शुक्रवार, 20 नवंबर 2020

48 दिन बाद एक्टिव केस में बढ़ोतरी हुई, कुल संक्रमितों का आंकड़ा 90 लाख के पार

देश में कोरोना की रफ्तार तेज होती जा रही है। गुरुवार को 46 हजार 185 लोग संक्रमित मिले। इसके मुकाबले 45 हजार 246 मरीज ठीक हुए। 583 मरीजों ने महामारी से दम तोड़ दिया। इस तरह एक्टिव केस में 343 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इलाज करा रहे इन मरीजों की संख्या में 3 अक्टूबर के बाद से लगातार कमी आ रही थी।

देश में अब तक 90 लाख 1 हजार 263 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। राहत की बात है कि इनमें 84 लाख 23 हजार 162 लोग ठीक भी हो चुके हैं। 4 लाख 41 हजार 727 मरीजों का इलाज चल रहा है। संक्रमण के चलते जान गंवाने वालों की संख्या अब 1 लाख 32 हजार 133 हो गई है।

अहमदाबाद में 23 नवंबर तक कर्फ्यू

गुजरात सरकार ने अहमदाबाद में 23 नवंबर की सुबह 6 बजे तक कंप्लीट कर्फ्यू लगा दिया है। आदेश गुरुवार रात 9 बजे से लागू हुआ। इस दौरान केवल दूध और दवा की दुकानें खुली रहेंगी। राज्य सरकार ने 23 नवंबर से स्कूल-कॉलेज खोलने के अपने पुराने आदेश को भी रद्द कर दिया है।

दिल्ली में 3 दिन में 150 ICU और 800 कोविड बेड तैयार

दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग के 3 दिन के अंदर ही दिल्ली में 150 ICU और ट्रेन कोच में 800 कोविड-19 बेड्स तैयार हो गए। ये 800 बेड शाकुर बस्ती रेलवे स्टेशन पर हैं। यहां CAPF के डॉक्टर तैनात किए गए हैं। गृह मंत्रालय के मुताबिक, अभी 3652 ICU बेड हैं। इनकी संख्या और बढ़ाने पर काम चल रहा है।

दिल्ली में ये सुविधाएं भी बढ़ाई गईं

  • मंत्रालय के मुताबिक, टेस्टिंग बढ़ाने पर भी काम शुरू हो गया है। 18 नवंबर को 28 हजार 708 RT-PCR टेस्ट हुए। नवंबर के आखिरी हफ्ते तक हर दिन 60 हजार टेस्ट होने लगेंगे।
  • केंद्र ने 10 मल्टी डिसीप्लीनरी टीम भी गठित की हैं। ये 100 से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों पर नजर रखेंगी, साथ ही ICU और कोविड-19 बेड्स की जरूरतों पर केंद्र को रिपोर्ट सौंपेगी।
  • छतरपुर इलाके के कोविड केयर सेंटर में मौजूद 500 आइसोलेशन बेड को ऑक्सीजन सुविधाओं के साथ लैस कर दिया गया है।

90 अस्पतालों के 60% बेड्स कोविड मरीजों के लिए रिजर्व

दिल्ली सरकार ने 90 प्राइवेट अस्पतालों के 60% बेड्स को कोविड-19 मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया है। 42 अन्य अस्पतालों के 80% ICU/HDU बेड्स को भी कोविड मरीजों के लिए रिजर्व रखने का आदेश जारी कर दिया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सभी अस्पतालों में इसका पालन करना होगा।

कोरोना अपडेट्स

  • हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के अलग-अलग जेलों में बंद 4,585 कैदियों की पैरोल बढ़ा दी है। इनमें 1,459 कैदी अंडर ट्रायल हैं, जबकि 3,126 सजायाफ्ता हैं। ये सब अब 31 दिसंबर तक जेल से बाहर रह सकेंगे। कोरोना के मामले बढ़ने पर इन कैदियों को राज्य सरकार ने पैरोल पर छोड़ा था।
  • केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। लिखा, ''हल्के लक्षण लगने पर कोरोना का टेस्ट कराया था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पिछले दिनों मेरे संपर्क में आने वाले सभी लोगों से अनुरोध है कि वह कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करें।''
  • शुक्रवार को हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर को-वैक्सीन का ट्रायल होगा। को-वैक्सीन का ये फाइनल ट्रायल चल रहा है। गृह मंत्री विज ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। विज ने कहा, 'मैंने ट्रायल के लिए अपना नाम दिया था। कल 11 बजे सिविल हॉस्पिटल में पहला डोज दिया जाएगा। इसका सुपरविजन PGI रोहतक के डॉक्टर करेंगे''। विज देश के पहले मंत्री हैं जो खुद पर वैक्सीन का ट्रायल करवा रहे हैं।
  • पूर्व रक्षामंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दोनों का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है। उनके बेटे अनिल के. एंटनी ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। अनिल ने बताया कि दोनों की हालत स्थिर है।
  • NCP नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनका सिटी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दीन दयाल उपाध्याय (DDU) हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि DDU में ICU बेड्स की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 की जा रही है। हम लोग ICU बेड्स की संख्या युद्ध स्तर पर बढ़ाने में जुटे हुए हैं।

5 राज्यों का हाल

1. दिल्ली

राज्य में गुरुवार को 7546 लोग संक्रमित मिले। 6685 लोग रिकवर हुए और 98 की मौत हो गई। मरने वालों का आंकड़ा 8 हजार के पार हो गया है। अब तक 8 हजार 41 लोग जान गंवा चुके हैं। संक्रमितों की संख्या भी बढ़कर 5 लाख 10 हजार 630 हो गई है। इनमें 43 हजार 221 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 4 लाख 59 हजार 368 लोग ठीक हो चुके हैं।

2. मध्यप्रदेश

राज्य में गुरुवार को 1363 नए केस मिले। 887 लोग रिकवर हुए और 14 की मौत हो गई। इसी के साथ संक्रमितों का आंकड़ा अब 1 लाख 88 हजार 18 हो गया है। इनमें 1 लाख 75 हजार 89 लोग ठीक हो चुके हैं। 9800 मरीजों का इलाज चल रहा है। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 3129 हो गई है।

3. राजस्थान

गुरुवार को राज्य में 2549 लोग संक्रमित पाए गए। 1844 लोग रिकवर हुए और 15 की मौत हो गई। अब तक 2 लाख 34 हजार 907 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 20 हजार 168 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 2 लाख 12 हजार 623 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 2116 हो गई है।

4. महाराष्ट्र

राज्य में गुरुवार को 5535 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। 5860 लोग रिकवर हुए और 154 की मौत हो गई। अब तक 17 लाख 63 हजार 55 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 79 हजार 738 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 16 लाख 35 हजार 971 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 46 हजार 356 हो गई है।

5. उत्तरप्रदेश

पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2586 नए मामले सामने आए। मौजूदा समय 22 हजार 757 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। 4 लाख 88 हजार 911 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में रिकवरी रेट 94.18% है। संक्रमित लोगों में से कुल 7480 लोगों की मौत हुई है।



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दिल्ली में कोरोना और प्रदूषण दोनों बेकाबू हो रहे हैं। इसे लेकर केजरीवाल सरकार का विरोध हो रहा है।


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WHO ने कहा- रेमडेसिविर का इस्तेमाल बंद करें, इसके कारगर होने के सबूत नहीं; चीन ने 10 लाख लोगों को वैक्सीन लगाया

दुनियाभर में अब तक 5.72 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.96 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 13.64 लाख लोगों की जान जा चुकी है। अब 1.61 करोड़ मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है, यानी एक्टिव केस। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि दुनिया के जिन देशों के अस्पतालों में संक्रमितों के इलाज में रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल हो रहा है, उन्हें फौरन इसे रोकना चाहिए। संगठन के मुताबिक, इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि यह दवा कोरोना के इलाज में मददगार है।

ट्रम्प के इलाज में इस्तेमाल हुई थी रेमडेसिविर
‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने इलेक्शन कैम्पेन के दौरान जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प संक्रमित हुए थे तो उनके इलाज में रेमडेसिविर का इस्तेमाल किया गया था। अब WHO इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने की सलाह दे रहा है। गुरुवार को जारी बयान में WHO ने कहा- हमारी गाइडलाइन कमेटी यह सलाह देती है कि अगर रेमडेसिविर का अस्पतालों में इस्तेमाल किया जा रहा है तो इसे बंद कर देना चाहिए। हमें इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि कोविड पेशेंट्स के इलाज में यह कारगर है। WHO की सलाह कई लोगों को चौंका सकती है। दरअसल, कई देशों के मेडिकल साइंटिस्ट्स ने साफ तौर पर इसके इस्तेमाल की सलाह दी है।

चीन में 10 लाख लोगों को वैक्सीन
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरोना वैक्सीन पर दुनिया के सभी देशों से सहयोग करने की अपील की है। इस बीच, खबर है कि चीन ने अब तक अपने देश के करीब 10 लाख लोगों को ‘सायनोफार्म’ वैक्सीन लगा भी दिया है। चीन के सरकारी अफसर ज्यादातर बातों की जानकारी मीडिया को नहीं देते, लेकिन वैक्सीन दिए जाने की खबर की उन्होंने पुष्टि की है। जिनपिंग ने गुरुवार को एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन की मीटिंग में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा- वायरस से निपटने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम सभी देश मिलकर इसके वैक्सीन और दवाओं पर काम करें। इस बारे में एक दूसरे पर इल्जाम लगाने से खतरा कम होने के बजाए बढ़ता जाएगा।

चीन के एक लैब में सफाई करता स्टाफ। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने अपने 10 लाख नागरिकों को सायनोफार्म वैक्सीन लगाया है।

