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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इंडियन-अमेरिकन वोटर्स को लुभाने की पूरी कोशिश हो रही है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे ट्रम्प जूनियर ने रविवार को एक बार फिर से डेमोक्रेटिक प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट जो बाइडेन पर आरोप लगाए। ट्रम्प जूनियर ने कहा, "हमें चीन के खतरे को समझना होगा। इसे इंडियन-अमेरिकन से बेहतर कोई नहीं समझ सकता। बाइडेन चीन से मिले हैं, ऐसे में वे भारत के लिए अच्छे नहीं हो सकते।"
42 साल के डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर अपने पिता के री-इलेक्शन कैंपेन की अगुवाई कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही उनकी किताब पब्लिश हुई है। इसमें बाइडेन के रिश्वत लेने में शामिल होने की बातें लिखी हैं। खास तौर पर बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन को लेकर कई दावे किए गए हैं।
'बाइडेन के बेटे को चीन ने 11 हजार करोड़ रुपए दिए'
जूनियर ट्रम्प ने कहा- जब आप चुनावी रेस में हमारे विरोधियों को देखेंगे तो आप समझ जाएंगे। बाइडेन के बेटे हंटर को चीन ने 1.5 अरब डॉलर (करीब 11 हजार करोड़ रुपए) दिए। उन्होंने पैसे इसलिए दिए कि वे एक बड़े बिजनेसमैन हैं या फिर जान गए कि बाइडेन को खरीदा जा सकता है।
अमेरिका में रह रहे भारतीयों और मोदी की तारीफ
जूनियर ट्रम्प ने अमेरिका में रह रहे भारतीयों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "मैं इंडियन कम्युनिटी को काफी अच्छे से समझता हूं। ये लोग मेहनती हैं, अपने परिवार और शिक्षा पर ध्यान देते हैं। इंडियन-अमेरिकन कम्युनिटी देख रही है कि बीते 6 महीने से डेमोक्रेट्स क्या कर रहे हैं और क्या नहीं।"
"मेरे पिता की अमेरिका में बड़ी रैलियां होती हैं। हालांकि, अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी रैली, अब तक की सबसे बड़ी रैली है। पहले कोई भी ऐसा अमेरिकी राष्ट्रपति नहीं हुआ जिसने मेरे पिता की तरह किसी भारतीय प्रधानमंत्री को इतना सम्मान दिया हो। मेरे पिता और मोदी से रिश्ते बहुत अच्छे हैं, इससे भविष्य में दोनों देशों को फायदा होगा।
पाकिस्तान में विपक्ष पर सरकार सख्त हो गई है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज के पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। मरियम ने रविवार को सरकार विरोधी रैली में भाषण दिया था। इसके कुछ ही घंटों बाद यह कार्रवाई हुई। मरियम ने सोमवार को ट्वीट किया- हम कराची में होटल के जिस कमरे में ठहरे थे पुलिस ने उसका दरवाजा तोड़ दिया। कैप्टन सफदर अवान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मरियम नवाज सरकार में सेना के दखल के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं। वे रविवार को कराची में 11 पार्टियों के गठबंधन पब्लिक डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की रैली में शामिल हुईं थी। भाषण में उन्होंने सरकार की आलोचना की थी। बीते दिनों सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने वाले कई नेताओं पर कानूनी कार्रवाई हुई है।
Police broke my room door at the hotel I was staying at in Karachi and arrested Capt. Safdar.
रविवार को मरियम, उनके पति और उनकी पार्टी के 200 कार्यकर्ताओं पर सरकारी प्रतिनिधियों ने कराची के ब्रिगेड पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी। उन पर जिन्ना की मजार की पवित्रता भंग करने का आरोप लगाया गया। हो सकता है अवान की गिरफ्तारी इसी एफआईआर की वजह से हुई हो। हालांकि, इसके बारे में स्पष्ट तौर पर नहीं बताया गया है।
कैप्टन सफदर ने ‘वोट को इज्जत दो’ के नारे लगाए थे
मरियम के पति रिटायर्ड कैप्टन सफदर अवान ने मजार से लौटने के बाद ‘वोट को इज्जत दो’ के नारे लगाए थे। उन्होंने लोगों से अपने साथ आने की अपील की थी। इस पर कुछ सरकारी अफसरों ने नाराजगी जाहिर की थी। साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर फवाद चौधरी ने भी मरियम और सफदर की आलोचना की थी। उन्होंने दोनों से इसके लिए माफी मांगने की मांग की थी।
कराची से पहले गुजरांवाला में हुई थी रैली
कराची से पहले पीडीएम की रैली गुजरांवाला में हुई थी। शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन की रैली में कई फौजी जनरलों और आर्मी चीफ पर आरोप लगाए गए थे। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसकी निंदा की। इस पर विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो ने सफाई दी। कहा, ‘‘इमरान को विपक्ष पर आरोप लगाने का कोई हक नहीं है। वे सिलेक्टेड पीएम हैं और उनकी वजह से फौज पर आरोप लग रहे हैं। इमरान ने ही विपक्ष को फौज का नाम लेने के लिए मजबूर किया है।’’
राजस्थान के धौलपुर जिले के बाड़ी कस्बे में रविवार को एक महिला घर से निकली। इस बीच एक जीप उसके पास रुकती है और उसमें से दो लोग उतरकर महिला को उठाने की कोशिश करते हैं। इस बीच वहां तमाशा देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। महिला मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया। पास में ई-मित्र सेंटर चलाने वाले व्यक्ति ने यह सब देखा तो वह आगे आया और आरोपियों का विरोध करने लगा। ई-मित्र संचालक ने पुलिस बुलाने की बात कही तो तो आरोपी वहां से भाग गए।
मामला दर्ज कराने के लिए पीड़ित को 5 घंटे थाने में बैठना पड़ा
घटना एक दुकान के बाहर लगे CCTV में कैद हो गई। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। पुलिस ने घटना के करीब 5 घंटे बाद केस दर्ज किया। वजह बताई कि एसपी मीटिंग ले रहे थे, इसलिए देरी हो गई।
महिला का आरोप- ससुराल वाले परेशान करते हैं
पीड़ित भूरी ने बताया कि उसकी शादी 12 साल पहले जगनेर कस्बे के गांव रछुआ में साहब सिंह के साथ हुई थी। पति के भाभी से अवैध संबंध थे। इसलिए, भूरी ने ससुराल छोड़ दिया और पिछले 6 साल से पिता के मिले प्लॉट में मकान बनाकर तीन बच्चों के साथ रह रही है। वह बाड़ी कस्बे के एक निजी नर्सिंग होम में काम करती है। उसका कहना है कि ससुराल वाले उसे आए दिन परेशान करते हैं।
पीड़ित ने बताया कि उसने पहले भी पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते आरोपियों की हिम्मत बढ़ गई। यही वजह है कि उसके अपहरण की कोशिश हुई। पीड़ित ने अपने नंदोई और उसके 5 साथियों पर अपहरण की कोशिश का केस दर्ज करवाया है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप की वारदात को एक महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है। सरकार के निर्देश पर 3 सदस्यीय एसआईटी जांच कर चुकी है। अब सीबीआई की जांच जारी है। इस बीच, 14 सितंबर को जिस बाजरे के खेत में वारदात हुई थी, उसके मालिक ने योगी सरकार से 50 हजार रुपए का मुआवजा मांगा है। खेत मालिक का कहना है कि इस घटना के बाद उसकी बाजरे की फसल में पुलिस ने पानी नहीं लगाने दिया।
किसान ने कहा कि पुलिस काफी दिन तक सबूत होने की बात कहती रही, जिससे फसल की सिंचाई नहीं हो पाई। अब सीबीआई ने कहा है कि फसल काट सकते हो, लेकिन फसल टूट गई है। कम से कम 50 हजार का नुकसान हुआ है, लिहाजा मुआवजा दिया जाए।
लॉकडाउन में जयपुर से लौटा किसान
खेत मालिक सोम सिंह ने बताया कि वह जयपुर में नौकरी करता है, लेकिन कोरोना की वजह से गांव लौट आया था। 9 बीघे के खेत में बाजरा लगाया था। घटना के बाद पुलिस ने सबूत जुटाने की बात कहकर मेरी मां को पानी लगाने से मना कर दिया। कहा गया कि यदि फसल की सिंचाई की गई तो सबूत खत्म हो जाएंगे। इसलिए समय पर सिंचाई नहीं हो सकी, जिससे फसल में दाना नहीं बना। हमारी 6 महीने की फसल है, लेकिन इस घटना के बाद मेहनत बेकार हो गई। हम खेती और पशुओं के भरोसे ही जीवनयापन रहते हैं। ऐसे में हमें नुकसान हुआ है। हमारी सरकार मदद करे।
खेत मालिक का भाई घटना का चश्मदीद
सोम सिंह का छोटा भाई विक्रम उर्फ छोटू 14 सितंबर को हुई घटना का चश्मदीद भी है। उससे सीबीआई अब तक दो बार पूछताछ कर चुकी है। उसने सीबीआई टीम को बताया कि जिस खेत में लड़की मिली थी, वह उसका ही है। उसका कहना था कि घटना वाले दिन वह खेत में चारा काट रहा था, तभी चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी। मौके पर पहुंचा तो लड़की खेत में पड़ी थी। उसका भाई और मां खड़े हुए थे।
पीड़ित के परिजन को 25 लाख रुपए मुआवजा
एससी/एसटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज होने पर पीड़ित के परिवार को पहली किस्त में 4 लाख 12 हजार 500 रुपए दिए गए। इसके बाद दूसरी किस्त में 5 लाख 87 हजार 500 रुपए दिए गए। बाद में सरकार की तरफ से भी 15 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया गया था। परिवार के एक सदस्य को नौकरी और हाथरस में घर का आश्वासन दिया था।
यह है पूरा मामला
हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की दलित लड़की से गैंगरेप किया था। आरोपियों ने लड़की की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। परिजन ने जीभ काटने का भी आरोप लगाया था। दिल्ली में इलाज के दौरान 29 सितंबर को पीड़िता की मौत हो गई थी। चारों आरोपी जेल में हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि लड़की के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ था।
36 साल की महिला के फेफड़े कोविड संक्रमण से 80 प्रतिशत खराब हो गए। महिला 6 दिन से होम आइसोलेशन में थी। डी-डायमर जांच से पता चला कि मरीज में ‘साइटोकॉइन स्टॉर्म’ आ चुका है। महिला को बचाया नहीं जा सका। इसी तरह 72 वर्षीय महिला के फेफड़े 50 प्रतिशत खराब हो गए। टॉसिलिजुमैब इंजेक्शन लगाया गया, प्लाज्मा थैरेपी दी, रेमेडेसिविर इंजेक्शन भी लगाए, लेकिन 2 हफ्ते भर्ती रहने के बाद भी मौत हो गई।
शहर में कोरोना से अब तक मारे गए 659 लोगों में करीब 40 फीसदी यानी 263 लोगों की जान इसी स्टॉर्म ने ली है। बाकी मरीजों की मौत एआरडीएस (एक्यूट ऑक्सीजन रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) से हुई। डॉक्टर्स के मुताबिक, युवाओं की कोरोना से मौत के लिए सबसे ज्यादा यही स्टाॅर्म जिम्मेदार है। प्रो. डॉ. मनोज केला कहते हैं कि स्वस्थ दिखने वाला मरीज भी स्टॉर्म के असर से अचानक गंभीर हो जाता है। टिश्यू तक ऑक्सीजन नहीं पहुंचने की वजह से मल्टी ऑर्गन फेल्योर हो जाता है।
इम्यून सिस्टम वायरस की बजाय शरीर को नुकसान पहुंचाने लगता है
चेस्ट फिजिशियन डॉ. रवि डोसी कहते हैं कि शरीर में साइटोकॉइन बनना नॉर्मल प्रोसेस है। कोरोना में यह अनकंट्रोल स्पीड से बनने लगते हैं। इसका तूफान सा आता है। इसीलिए इसे ‘साइटोकॉइन-स्टॉर्म’ कहते हैं। यानी कोविड-19 से लड़ने वाला हमारा इम्यून सिस्टम ओवर-रिएक्ट करता है। रोग प्रतिरोधक कोशिकाएं ही हमारे शरीर के विपरीत काम करने लगती हैं। जिन लोगों में इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) कम हो, उम्रदराज, पुरानी लंबी बीमारी से जूझ रहे और शारीरिक रूप से कम एक्टिव लोगों में इसका खतरा ज्यादा है। शहर में कोरोना से 40 फीसदी मौतें इसकी वजह से ही हुई हैं।
हर 100 में से 4 मरीजों में साइटोकॉइन-स्टॉर्म
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग प्रमुख डॉ. सलिल भार्गव कहते हैं कि ज्यादातर लोगों की मौत एक्यूट ऑक्सीजन रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एआरडीएस) से हुई है। डायबिटीज कंट्रोल करने में परेशानी हुई। साइटोकॉइन स्टॉर्म बीमारी के पांचवें या सातवें दिन आने वाला तूफान है। इसमें वायरस नाक और मुंह से होते हुए फेफड़ों पर अटैक करता है, जिस कारण वहां की एलोलाई कड़क हो रही है। यह जालीनुमा रचना होती है, जो ऑक्सीजन सोखती है और छोड़ती है, लेकिन पूरी तरह ब्लॉक होने से शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो खत्म हो जाता है। ऑर्गन फेल हो जाते हैं।
दुनिया को वुहान से मिली साइटोकॉइन-स्टॉर्म की जानकारी
साइटोकॉइन-स्टॉर्म की जानकारी दुनिया को वुहान से मिली। वहां रिसर्च में आईएल-2 और आईएल-6 का पता लगा जो स्टॉर्म के लक्षण थे। 150 केस पर हुई रिसर्च में पता लगा कि मरने वालों में आईएल-6 सीआरपी स्टॉर्म के मॉलिक्यूलर इंडिकेटर ज्यादा थे।
दो तरह से वार कर रहा कोरोना वायरस
पहला वायरस फेफड़े खराब कर देता है। दूसरी कैटेगरी ऐसे मरीजों की है, जिनके फेफड़ों पर वायरस का अटैक नहीं हुआ, लेकिन सोडियम का स्तर बढ़ गया।
मरीजों काे रिकवर होने में कई हफ्ते लग रहे हैं। रिकवरी टाइम अब बढ़कर 5 हफ्ते तक हो गया है।
निमाेनिया के बाद मरीज की एआरडीएस से मौत हो रही है। इसमें फेफड़ों में एक फ्लूइड जमा हो जाता है। इससे एयर पाइप में रुकावट आती है और मरीज सांस नहीं ले पाता।
बचाव के लिए जिंक, विटामिन-सी और मल्टी विटामिन की गोली लेने के बजाय प्राकृतिक रूप से खाने में इसकी मात्रा बढ़ाएं। नियमित एक्सरसाइज करें।
चेन, मोबाइल और पर्स स्नैचिंग की घटनाएं तो होती रहती हैं, लेकिन मोहाली में पहली बार डॉग स्नैचिंग हुई है। शहर के सेक्टर-68 की पंचम सोसायटी में रहने वाली सुखजिंदर कौर से 2 बाइक सवार कुत्ता छीन ले गए। महिला ने शोर मचाया, लेकिन आरोपी फरार हो गए।
डैशहुंड ब्रीड के कुत्ते का नाम डूडो है। डूडो को ढूंढ़ने के लिए महिला ने शहर भर में पोस्टर भी लगवा दिए हैं। कुत्ते को पता लगाने वाले को 20 हजार का इनाम दिया जाएगा, खास बात ये है कि यह ऑफर स्नैचर्स के लिए भी है।
पुलिस जांच कर रही
सुखजिंदर ने फेज-8 पुलिस थाने में शिकायत की है, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। एसएचओ ने सिर्फ इतना कहा जांच कर रहे हैं। महिला ने बताया कि वह 11 अक्टूबर की शाम डूडो को वॉक पर ले जा रही थी। पीछे से 2 बाइक सवार आए और कुत्ते को छीनकर फरार हो गए। वारदात CCTV में रिकॉर्ड हुई है। फुटेज पुलिस को दे दी गई है।
सुबह-शाम गली-गली घूमकर डूडो की तलाश
महिला ने बताया कि जब से डूडो गया है, तब से घर में सन्नाटा छाया है। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। घर के लोग अब पूरे शहर और आसपास के गांवों में जाकर गली-गली पैदल घूमकर डूडो की तलाश कर रहे हैं।
रविवार को आईपीएल के इतिहास में पहली बार एक दिन में तीन सुपर ओवर खेले गए। 13वें सीजन के 35वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को सुपर ओवर में हराया। वहीं, इसी दिन खेले गए किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) और मुंबई इंडियंस (MI) के बीच दूसरे मैच में डबल सुपर ओवर देखने को मिला। दोनों टीमों के बीच मैच टाई रहने के बाद सुपर ओवर खेला गया। दोनों टीमों ने सुपर ओवर में 5-5 रन बनाए, जिसके बाद एक और सुपर ओवर खेला गया। दूसरे सुपर ओवर में मुंबई ने पंजाब को 6 बॉल में 12 रन का टारगेट दिया, जिसे पंजाब ने 4 बॉल में हासिल कर लिया।
मैच
जगह और साल
जीतने वाली टीम
सुपर ओवर में बैटिंग (पहले या बाद में)
कोलकाता नाइट राइडर्स vs राजस्थान रॉयल्स
केप टाउन, 2009
राजस्थान रॉयल्स
बाद में बैटिंग
चेन्नई सुपर किंग्स vs किंग्स इलेवन पंजाब
चेन्नई, 2010
किंग्स इलेवन पंजाब
बाद में बैटिंग
सनराइजर्स हैदराबाद vs रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु
हैदराबाद, 2013
सनराइजर्स हैदराबाद
पहले बैटिंग
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु vs दिल्ली डेयरडेविल्स
बेंगलुरु, 2013
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु
पहले बैटिंग
कोलकाता नाइट राइडर्स vs राजस्थान रॉयल्स
अबु धाबी, 2014
राजस्थान रॉयल्स
बाद में बैटिंग
राजस्थान रॉयल्स vs किंग्स इलेवन पंजाब
अहमदाबाद, 2015
किंग्स इलेवन पंजाब
पहले में बैटिंग
गुजरात लायंस vs मुंबई इंडियंस
राजकोट, 2017
मुंबई इंडियंस
पहले बैटिंग
दिल्ली कैपिटल्स vs कोलकाता नाइट राइडर्स
दिल्ली, 2019
दिल्ली कैपिटल्स
पहले बैटिंग
मुंबई इंडियंस vs सनराइजर्स हैदराबाद
मुंबई, 2019
मुंबई इंडियंस
बाद में बैटिंग
दिल्ली कैपिटल्स vs किंग्स इलेवन पंजाब
दुबई, 2020
दिल्ली कैपिटल्स
बाद में बैटिंग
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु vs मुंबई इंडियंस
दुबई, 2020
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु
बाद में बैटिंग
सनराइजर्स हैदराबाद vs कोलकाता नाइट राइडर्स
अबु धाबी, 2020
कोलकाता नाइट राइडर्स
बाद में बैटिंग
किंग्स इलेवन पंजाब vs मुंबई इंडियंस
दुबई, 2020
किंग्स इलेवन पंजाब
बाद में बैटिंग
आईपीएल में दूसरी बार सुपर ओवर भी टाई
आईपीएल के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ, जब सुपर ओवर भी टाई रहा। इससे पहले 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया मैच और सुपर ओवर दोनों टाई रहे थे। हालांकि, इस मैच का रिजल्ट दोनों टीमों के बाउंड्री काउंट के जरिए आया था। राजस्थान रॉयल्स ने बाउंड्री काउंट में कोलकाता को हरा दिया था। वहीं, एक सीजन में पहली बार चार सुपर ओवर खेले गए। इससे पहले 2013 और 2019 में दो-दो सुपर ओवर खेले गए थे।
इससे पहले दिल्ली और बेंगलुरु ने जीता था सुपर ओवर
यह इस सीजन का चौथा मैच है, जिसका रिजल्ट सुपर ओवर में निकला हो। इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेला गया सीजन का दूसरा मैच सुपर ओवर में गया था, जिसे दिल्ली ने जीत लिया था। वहीं, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और मुंबई इंडियंस के बीच खेले गए सुपर ओवर में आरसीबी ने जीत दर्ज की थी। जबकि रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के बीच हुए 35वें मैच का भी रिजल्ट सुपर ओवर में आया। मैच में केकेआर ने एसआरएच को सुपर ओवर में हराया। इस सीजन में पंजाब और मुंबई की टीम दो बार सुपर ओवर खेल चुकी है।
किंग्स इलेवन पंजाब सुपर ओवर की सबसे सफल टीम
अब तक आईपीएल में कुल 14 सुपर ओवर खेले गए। जिसमें से एक ही मैच में दो सुपर ओवर शामिल है। 8 बार बाद में बैटिंग करने वाली टीम मैच जीती है। वहीं, पहले बैटिंग करने वाली टीम 5 बार ही मैच जीत सकी। केकेआर, किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस ने अब तक सबसे ज्यादा 4-4 बार सुपर ओवर खेला है। पंजाब की टीम ने सबसे ज्यादा 3 बार सुपर ओवर में जीत हासिल की। वहीं, मुंबई इंडियंस को 2 और केकेआर को सिर्फ एक मैच में जीत मिली। राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और सनराइजर्स हैदराबाद ने 3-3 बार सुपर ओवर खेला है।
रबाडा ने सुपर ओवर में सबसे कम टोटल डिफेंड किया
सुपर ओवर में सबसे ज्यादा 20 रन बनाने का रिकॉर्ड सनराइजर्स हैदराबाद के नाम है। यह स्कोर उन्होंने 2013 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ बनाया था। 20 में से 17 रन कैमरून वाइट ने बनाए थे। सुपर ओवर में आरसीबी की ओर से विनय कुमार ने बॉलिंग की थी। वहीं, सुपर ओवर में सबसे ज्यादा रन चेज करने का रिकॉर्ड राजस्थान रॉयल्स के नाम है।
2009 में राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर में गया था। केकेआर ने सुपर ओवर में पहले बैटिंग करते हुए 16 रन बनाए थे। जवाब में राजस्थान ने 18 रन बनाकर मैच जीत लिया था। यूसुफ पठान ने अकेले 18 रन बनाए थे। आईपीएल के 12वें सीजन (2019) में दिल्ली कैपिटल्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सुपर ओवर में 10 रन बनाए थे। दिल्ली के लिए बॉलिंग करने आए कगीसो रबाडा ने केकेआर को सिर्फ 7 रन बनाने दिया। यह अब तक का सबसे कम टोटल है, जिसे किसी टीम ने डिफेंड किया हो।
आईपीएल में सुपर ओवर में सबसे ज्यादा जीत दिलाने वाले बॉलर
सुपर ओवर में गेंदबाजी करने वाला
प्लेयर
टीम जीती
जसप्रीत बुमराह
2 बार
कागिसो रबाडा
2 बार
मोहम्मद शमी
1 बार
कामरान खान
1 बार
जुआन थेरॉन
1 बार
डेल स्टेन
1 बार
रवि रामपॉल
1 बार
जेम्स फॉल्कनर
1 बार
मिशेल जॉनसन
1 बार
बुमराह-रबाडा सुपर ओवर के सबसे सफल बॉलर
जसप्रीत बुमराह, कगीसो रबाडा, मोहम्मद शमी और जेम्स फॉल्कनर, वे चार बॉलर्स हैं, जिन्होंने आईपीएल में सुपर ओवर में एक से ज्यादा बार बॉलिंग की है। बुमराह ने सुपर ओवर में कुल चार बार बॉलिंग की, जिसमें से 2 बार मुंबई इंडियंस ने मैच जीता, जबकि दो में टीम हारी। वहीं, दिल्ली के रबाडा ने दो बार सुपर ओवर में बॉलिंग की और दोनों बार टीम को जीत मिली।
मो. शमी ने तीन बार सुपर ओवर में बॉलिंग की, जिसमें से दो बार उनकी टीम को हार और एक बार जीत हासिल हुई। इनके अलावा राजस्थान रॉयल्स के पूर्व खिलाड़ी कामरान खान और जुआन थेरॉन, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के डेल स्टेन और रवि रामपाल और मिचेल जॉनसन ने भी अपनी-अपनी टीमों को आईपीएल के सुपर ओवर में एक-एक मैच जिताया।
सुपर ओवर में स्पिनर्स फिसड्डी साबित हुए
आईपीएल में कुल 28 सुपर ओवर में से 17 ओवर विदेशी गेंदबाजों ने फेंके हैं। वहीं, 11 ओवर भारतीय गेंदबाजों ने फेंके। इनमें से सिर्फ बुमराह, मो. शमी, नवदीप सैनी और कामरान खान ही ऐसे भारतीय गेंदबाज हैं, जिनकी टीमों को उस मैच में जीत मिली। वहीं, विनय कुमार, उमेश यादव, प्रसिद्ध कृष्णा की टीम को सुपर ओवर में हार ही मिली। सुपर ओवर में स्पिनर का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा। स्पिनर्स ने सुपर ओवर में पांच बार गेंदबाजी की। सभी मैचों में उनकी टीम को हार ही मिली।
क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर Sarkari Guru नाम के यूट्यूब चैनल के वीडियो का एक लिंक वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दावा किया गया है कि मोदी सरकार 'प्रधानमंत्री नारी शक्ति योजना' के तहत महिलाओं के बैंक खाते में 2 लाख 20 हजार रुपए ट्रांसफर कर रही है। वीडियो का शीर्षक है -यदि आपकी पत्नी का बैंक में खाता हैं तो मिलेंगे ₹2,20,000 // sarakri Yojana 2020
वीडियो में दावा किया गया है कि सभी आवश्यक दस्तावेज लेकर महिलाओं को सरकारी बैंक में इस योजना के लिए आवेदन करना होगा। इसके बाद उनके खाते में राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
और सच क्या है?
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास की ऑफिशियल वेबसाइट पर 'प्रधानमंत्री नारी शक्ति' नाम की किसी योजना का जिक्र नहीं है।
अलग-अलग की वर्ड सर्च करने से भी हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। जिससे पुष्टि होती हो कि सरकार ने सभी महिलाओं के खाते में 2 लाख 20 हजार रुपए ट्रांसफर करने की घोषणा की है।
केंद्र सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक से 15 अक्टूबर को ही ट्वीट करके ये स्पष्ट किया जा चुका है कि - 2 लाख रुपए महिलाओं के खाते में ट्रांसफर किए जाने का दावा झूठा है।
दावा: एक #YouTube वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार सभी महिलाओं के बैंक खातों में 'प्रधानमंत्री नारी शक्ति योजना' के तहत 2 लाख 20 हज़ार रूपए की राशि जमा कर रही है।#PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। pic.twitter.com/LPEHGvzh2C
यह भागलपुर है। शाम का समय है और चाय की तलब भी। सो नजर घुड़नपीर बाबा मेडिकल कॉलेज रोड की इस चाय दुकान पर ठहर गई। पहले से ही बैठे कुछ लोग चाय की चुस्की के साथ राजनीति के पन्ने पलटने में मशगूल हैं।
चर्चा कमोबेश भागलपुर जिले की सातों विधानसभा की हो रही थी, लेकिन केंद्र में भागलपुर और उससे सटा नाथनगर ही था। मैंने यूं ही सवाल फेंका कि यहां चुनाव कब है? पास बैठे एक महाशय बोले- ‘भागलपुर में 7 विधानसभा छलै, जेकरा में कि कहलगांव और सुल्तानगंज में पहिला चरण में वोटिंग हउवे, अउरी बाकी भागलपुर, नाथनगर, पीरपैंती, गोपालपुर और बिहपुर में दोसर चरण में।’
(भागलपुर की 7 सीटों में से कहलगांव और सुल्तानगंज में तो पहले चरण में ही वोटिंग है लेकिन बाकी में दूसरे चरण में)। मैंने टटोलते हुए पूछा कि- इस बार बीजेपी की क्या स्थिति है, तो तल्ख सुर में जवाब आया- ‘बीजेपी भागलपुर के अपनो बपौती सम्झैछे, लेकिन इस बारी बीजेपी के भी समझी में आबी जयते’ (बीजेपी भागलपुर को अपनी बपौती समझती है, लेकिन इस बार उसे समझ में आ जाएगा)।
उनकी इस बात पर बगल से किसी ने चुटकी ली- ‘अश्विनी चौबे यहां के विधायक रह चुके हैं, तो क्या यहां विकास की बयार नहीं बही?’ इतना सुनते ही विकास पर जैसे बहस ही छिड़ गई। लोग विकास के मुद्दों के पीछे के छलावे की दास्तानें सुनाने लग गए।
वो सज्जन बिफर कर बोलने लगे- ‘पटना से पहनै घोषित स्मार्ट सिटी भागलपुर आज गन्दगी के ढेर में बदली गेलो छै और अभियो स्थिति वो है, जो 15 साल पुराना छै। अश्विनी चौबे ह यहां केतना साल तक विधायक रहलै, लेकिन शहरो के सबसे बड़ो समस्या जाम से मुक्ति नै दिलावा पारलकै।
भागलपुर के सांसद रहै शाहनवाज हुसैन तनिमनी कोशिश कर लकै, लेकिन अभियो स्थिति उहे छै अउरी लोगों के हाल जाम से बेहाल छै। जाम के समस्या के बाद यहां के दोसरो सबसे बड़ो समस्या शहर के दक्षिणी भाग के जोडै वाला भोलानाथ पूल के छै जे हरदम पानी में डूबले रहै छै। यहां ओवर ब्रिज के मांग केतना सालों से करी रहलों छै। आरो हवाई अड्डा के भी मांग केतना सालों से होय रहलो छै।’
इसी बीच एक दुबले पतले शख्स ने जोड़ा- ‘भागलपुर विधानसभा में दीपू भूमानिया आरो लोजपा के उम्मीदवार आरो अभी के उपमेयर राजेश वर्मा वोटकटवा से ज्यादा कुछु नै छै।’
मैंने बात घुमाते हुए भागलपुर विधानसभा से सटे नाथनगर के बारे में पूछा तो अब तक खामोश बैठे एक अन्य शख्स बोल पड़े- 'उस विधानसभा की तो पूछिये ही मत।’
तेज आवाज में बोले- ‘इस एरिया में लॉ एंड ऑर्डर फेल है। क्राइम का ग्राफ इतना बढ़ा हुआ है कि पूछिये मत। यह एक तो बाढ़ पीड़ित क्षेत्र है और दूसरा कि इसका एक बड़ा हिस्सा दियारा क्षेत्र को छूता है, जिसका फायदा अपराधियों के छुपने में सहायक सिद्ध होता है। यहां वर्तमान विधायक जदयू के लक्ष्मीकांत मंडल हैं। इनसे पूर्व अजय मंडल भी थे, जो अभी भागलपुर के सांसद हैं लेकिन
डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद भी विकास की बयार बहाने में असफल रहे। इसकी वजह जातीय समीकरण का विकास के मुद्दों पर हावी होना रहा है।’
बात को समेटते हुए मैंने गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र की चर्चा छेड़ी तो दूर से एक आवाज आई- ‘अरे चाहे जहां की बात कर लीजिए, भागलपुर की चर्चा और चिंता दोनों हवाई ही रही हैं। न कभी किसी ने यहां की जाम की समस्या का हल निकाला और न जल निकासी का। सिल्क सिटी तो बीते दिनों की बात हो गई है। गंदगी तो जैसे इस शहर का गहना ही है।’
ये बातें चाल ही रही थीं कि एक अधेड़ सज्जन बोल पड़े- ‘अरे 10-15 साल से तो हम ही देख रहे हैं यहां का विकास। हवाई जहाज भी उड़ते देख ही लिया! सब अपन-अपन उड़ाए और चल दिये। शाहनवाज तो बड़ी तेजी दिखाए थे, क्या हुआ... हवाई अड्डा बना क्या...!’
एक दूसरी आवाज आई– बना भी और हवाई जहाज उतरा भी, लेकिन उसका ज्यादे इस्तेमाल गोबर पाथने से लेकर मवेशी चराने में ही होता है। हां, कभी कभार सरकारी दौरे के लिए उसका जरूर इस्तेमाल होता है। भागलपुर की जनता उसी को देख के खुश हो जाती है। बातचीत इसी नोट पर थोड़ा थमी तो मैंने भी अपना रास्ता पकड़ा है, यह सोचते हुये कि क्या भागलपुर का विकास भी कभी राह पकड़ेगा!
कोरोना के नए केस लगातार कम हो रहे हैं। रविवार को 56 हजार 511 केस आए, 66 हजार 418 मरीज ठीक हुए और 581 की मौत हो गई। बीत दो महीने में नए केसों का दूसरा सबसे कम आंकड़ा है। इससे पहले 24 अगस्त को 59 हजार 696 केस आए थे। 12 अक्टूबर को 54 हजार 262 केस आए। बीते तीन महीने में छठी बार 60 हजार से कम केस आए हैं।
3 महीने में छठी बार 60 हजार से कम केस आए
तारीख केस
10 अगस्त 53016
16 अगस्त 58096
17 अगस्त 54298
24 अगस्त 59696
12 अक्टूबर 54262
18 अक्टूबर 56520
कोरोना अपडेट्स
हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी और सेंट लुईस यूनिवर्सिटी के साथ नाक से दी जाने वाली वैक्सीन (नेसल वैक्सीन) कैंडिडेट के ट्रायल के लिए एक समझौता किया है। इसके तहत कंपनी ट्रायल, उत्पादन और कोविड-19 वैक्सीन के लिए बाजार देखेगी।
राजस्थान में गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला समेत 32 लोगों के खिलाफ बयाना पुलिस ने कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज की है। इन लोगों ने भरतपुर में शनिवार को आरक्षण की मांग को लेकर महापंचायत बुलाई थी।
पांच राज्यों का हाल
1. मध्यप्रदेश
राज्य में रविवार को 1030 लोग संक्रमित पाए गए। 1427 लोग रिकवर हुए और 20 मरीजों की मौत हो गई। अब तक 1 लाख 60 हजार 188 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इनमें 13 हजार 281 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 44 हजार 134 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के चलते अब तक 2773 मरीजों की मौत हो चुकी है।
2. राजस्थान
राज्य में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 1747 हो गया है। पिछले 24 घंटे के अंदर 12 मरीजों ने जान गंवाई। 1985 लोग संक्रमित पाए गए और 2088 लोग रिकवर हो गए। अब तक 1 लाख 73 हजार 266 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इनमें 21 हजार 140 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 50 हजार 379 लोग ठीक हो चुके हैं।
3. बिहार
राज्य में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 2 लाख 4 हजार 212 हो गया है। पिछले 24 घंटे में 1152 लोग संक्रमित मिले। अभी 10 हजार 621 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 92 हजार 594 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 996 संक्रमितों की जान जा चुकी है।
4. महाराष्ट्र
राज्य में रविवार को 9060 नए मामले सामने आए, 11 हजार 204 लोग रिकवर हुए और 150 मरीजों की मौत हो गई। अब तक यहां 15 लाख 95 हजार 381 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 1 लाख 82 हजार 976 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 13 लाख 69 हजार 810 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 42 हजार 115 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
5. उत्तरप्रदेश
प्रदेश में कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 6,658 हो गया है। पिछले 24 घंटे के अंदर 29 मरीजों की मौत हुई। रविवार को 2486 नए मरीज मिले। इसी के साथ मरीजों की संख्या बढ़कर 4 लाख 55 हजार 146 हो गई है। इनमें 32 हजार 896 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 4 लाख 15 हजार 592 लोग ठीक हो चुके हैं।
कोरोना के नए केस लगातार कम हो रहे हैं। रविवार को 56 हजार 511 केस आए, 66 हजार 418 मरीज ठीक हुए और 581 की मौत हो गई। बीत दो महीने में नए केसों का दूसरा सबसे कम आंकड़ा है। इससे पहले 24 अगस्त को 59 हजार 696 केस आए थे। 12 अक्टूबर को 54 हजार 262 केस आए। बीते तीन महीने में छठी बार 60 हजार से कम केस आए हैं।
3 महीने में छठी बार 60 हजार से कम केस आए
तारीख केस
10 अगस्त 53016
16 अगस्त 58096
17 अगस्त 54298
24 अगस्त 59696
12 अक्टूबर 54262
18 अक्टूबर 56520
कोरोना अपडेट्स
हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी और सेंट लुईस यूनिवर्सिटी के साथ नाक से दी जाने वाली वैक्सीन (नेसल वैक्सीन) कैंडिडेट के ट्रायल के लिए एक समझौता किया है। इसके तहत कंपनी ट्रायल, उत्पादन और कोविड-19 वैक्सीन के लिए बाजार देखेगी।
राजस्थान में गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला समेत 32 लोगों के खिलाफ बयाना पुलिस ने कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज की है। इन लोगों ने भरतपुर में शनिवार को आरक्षण की मांग को लेकर महापंचायत बुलाई थी।
पांच राज्यों का हाल
1. मध्यप्रदेश
राज्य में रविवार को 1030 लोग संक्रमित पाए गए। 1427 लोग रिकवर हुए और 20 मरीजों की मौत हो गई। अब तक 1 लाख 60 हजार 188 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इनमें 13 हजार 281 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 44 हजार 134 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के चलते अब तक 2773 मरीजों की मौत हो चुकी है।
2. राजस्थान
राज्य में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 1747 हो गया है। पिछले 24 घंटे के अंदर 12 मरीजों ने जान गंवाई। 1985 लोग संक्रमित पाए गए और 2088 लोग रिकवर हो गए। अब तक 1 लाख 73 हजार 266 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इनमें 21 हजार 140 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 50 हजार 379 लोग ठीक हो चुके हैं।
3. बिहार
राज्य में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 2 लाख 4 हजार 212 हो गया है। पिछले 24 घंटे में 1152 लोग संक्रमित मिले। अभी 10 हजार 621 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 1 लाख 92 हजार 594 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 996 संक्रमितों की जान जा चुकी है।
4. महाराष्ट्र
राज्य में रविवार को 9060 नए मामले सामने आए, 11 हजार 204 लोग रिकवर हुए और 150 मरीजों की मौत हो गई। अब तक यहां 15 लाख 95 हजार 381 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 1 लाख 82 हजार 976 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है, जबकि 13 लाख 69 हजार 810 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 42 हजार 115 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
5. उत्तरप्रदेश
प्रदेश में कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 6,658 हो गया है। पिछले 24 घंटे के अंदर 29 मरीजों की मौत हुई। रविवार को 2486 नए मरीज मिले। इसी के साथ मरीजों की संख्या बढ़कर 4 लाख 55 हजार 146 हो गई है। इनमें 32 हजार 896 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 4 लाख 15 हजार 592 लोग ठीक हो चुके हैं।
मध्य प्रदेश के चुनावी घमासान में अब नेता एक-दूसरे पर निजी हमले करने लगे हैं। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डबरा में शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी काे आइटम कहकर संबोधित किया। कमलनाथ ने कहा- हमारे राजे (कांग्रेस प्रत्याशी) तो सीधे-साधे और सरल हैं। ये उसके जैसे नहीं हैं। मैं क्यों उसका नाम लूं। इतने में लोग बोले- इमरती देवी। इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं। आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। वह क्या आइटम है। पूर्व मुख्यमंत्री के भाषण का यह वीडियो अब वायरल हो गया है।
शिवराज सोमवार को भोपाल में मौन बैठेंगे
ग्वालियर की सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के बयान की निंदा की। मुख्यमंत्री ने कहा- कमलनाथ ने अन्याय की अति की है। ग्वालियर जिले की एक बेटी का अपमान किया। शर्म आनी चाहिए। किस दिशा में राजनीति को ले जा रहे हो। शिवराज ने कहा कि वे भोपाल में सोमवार को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक मौन पर बैठेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने अपराध किया है, प्रायश्चित वर्तमान मुख्यमंत्री करेगा।
शिवराज का ट्वीट- कांग्रेस ने फिर सामंतवादी सोच उजागर की
कमलनाथ जी!
इमरती देवी उस गरीब किसान की बेटी का नाम है जिसने गाँव में मजदूरी करने से शुरुआत की और आज जनसेवक के रूप में राष्ट्रनिर्माण में सहयोग दे रही हैं।
कांग्रेस ने मुझे ‘भूखा-नंगा’ कहा और एक महिला के लिए आपने ‘आइटम’ जैसे शब्द का उपयोग कर अपनी सामंतवादी सोच फिर उजागर कर दी।
राजे भी विवादित बयान दे चुके हैं
इससे पहले डबरा से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश भी मंत्री इमरती देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। उन्होंने निजी हमला करते हुए मंत्री की पहचान पर ही प्रश्नचिह्न लगा दिया था। उनका कहना था कि वे तो कई सालों से राजनीति कर रहे हैं, लेकिन इमरती देवी बताएं कि उनका आधार क्या है। अभी तो राजनीति में आई हैं। हम रिश्तेदार हैं, लेकिन उससे कोई लेना-देना नहीं है। इसके बाद भाजपा की महिला प्रवक्ता आक्रमक हो गईं। उन्होंने कांग्रेस पर जवाबी हमला किया और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की थी।
इमरती देवी भी विवाद खड़ा कर चुकी
प्रचार के दौरान एक नुक्कड़ सभा में इमरती का कहना था कि उपचुनाव में हमें सरकार बचाने के लिए 8 सीटें चाहिए। जबकि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए 27 सीटों की जरूरत है। अब आप बता दीजिए कि कांग्रेस सभी 27 सीटें जीत जाएगी और सत्ता-सरकार आंखें बंद किए बैठे रहेगी क्या? सत्ता-सरकार में इतनी दम होती है कि कलेक्टर से कह दे कि ये सीट चाहिए तो वह सीट मिल जाती है। इसके बाद कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से इसकी शिकायत भी की थी।
उपचुनाव में माननीय लांघ रहे मर्यादा
उपचुनाव में इससे पहले भी माननीय अपनी मर्यादा लांघ चुके हैं। अपने बयान में कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर ने शिवराज सिंह को नंगा-भूखा कहा था। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कमलनाथ और दिग्विजय को चुन्नू-मुन्नू कहकर संबोधित कर चुके हैं। कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा कैलाश विजयवर्गीय को पाखंडी और रावण तक बता चुके हैं।
दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4 करोड़ से ज्यादा हो गया है। इधर, देश में सरकार ने कोरोना संक्रमण को लेकर ठंड में ज्यादा सावधानी बरतने की हिदायत दी है। बहरहाल, शुरू करते हैं मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ...
आज इन 3 इवेंट्स पर रहेगी नजर
1.अबु धाबीः IPL में आज चेन्नई और राजस्थान आमने-सामने होंगे। टॉस शाम 7 बजे और मैच साढ़े 7 बजे शुरू होगा। दौड़ में बने रहने के लिए दोनों ही टीमों के लिए इस मैच में जीत जरूरी है।
2.महाराष्ट्रः लॉकडाउन के बाद आज से एक बार फिर मुंबई मेट्रो पटरी पर दौड़ेगी।
3.उत्तर प्रदेशः राज्य में बढ़ते अपराधों के खिलाफ आज समाजवादी पार्टी का बड़ा प्रदर्शन। वहीं, 9वीं और 12वीं कक्षाओं के स्टूडेंट्स के लिए स्कूल खोले जाएंगे।
अब कल की 7 महत्वपूर्ण खबरें
1. सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस टेस्ट में खरी उतरी
भारत की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस ने टेस्ट का एक और स्टेज पार कर लिया। रविवार सुबह चेन्नई में इसे नेवी के स्टील्थ डेस्ट्रॉयर जहाज (इसे दुश्मन का रडार नहीं पकड़ सकता) आईएनएस चेन्नई से फायर किया गया। इसने अरब महासागर में एक टारगेट पर सटीक निशाना लगाया। इसकी रफ्तार करीब 3,457 किमी प्रति घंटे है। यह 400 किमी की रेंज तक निशाना लगा सकती है।
देश में कोरोना का पीक गुजर चुका है। सरकार ने रविवार को इसका अधिकारिक ऐलान कर दिया। साथ ही ठंड में ज्यादा सावधानी बरतने की हिदायत भी दी। 17 सितंबर को देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस 10.17 लाख थे, इसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आ रही है और ये 7.83 लाख तक पहुंच चुके हैं। लेकिन ठंड में कोरोना की दूसरी लहर आने से इनकार नहीं किया जा सकता।
हैदराबाद में फिर भारी बारिश हुई। अगले दो दिन तेज बारिश हो सकती है। शनिवार शाम 6 बजे शुरू हुई बारिश रविवार सुबह तक जारी रही। बारिश के बाद कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया। ट्रैफिक जाम हो गया। शहर के बालानगर इलाके की झील ओवरफ्लो हो गई। मेडचल मलकजगिरी के सिंगापुर टाउनशिप और उप्पल के पास बंडलगुडा में 15 सेमी से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई।
4. पायल घोष का नया दावा, कहा- मैंने इरफान को सबकुछ बताया था
अनुराग कश्यप पर रेप का आरोप लगाने वाली पायल घोष का कहना है कि उन्होंने फिल्ममेकर के बारे में क्रिकेटर इरफान पठान से बात की थी। एक्ट्रेस ने ट्वीट किया, "मैंने इरफान पठान को एकदम यह तो नहीं बताया था कि मिस्टर कश्यप ने मेरा रेप किया है, लेकिन मैंने उनसे हुई बातचीत के बारे में सबकुछ बताया था। यह जानने के बाद भी वे चुप हैं। कभी वे मेरे अच्छे दोस्त होने का दावा करते थे।"
5. 370 रद्द करने के फैसले को चुनौती देने साथ आए कश्मीर के नेता
पीडीपी चीफ महबूबा 14 महीने बाद नजरबंदी से रिहा हुईं। इसके बाद जम्मू-कश्मीर की सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने 15 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के घर पर बैठक की। मकसद था संविधान के अनुच्छेद 370 को रीस्टोर करना और जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश से फिर पहले की तरह राज्य बनाना। नया संगठन बना पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन। मगर क्यों?
6. सड़क किनारे अचार बेचकर करोड़पति बनीं कृष्णा यादव
बात आज से करीब 30 साल पुरानी है। बुलंदशहर में रहने वाली कृष्णा यादव का परिवार मुश्किल में था। पति ने गाड़ी का बिजनेस शुरू किया था, जो चला नहीं। हालात बिगड़े तो घर को बेचना पड़ा। ये तब हुआ जब कृष्णा के तीन छोटे-छोटे बच्चे थे। आज कृष्णा यादव चार कंपनियों की मालकिन हैं, जिनका सालाना टर्नओवर 4 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। जानिए आखिर उन्होंने कैसे ये सब किया?
7. चुनावी कार्टून: चुनावी हनुमान ने सीना चीरा तो दिखे मोदी
इस हफ्ते बिहार में चुनावी बुखार अपने चरम पर होगा। लेकिन, बीता हफ्ता भी चुनावी बयानों के कारण चर्चा में रहा। किसी ने बिहार को कश्मीर बनने का डर दिखाया तो किसी ने खुद को मोदी का हनुमान बताया। कोई बिहार में विकास नहीं होने का कारण समुद्र से खोज लाया। नेता जी लोगों के चिर युवा होने का राज भी सामने आया। इन सब को हमारे कार्टूनिस्ट मंसूर ने कुछ ऐसे देखा....
1932: फोर्ड मोटर कंपनी के मालिक हेनरी फोर्ड ने रेडियो पर अपना पहला भाषण दिया।
1950: मदर टेरेसा ने कोलकाता (भारत) में मिशनरी ऑफ चैरिटीज की स्थापना की।
1970: भारत में निर्मित पहला मिग-21 विमान भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया।
आखिर में जिक्र मशहूर किताब ‘गुलिवर की यात्राएं’ के लेखक जोनाथन स्विफ्ट का। आज ही के दिन 1745 में जोनाथन का देहांत हुआ था। पढ़िए उन्हीं की कही एक बात...
67 साल के कमलानंद मंडल भाजपा के कट्टर समर्थक हैं। उनके बेटे ने जब उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर वाली सफेद टी-शर्ट लाकर दी थी तो वे बेहद खुश हुए थे। लेकिन इन दिनों वे इसी टी-शर्ट को उल्टा पहनकर बिहार चुनावों में भाजपा के प्रति अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं।
कमलानंद कहते हैं, ‘जिस विधायक ने हमारे लिए एक पैसे का काम नहीं किया, भाजपा ने उसी को दोबारा टिकट दे दिया। 2017 की बाढ़ के बाद से हमारा जीना बेहाल हो गया है। हमने कई बार अपने विधायक से गुहार लगाई लेकिन उसने हमारी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया। इस बार हम उसे किसी भी हाल में नहीं जीतने देंगे।’
कमलानंद मंडल अररिया जिले की फारबिसगंज विधानसभा में रहते हैं। जिस विधायक के प्रति वे अपनी नाराजगी जता रहे हैं, उनका नाम विद्यासागर केसरी है। फारबिसगंज से सिटिंग विधायक विद्यासागर केसरी को भाजपा ने इस बार दोबारा टिकट दिया है और इसी का गुस्सा कमलानंद मंडल और उनके गांव के अधिकतर लोगों में है।
भारत-नेपाल सीमा के पास बसे उनके गांव का नाम नया टोला है। भागकोहलिया पंचायत का यह गांव 2017 में आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ था। परमान नदी का तटबंध टूट जाने के चलते उस साल इस इलाके में भारी नुकसान हुआ था। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि वह तटबंध 2017 के बाद से कभी बनवाया ही नहीं गया जिसके चलते अब हर साल कम से कम 7-8 बार गांव में बाढ़ आने लगी है।
यह इलाका कोसी-सीमांचल क्षेत्र में आता है। ‘बिहार का शोक’ कही जाने वाली कोसी नदी के साथ ही नेपाल से भारत में दाखिल होने वाली कई दूसरी नदियां भी यहां हर साल तबाही लेकर आती हैं। परमान ऐसी ही एक नदी है जिसका दंश हजारों परिवार हर साल झेलते हैं।
इसी गांव के रहने वाले महानंद मंडल बताते हैं, ‘2017 में जो तटबंध टूटा था उसके चलते सिर्फ हमारे एक प्रखंड की ही 16 पंचायतें प्रभावित हुई हैं। औसतन हर प्रखंड के पांच-छह गांव इससे प्रभावित हुए हैं और हर गांव में लगभग दो सौ परिवार हैं। 2017 के बाद से हमारी कोई भी फसल पनप नहीं सकी है। महीनों तक खेतों में पानी भरा रहता है। इस साल भी अब तक आठ बार हमारे गांव में बाढ़ आ चुकी है।’
इन गांवों में बाढ़ तो हर साल आती है लेकिन मुआवजे के नाम पर इन लोगों को एक पैसा भी नहीं दिया जाता। गोकुल कुमार मंडल कहते हैं, ‘मुआवजा सिर्फ 2017 में मिला था वो भी सिर्फ छह-छह हजार रुपए। उसके बाद से बाढ़ तो हर साल आती है लेकिन मुआवजा कभी नहीं आता। पटना की सड़कों में आधा फुट भी पानी भरता है तो सब जगह चर्चा होने लगती है, लेकिन हमारे खेत और फसल महीनों पानी में डूबे रहते हैं तो कोई पूछने तक नहीं आता।’
लगातार आने वाली बाढ़ के चलते इस इलाके में खेती बेहद मुश्किल हो चली है। इस कारण इस क्षेत्र से पलायन और भी तेजी से होने लगा है। नया टोला गांव की ही बात करें तो पूरे गांव में एक भी युवा नजर नहीं आता। गांव के अधिकतर जवान लड़के पंजाब की अनाज मंडियों में जाकर मजदूरी करते हैं।
करीब दस दिन पहले ही कमलानंद मंडल का बेटा गांव के 25 लड़कों के साथ मजदूरी करने पंजाब गया है। एक ‘पिक-अप’ गाड़ी में भरकर ये सभी लड़के अररिया से पंजाब की 1800 किलोमीटर की यात्रा पर ठीक चुनाव से पहले निकल गए क्योंकि परिवार का पेट पालना वोट डालने से ज्यादा जरूरी काम है।
गांव में अब सिर्फ बुजुर्ग, महिलाएं और अधेड़ उम्र के मर्द ही बचे हैं। यही लोग मिलकर खेती करते हैं और पूरे साल में मुश्किल से जो एक मात्र फसल ये उपजा लेते हैं, उसका भी सही दाम इन लोगों को नहीं मिल पाता। महानंद मंडल बताते हैं कि इस साल उन्होंने 40 क्विंटल मक्की उपजाई थी। मक्की पर न्यूनतम समर्थन मूल्य करीब 1800 रुपए तय हुआ था लेकिन बाजार में कोई भी यह दाम देने को तैयार नहीं हुआ।
वे कहते हैं, ‘मैंने दो महीने तक मक्की अपने घर पर रखी और अच्छे दाम मिलने का इंतजार किया। लेकिन, फिर मक्की में सुंडी (कीड़ा) लगने लगी तो मुझे हजार रुपए प्रति क्विंटल के दाम पर ही मक्की बेचनी पड़ी। ऐसे में हमारे बच्चे मजदूरी करने बाहर नहीं जाएंगे तो क्या करेंगे। इस इलाके में अब खेती से पेट भरना मुमकिन नहीं रह गया है।’
2017 की बाढ़ के बाद से भागकोहलिया पंचायत के कई गांवों पर लगातार खतरा बना रहता है। उस बाढ़ के दौरान परमान नदी के पीपडा घाट पर बना तटबंध टूट गया था जो आज तक ठीक नहीं करवाया गया है। इसके चलते नदी का जलस्तर थोड़ा भी बढ़ता है तो इन गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन पड़ती है।
गोकुल मंडल कहते हैं, ‘तटबंध अगर ठीक नहीं किया गया तो शायद आने वाले कुछ सालों में परमान नदी की दिशा हमेशा के लिए बदल जाए और नदी हमारे गांव से होकर ही बहने लगे। बथनाह से अररिया होकर निकलने वाली नहर के पूरब में जितने भी गांव हैं, उन सब पर अब यही खतरा बन गया है। विधायक अगर सिर्फ वो तटबंध भी बनवा देते तो कम से कम हमारे मुंह से दाना तो न छिनता।’
गोकुल मंडल यह भी बताते हैं कि सिर्फ उनके गांव ने ही नहीं बल्कि उनके पूरे समाज ने इस बार भाजपा के प्रत्याशी विद्यासागर केसरी को हराने की ठान ली है। वे कहते हैं, ‘इस सीट पर सबसे ज़्यादा मतदाता मंडल समुदाय के ही हैं। करीब सवा लाख वोट यहां मंडलों के हैं जो सालों से भाजपा को ही वोट देते रहे हैं। हमने मीटिंग करके ये तय किया है कि अगर भाजपा के वोट काटने के लिए हमें कोई मंडल प्रत्याशी मैदान में उतारने पड़े तो हम वो भी करेंगे, लेकिन इस बार विद्यासागर केसरी को जीतने नहीं देंगे।’
विद्यासागर केसरी के खिलाफ इस सीट से कांग्रेस के जाकिर अनवर चुनाव लड़ रहे हैं। वे एक बार पहले भी फारबिसगंज से बसपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। मंडल समुदाय के बाद इस सीट पर सबसे बड़ा वोट बैंक मुस्लिम मतदाताओं का ही है। लेकिन, दिलचस्प है कि संख्याबल में सबसे मजबूत होने के बावजूद भी इस सीट से आज तक सिर्फ एक बार ही कोई मुस्लिम प्रत्याशी जीता है और सिर्फ एक बार ही कोई मंडल प्रत्याशी भी।
बड़ी मुश्किल से अदालत के आदेश पर हमें दुर्गापूजा आयोजित करने का हक मिला। इस साल कोरोना और लंबे लॉकडाउन की वजह से हमारा धंधा लगभग ठप है। लेकिन, हम पूजा आयोजित करने का अपना हक नहीं छोड़ेंगे। यही वजह है कि इस साल भी हम बेहद छोटे स्तर पर ही सही, पूजा का आयोजन कर रहे हैं।
यह कहना है पुष्पा दास का जो एशिया की सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में शुमार कोलकाता के सोनागाछी इलाके की एक सेक्स वर्कर और यहां होने वाली दुर्गा पूजा समिति की एक्टिव मेंबर हैं। वो कहती हैं, 'पंडाल में आने वाले दर्शकों के लिए मास्क और सैनिटाइजर अनिवार्य होगा। पंडाल के दो गेट बनाए गए हैं। वहां मास्क और सैनिटाइजर का भी इंतजाम रहेगा।
इस बार हमारी थीम है ताला। इसका मतलब यह है कि हमारे जीवन पर लगे ताले को कौन खोलेगा। हमने मित्रों-परिजन से चंदा लिया है। दुर्बार महिला समन्वय समिति के शुभचिंतकों के अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी हर पंडाल को 50 हजार रुपए देने का एलान किया है।'
देश में बहुत कम लोगों को यह बात पता होगी कि रेड लाइट इलाके की मिट्टी के बिना दुर्गा प्रतिमा का निर्माण नहीं हो सकता। लेकिन, उससे भी कम लोग यह जानते होंगे कि सोनागाछी की सेक्स वर्कर्स 2017 से पूजा का आयोजन भी करती रही हैं। लंबी अदालती लड़ाई के बाद उनको इसका अधिकार मिला था।
दुर्गा प्रतिमा के लिए रेड लाइट इलाके से मिट्टी लेने की बात शायद सबके गले के नीचे नहीं उतरे। मन में यह सवाल पैदा होना लाजिमी है कि इतने पवित्र आयोजन के लिए समाज में हेय निगाहों से देखे जाने वाले रेड लाइट इलाके की मिट्टी क्यों ली जाती है।
दरअसल, एक पुरानी पौराणिक मान्यता है कि बहुत पहले एक सेक्स वर्कर देवी दुर्गा की बहुत बड़ी उपासक हुआ करती थी। लेकिन, समाज से बहिष्कृत उस सेक्स वर्कर को तरह-तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ता था। माना जाता है कि अपनी भक्त को इसी तिरस्कार से बचाने के लिए दुर्गा ने स्वयं आदेश देकर उसके आंगन की मिट्टी से अपनी मूर्ति स्थापित करवाने की परंपरा शुरू करवाई थी।
साथ ही देवी ने उसे वरदान भी दिया था कि उसके यहां की मिट्टी के उपयोग के बिना प्रतिमाएं पूरी नहीं होंगी। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि माना जाता है कि जब कोई पुरुष किसी कोठे के भीतर जाता है तो अपनी सारी पवित्रता वेश्यालय की चौखट के बाहर ही छोड़ देता है। इसलिए चौखट के बाहर की मिट्टी पवित्र हो जाती है।
अपना हक नहीं छोड़ने की जिद की वजह से ही कोरोना महामारी और कमाई एकदम ठप होने के बावजूद इस साल भी दुर्गापूजा का आयोजन करने का फैसला किया है। कोरोना महामारी और कमाई एकदम ठप होने के बावजूद इस साल भी दुर्गापूजा का आयोजन करने का फैसला किया है। सेक्स वर्कर का सबसे बड़ा संगठन दुर्बार महिला समन्वय समिति (डीएमएसएस) भी पूजा में मदद करता है। यह देश में सेक्स वर्कर्स की ओर से आयोजित की जाने वाली पहली और एकमात्र दुर्गापूजा है।
फिलहाल छोटे से पंडाल को बनाने का काम चल रहा है। इस पूजा का उद्घाटन किसी सेक्स वर्कर के हाथों 21 अक्टूबर को होगा। अबकी सोनागाछी की वर्करों की दुर्दशा ही इस दुर्गापूजा की थीम होगी। पुष्पा बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान वर्करों ने क्या-क्या परेशानियां झेली हैं और मौजूदा समय में उन्हें किन दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, यह तमाम चीजें उनकी दुर्गापूजा पंडाल में पोस्टरों व तस्वीरों के जरिए दिखाई जाएंगी। पंडाल के मुख्यद्वार पर एक बड़ा सा ताला लटका होगा। यह ताला इन यौनकर्मियों के जीवन और रोजगार पर लगे ताले का प्रतीक होगा।
दुर्बार महिला समन्वय समिति से जुड़ीं महाश्वेता मुखर्जी बताती हैं, “कोरोना महामारी के कारण सेक्स वर्कर्स बीते करीब सात महीने से बेरोजगार हैं। लॉकडाउन का एक-एक दिन उन पर बेहद भारी रहा है। इस पेशे से जुड़े होने के बावजूद उन पर बच्चों और परिवार की जिम्मेदारी है। लेकिन, कोरोना ने उनकी कमर तोड़ दी है।”
वह बताती हैं कि अब कोरोना के बीच जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है, लेकिन इन महिलाओं की हालत जस की तस है। यह लोग एक ऐसे पेशे से जुड़ी हैं कि दूसरा कोई काम नहीं कर सकतीं। उनको कोई भी काम नहीं देना चाहता।
दुर्बार समिति की सचिव काजल बोस बताती हैं, 'हमने किसी से चंदा नहीं वसूला है। आपस में चंदा जुटाया है और अगर किसी ने खुशी से दिया तो उसे लिया है। हम बहुत छोटे स्तर पर पूजा आयोजित कर रहे हैं। लेकिन, तमाम परंपराओं का पालन करेंगे।
वो कहती हैं कि खूंटी पूजा के साथ उत्तर कोलकाता के अविनाश कविराज स्ट्रीट में पंडाल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पंडाल आठ फीट चौड़ा और 12 फुट ऊंचा होगा, जबकि प्रतिमा की अधिकतम ऊंचाई सात फुट होगी। प्रतिमा का निर्माण सनातन पाल कर रहे हैं। दस कार्यकर्ताओं की टीम पूजा का सारा कामकाज देखती है।
वैसे तो इस इलाके की सेक्स वर्कर्स 2013 से ही एक कमरे में पूजा आयोजित करती रही हैं। लेकिन, कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद 2017 में उनको सार्वजनिक रूप से पूजा करने की अनुमति मिली। 2018 में उनके आयोजन ने तो देश-विदेश में सुर्खियां बटोरी थीं। तब उस पंडाल में भारी भीड़ जुटी थी।
सोनागाछी इलाके में 11 हजार सेक्स वर्कर्स स्थायी तौर पर रहती हैं। इसके अलावा कोलकाता से सटे उपनगरों से भी औसतन तीन हजार महिलाएं यहां आती हैं एशिया में देह व्यापार की सबसे बड़ी मंडी कहे जाने वाले कोलकाता के सोनागाछी इलाके में हाल तक कभी सूरज डूबता ही नहीं था। यह कहना ज्यादा सही होगा कि यहां सूरज डूबने के बाद ही उजाला होता था।
लेकिन, कोरोनावायरस का खतरा सामने आने के बाद महीनों से यहां सन्नाटे का आलम है। क्या दिन और क्या रात...सब समान है। इससे यहां रहने वाली सेक्स वर्कर्स के सामने भूखों मरने की नौबत आई है। कई सेक्स वर्कर्स घरों के किराए तक नहीं दे पा रही हैं।
दुर्बार महिला समन्वय समिति (डीएमएसएस) का कहना है कि ग्राहकों की तादाद में भारी कमी की वजह से देह व्यापार के जरिए रोजी-रोटी चलाने वाली महिलाओं को भारी दिक्कत हो रही है। कोरोना वायरस ने पहली बार इस सदाबहार देहमंडी के भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है।
डीएमएसएस के संस्थापक और मुख्य सलाहकार डा. समरजीत जाना बताते हैं, 'इन सेक्स वर्कर्स को जीने के लिए खाना और पैसा चाहिए। मैंने अपने लंबे जीवन में कभी इस धंधे में इतने बुरे दिन नहीं देखे हैं। इलाके में देह व्यापार करने वाली कई महिलाएं तो अपने दूर-दराज के रिश्तेदारों के पास चली गई हैं। लेकिन, दुर्गापूजा के एक सप्ताह के दौरान तमाम सेक्स वर्कर्स अपने तमाम दुखों को भुला कर पंडाल में देवी की आराधना में जुटी रहेंगी।
उत्तराखंड के रानीखेत ब्लॉक के रहने वाले गोपाल दत्त उप्रेती की पढ़ाई- लिखाई दिल्ली में हुई। सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम करने लगे। अच्छी खासी कमाई भी हो रही थी। करीब 14-15 साल उन्होंने काम किया, बाल-बच्चे सबका ठिकाना दिल्ली ही हो गया।
लेकिन, उसके बाद उनकी लाइफ में कुछ ऐसा हुआ कि दिल्ली की हाईफाई लाइफस्टाइल को छोड़कर वे गांव लौट गए। आज वे 8 एकड़ जमीन पर फल और मसालों की खेती कर रहे हैं। सालाना 12 लाख रुपए का टर्नओवर है। वे देश के पहले ऐसे किसान हैं, जिन्हें ऑर्गेनिक फार्मिंग के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है।
47 साल के गोपाल बताते हैं, '2012 में कुछ मित्रों के साथ मैं यूरोप गया था। इस दौरान वहां सेब के बगीचों में जाना हुआ। वहां का मौसम, बर्फबारी, जमीन बहुत हद तक मुझे रानीखेत जैसी लगी। मैंने सोचा कि जब यहां पर सेब उगाए जा सकते हैं तो उत्तराखंड में भी उगाए जा सकते हैं। मेरे लिए ये टर्निंग पॉइंट था।'
वो कहते हैं, 'वहां से वापस इंडिया आने के बाद अब कुछ दिनों तक मेरे मन में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि क्या करूं, कैसे करूं। फिर मैंने पता करना शुरू किया कि इसकी खेती के लिए ट्रेनिंग कहां होती है, क्या प्रॉसेस है। उसके बाद मैं नीदरलैंड गया। वहां कई एक्सपर्ट से मिला और सेब की खेती की पूरी प्रॉसेस को समझा। इसी दौरान कुछ दिनों के लिए फ्रांस भी जाना हुआ था। वहां भी सेब की खेती को देखा और बाकायदा उसके लिए ट्रेनिंग भी ली।'
गोपाल बताते हैं कि इसके बाद मैंने तय कर लिया कि अब सेब की खेती करनी है। परिवार को बताया तो सभी ने विरोध किया। पत्नी ने कहा कि जमा जमाया काम छोड़ के रिस्क लेना ठीक नहीं है। मैंने उन्हें समझाया और खेती के फायदे के बारे में बताया। इसके बाद मैं 2014-15 में दिल्ली से रानीखेत शिफ्ट हो गया। परिवार और बच्चे दिल्ली ही रह गए। यहां आने के बाद किराए पर थोड़ी जमीन ली और खेती का काम शुरू किया। मैंने विदेशों से प्लांट मंगाने की बजाय हिमाचल प्रदेश से ही प्लांट मंगाए। तीन एकड़ जमीन पर करीब 1000 पौधे लगाए। एक साल बाद उन प्लांट्स में फ्रूट तैयार हो गए।
वो बताते हैं कि फ्रूट्स तैयार होने के बाद हमारे सामने सबसे बड़ा सवाल था कि अब इसे कहां बेचा जाए। चूंकि, लोकल मंडियों में हमारे सेब की कीमत सही नहीं मिलती। फिर मैंने गूगल की मदद से ऐसे स्टोर और कंपनियों के बारे में जानकारी जुटाई जो ऑर्गेनिक सेब की डिमांड करते हैं। उन्हें फोन करके अपने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दी। ज्यादातर लोग तो भरोसा नहीं किए, लेकिन जिन लोगों ने शुरुआती दौर में हमसे सेब लिया उनका रिस्पॉन्स बहुत अच्छा रहा। अगली बार से कस्टमर और डिमांड दोनों में बढ़ोतरी हो गई। कई लोग तो एडवांस बुकिंग करने लगे।
गोपाल अभी सेब के साथ ही हल्दी, लहसुन, धनिया सहित कई मसालों की भी खेती करते हैं। वो कहते हैं कि एक इंच भी जमीन खाली नहीं जानी चाहिए। इसी साल उन्होंने 7 फीट की धनिया उगाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। इस धनिया की विशेषता ये है कि इसमें प्रोडक्शन नॉर्मल धनिये से करीब 10 गुना ज्यादा होता है और क्वालिटी भी अच्छी होती है। वो अब इसका पेटेंट भी कराने वाले हैं।
गोपाल के साथ अभी 5 लोग काम करते हैं। फल और मसाले की फार्मिंग के साथ वे प्रोसेसिंग पर भी काम कर रहे हैं। पिछले साल एक टन से ज्यादा सेब खराब हो गए तो उन्होंने उससे जैम बनाकर मार्केट में सप्लाई कर दिया। इसमें भी अच्छी कमाई हुई। अब वे हल्दी और दूसरे मसालों की भी प्रोसेसिंग यूनिट तैयार करने वाले हैं।
वो कहते हैं कि अब हमारी खेती का दायरा बढ़ गया है। हम आगे और ज्यादा जमीन किराए पर लेकर खेती करने वाले हैं। प्रोडक्शन बढ़ेगा तो उसे खपाने के लिए मार्केट भी सेट होना चाहिए। इसलिए अगले साल से हम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी आने वाले हैं।
सेब की खेती कैसे करें
गोपाल बताते हैं कि सेब की खेती के लिए सबसे जरूरी चीज है इसकी ट्रेनिंग। किसी एक्सपर्ट किसान से सेब की खेती को समझना चाहिए। जरूरत पड़े तो कुछ दिन किसानों के साथ रहकर हर छोटी बड़ी जानकारी हासिल करनी चाहिए। दूसरी सबसे अहम बात है कि इसकी खेती के लिए ठंडी वाली जगह होनी चाहिए। पहाड़ी बर्फीली इलाके में सेब की अच्छी खेती होती है। इसके साथ ही धैर्य और डेडिकेशन की भी जरूरत होती है। प्लांट्स की अच्छे तरीके से देखभाल की जरूरत होती है।
लड़ाकू जेट मिग-21 को आज भले ही उड़ता ताबूत कहा जाता हो, यह इंडियन एयरफोर्स के लिए करिश्माई योद्धा से बढ़कर रहा है। आज का दिन बेहद खास है। 50 साल पहले आज ही भारत में बना पहला मिग-21 एयरफोर्स में शामिल हुआ था। इससे पांच-छह साल पहले मिग-21 एयरफोर्स में आ गए थे, लेकिन वे रूस में बने थे।
पिछले कुछ वर्षों में एयरफोर्स में क्रेशन और कैजुअल्टी में मिग-21 (Mikoyan-Gurevich) विमानों की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा रही है। इसी वजह से इनका नाम खराब हुआ है। यहां तक कि पुलवामा अटैक के जवाब में भारत ने जब पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी बेस पर एयर स्ट्राइक की तो तनाव बढ़ गया था। विंग कमांडर अभिनंदन का फाइटर जेट क्रैश हुआ तो वह भी मिग-21 ही था।
हकीकत यह है कि रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है। 1964 में इस विमान को पहले सुपरसोनिक फाइटर जेट के रूप में एयरफोर्स में शामिल किया गया था। शुरुआती जेट रूस में बने थे और फिर भारत ने इस विमान को असेम्बल करने का अधिकार और तकनीक भी हासिल कर ली थी।
तब से अब तक मिग-21 ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध समेत कई मौकों पर अहम भूमिका निभाई है। रूस ने तो 1985 में इस विमान का निर्माण बंद कर दिया, लेकिन भारत इसके अपग्रेडेड वैरिएंट का इस्तेमाल करता रहा है।
सितंबर-2018 तक एयरफोर्स के पास तकरीबन 120 मिग-21 विमान थे। इन्हें 2021-22 तक सेवा से बाहर करना है। पर्याप्त संख्या में राफेल के साथ ही तेजस को एयरफोर्स में लाने के बाद ही मिग-21 को रिटायर किया जा सकेगा।
दो साल पहले दशहरे पर ट्रेन हादसा
2018 में 19 अक्टूबर को ही अमृतसर में दशहरे की खुशियां मातम में बदली थी। रेल की पटरी पर खड़े होकर रावण दहन देखने वाले 60 लोगों ने ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा दी थी। पीड़ित परिवारों को अब तक आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का इंतजार है।
अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास दशहरा का आयोजन हो रहा था। रावण का पुतला जलाया जा रहा था। रेलवे ट्रैक पर लोग खड़े थे। तभी अचानक पठानकोट से आ रही डीएमयू ट्रेन उस ट्रैक पर खड़े सभी लोगों को रौंदते हुए चली गई और ट्रैक के इर्द-गिर्द लाशें ही दिखाई दे रही थीं। वहीं सामने ही रावण जल रहा था और लोग चीख रहे थे। इस हादसे में 60 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग हादसे में घायल हो गए थे।
इतिहास में आज की तारीख को इन घटनाओं के लिए भी याद किया जाता हैः
1630: बोस्टन में पहली बार आम अदालत का आयोजन हुआ था।
1722: फ्रांस के सी. होफर ने फायर फाइटर का पेटेंट कराया था।
1739: इंग्लैंड ने स्पेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1745: गुलिवर ट्रैवल बुक लिखने वाले जोनाथन स्विफ्ट का निधन।
1910: एस्ट्रो-फिजिसिस्ट सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर का जन्म
1937: ब्रिटिश फिजिसिस्ट अर्नेस्ट रदरफोर्ड का निधन।
1943: चमत्कारिक एंटीबायोटिक स्ट्रेप्टोमायसिन का पहली बार पता चला। टीबी के खिलाफ यह डिफेंस की पहली लाइन बनी।
1950: चाम्बो का युद्ध खत्म हुआ। इसे चीन में लिबरेशन ऑफ तिब्बत भी कहा जाता है। यह युद्ध 6 अक्टूबर को तिब्बत और चीन के बीच शुरू हुआ था।
1956ः रूस और जापान ने हस्ताक्षर कर दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे युद्ध को अधिकारिक रूप से समाप्त किया था।
1960: नागरिक अधिकारों के लिए आंदोलन चलाने वाले अमेरिका के मार्टिन लूथर किंग-जूनियर को गिरफ्तार किया गया था।
2005ः इराकी स्पेशल ट्रिब्यूनल ने इराक के राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन और 7 अन्य के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराधों के केस का ट्रायल शुरू हुआ।
2012: सिएटल-बेस्ड स्टारबक्स ने मुंबई की एक ऐतिहासिक बिल्डिंग में भारत का पहला कