती है।
5. 22 अप्रैल 2004 : रयोंगचोंन, उत्तर कोरिया कितना खतरनाक : दो ट्रेनें टकराईं, तो 1850 घर तबाह हो गए
22 अप्रैल 2004 को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से 50 किमी दूर रयोंगचोंन स्टेशन पर दो ट्रेनें टकरा गई थीं। इन दोनों ही ट्रेनों में विस्फोटक सामग्री थी। ट्रेनों के टकराने से खतरनाक धमाका हुआ था।
दो दिन तक तो उत्तर कोरिया ने इस धमाके के पीछे की वजह ही नहीं बताई थी। धमाके के 48 घंटे बाद उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने इस धमाके के पीछे की वजह अमोनियम नाइट्रेट को बताया था। उसने कहा था कि किसी एक ट्रेन से अमोनियम नाइट्रेट लीक हुआ और उससे धमाका हो गया।
उत्तर कोरिया तो इस धमाके में मरने वाले लोगों की संख्या भी 54 ही बताता है। लेकिन, मौके पर पहुंची रेडक्रॉस की टीम ने बताया था कि धमाके से स्टेशन के आसपास के 1850 घर तबाह हो गए हैं। इस धमाके में 160 लोगों की मौत हुई है, जबकि साढ़े 6 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
6. 12 अगस्त 2015 : तियानजिन, चीन कितना खतरनाक : 9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था, 300 से ज्यादा बिल्डिंग तबाह हुई थीं
12 अगस्त 2015 को चीन के तियानजिन शहर के बंदरगाह में एक कंटेनर में एक के बाद एक कई धमाके हुए थे। पहले दो धमाके 30 सेकंड के अंदर ही हो गए थे। पहला धमाका 12 अगस्त की रात साढ़े 11 बजे हुआ था और दूसरा उसके 30 सेकंड के अंदर।
दूसरा धमाका बहुत खतरनाक था, जिसमें 800 टन अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट हो गया था। इन दो धमाकों से लगी आग की वजह से ही 15 अगस्त को 8 छोटे-छोटे धमाके हुए थे। इन धमाकों में 173 लोगों की जान गई थी और 797 लोग घायल हुए थे।
ये धमाके इतने जोरदार थे कि इनकी वजह से आसपास के 304 बिल्डिंग, 12 हजार 438 कारें और 7 हजार 533 कंटेनर पूरी तरह डैमेज हो गए थे। इन धमाकों से उस समय 9 अरब डॉलर (आज के हिसाब से 67,500 करोड़ रुपए) का नुकसान हुआ था।
7. 4 अगस्त 2020 : बेरूत, लेबनान कितना खतरनाक : 9 किमी दूर बने एयरपोर्ट के शीशे तक टूट गए
लेबनान की राजधानी बेरूत में परमाणु धमाके जैसे दो धमाके हुए। एक हल्का और दूसरा ऐसा कि पूरा शहर थर्रा गया। अभी तक यही पता चला है कि बेरूत पोर्ट पर हैंगर में स्टोर करके रखे गए 2 हजार 750 टन अमोनियम नाइट्रेट में ये धमाके हुए।
धमाका इतना जबर्दस्त था कि 250 किमी दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। जबकि, 9 किमी दूर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पैसेंजर टर्मिनल में शीशे टूट गए। इस धमाके में अब तक 135 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 5 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं।
इस धमाके से 3 लाख लोग बेघर हो गए। करीब आधे शहर में ही 22.5 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
श्रीलंका के आम चुनावों में राजपक्षे परिवार की श्रीलंका पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) ने दो-तिहाई बहुमत से जीत हासिल की है। इन नतीजों के बाद अब महिंदा राजपक्षे पीएम बने रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रुझानों में बढ़त देखते ही गुरुवार को फोन करके महिंदा राजपक्षे को शुभकामना दी थी।
श्रीलंका में बुधवार को चुनाव हुए थे। गुरुवार को काउंटिंग शुरू हुई थी। शुक्रवार सुबह आधिकारिक तौर पर नतीजों का ऐलान किया गया। महिंदा राजपक्षे की पार्टी 9 महीने पहले राष्ट्रपति चुनाव भी जीती थी। इसके बाद उनके छोटे भाई गोतबाया राजपक्षे ने 18 नवंबर को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।
राजपक्षे ने मोदी को धन्यवाद किया
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक, श्रीलंका में कोरोना के बावजूद चुनाव को प्रभावी ढंग से कराने को लेकर मोदी ने वहां की सरकार और निर्वाचन आयोग की सराहना की है। इसके बाद राजपक्षे ने ट्वीट कर पीएम मोदी को जीत की बधाई देने के लिए धन्यवाद दिया।
राजपक्षे ने कहा- श्रीलंका के लोगों के मजबूत समर्थन के साथ, हम दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे सहयोग को और बढ़ाने के लिए आपके साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। श्रीलंका और भारत मित्र और संबंधी हैं।
राजपक्षे के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए मोदी ने कहा- आपसे बात करके खुशी हुई। एक बार फिर आपको बहुत धन्यवाद। हम द्विपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों को आगे बढ़ाने और अपने विशेष संबंधों को हमेशा नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए मिलकर काम करेंगे।
Thank you, Prime Minister @PresRajapaksa! It was a pleasure to speak to you. Once again, many congratulations. We will work together to further advance all areas of bilateral cooperation and to take our special ties to ever newer heights. https://t.co/123ahoxlMo
देश के दक्षिणी हिस्से में एसएलपीपी ने करीब 60% वोट हासिल किए। यहां बहुसंख्यक सिंहली समुदाय है। इसे एसएलपीपी का वोट बैंक माना जाता है। उत्तर में तमिल अल्पसंख्यकों का दबदबा है। यहां पर जाफना के पोलिंग डिवीजन में एसएलपीपी की सहयोगी एलम पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (ईपीडीपी) ने तमिल नेशनल एलायंस (टीएनए) को हराया है। जबकि, जाफना जिले के ही दूसरे डिवीजन में ईपीडीपी को हार मिली है।
बहुमत के लिए 113 सीटें जरूरी
यहां कुल 225 संसदीय सीटें हैं। बहुमत के लिए 113 सीटें जरूरी हैं। 196 सीटों के लिए वोट डाले जाते हैं, बाकी 29 सीटों पर जीत-हार का फैसला हर पार्टी को मिले वोटों के आधार पर होता है। यहां करीब 1 करोड़ 60 लाख मतदाता हैं। पहले ये चुनाव 25 अप्रैल को होने थे, लेकिन महामारी को देखते हुए तारीख 20 जून, फिर 5 अगस्त कर दी गई थी।
आज तारीख है 7 अगस्त। दिन शुक्रवार। शुरुआत अच्छी खबर से। देश में आज से पहली किसान ट्रेन शुरू होने जा रही है। ये वही ट्रेन है जिसकी घोषणा वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में की थी। बता दें कि ये ट्रेन महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चलेगी। और इस ट्रेन से अनाज, फल और सब्जियां पहुंचाई जाएंगी।
आज सुशांत राजपूत केस से जुड़ी एक अहम खबर भी है। शुक्रवार को रिया चक्रवर्ती ईडी यानी एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट के सामने पेश होंगी। पिछले हफ्ते ही ईडी ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था।
और सीबीआई ने सुशांत केस को लेकर मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच गुजरात कैडर के एक ऑफिसर को सौंप दी है। वैसे सुशांत मामले से जुड़े और भी डेवलपमेंट हैं जिन्हें आप यहां पढ़ सकते हैं।
कल यानी गुरुवार की जिन खबरों को आपके लिए जरूरी ठहराया जा सकता है वो हैं...
पहली खबर
गुजरात के अहमदाबाद में एक अस्पताल में आग लगने से 8 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। इस हादसे की जो सबसे दर्दनाक कहानी है वो है अरविंद भाई की। आपबीती सुनाने वालों के मुताबिक अरविंद भाई बार-बार बेड से उठ रहे थे, इसलिए उन्हें बेडशीट के सहारे बेड से बांध दिया था। और जब ये हादसा हुआ, आग लगी तो वो उठ भी नहीं पाए।
दूसरी खबर
कोरोना से जुड़ी एक और खबर है जो आपको चिंता में डाल सकती है। देश में कोरोना केस बढ़ने की रफ्तार दुनिया में सबसे तेज हो गई है। भारत में पिछले 10 दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख से 20 लाख हो गई है। आंकड़ों के गुणा-गणित से लबरेज कोरोना की डेटा स्टोरी से समझिए देश में कैसे पैर पसार रहा है कोरोना।
गुजरिए इस डेटा स्टोरी से... तीसरी खबर
कल एक और अहम खबर थी चीन से जुड़ी। रक्षा मंत्रालय ने आखिरकार ये मान लिया था कि चीन ने भारतीय जमीनों पर घुसपैठ की है। ये रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर अपडेट किया गया था। हालांकि बाद में जब ये बात आग की तरह फैल गई तो उसे हटा भी दिया। मालूम ही होगा कि पीएम मोदी ने पहले कहा था कि हमारी जमीन पर चीन नहीं आया है। राहुल गांधी ने इसी विवाद को आगे बढ़ाया है।
चौथी खबर
एक काम की बात और खबर भी काम की। ये जुड़ी है जेब से। क्या आपने कर्ज लिया है? बैंक से? तो आरबीआई ने लोन रीस्ट्रक्चरिंग की सुविधा दी है। वैसे आरबीआई ने और भी बहुत सारी सुविधाएं जोड़ी हैं। जानना चाहेंगे ही आप, इस खबर को जल्दी से लेकिन ध्यान से पूरा पढ़ जाएं।
पांचवीं खबर
और हां, अयोध्या में भूमिपूजन हो गया है, लेकिन इसके बाद वहां रामलला के दर्शन को आनेवालों की संख्या अचानक बढ़ गई है। लॉकडाउन के बाद मंदिर खुला तो एक दिन में ज्यादा से ज्यादा 200 लोग आ रहे थे। लेकिन 5 अगस्त को भूमिपूजन के बाद 6 अगस्त की सुबह 12 बजे तक ही 1400 लोग दर्शन के लिए आ चुके थे। रामलला, सरयू घाट, हनुमानगढ़ी और कारसेवकपुरम की आंखन देखी यहां पढ़िए।
आखिर में अगर आप भी भाग्य और तकदीर की बातों पर यकीन करते हैं और उसके मुताबिक अपने दिन के फैसले लेते हैं तो आपके लिए है शुक्रवार का राशिफल और टेरो राशिफल दोनों। चंद्रमा पर शनि की टेढ़ी नजर पड़ने से 7 राशि वालों को लेन-देन और निवेश में हो सकता है नुकसान, आपकी राशि क्या कहती है, जानिए यहां....।
आज का राशिफल : 7 अगस्त, शुक्रवार को चंद्रमा मीन राशि में रहेगा। उस पर शनि की टेढ़ी नजर रहेगी। जिससे लेन-देन और निवेश में नुकसान हो सकता है। एस्ट्रोलॉजर डॉ. अजय भाम्बी के अनुसार वृष, कुंभ, कर्क, सिंह, कन्या, मकर और मीन राशि वाले लोगों को पूरे दिन संभलकर रहना होगा।
आज का टैरो राशिफल : शुक्रवार, 7 अगस्त 2020 को टैरो राशिफल के मुताबिक 12 में से 7 राशियों के लिए दिन शुभ फल देने वाला हो सकता है। वहीं, 5 राशियों के लिए सेहत और पैसों के मामले में ध्यान रखने का दिन है। मेष राशि वालों के लिए सफलता देने वाला रह सकता है दिन, वृष राशि वालों के लिए महत्वपूर्ण फैसले लेने का है दिन, मिथुन राशि वालों के लिए पुरस्कार और प्रशंसा मिलने का है दिन। आपके लिए कैसा रहेगा दिन जानिए टैरो कार्ड रीडर शीला एम. बजाज से।
अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रख दी गई। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि यह मंदिर सिर्फ अयोध्या की भव्यता को नहीं बढ़ाएगा, बल्कि यहां की इकोनॉमी को भी बदलेगा। यहां लोगों के लिए अवसर पैदा होंगे, पूरी दुनिया से लोग यहां भगवान राम और माता सीता के दर्शन के लिए आएंगे। भूमिपूजन के बाद अब इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि अयोध्या में मंदिर बनने के बाद क्या कुछ बदलेगा, अयोध्या का स्वरूप क्या होगा, यहां का पर्यटन कितना बढ़ेगा, अयोध्यावासियों को कितना फायदा होगा।
भारत के जीडीपी में ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर का कारोबार साल 2017 के 15.24 लाख करोड़ रु से बढ़कर 2028 तक 32 लाख करोड़ रु तक पहुंचने अनुमान है। इसमें ज्यादातर हिस्सा डोमेस्टिक टूरिज्म का होता है। जिसका 60 फीसदी हिस्सा रिलीजियस टूरिज्म का होता है। रिलीजियस टूरिज्म का कारोबार करीब 10 लाख करोड़ रु का है।
पर्यटन मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि अयोध्या डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का 80 फीसदी काम पूरा हो गया है। स्वदेश दर्शन योजना में केंद्र सरकार ने 2014-18 में 127 करोड़ रु रामायण सर्किट के तहत जारी किए थे।
अयोध्या में मंदिर बनने के बाद यहां आने वाले टूरिस्टों की संख्या बढ़ेगी। 2019 में यहां कुल 3.4 लाख टूरिस्ट यहां आए थे। वहीं, 2015 में 1.4 लाख यानी पिछले पांच साल में दो गुने से ज्यादा पर्यटक बढ़े हैं। राममंदिर के मुख्य डिजाइनर चंद्रकांत सोमपुरा के पुत्र आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा का मानना है कि मंदिर बनने के बाद यहां करीब 1 लाख तक लोग हर दिन दर्शन के लिए आएंगे यानी करीब 3.6 करोड़ हर साल।
यूपी में करीब 28 करोड़ टूरिस्ट हर साल आते हैं। पिछले साल 54 करोड़ टूरिस्ट आए थे। कुंभ के कारण संख्या बढ़ गई थी। देश में डोमेस्टिक टूरिज्म के मामले में यूपी दूसरे नंबर पर है, जबकि विदेशी पर्यटकों के मामले में तीसरे नंबर। राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या ग्लोबल टूरिज्म सेंटर बनेगा।
साल 2017-18 की बात करें तो देशभर में जहां सबसे ज्यादा पर्यटक आए, उनमें ताज महल, रेड फोर्ट, कुतुबमीनार, आगरा फोर्ट और कोणार्क का सूर्य मंदिर शामिल है। ताजमहल देखने के लिए 64 लाख लोग आए, इसमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं।
अयोध्या के लिए क्या है मास्टर प्लान
यूपी सरकार ने अयोध्या के विकास के लिए 85 करोड़ रु का बजट रखा है। यहां भगवान राम की सबसे बड़ी मूर्ति लगाने का भी प्लान है, जिसको लेकर काम चल रहा है। यह मूर्ति सबसे बड़ी मूर्ति होगी, जिसकी ऊंचाई 251 मीटर होगी। इसके अलावा यहां क्वीन हो मेमोरियल, डिजिटल म्यूजियम, इन्टरप्रिटेशन सेंटर, रामलीला संकुल, रामकथा गैलरी, ऑडिटोरियम समेत कई योजनाएं हैं, जिन पर काम होना है। इसके साथ ही सरयू नदी के तट पर फाइव स्टार होटल्स बनाने का भी प्लान है।
अयोध्या के 84 कोस की सीमा में करीब 60 धार्मिक स्पॉट बनाने का प्रस्ताव है, जो करीब 250 किमी लंबा होगा। यह 10 जिलों को जोड़ेगा। इसके साथ ही अयोध्या के 10 प्रसिद्ध तालाबों की मरम्मत की जाएगी, कई रेलवे ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे, ताकि यहां आने वाले लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।
श्रीराम एयरपोर्ट
अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट बनाया जाना है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2018 में इसकी घोषणा की थी। इसके लिए यूपी सरकार ने 200 करोड़ रुपया जारी कर दिया है। कुल 500 करोड़ रुपए का बजट है। अयोध्या में हाईटेक एयरपोर्ट बनने के बाद यहां आने वाले टूरिस्टों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
हाईटेक रेलवे स्टेशन
अयोध्या में हाईटेक रेलवे स्टेशन भी बनेगा। उम्मीद है कि अगले साल तक इसका काम पूरा हो जाएगा। इस रेलवे स्टेशन को अयोध्या के मंदिर मॉडल पर बनाया जाएगा। इसके लिए 104 करोड़ रु का बजट रखा गया है। इसका निर्माण कार्य दो फेज में पूरा किया जाएगा। पहले फेज में प्लेटफॉर्म बनाने का काम किया जाना है, जबकि दूसरे फेज में रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग, टॉयलेट, डोरमेटरी, टिकट घर जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
रेलवे के मुताबिक अभी अयोध्या करीब 5 हजार यात्री रोज आते हैं। मंदिर बनने के बाद यह संख्या 12 गुना बढ़ने का अनुमान है। यानी हर दिन करीब 60 हजार यात्री ट्रेन से अयोध्या पहुंचेंगे।
मंदिर के चारों तरफ 360 डिग्री थियेटर बनेगा। यहां भगवान राम पर बनी डॉक्यूमेंट्री, म्यूजियम, फोटो गैलरी, पूजा के लिए हॉल, एक बड़ा फूड कोर्ट होगा। तालाबों में लेजर लाइट और पूरे इलाके को हरा-भरा किया जाएगा।
नए अवसर मिलेंगे, रोजगार बढ़ेगा
राम मंदिर बनने के बाद यहां के लोगों को उम्मीद है कि रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, नई नौकरियां मिलेंगी। जैसे देश के दूसरे मंदिरों के माध्यम से रोजगार मिलता है, उसी तरह यहां भी लोगों को फायदा होगा। एक अनुमान के मुताबिक तिरुपति बालाजी मंदिर में करीब 16 हजार लोग काम करते हैं। ट्रस्ट के लोगों का कहना है कि यह मंदिर भी उसी तर्ज पर डेवलप किया जाएगा। इसके साथ ही यहां मंदिर बनने के बाद होटल वालों, दुकानदारों, फूल-माला वालों, ट्रेवल एजेंसियों और दीये बेचने वाले लोगों को फायदा होगा।
देश में कोरोनावायरस के मामले 20 लाख के पार पहुंच गए हैं। हालांकि, अच्छी बात ये भी है कि एक तरफ भले ही कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही हो, लेकिन दूसरी तरफ इससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इसका नतीजा ये हो रहा है कि देश में अब ठीक हुए मरीजों की संख्या एक्टिव मरीजों से दोगुने से ज्यादा हो गई है। covid19india.org के डेटा के मुताबिक, 6 अगस्त की रात 10 बजे तक देश में 6.04 लाख एक्टिव केस हैं, जबकि 13.75 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं।
इस स्टोरी में हम आपको 5 ग्राफिक्स के जरिए देश में कोरोनावायरस के हालात समझाने की कोशिश करेंगे।
1. लॉकडाउन से पहले रिकवरी रेट 7.1% था, अब 67% से भी ज्यादा
बात जब ठीक हुए मरीजों की हो रही है, तो सबसे पहले बात रिकवरी रेट की ही हो। देश में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है। लॉकडाउन से पहले यानी 25 मार्च तक देश में रिकवरी रेट 7.10% ही था। लॉकडाउन-4 तक रिकवरी रेट बढ़कर 38% के पार पहुंच गया। जबकि, अब देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 67% के ऊपर पहुंच गई है। 1 जून से देश अनलॉक हो गया है और उसके बाद रिकवरी रेट 20% से ज्यादा बढ़ा है।
2. 16 राज्य ऐसे, जहां ठीक हुए मरीजों की संख्या एक्टिव केसेस से ज्यादा
रिकवरी रेट के बाद बात उन राज्यों की जहां ठीक हुए मरीजों की संख्या एक्टिव केसेस से भी ज्यादा है। इन 16 राज्यों में 6 राज्य ऐसे भी हैं, जो कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित 10 राज्यों की लिस्ट में भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा रिकवरी रेट दिल्ली में है, जहां के करीब 90% मरीज ठीक हो चुके हैं। यहां अब 10 हजार से कुछ ज्यादा ही एक्टिव केस है।
देश के 17 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे भी हैं, जहां कोरोना से 100 से भी कम मौतें हुई हैं। इनमें से 12 राज्यों में मौतों का आंकड़ा 50 से भी कम है। हालांकि, ये मौतें भी नहीं होनी चाहिए थी।
3. 28 राज्यों में डब्ल्यूएचओ के तय मानक से ज्यादा टेस्ट हो रहे
देश में अब तक 2.08 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट हो चुका है। इस तरह अब हमारे देश में हर 10 लाख आबादी पर 15 हजार 119 लोगों की जांच हो चुकी है।
डब्ल्यूएचओ का मानक है कि हर देश में हर 10 लाख आबादी पर रोजाना 140 से ज्यादा टेस्ट होने चाहिए। अच्छी बात ये है कि भारत में अब 28 राज्यों में रोजाना हर 10 लाख आबादी पर 140 से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। हालांकि, ये आंकड़ा रोज बदलता भी है।
5 अगस्त को देशभर में 6.64 लाख से ज्यादा सैंपल जांचे गए। जबकि, 4 अगस्त को देश में 6.61 लाख से ज्यादा सैंपल टेस्ट हुए थे। इस दिन हर 10 लाख आबादी पर 479 टेस्ट हुए थे। इसी दिन देश के 28 राज्य ऐसे थे, जहां डब्ल्यूएचओ के तय मानक से ज्यादा टेस्ट हुए थे यानी 140 टेस्ट से ज्यादा।
4. देश के 28 राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 10% से कम
5 अगस्त तक के डेटा के मुताबिक, देश में पॉजिटिविटी रेट 8.89% था। जबकि, 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ये पॉजिटिविटी रेट 10% से भी कम था। पॉजिटिविटी रेट यानी जितने टेस्ट हो रहे हैं, उसमें से कितने पॉजिटिव मिल रहे हैं।
यानी हर 100 टेस्ट में से 9 से भी कम कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं।
5. कोरोना से जान गंवाने वालों में पुरुष ज्यादा, उम्रदराज लोगों को ज्यादा खतरा
कई रिसर्च में सामने आया है कि कोरोनावायरस की वजह से महिलाओं की तुलना में पुरुषों की जान ज्यादा जा रही है। इसके साथ ही ये भी सामने आया है कि जिनकी उम्र ज्यादा है, उनको भी खतरा है।
4 अगस्त तक देश में जितनी मौतें हुई थीं, उनमें से 68% पुरुष थे यानी हर 100 मौतों में से 68 पुरुष हैं। इसके साथ ही मरने वालों में 80% से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 45 साल से ज्यादा है।