थैंक्सगिविंग डे पर ट्रैवल न करें
अमेरिका में सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने देश के नागरिकों से अपील की कि वे थैंक्सगिविंग डे पर यात्रा करने से बचें। CDC के डायरेक्टर डॉक्टर हेनरी वेक ने कहा- हम जितना ज्यादा सफर करेंगे, महमारी का खतरा उतनी ही तेजी से फैलता जाएगा और यह सबके लिए खतरनाक है। फिर भी अगर आप यात्रा करना ही चाहते हैं तो हर उस गाइडलाइन का पालन करें जो हमने जारी की हैं। हम जानते हैं कि छुटि्टयों का हर कोई लुत्फ उठाना चाहता है, लेकिन कुछ खतरों को किसी भी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। माना जा रहा है कि आज देर रात सीडीसी कुछ नई गाइडलाइन्स जारी कर सकता है।

अमेरिका में नाउम्मीद हो रहे डॉक्टर
‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के कुछ राज्यों में हालात अब काबू से बाहर होते जा रहे हैं। संक्रमितों का आंकड़ा तो बढ़ ही रहा है, साथ ही मरने वालों की संख्या भी अब काबू से बाहर होती दिख रही है। टेनेसी के डायरेक्टर ऑफ क्रिटिकल केयर डॉक्टर एलिसन जॉनसन ने कहा- सही कहूं तो अब हम अवसाद में हैं और नाउम्मीद होते जा रहे हैं। हम नहीं कह सकते कि कब हालात सुधरेंगे। इसकी फिलहाल, कोई उम्मीद भी नजर नहीं आती। मैंने अपने कॅरियर में कभी नहीं सोचा कि इस तरह के हालात से सामना होगा। इदाहो में डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि सभी मरीजों को बेड दे पाना मुश्किल हो सकता है।



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WHO ने देशों को रेमडेसिविर दवा का इस्तेमाल रोकने की सलाह दी है। संगठन के मुताबिक, इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि यह दवा कोविड मरीजों के इलाज में कारगर है। (फाइल फोटो)


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48 दिन बाद एक्टिव केस में बढ़ोतरी हुई, कुल संक्रमितों का आंकड़ा 90 लाख के पार

देश में कोरोना की रफ्तार तेज होती जा रही है। गुरुवार को 46 हजार 185 लोग संक्रमित मिले। इसके मुकाबले 45 हजार 246 मरीज ठीक हुए। 583 मरीजों ने महामारी से दम तोड़ दिया। इस तरह एक्टिव केस में 343 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इलाज करा रहे इन मरीजों की संख्या में 3 अक्टूबर के बाद से लगातार कमी आ रही थी।

देश में अब तक 90 लाख 1 हजार 263 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। राहत की बात है कि इनमें 84 लाख 23 हजार 162 लोग ठीक भी हो चुके हैं। 4 लाख 41 हजार 727 मरीजों का इलाज चल रहा है। संक्रमण के चलते जान गंवाने वालों की संख्या अब 1 लाख 32 हजार 133 हो गई है।

अहमदाबाद में 23 नवंबर तक कर्फ्यू

गुजरात सरकार ने अहमदाबाद में 23 नवंबर की सुबह 6 बजे तक कंप्लीट कर्फ्यू लगा दिया है। आदेश गुरुवार रात 9 बजे से लागू हुआ। इस दौरान केवल दूध और दवा की दुकानें खुली रहेंगी। राज्य सरकार ने 23 नवंबर से स्कूल-कॉलेज खोलने के अपने पुराने आदेश को भी रद्द कर दिया है।

दिल्ली में 3 दिन में 150 ICU और 800 कोविड बेड तैयार

दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग के 3 दिन के अंदर ही दिल्ली में 150 ICU और ट्रेन कोच में 800 कोविड-19 बेड्स तैयार हो गए। ये 800 बेड शाकुर बस्ती रेलवे स्टेशन पर हैं। यहां CAPF के डॉक्टर तैनात किए गए हैं। गृह मंत्रालय के मुताबिक, अभी 3652 ICU बेड हैं। इनकी संख्या और बढ़ाने पर काम चल रहा है।

दिल्ली में ये सुविधाएं भी बढ़ाई गईं

  • मंत्रालय के मुताबिक, टेस्टिंग बढ़ाने पर भी काम शुरू हो गया है। 18 नवंबर को 28 हजार 708 RT-PCR टेस्ट हुए। नवंबर के आखिरी हफ्ते तक हर दिन 60 हजार टेस्ट होने लगेंगे।
  • केंद्र ने 10 मल्टी डिसीप्लीनरी टीम भी गठित की हैं। ये 100 से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों पर नजर रखेंगी, साथ ही ICU और कोविड-19 बेड्स की जरूरतों पर केंद्र को रिपोर्ट सौंपेगी।
  • छतरपुर इलाके के कोविड केयर सेंटर में मौजूद 500 आइसोलेशन बेड को ऑक्सीजन सुविधाओं के साथ लैस कर दिया गया है।

90 अस्पतालों के 60% बेड्स कोविड मरीजों के लिए रिजर्व

दिल्ली सरकार ने 90 प्राइवेट अस्पतालों के 60% बेड्स को कोविड-19 मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया है। 42 अन्य अस्पतालों के 80% ICU/HDU बेड्स को भी कोविड मरीजों के लिए रिजर्व रखने का आदेश जारी कर दिया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सभी अस्पतालों में इसका पालन करना होगा।

कोरोना अपडेट्स

  • हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के अलग-अलग जेलों में बंद 4,585 कैदियों की पैरोल बढ़ा दी है। इनमें 1,459 कैदी अंडर ट्रायल हैं, जबकि 3,126 सजायाफ्ता हैं। ये सब अब 31 दिसंबर तक जेल से बाहर रह सकेंगे। कोरोना के मामले बढ़ने पर इन कैदियों को राज्य सरकार ने पैरोल पर छोड़ा था।
  • केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। लिखा, ''हल्के लक्षण लगने पर कोरोना का टेस्ट कराया था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पिछले दिनों मेरे संपर्क में आने वाले सभी लोगों से अनुरोध है कि वह कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करें।''
  • शुक्रवार को हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज पर को-वैक्सीन का ट्रायल होगा। को-वैक्सीन का ये फाइनल ट्रायल चल रहा है। गृह मंत्री विज ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। विज ने कहा, 'मैंने ट्रायल के लिए अपना नाम दिया था। कल 11 बजे सिविल हॉस्पिटल में पहला डोज दिया जाएगा। इसका सुपरविजन PGI रोहतक के डॉक्टर करेंगे''। विज देश के पहले मंत्री हैं जो खुद पर वैक्सीन का ट्रायल करवा रहे हैं।
  • पूर्व रक्षामंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। दोनों का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है। उनके बेटे अनिल के. एंटनी ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। अनिल ने बताया कि दोनों की हालत स्थिर है।
  • NCP नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनका सिटी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दीन दयाल उपाध्याय (DDU) हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि DDU में ICU बेड्स की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 की जा रही है। हम लोग ICU बेड्स की संख्या युद्ध स्तर पर बढ़ाने में जुटे हुए हैं।

5 राज्यों का हाल

1. दिल्ली

राज्य में गुरुवार को 7546 लोग संक्रमित मिले। 6685 लोग रिकवर हुए और 98 की मौत हो गई। मरने वालों का आंकड़ा 8 हजार के पार हो गया है। अब तक 8 हजार 41 लोग जान गंवा चुके हैं। संक्रमितों की संख्या भी बढ़कर 5 लाख 10 हजार 630 हो गई है। इनमें 43 हजार 221 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 4 लाख 59 हजार 368 लोग ठीक हो चुके हैं।

2. मध्यप्रदेश

राज्य में गुरुवार को 1363 नए केस मिले। 887 लोग रिकवर हुए और 14 की मौत हो गई। इसी के साथ संक्रमितों का आंकड़ा अब 1 लाख 88 हजार 18 हो गया है। इनमें 1 लाख 75 हजार 89 लोग ठीक हो चुके हैं। 9800 मरीजों का इलाज चल रहा है। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 3129 हो गई है।

3. राजस्थान

गुरुवार को राज्य में 2549 लोग संक्रमित पाए गए। 1844 लोग रिकवर हुए और 15 की मौत हो गई। अब तक 2 लाख 34 हजार 907 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 20 हजार 168 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 2 लाख 12 हजार 623 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 2116 हो गई है।

4. महाराष्ट्र

राज्य में गुरुवार को 5535 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। 5860 लोग रिकवर हुए और 154 की मौत हो गई। अब तक 17 लाख 63 हजार 55 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 79 हजार 738 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 16 लाख 35 हजार 971 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 46 हजार 356 हो गई है।

5. उत्तरप्रदेश

पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2586 नए मामले सामने आए। मौजूदा समय 22 हजार 757 मरीज ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है। 4 लाख 88 हजार 911 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में रिकवरी रेट 94.18% है। संक्रमित लोगों में से कुल 7480 लोगों की मौत हुई है।



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दिल्ली में कोरोना और प्रदूषण दोनों बेकाबू हो रहे हैं। इसे लेकर केजरीवाल सरकार का विरोध हो रहा है।


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मुंबई हमले के मास्टरमाइंड को जेल; बिहार के शिक्षा मंत्री ढाई घंटे में फेल और बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद

नमस्कार!
गुजरात टूरिज्म विभाग का फोकस अब केवडिया पर है। अमिताभ बच्चन से प्रमोशन के लिए संपर्क किया गया है। हो सकता है कि इस बार आप बिग बी को कहते सुने, 'सिर्फ कच्छ नहीं, केवडिया भी नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा'। बहरहाल, शुरू करते हैं न्यूज ब्रीफ।

सबसे पहले देखते हैं, बाजार क्या कह रहा है…

  • BSE का मार्केट कैप 170 लाख करोड़ रुपए रहा। करीब 48% कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही।
  • 2,938 कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग हुई। इसमें 1,322 कंपनियों के शेयर बढ़े और 1,436 कंपनियों के शेयर गिरे।

आज इन इवेंट्स पर रहेगी नजर

  • लोक आस्था का त्योहार छठ आज मनाया जाएगा। छठव्रती अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना करेंगे।
  • कोवैक्सिन के तीसरे फेज का ट्रायल रोहतक, हैदराबाद और गोवा में शुरू होगा। हर जगह 200 वालंटियर्स को वैक्सीन दी जाएगी।
  • प्रधानमंत्री मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय त्शेरिंग संयुक्त रूप से भूटान में वर्चुअली RuPay Card फेज-2 लॉन्च करेंगे।
  • मध्य प्रदेश में जेल गार्ड की भर्ती परीक्षा की शुरुआत होगी। मध्यप्रदेश के अलग-अलग शहरों में यह परीक्षा 20 नवंबर तक चलेगी।

देश-विदेश
शीतकाल के लिए बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद

बद्रीनाथ धाम के कपाट गुरुवार को शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस अवसर पर करीब पांच हजार श्रद्धालु बद्री विशाल के दर्शन करने पहुंचे थे। कोरोना के चलते इस साल करीब 1.45 लाख लोग ही दर्शन कर पाए। जबकि, पिछले साल यहां 12.40 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे थे।

ढाई घंटे में बिहार के शिक्षा मंत्री ने पद छोड़ा
बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने गुरुवार को पद संभालने के ढाई घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया। उन्होंने नीतीश कुमार के साथ 16 नवंबर को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली थी। 2010 में बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते हुए चौधरी पर भर्ती घोटाले का आरोप लगा था।

मुंबई हमले के मास्टरमाइंड को 10 साल की जेल
पाकिस्तान की एक एंटी टेररिज्म कोर्ट ने आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के मुखिया हाफिज सईद को अवैध फंडिंग मामले में 10 साल कैद की सजा सुनाई। गुरुवार को यह जानकारी पाकिस्तानी मीडिया ने दी। 17 जुलाई को गिरफ्तार हुआ हाफिज मुंबई हमले का मुख्य आरोपी है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- क्रेडिट कार्ड पर ब्याज में रियायत न देंं

लोन मोरेटोरियम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई की। कोर्ट ने कहा- क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों को कंपाउंड इंटरेस्ट में रियायत का कोई फायदा नहीं मिलना चाहिए। क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वाले लोगों ने कोई लोन नहीं लिया है, बल्कि वे इससे खरीदारी कर रहे हैं।

अक्षय कुमार ने यूट्यूबर पर मानहानि का दावा ठोका
अक्षय कुमार ने एक यूट्यूबर पर 500 करोड़ रुपए का मानहानि का केस किया है। राशिद सिद्दीकी नाम के इस यूट्यूबर पर सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े फर्जी वीडियो पोस्ट करने, अक्षय पर रिया चक्रवर्ती को कनाडा भागने में मदद करने के झूठे आरोप लगाने के आरोप लगे हैं।

डेटा स्टोरी
भारत में 75 करोड़ हुए इंटरनेट यूजर

भारत में इंटरनेट ने 15 अगस्त 2020 को 25 साल पूरे किए। इसी महीने देश में 75 करोड़ यूजर का आंकड़ा भी पार हो चुका है। खास बात यह है कि पिछले चार साल में इंटरनेट यूजर दोगुने हुए हैं। यानी शुरुआती 21 साल में जितने यूजर जुड़े, उतने ही 2017 से अब तक जुड़ चुके हैं।

पढ़ें पूरी खबर...

पॉजिटिव खबर
नींबू की खेती शुरू की, सालाना 6 लाख रु कमाई

यह कहानी है रायबरेली के रहने वाले आनंद की। पिछले 13 साल पटना, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में नौकरी की। फिर गांव लौटे। धान और गेंहूं की खेती शुरू की लेकिन मुनाफा नहीं हुआ। मार्केट रिसर्च के बाद नींबू की खेती शुरू की। अब सालाना 6 लाख रुपए कमा रहे।

पढ़ें पूरी खबर...

सुर्खियों में और क्या है...

  • सुरक्षाबलों ने गुरुवार सुबह जम्मू के नगरोटा में टोल प्लाजा पर आतंकियों से भरा ट्रक उड़ाया। 4 आतंकी ढेर किए। 11 AK-47 और 29 ग्रेनेड बरामद किए गए।
  • दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने कोरोना मरीजों के बढ़ने पर सख्ती बढ़ा दी है। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वालों से अब 2000 रुपये जुर्माना वसूला जाएगा।
  • खबर आई कि सेना ने POK में हमला किया। थोड़ी देर बाद सेना ने कहा- ये फेक रिपोर्ट्स हैं। आज गोली ही नहीं चली। PoK में सेना पिनपॉइंट स्ट्राइक कर रही है, इनमें आतंकी लॉन्चपैड्स तबाह किए जा रहे हैं।


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Pakistan Court Verdict Update; Mumbai Attack Maserming JuD Chief Hafiz Saeed Close Aides Gets Sentences Bollywood Suicide: Indian Government News Updates| Kangana Ranaut News | Chirag Paswan Nitish Kumar; Dainik Bhaskar Top News Morning Briefing Today


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तीर न तलवार, देखिए कार्टून की धार; निशाने पर TRP के पीछे भागते चैनलों के ठेकेदार



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Do not arrow, see the edge of the cartoon; Contractors of channels running behind TRP on target


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अभी 100 फीसदी रिजल्ट देने का समय है, ध्यान रखें छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है

कहानी- महाभारत युद्ध अंतिम दौर की ओर बढ़ रहा था। पांडवों ने एक-एक करके कौरवों से सभी बड़े योद्धाओं को मार दिया। गांधारी भी युद्ध के हालात रोज पता कर रही थीं। जब उन्हें लगने लगा कि अब दुर्योधन के प्राण संकट में हैं, तो उन्होंने दुर्योधन को आदेश दिया कि वो नग्न अवस्था में उनके शिविर में आए।

गांधारी ने धृतराष्ट्र से विवाह के बाद से ही आंखों पर पट्टी बांध रखी थी, क्योंकि वो अपने अंधे पति से उनका दुःख बांटना चाहती थीं। उन्हें ये वरदान मिला था कि वह आंखें खोलकर जिसे देखेंगी, वह इंसान लोहे का हो जाएगा। उस व्यक्ति के शरीर को कोई हथियार चोट नहीं पहुंचा पाएगा। गांधारी चाहती थीं कि दुर्योधन का पूरा शरीर लोहे का हो जाए, ताकि कोई उसे मार न सके।

रात के समय दुर्योधन पूरा नग्न होकर अपनी माता के शिविर में जा रहा था, तब श्रीकृष्ण ने उसे देखा तो वे पूरी बात समझ गए। श्रीकृष्ण ने दुर्योधन से कहा कि तुम अब युवा हो और अपनी माता के सामने इस तरह जाना तुम्हें शोभा नहीं देता है। कम से कम जांघों पर तो कुछ ढंक लो।

श्रीकृष्ण की बात दुर्योधन की समझ में आ गई और उसने पत्तों से जांघों का हिस्सा ढंक लिया। वह माता के सामने पहुंचा तो उसके शरीर पर जहां-जहां गांधारी की नजर पड़ी, वह अंग लोहे के हो गए, सिर्फ जांघों को छोड़कर और उसके शरीर का वो ही हिस्सा लोहे का नहीं हो पाया।

युद्ध के आखिरी दिन भीम और दुर्योधन का गदा युद्ध हुआ। भीम ने गदा से कई प्रहार किए, लेकिन दुर्योधन के शरीर पर खरोंच तक नहीं आई। उस समय श्रीकृष्ण ने भीम को जांघ पर प्रहार करने का इशारा किया। इशारा मिलते ही भीम ने जांघ पर प्रहार करना शुरू कर दिया और दुर्योधन घायल हो गया। इसके बाद उसकी मौत हो गई।

सीख- ये कहानी हमें बता रही है कि छोटी सी चूक से कितना बड़ा नुकसान हो सकता है। जब भी कोई काम करें, उसे वैसे ही करें, जैसे करने का नियम है या जैसा करने के लिए हमें कहा गया है। काम कोई भी हो, ये सतर्कता बहुत जरूरी है।



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मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़, गांव में नींबू की खेती शुरू की, सालाना 6 लाख रु हो रही है कमाई

रायबरेली से 20 किमी दूर कचनावां गांव में घुसते ही नींबू की खुशबू आपका मन मोह लेगी। कच्ची पगडंडियों से होते हुए जब आप खेतों में पहुंचेंगे तो सामने आपको लहलहाता हुआ नींबू का बाग मिलेगा। यहां कभी पैंट-शर्ट में तो कभी धोती-कुर्ते में आनंद मिश्रा आपको काम करते दिख जाएंगे। वो मल्टी नेशनल कंपनी में लाखों की नौकरी छोड़कर गांव में ही खेती कर रहे हैं। इससे सालाना 6 लाख रु. कमा रहे हैं।

आनंद बताते हैं कि BBA के बाद 2002 में मेरी जॉब एक प्लास्टिक फर्नीचर कंपनी में लगी। पहली पोस्टिंग नोएडा में रही। फिर बतौर आउटसोर्सिंग हेड पटना, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में रहा। अच्छी सैलरी, बड़ा घर, गाड़ी और जीवन में वह सब कुछ था, जिससे जिंदगी आसान हो जाती है, लेकिन जब भी त्योहार या छुट्टियों में घर आता, मेरा मन यहीं रम जाता। भागदौड़ भरी जिंदगी से मन उचाट हो गया था। इसलिए 2016 में नौकरी छोड़कर घर आ गया। बीवी और बच्चों ने मुझे सपोर्ट किया, लेकिन मां नाराज हो गईं।

दो साल जमा किए पैसों से घर का खर्च चलाया

आनंद बताते हैं कि पहले मैंने अपने एक हेक्टेयर खेत में गेहूं और धान पर हाथ आजमाया, लेकिन कुछ खास नहीं हुआ। ऊपर से घाटा भी सहना पड़ा। फिर मैंने रिसर्च करने की सोची। नौकरी छूट गयी थी, लेकिन घर भी चलाना था। बच्चे पढ़ई कर रहे थे। इसलिए 13 साल की नौकरी में जो थोड़े बहुत पैसे बचाए थे, एफडी बनवाई थी, वह सब तोड़ना शुरू की ताकि घर का खर्च आराम से चल सके।

आनंद कहते हैं कि जब मैंने शुरुआत की तो लोग मजाक में लेते थे। कहते थे कि अच्छी-खासी जिंदगी को तिलांजलि देकर चला आया।

रिसर्च के लिए मैंने इलाहाबाद में अमरूद का बाग देखा, फतेहपुर में केले की खेती देखी, बाराबंकी में मेंथा देखा और फिर पद्मश्री राम सरन वर्मा के पास बाराबंकी गया। जहां वह केले की खेती करते हैं, लेकिन मुझे समझ नहीं आया, क्योंकि चाहे अमरूद हो, केला हो या मेंथा, इन सबकी खेती में यूपी में कॉम्पटीशन बहुत है। फिर मैंने मंडियों के चक्कर लगाए।

रायबरेली, लखनऊ, बाराबंकी और तमाम जगह गया। बस एक बात समझ आई कि नींबू बाहर से आता है और उसका दाम लगभग हमेशा ही एक सा रहता है और डिमांड बनी रहती है। मैंने पता लगाया कि नींबू का 90% माल कलकत्ता या नासिक से आता है। मैंने मंडियों में आढ़तियों से बात की अगर नींबू यहीं मिल जाए तो लेंगे। इस पर व्यापारी तैयार हो गए।

2018 में 80 हजार तो 2019 में 3 लाख कमाए

आनंद बताते हैं कि नींबू की फसल में 2 साल तक बहुत मुनाफा नहीं होता है, लेकिन जब आप देख-भाल करते रहते हैं तो तीन साल पर आपको मुनाफा मिलना शुरू हो जाता है और हर साल मुनाफा लगभग दुगुना होता है। इसी तरह पहले साल 2018 में मुझे लगभग 80 हजार मिले और 2019 में लगभग 3 लाख कमाए। अब 2020 में यह आमदनी 5 से 6 लाख पहुंच गई है। 2021 में 10 लाख तक कमाई हो जाएगी। अब तो गाड़ियां सीधे खेतों में आ जाती हैं।

आनंद बताते हैं कि जल्द ही यूपी से नींबू विदेशों में भी जाएंगे। अभी वे देश में ही इसकी सप्लाई करते हैं।

आनंद कहते हैं कि जब मैंने शुरुआत की तो लोग मजाक उड़ाते थे। कहते थे कि अच्छी-खासी जिंदगी को तिलांजलि देकर चला आया। कृषि विभाग के लोग भी शुरुआत में मेरी बातों को बहुत हलके में लेते थे, लेकिन अब उसी विभाग के कृषि वैज्ञानिक मेरे खेतों पर आते हैं और टिप्स देकर जाते हैं।

दूर-दूर से लोग नींबू की खेती की बारीकियां सीखने आते हैं। दरअसल, मेरा मकसद किसानों की मदद करना है। थोड़ा सा बदलाव कर किसान अपनी खेती को बेहतर कर सकता है। मैं सोशल मीडिया के जरिए भी खेती के बारे में बताता रहता हूं। लोग फोन पर भी बात करते हैं।

अब विदेशों में भेजेंगे नींबू

आनंद बताते हैं कि जल्द ही यूपी से नींबू विदेशों में भी जाएंगे। वो उत्तरप्रदेश कृषि निर्यात नीति समिति लखनऊ मंडल के सदस्य हैं। अब इसका फायदा वह यूपी के किसानों को देना चाहते हैं। आनंद कहते हैं कि पिछले 3 साल में कई लोगों ने नींबू की बागवानी शुरू की है, लेकिन अभी भी हम यूपी की डिमांड नहीं पूरी कर पा रहे हैं। इस क्षेत्र में आने से किसान इसलिए डर रहा है, क्योंकि उसको बागवानी का कृषि बीमा नहीं मिलता है। अगर सरकार कृषि बीमा देना शुरू करे तो किसान को फायदा होगा और लोग ज्यादा तेजी से इस ओर मुड़ेंगे।



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आनंद कहते हैं कि जब 2016 में नौकरी छोड़कर घर आ गया तो बीवी और बच्चों ने सपोर्ट किया, लेकिन मां नाराज हो गईं।


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कर्ज लेकर दुकान लगाई हूं, एक्को ग्राहक नहीं है, पहले इतनी भीड़ होती थी कि दुकान चलाने बाहर से लड़के बुलाने पड़ते थे

केरवा जे फरेला घवद से ओह पर सुगा मेड़राय, उ जे खबरी जनइबो अदित से, सुगा देले जुठियाए...पटना का गांधी घाट, लोग छठ की तैयारी में जुटे हैं। मिट्टी काटकर घाट बना रहे हैं। छठ व्रतियों की भी अच्छी खासी भीड़ है। गानें बज रहे हैं। हालांकि पिछले साल के मुकाबले उत्साह कम नजर आ रहा है। कोरोना के चलते प्रशासन ने घर पर ही छठ पूजा करने का निर्देश दिया है लेकिन, इसके बाद भी लोग घाटों पर आ रहे हैं।

लाल कपड़े से डेंजर जोन को घेर दिया गया है। NDRF की टीम मोर्चे पर तैनात है, थोड़ी-थोड़ी देर पर प्रशासन की गाड़ियां भी देखरेख के लिए आ रही हैं। माइक में लोगों से कोरोना से बचने और मास्क पहनने की अपील की जा रही है। लेकिन लोग कहां मानने वाले हैं, कम ही लोग मास्क पहने दिख रहे हैं।

पटना जंक्शन के बगल में ओवर ब्रिज के नीचे लगे मार्केट में लोगों की चहल पहल है, आम दिनों से ज्यादा भीड़ है। एक कतार में फल की दुकानें सजी हैं, बड़े-बड़े ईख रखे हैं। राजेन्द्र नगर की रहने वाली शीला देवी वर्षों से यहां फल की दुकान लगा रही हैं। इस बार भी उनकी दुकान खूब सजी है, हर वो फल उनकी दुकान में हैं, जिनकी छठ के लिए खरीदारी होती है, लेकिन ग्राहकी नहीं है।

.पटना का गांधी घाट, लोग छठ की तैयारी में जुटे हैं। मिट्टी काटकर घाट बना रहे हैं। छठ व्रतियों की भी अच्छी खासी भीड़ है।

वे कहती हैं, 'साह महाजनों से कर्ज लेकर दुकान लगाई हूं। आप देख ही रहे हैं कि एक्को ग्राहक नहीं आ रहा है। पहले कभी छठ के वक्त ऐसा हुआ ही नहीं। लोगों की इतनी भीड़ होती थी कि हमें दुकान चलाने के लिए बाहर से लड़के बुलाने पड़ते थे। लेकिन अभी सुबह से खाली बैठी हूं। वो कहती हैं कि कोरोना और लॉकडाउन के चलते लोगों की कमर टूट गई है। गरीब लोगों की नौकरी छूट गई है। उनके पास पैसे कहां बचे होंगे जो छठ करेंगे। अगर वो छठ करने की हिम्मत भी जुटा ले तो खरीदारी न के बराबर ही करेंगे। छठ मइया की कृपा होगी तो कुछ आमदनी हो जाएगी नहीं तो जिनसे पैसे उधार लेकर दुकान लगाई हूं, वो गाली ही देंगे।'

यहां से थोड़ा आगे बढ़ने पर तानिजा खातून मिलीं, जो 5-6 सालों से छठ के मौके पर यहां दुकान लगा रही हैं। वो मिट्टी के बने चूल्हे बेचती हैं। छठ में इन्हीं मिट्टी के बने चूल्हों पर प्रसाद बनाया जाता है। कहती है हर साल 10-12 हजार की कमाई हो जाती थी। लेकिन इस बार 2 हजार की भी बिक्री नहीं हुई है। कुछ लोग आते भी हैं तो दाम पूछ कर चले जाते हैं। सोचा था कि कुछ आमदनी हो जाएगी तो बिटिया की शादी करनी है, थोड़ी मदद मिल जाएगी।

तानिजा कहती हैं कि पिछले साल अच्छी कमाई हुई थी लेकिन इस बार लोग दाम पूछकर चले जा रहे हैं।

सत्यनारायण शर्मा सहरसा से आए हैं। हर साल छठ के मौके पर यहां आते हैं और अपनी दुकान लगाते हैं। वो सूप और खांची (दउरा) बेचते हैं। कहते हैं,'पिछले साल 30-40 हजार रुपए की कमाई हुई थी। सैकड़ों सूप और खांची बिके थे। लेकिन, इस बार तो आने-जाने का खर्च निकल जाए वही बहुत है।

वही पास में शत्रुघन की भी दुकान है। वो अपनी मां के साथ बिहटा से आए हैं। कहते हैं,'पिछली बार 10 हजार रु की खांची बेची थी लेकिन इस बार बोहनी भी नहीं हुई है। पहले से ही मन में डर था कि मार्केट पहले की तरह नहीं रहेगा। क्योंकि कोरोना से कई लोगों का धंधा बंद हो गया है। जो लोग छठ के लिए बाहर से कमाकर लाते थे वो अभी घर पर ही बैठे हैं, लॉकडाउन के बाद बाहर गए ही नहीं है। बिना पैसे के वो छठ कैसे करेंगे।

इधर ट्रेनों में भीड़ देखने को मिल रही है। लोग छठ के लिए ईख और सुपली लेकर अपने-अपने घर जा रहे हैं। हालांकि इस दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है न ही लोग मास्क पहने हुए हैं। आरा के रहने वाले दीपक दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। वो अपने गांव जा रहे हैं।

वे कहते हैं, छठ के लिए छुट्टी लेकर आया हूं। इस बार जैसे तैसे छठ तो हो रही है लेकिन बजट कम ही है। खरीदारी न के बराबर ही हुई है। बस परंपरा निभाई जा रही है। मेरे गांव में हर साल 100 से ज्यादा लोग छठ करते थे लेकिन इस बार 10 लोग भी नहीं कर रहे हैं।

सहरसा के रहने वाले सत्यनारायण शर्मा हर साल छठ के मौके पर यहां अपनी दुकान लगाते हैं। वो सूप और खांची (दउरा) बेचते हैं।

पूरे बिहार में छठ के मौके पर लगभग 300 करोड़ का कारोबार होता है। हर घर पर औसतन 3 से 4 हजार रु खर्च होते हैं। इस बार बहुत कम ही लोग छठ कर रहे हैं। जो कर भी रहे हैं, उनका बजट घट गया है। पटना फ्रूट एसोसिएशन की मानें तो अकेले पटना में 5-10 करोड़ रु का घाटा पिछली बार की तुलना में हुआ है। इसी तरह सब्जियों और सराफा बाजार को भी नुकसान पहुंचा है। पहले कई लोग सोने और चांदी का सूप खरीदते थे।

जानी मानी लोक गायिका विजया भारती कहती हैं कि ये कोरोना हमें जो दिन दिखा दे। लोक कलाकारों का तो पहले से ही बुरा हाल है, छठ से थोड़ी राहत की उम्मीद थी लेकिन अब वो भी नहीं मिल रही है। छठ लोक पर्व है, इसमें लोक कलाकारों की भागीदारी रहती है।

हमारे लिए ये त्योहार महोत्सव की तरह होता है। हर साल देशभर से हमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बुलावा आता था, स्टेज शो होते थे। लेकिन, इस बार ऐसे कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं, सिर्फ ऑनलाइन का ही आसरा है। इसमें भी छोटे कलाकारों के लिए कोई स्कोप नहीं है।



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राजेंद्र नगर की रहने वाली शीला देवी पिछले कई सालों से यहां फल की दुकान लगा रही हैं।


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परिवार का दावा- उसकी बेटी को जलाया गया, आरोपियों के घर वाले बोले- लड़की ने खुद ही आग लगा ली

17 नवंबर का दिन। सुबह के ग्यारह बजे हैं। ढलुआ पक्की सड़क से होते हुए हम सैमूना खातून के घर के बाहर पहुंचे। इनकी 20 साल की बेटी गुलनाज खातून को कथित तौर पर गांव के ही तीन लड़कों ने केरोसीन डालकर जला दिया था। ये घटना 30 अक्टूबर की है। अब गुलनाज इस दुनिया में नहीं है। उसे गांव के ही कब्रिस्तान में सुपुर्दे-ए-खाक कर दिया गया है।

गुलनाज के घर के बाहर पुलिस का पहरा है। पुरुषों के साथ ही महिला पुलिस की भी तैनाती है। घर के ठीक सामने गांव के कुछ बुजुर्ग बैठे हैं। स्थानीय नेता और पटना यूनिवर्सिटी से आए लड़के हैं। पीड़िता की मां सैमूना खातून घर के अंदर है। सुबह से ही मीडिया की कई टीमें आ चुकी हैं और अभी भी आ रही हैं। अभी-अभी एक टीवी चैनल की पत्रकार बाहर बैठे बुजुर्गों को साइड करते हुए घर के अंदर दाखिल हुई है।

अपने कैमरे में देखते हुए वो बोल रही है, “हाजीपुर नहीं…बिहार की इस बेटी को न्याय कैसे मिलेगा? इस बेटी को न्याय तब मिलेगा जब हम और आप इस घटना पर अपना आक्रोश व्यक्त करेंगे। अभी मैं बेटी के घर में दाखिल हो रही हूं और मैं यहां से हर वो डिटेल बताऊंगी जो इस केस के लिए अहम हैं।”

घटना 30 अक्टूबर के शाम की है। जिस दिन पत्रकार 'केस से जुड़े हर डिटेल” दिखाने का दावा कर रही हैं वो दिन 17 नवंबर है। सवाल उठता है कि 19 दिन बाद यहां केस से जुड़े कौन से अहम डिटेल बाकी हैं, जिन्हें दिखाया और बताया जा सकता है?

पीड़िता के घर के बाहर स्थानीय नेताओं का जमावड़ा लगा है।

30 अक्टूबर की शाम पांच से सात बजे के बीच क्या हुआ था

आग में झुलसकर दम तोड़ चुकी लड़की गुलनाज के मुताबिक, 30 अक्टूबर की शाम को वो अपने घर के आगे, सड़क किनारे खड़ी थी। शाम के 5-6 बज रहे थे। गांव के ही सतीश राय अपने कुछ दोस्तों के साथ खड़ा था। गुलनाज ने इन लोगों से वहां जमा ना होने और अड्डेबाजी ना करने के लिए कहा तो उन्होंने मिट्टी तेल छिड़ककर आग लगा दिया और भाग गए।

आग लगने के बाद बनाए गए 44 सेकेंड के वीडियो में पीड़िता ये बातें कह रही है। ये वीडियो उसकी मौसेरी बहन नरगिस परवीन ने तब बनाया था जब पीड़िता को गांव के ही श्याम लाल राय की बोलेरो गाड़ी में बिठाकर इलाज के लिए ले हाजीपुर ले जाने की तैयारी हो रही थी।

नरगिस परवीन बताती हैं, 'सांझ हो गई थी। मैं अपने बेटे को लेकर घर लौट रही थी। बगल से अपने पापा की आवाज सुनी तो उधर चली गई। वहां भीड़ लगी थी। एक गाड़ी को सब घेरे हुए थे। मैंने गाड़ी के अंदर देखा तो लगभग पूरी तरह से जल चुकी गुलनाज बैठी थी।

मुझे देखते ही वो जोर-जोर से रोने लगी। उसकी छोटी बहन रो रही थी। माहौल बहुत अजीब था। मैंने ये छोटा सा वीडियो बनाया ताकि बाद में कुछ इधर-उधर हो तो एक सबूत रहे। लेकिन मैंने किसी को आग लगाते नहीं देखा।”

वहीं नरगीस के पिता जो मरहूम गुलनाज के मौसा भी हैं, उनका दावा है कि वो घटना स्थल पर बाकियों के मुकाबले पहले पहुंचे थे। उन्होंने ही फोन करके श्याम लाल राय को अपनी गाड़ी लेकर आने के लिए कहा था। उन्होंने ही आग से झुलसी गुलनाज को वहां मौजूद दूसरे लोगों की मदद से गाड़ी में बिठाया था।

उस शाम के बारे में 60 साल अब्दुल खालिद बताते हैं, “मैं जब पहुंचा तो लड़की सड़क पर ही थी। पड़ोस की जरिनिया (जरीन खातून) और पड़ोस के हरिंदर राय की घर वाली उसके शरीर से जले हुए कपड़े हटा रहीं थीं। मैंने बिना समय गवाएं लड़की को अस्पताल पहुंचाने में लग गया। श्यामलाल को कहकर गाड़ी बुलवाई। जब लड़की की हालत देखकर श्याम लाल थोड़ा हिचका तो मैंने ही कहा कि वो लड़की को लेकर जाए, वो नहीं फंसेगा।

इसी जगह 20 साल की पीड़िता को मौत के बाद दफनाया गया है।

बकौल अब्दुल खालिद, उस शाम उनसे जो भी बन सकता था उन्होंने किया लेकिन ना तो वो ख़ुद और ना ही उनकी बेटी गुलनाज के साथ गाड़ी में गए। उस शाम गाड़ी में गुलनाज, गाड़ी का ड्राइवर श्याम लाल राय जो कि मुख्य आरोपी सतीश के चाचा हैं और पड़ोसी जरीन खातून गए थे।

मुख्य आरोपी सतीश चचेरे भाई और पड़ोसी पप्पू कुमार के मुताबिक अगर उस शाम सतीश और उसके दोस्तों ने लड़की को जला दिया था तो मुस्लिम समाज से कोई भी साथ क्यों नहीं गया था? सतीश के खाली पड़े घर की तरफ इशारा करते हुए पप्पू कहते हैं, “हमें नहीं पता क्या हुआ लेकिन गांव में तो सब यही कह रहे हैं कि उसने खुद ही आग लगाई है। लेकिन फिर भी हम कह रहे हैं। मामले की न्यायिक जांच करवाई जाए। अगर ये दोषी हैं तो उन्हें सजा मिले लेकिन निर्दोष हैं तो किसी वजह से फंसाया ना जाए।”

इस गांव में करीब दो सौ घर मुस्लिम हैं और लगभग इतने ही घर यादव हैं। कुछ घर दलितों के भी हैं। इस घटना में बाद से गांव में दोनों समुदाय एक दूसरे के तर्कों को खारिज कर रहे हैं। गांव के ही उमेश राय अपने बातचीत के शुरुआत में ही कहते हैं, 'बिल्कुल फंसाया जा रहा है। घटना कुछ है और अब कुछ और बनाकर बताया जा रहा है।”

दो मिनट रुक वो आगे कहते हैं, “आप वहां से आए हैं। जो घटनास्थल ये लोग बता रहे है उसके तीन तरफ से घर हैं। हमारे मुस्लिम भाईयों के ही घर हैं। वहां कैसे कोई एक लड़की को पकड़ लेगा और आग के हवाले कर देगा? एक पल के लिए मान भी लिया जाए कि किसी ने ऐसा कर दिया तो ऐसा कैसे हो गया कि किसी ने उन लड़कों को ऐसा करते हुए या करने के बाद भागते हुए नहीं देखा?”

इसी तरह के सवाल गांव की बहू और सोशल मीडिया फेम किरण यादव भी उठा रही हैं। किरण यादव ने शुरुआती सोशल मीडिया पोस्ट से पता चलता है कि वो पीड़िता के इलाज के लिए चंदा जुटा रही थीं। उसे हाजीपुर के निजी नर्सिंग होम से निकालकर पटना के पीएमसीएच में भर्ती करवा रही थीं लेकिन अब वो ही किरण यादव परिवार पर अपने बयान बदलने, मृतक लड़की और मुख्य आरोपी सतीश राय के बीच प्रेम संबंध होने की बात कह रही हैं।

रसूलपुर हवीव गांव वैशाली जिले के देसरी थाना अंतर्गत पड़ने वाले चांदपूरा ओपी में पड़ता है।

वहीं पीड़िता के परिवार का दावा है कि किरण यादव ने उनकी मदद के लिए तीन लाख चंदा जुटाया लेकिन उन्हें एक भी पैसा नहीं मिला है। जब इस बारे में सवाल-जवाब किए गए तो वो अलग हो गईं और बिना सिर पैर की बातें कर रही हैं। लेकिन भास्कर से बातचीत में गुलनाज के मौसा और पड़ोसी अब्दुल खालिद भी दोनों के बीच प्रेम संबंध होने की बात कबूलते हैं।

वो कहते हैं, “मेरे छत से इनके घर का सब कुछ दिखता है। वो लड़का यहां देर रात तक घूमता रहता था। दोनों एक उम्र के थे। यही कोई छह-सात महीने से इनके बीच कुछ-कुछ चल रहा था लेकिन लड़की की शादी मैंने ही दूसरी जगह लगवाई थी। वो इससे शादी करने के लिए तैयार नहीं थी। यही वजह है कि उसने इसे जला दिया।”

रसूलपुर हवीव गांव वैशाली जिले के देसरी थाना अंतर्गत पड़ने वाले चांदपूरा ओपी में पड़ता है। मृतक लड़की के घर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर ही पोस्ट है। लेकिन घटना की जानकारी पुलिस को नहीं मिलती है।
पुलिस के सामने लड़की का बयान घटनास्थल से लगभग 25 किलोमीटर दूर हाजीपुर में दर्ज हुआ। यहां के एक निजी नर्सिंग होम में उसे इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था।

वहां से 2 नवंबर को मामले को देसरी थाने में भेजा गया। इसके बाद FIR दर्ज की गई। इस लापरवाही की वजह से चांदपूरा ओपी के इंचार्ज विष्णु देव को सस्पेंड किया गया है। पीड़िता की मौत के बाद पुलिस हरकत में आई है और आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है। दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

मुख्य आरोपी सतीश कुमार ने खुद पुलिस के सामने सरेंडर किया है। आगे की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है। लेकिन सवाल है कि जब अहम सबूत आज भी पीड़िता के घर के सामने नुमाइश किए जा रहे हैं तो पुलिस जांच क्या करेगी? आरोपियों को सजा कैसे दिलवाएगी?

घटना के वक्त जो कपड़े पीड़िता ने कपड़े पहने थे वो अभी भी घर पर ही हैं। समाचार चैनलों के पत्रकार उन कपड़ों को फैला-फैलाकर वीडियो बना रहे हैं। एक छोटा बच्चा उसे बाद में प्लास्टिक के एक झोले में डालकर घर में ले जाता है।



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वैशाली में 20 साल की एक युवती को गांव के कुछ लड़कों ने जिंदा जला दिया था। पीड़िता के घर के बाहर पुलिस बल तैनात हैं।


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दुनिया में 138 वैक्सीन प्री-क्लिनिकल फेज में, जानिए देश में बन रही वैक्सीन कब तक आएगी?

कोरोना की वैक्सीन कब तक आएगी? यह ऐसा सवाल है जो 2020 में अमूमन हर किसी की जुबान पर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी (WHO) की मानें तो दुनियाभर में भारत समेत 170 से ज्यादा जगहों पर वैक्सीन तैयार करने की कोशिश चल रही है। इन 170 में से 138 जगहों पर वैक्सीन अभी प्री-क्लिनिकल फेज में है। कुछ जगह पर वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के फेज में पहुंच गई है। 25 वैक्सीन ऐसी हैं, जो फेज-1 ट्रायल में हैं। 15 वैक्सीन फेज-2 ट्रायल में है। 7 जगह ऐसी हैं, जहां वैक्सीन ट्रायल के अंतिम चरण में है।

भारत की बात करें तो ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी जनवरी 2021 में वैक्सीन आने की उम्मीद जताई है। साथ ही कहा है कि डेढ़ साल में दुनिया को कोरोना से निजात मिल सकती है।

फाइजर और बायोएनटैक का दावा अप्रूवल के स्टेज पर उनकी वैक्सीन

  • पहली वैक्सीन को लेकर दुनिया की सबसे बड़ी दवा कंपनी में से एक फाइजर और बायोएनटैक ने 9 नवंबर 2020 को दावा किया। कंपनी का कहना है कि कोरोना की पहली वैक्सीन संक्रमण को रोक पाने में लगभग पूरी तरह कारगर है।
  • नवंबर के अंत तक कंपनी इसके इस्तेमाल को लेकर आवेदन कर सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वैक्सीन का 6 देशों के 43 हजार 500 लोगों पर ट्रायल किया जा चुका है।
  • यह दुनिया की पहली वैक्सीन है जिसने नतीजे दिखाएं है। इस वैक्सीन से अमेरिका, ब्राजील, जर्मनी, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका और तुर्की में हुए टेस्ट में 90% लोगों के अंदर वायरस से लड़ने की एंटीबॉडी डेवलप हुई है।

भारत में 3 वैक्सीन पर चल रहा काम

भारत में फिलहाल सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन समेत तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है। जिसमें भारत बायोटेक की कोवैक्सिन, ऑक्सफोर्ड /एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड और जायडस कैडिला की ZyCoV-D वैक्सीन शामिल है।

1. भारत बायोटेक की कोवैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के तीसरे फेज में

भारत बायोटेक की कोवैक्सीन फाइनल ट्रायल में पहुंच चुकी है। कोवैक्सीन में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी शामिल है। संकेत मिल रहे हैं कि इसके ट्रायल के नतीजे दिसंबर और जनवरी में आ जाएंगे।

2. ऑक्सफोर्ड/ एस्ट्राजेनेका

यह वैक्सीन भी फाइनल ट्रायल में पहुंच चुकी है। इसको बनाने में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट भी शामिल है। इसके क्लिनिकल ट्रायल के नतीजे जनवरी 2021 तक आ सकते हैं।

3. जायडस कैडिला की वैक्सीन

जायडस कैडिला की बनाई वैक्सीन के भी नतीजे अच्छे आए हैं। इनके भी जल्द फेज-3 के ट्रायल शुरू हो जाएंगे। इसके ह्यूमन ट्रायल के लिए 12 संस्थाओं को चुना गया है। इन संस्थाओं में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और हैदराबाद की निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज भी शामिल है।



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In pre-clinical phase of vaccine at 138 places in the world, know how long people will get vaccine being made in India?


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पिछले साल से कितना अलग होगा इस बार का IPL ऑक्शन, कितनी टीमें खेलेंगी अगले साल?

IPL को खत्म हुए अभी दस दिन भी नहीं हुए हैं। लेकिन, अगले IPL की तैयारी शुरू हो गई है। BCCI अगले साल 28 मार्च के आसपास से IPL शुरू करना चाहता है। अगले साल के IPL को लेकर कई तरह के बदलाव की चर्चा चल रही है। न सिर्फ IPL में बल्कि इसके ऑक्शन में भी इस बार काफी कुछ बदला हुआ हो सकता है। ये सब तय होगा BCCI की दिसंबर में होने वाली एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में।

IPL के लिए ऑक्शन कब होगा? ऑक्शन किस तरह का होगा? कितनी टीमें ऑक्शन में हिस्सा लेंगी? ये सब इस AGM में तय होगा। आइये जानते हैं IPL ऑक्शन को लेकर वो सब कुछ जो इस बार हो सकता है।

IPL 2021 के लिए ऑक्शन कब होगा?

BCCI इस बार रणजी ट्रॉफी से पहले घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी करवा सकती है। इससे 2021 के अप्रैल-मई में होने वाले IPL-14 के लिए फ्रेंचाइजी मालिकों को घरेलू खिलाड़ी चुनने में सहूलियत होगी। पिछले साल 19 दिसंबर को IPL-13 के लिए ऑक्शन हुआ था। इस बार ये सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद जनवरी में हो सकता है।

टीमों की संख्या में भी कोई बदलाव हो सकता है क्या?

BCCI टीमों की संख्या बढ़ाने पर विचार रही है। IPL के विस्तार पर दिसंबर में होने वाली एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में फैसला हो सकता है। ऐसी उम्मीद है कि 2021 में IPL में खेलने वाली टीमों की संख्या 8 से बढ़ाकर 9 कर दी जाए। इसके लिए बीसीसीआई मेगा ऑक्शन की भी तैयारी कर रही है। इस बारे में अनौपचारिक रूप से IPL की सभी फ्रेंचाइजी मालिकों को बता दिया गया है।

नई फ्रेंचाइजी किस शहर की हो सकती है?

नई फ्रेंचाइजी के लिए अहमदाबाद का नाम सबसे आगे है। वैसे भी गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने अहमदाबाद में 1 लाख 10 हजार दर्शक क्षमता वाला देश का सबसे बड़ा स्टेडियम बनाया है। इससे यहां होने वाले मैचों में IPL को अधिक दर्शक भी मिल सकेंगे। अगर एक से ज्यादा फ्रेंचाइजी बढ़ने की बात आती है तो पुणे, कानपुर या लखनऊ का नाम भी रेस में आ सकता है।

नई फ्रेंचाइजी खरीदने की रेस में कौन से बड़े नाम शामिल हो सकते हैं?

  • देश के सबसे अमीर लोगों में शामिल अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी पहले भी IPL फ्रेंचाइजी खरीदने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। अब जबकि, अहमदाबाद का नाम सबसे आगे चल रहा है तो इस गुजराती बिजनेसमैन के लिए IPL से जुड़ने की एक वजह मिल गई है।
  • अडानी को आरपीजी ग्रुप के संजीव गोयनका से कड़ी टक्कर मिल सकती है। गोयनका IPL का हिस्सा रही पुणे सुपरजाइंट्स के मालिक रह चुके हैं।
  • साउथ के सुपरस्टार मोहनलाल भी IPL की नई फ्रेंचाइजी खरीदने के उत्सुक बताए जाते हैं। उनके साथ साउथ के बड़े बिजनेसमैन भी हैं। मोहनलाल हाल ही में खत्म हुए IPL के दौरान दुबई भी गए। तब से इस तरह की अटकलें लग रही हैं।

ये मेगा ऑक्शन होता क्या है? हर साल जो ऑक्शन होता है उससे ये कितना अलग होगा?

  • हर साल जो ऑक्शन होता है उसमें सभी फ्रेंचाइजी कुछ खिलाड़ियों को रिलीज करती है जबकि कुछ खिलाड़ियों को ट्रांसफर विंडो के जरिए खरीदती और बेचती हैं। रिलीज किए खिलाड़ी की जगह पर नए खिलाड़ी ऑक्शन में खरीदती है। लेकिन, मेगा ऑक्शन में हर टीम अधिक से अधिक पांच खिलाड़ी ही रिटेन कर सकती है। अधिकतम तीन खिलाड़ी रिटेंशन के जरिए जबकि अधिकतम तीन खिलाड़ी राइट टू मैच कार्ड के जरिए। लेकिन इनकी कुल संख्या पांच से ज्यादा नहीं हो सकती है।
  • इससे पहले 2011, 2014 और 2018 में मेगा ऑक्शन हो चुका है। 2018 के ऑक्शन में मुंबई ने रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह को रिटेन किया था। जबकि, कीरोन पोलार्ड और क्रुणाल पांड्या को राइट टू मैच कार्ड से खरीदा था।
  • इसी तरह चेन्नई धोनी, रैना और रवीन्द्र जडेजा को, बेंगलुरु ने कोहली डिविलियर्स और सरफराज खान, दिल्ली ने ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर और क्रिस मॉरिस, पंजाब ने अक्षर पटेल, हैदराबाद ने डेविड वार्नर और भुवनेश्वर कुमार, राजस्थान ने स्टीव स्मिथ को तो कोलकाता ने सुनील नरेन और आंद्रे रसेल को रिटेन किया था।

कौन सी टीमें मेगा ऑक्शन के पक्ष में?

सूत्रों के मुताबिक चेन्नई सुपर किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की फ्रेंचाइजी मेगा ऑक्शन के पक्ष में हैं। चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पिछले IPL के आखिरी लीग मैच के बाद कह भी चुके हैं, 'टीम के कोर ग्रुप में बदलाव की जरूरत है। हमें अगले 10 साल के बारे में सोचना है। ये सब कुछ BCCI द्वारा लिए गए निर्णय पर निर्भर करेगा।' वहीं, दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस जैसी फ्रेंचाइजी मेगा ऑक्शन नहीं चाहती हैं और मौजूदा टीम के साथ ही अगला सीजन खेलना चाहती हैं।

आकाश चोपड़ा चेन्नई की टीम के लिए ऐसा बोल चुके हैं

कौन सी टीम किन खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं?

मेगा ऑक्शन होने की स्थिति में मुंबई, दिल्ली जैसी टीमें अपने अधिक से अधिक खिलाड़ियों को रिटेन करना चाहेंगी। वहीं, चेन्नई, राजस्थान, पंजाब, बेंगलुरु जैसी टीमें नए सिरे से पूरी टीम बनाना चाहेंगी। ऐसे में मुंबई 2018 की ही तरह रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या को रिटेन कर सकती है। वहीं, दिल्ली कप्तान श्रेयस अय्यर, शिखर धवन और कगिसो रबाडा को हर कीमत पर अपने साथ रखना चाहेगी।

क्या इस बार भी देश से बाहर होगा IPL?

कोरोना की वजह से मार्च से मई 2020 के बीच होने वाला IPL सितंबर से नवंबर 2020 के बीच हुआ। वो भी भारत की जगह दुबई, शारजाह और अबुधाबी में। लेकिन, 2021 में होने वाला IPL देश में ही हो BCCI इसकी तैयारी कर रही है। जनवरी में होने वाली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए BCCI ने 10 स्टेट यूनिट को अप्रोच किया है और उनसे बायो-बबल के बारे में सवाल पूछे हैं। अगर 10 में से 6 यूनिट भी पॉजिटिव रिस्पॉन्स दे देते हैं, तो मुश्ताक अली ट्रॉफी 2 हफ्ते में पूरी कराई जा सकती है। इससे IPL के लिए भी एक तरह की तैयारी हो जाएगी।

टीम बढ़ती है तो क्या ब्रॉडकास्ट पार्टनर स्टार इंडिया पर कोई असर पड़ेगा?

अगर 1 नई टीम आती है, तो इसका असर IPL के ब्रॉडकास्ट पार्टनर स्टार इंडिया पर पड़ सकता है। स्टार पर पहले से ही IPL के हाई लाइसेंसिंग फी की वजह से काफी दबाव है। ऐसे में 9 टीमें खेलती हैं, तो मैचों की संख्या बढ़कर 76 हो जाएंगी। 16 एक्स्ट्रा मैच जुड़ने से स्टार इंडिया को 872 करोड़ रुपए एक्स्ट्रा लाइसेंसिंग फीस के रूप में देने होंगे, जो उनके लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।



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IPL Auction Date Time 2021; How Many Indian Premier League Teams Are There In 2021? Everything You Need To Know


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भारत में 75 करोड़ हुए इंटरनेट यूजर; 12 GB के साथ मंथली डेटा यूज में दुनिया में सबसे आगे

भारत में इंटरनेट ने 15 अगस्त 2020 को 25 साल पूरे किए। इसी महीने देश में 75 करोड़ यूजर का आंकड़ा भी पार हो चुका है। खास बात यह है कि पिछले चार साल में इंटरनेट यूजर दोगुने हुए हैं। यानी शुरुआती 21 साल में जितने यूजर जुड़े, उतने ही 2017 से अब तक जुड़ चुके हैं। यह बढ़ोतरी अकेले नहीं हुई, डेटा की खपत भी बढ़ी है। अब हर व्यक्ति हर महीने एवरेज 12 GB डेटा का इस्तेमाल कर रहा है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। 5 इंडिकेटर्स से समझते हैं देश में इंटरनेट के इस्तेमाल का स्टेटस...

1. पांच राज्यों में देश का 35% इंटरनेट यूजर बेस, बचे 23 राज्यों और 9 UTs में 65%

भारत में इंटरनेट यूजर बेस को रफ्तार मिली पिछले चार साल में। आंकड़ों में देखें तो 2016 में जहां 34 करोड़ लोग इंटरनेट से जुड़ गए थे, वहीं 2020 में अब 76 करोड़ लोग इंटरनेट यूज कर रहे हैं। खास बात यह है कि पिछले साल जून से अगस्त 2020 तक ही 10 करोड़ यूजर बढ़े हैं। यानी हर महीने करीब 71 लाख यूजर जुड़े हैं।

जब हम इन आंकड़ों का ब्रेकअप देखते हैं तो पता चलता है कि उन्हीं राज्यों में यूजर बढ़े हैं, जहां डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर था। टॉप 5 राज्यों में महाराष्ट्र (6.4 करोड़), आंध्रप्रदेश (5.9 करोड़), तमिलनाडु (5.1 करोड़), गुजरात (4.5 करोड़) और कर्नाटक (4.6 करोड़) शामिल हैं, जहां देश का 35% यूजर बेस रहता है। अब आप ही सोचिए कि बाकी 23 राज्यों और 9 केंद्रशासित प्रदेशों (UTs) में 65% इंटरनेट यूजर हैं और इनमें उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल जैसे बड़ी आबादी वाले राज्य शामिल हैं।

2. अभी दुनिया में सबसे आगे; अगले 5 साल में दोगुना हो जाएगा डेटा का इस्तेमाल
जियो के 2016 में लॉन्च और फ्री डेटा की पेशकश ने इंटरनेट यूजर भी बढ़ाए और डेटा का इस्तेमाल भी। असर यह हुआ कि अन्य कंपनियों को भी डेटा सस्ता करना पड़ा। डेटा इस्तेमाल की बात करें तो 2017 में हर महीने प्रतिव्यक्ति डेटा खपत 1.2 GB थी, जो जून-2020 में 10 गुना बढ़कर 12 GB तक पहुंच चुकी है। खास बात यह है कि यह रफ्तार और बढ़ने वाली है। एरिक्सन मोबिलिटी रिपोर्ट की जून में आई रिपोर्ट कहती है कि भारत में 2025 तक हर यूजर की डेटा खपत बढ़कर 25 GB तक पहुंच जाएगी।

3. मोबाइल इंटरनेट के यूजर सबसे ज्यादा और जरूरी नेटवर्क न होने से पिछड़ गए गांव

इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले जिस रफ्तार से शहरों में बढ़े, उतनी रफ्तार गांवों में नहीं मिल सकी। इसकी दो वजहें हैं। पहली- जो यूजर बढ़े, वह मोबाइल इंटरनेट से बढ़े। दूसरी- गांवों में नेटवर्क की कमी ने यूजर्स को इंटरनेट से जुड़ने से रोका। इसी वजह से जून में 61% इंटरनेट कनेक्शन शहरों में थे और सिर्फ 39% गांवों में।

सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) एसपी कोचर कहते हैं कि हमारे यहां 97% ब्रॉडबैंड कनेक्शन मोबाइल्स पर हैं। इसके बाद भी 50% आबादी को ही पर्याप्त नेटवर्क कवरेज मिल पा रहा है। नेटवर्क बढ़ाने के साथ ही उसकी कीमतें और सर्विस क्वालिटी भी बढ़ाना जरूरी है।

4. सस्ता इंटरनेट देकर सबसे आगे निकला जियो, हर दूसरा इंटरनेट कनेक्शन उसके पास

इंटरनेट यूजर बढ़े हैं तो एक बड़ा कारण रहा है जियो का सस्ता डेटा। कई एनालिस्ट दावा करते हैं कि जियो भले ही इस मार्केट में सबसे नया प्लेयर है, उसने जिस तेजी से अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया, बाकी नहीं कर सके। यही वजह है कि रिलायंस जियो को टक्कर देने वाला दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहा। ब्रॉडबैंड मार्केट में जियो का मार्केट शेयर 56.4% हो गया, जबकि भारती एयरटेल 22.2% के साथ दूसरे नंबर पर है। यानी हर दूसरा इंटरनेट यूजर जियो के नेटवर्क पर है और हर चौथा यूजर एयरटेल के नेटवर्क पर।

5. चार साल में 200 रुपए से सीधे 11 रुपए पर आ गया है 1 GB डेटा

आज इंटरनेट एक एसेंशियल कमोडिटी यानी आवश्यक वस्तु बन चुका है, जिसके बिना जिंदगी की कल्पना ही नहीं की जा सकती। IIT-बेंगलुरू के प्रोफेसर देबब्रत दास ने कहा कि इंटरनेट ने लॉकडाउन में एक बार फिर साबित किया कि वह गेम-चेंजर है। छोटे-छोटे कारोबारियों ने इंटरनेट की मदद से लॉकडाउन में अपना घर चलाया। ऑनलाइन एजुकेशन, फाइनेंस और हेल्थकेयर तक सबकुछ तो मिल रहा है इस पर।

दास जो कह रहे हैं, उसमें कुछ भी नया नहीं है। जियो के आने के बाद से इंटरनेट कंपनियों का पूरा फोकस डेटा के साथ-साथ वैल्यू एडेड सर्विसेस पर आ गया है। इस वजह से उनके कमाने के तौर-तरीके भी बदल गए हैं। प्रति व्यक्ति औसत रेवेन्यू में गिरावट आई है और साथ में डेटा भी सस्ता हो गया है। कंपनियों को प्रति यूजर होने वाली आय भी घटी है, लेकिन सब्सक्राइबर्स बढ़ाकर वह इसकी भरपाई की कोशिश कर रही हैं।



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Internet Users 2020 India Vs China US Japan Update | Internet Population In Gujarat Maharashtra Tamil Nadu | What Percent Of Indian Population Uses Internet? Know Everything About


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एक एक्सीडेंट देखकर शुरू हुई थी ट्रैफिक सिंगल में यलो लाइट के जुड़ने की कहानी

20 नवंबर 1923 को अमेरिकी पेटेंट ऑफिस ने 46 साल के एक शख्स गैरेट मोर्गन को ऑटोमेटेड ट्रैफिक सिग्नल के लिए पेटेंट नंबर दिया था। इसका मतलब यह नहीं कि ट्रैफिक सिग्नल का अविष्कार मोर्गन ने किया था। बल्कि उन्होंने STOP और GO के बीच एक तीसरा विकल्प जोड़ा था जो ड्राइवर को गाड़ी बंद और शुरू करने से पहले सतर्क कर सके। यही विकल्प आगे जाकर यलो लाइट में तब्दील हुआ। मोर्गन का जन्म अमेरिका के केंटकी में साल 1877 में हुआ था। 14 साल की उम्र में वह जॉब की तलाश में ओहियो चले गए। इधर-उधर काम करने के बाद मोर्गन ने 1907 में अपनी रिपेयर शॉप खोली। 1920 में मोर्गन ने 'द क्लीवलैंड कॉल' अखबार निकालना शुरू किया।

उस समय ओहियो में काफी ट्रैफिक हुआ करता था। ट्रैफिक सिग्नल भी STOP और GO कमांड पर स्विच होते थे। इससे ड्राइवरों को सिग्नल चालू और बंद होने का संकेत नहीं मिलता था, और हादसे की स्थिति बनती थी। मोर्गन ने एक बार सिग्नल पर एक्सीडेंट होते देखा तो उनके दिमाग में सतर्क करने वाले इस तरह के सिग्नल का आइडिया आया। जिसका काम STOP और GO के पहले चेतावनी देना था।

91 साल के हुए मिल्खा सिंह
20 नवंबर 1929 को गोविंदपुरा (जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है) के एक सिख परिवार में मिल्खा सिंह का जन्म हुआ था। खेल और देश से बहुत लगाव था, इस वजह से विभाजन के बाद भारत भाग आए और भारतीय सेना में शामिल हो गए। कुछ वक्त सेना में रहे लेकिन खेल की तरफ झुकाव होने की वजह से उन्होंने क्रॉस कंट्री दौड़ में हिस्सा लिया। इसमें 400 से ज्यादा सैनिकों ने दौड़ लगाई। मिल्खा 6वें नंबर पर आए।

1956 में मेलबर्न में आयोजित ओलिंपिक खेल में भाग लिया। कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन आगे की स्पर्धाओं के रास्ते खोल दिए। 1958 में कटक में आयोजित नेशनल गेम्स में 200 और 400 मीटर में कई रिकॉर्ड बनाए। इसी साल टोक्यो में आयोजित एशियाई खेलों में 200 मीटर, 400 मीटर की स्पर्धाओं और राष्ट्रमंडल में 400 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक जीते। उनकी सफलता को देखते हुए, भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया।

मिल्खा सिंह पाकिस्तान में आयोजित एक दौड़ के लिए गए। इसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन को देखकर पाकिस्तान के जनरल अयूब खान ने उन्हें 'द फ्लाइंग सिख' नाम दिया। 1960 को रोम में आयोजित समर ओलिंपिक में मिल्खा सिंह से काफी उम्मीदें थी। 400 मीटर की रेस में वह 200 मीटर तक सबसे आगे थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी गति धीमी कर दी। इससे वह रेस में पिछड़ गए और चौथे नंबर पर रहे। 1964 में उन्होंने एशियाई खेल में 400 मीटर और 4x400 रिले में गोल्ड मेडल जीते।

भारत और दुनिया में 20 नवंबर की महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार हैं

  • 1750: मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का जन्म कर्नाटक के देवनाहल्ली में हुआ था। टीपू का पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान शाहाब था। टीपू के पिता मैसूर साम्राज्य के सैनिक थे और 1761 में मैसूर के शासक बने। टीपू की वीरता देखकर उन्हें उनके पिता ने शेर-ए -मैसूर खिताब से नवाजा था।
  • 1815: यूरोप में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए रूस, पर्शिया, ऑस्ट्रिया और इंग्लैंड ने गठबंधन किया था।
  • 1815: 12 साल चला नेपोलियन युद्ध खत्म हो गया था।
  • 1910: रूसी लेखक लियो टॉलस्टॉय की मृत्यु हुई थी। वॉर एंड पीस उनकी सबसे चर्चित किताब है।
  • 1917: कोलकाता में बोस अनुसंधान संस्थान की स्थापना हुई थी।
  • 1959: संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने बच्चों के अधिकारों के घोषणापत्र को मान्यता दी थी। इस वजह से विश्वभर में हर साल बाल दिवस मनाया जाता है।
  • 1981: भारत ने भास्कर-II उपग्रह लॉन्च किया गया था।
  • 1984: उर्दू के मशहूर शायर फैज अहमद फैज का निधन हुआ था।
  • 1985: बिल गेट्स ने विंडोज -1 ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार में उतारा था।
  • 1989: भारतीय महिला फ्री स्टाइल पहलवान बबीता फोगाट का जन्म हुआ था।
  • 1997: कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से अमेरिकी अंतरिक्ष शटल यान 'कोलंबिया' सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था।


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Today History, Aaj Ka Itihas From India World; Flying Sikh Milkha Singh Birthday, Bhaskara Satellite II Launch Date


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भारत की पहली कोरोना वैक्सीन लॉन्च, रजिस्ट्रेशन शुरू? जानें वायरल मैसेज का सच

क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि भारत में कोरोना की वैक्सीन लॉन्च हो गई है।

मैसेज के साथ एक ऐप की लिंक भी शेयर की जा रही है। दावा है कि इस लिंक पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही लोगों को वैक्सीन का लाभ मिलेगा।

और सच क्या है?

  • दावे की पुष्टि के लिए हमने इंटरनेट पर अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए वैक्सीन से जुड़े अपडेट खंगालने शुरू किए।
  • इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में फाइजर वैक्सीन है। अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक की ये जॉइंट वैक्सीन फेज-3 ट्रायल में 95% असरदार साबित हुई है। वैक्सीन को हाई-रिस्क आबादी के लिए इस साल के आखिर तक अप्रूवल दिया जा सकता है।
  • दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार, भारत में इस समय भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल्स चल रहे हैं। इसके नतीजे दिसंबर-जनवरी में आ सकते हैं।
  • सब कुछ प्लान के मुताबिक हुआ तो अगले साल की शुरुआत तक कोवैक्सीन और कोवीशील्ड अप्रूव हो जाएंगी। जायडस कैडिला की बनाई वैक्सीन को लेकर भी अब तक अच्छे शुरुआती नतीजे आए हैं। इसके भी फेज-3 ट्रायल्स शुरू होने वाले हैं।
  • ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट हमें इंटरनेट पर नहीं मिली, जिससे पुष्टि होती हो कि भारत में कोविड-19 की वैक्सीन लॉन्च हो गई है। जैसा कि वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है।
  • केंद्र सरकार ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक से ट्वीट कर बताया है कि वैक्सीन लॉन्च होने का दावा झूठा है।

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Coronavirus Vaccine Launch In India; Truth behind Fake News


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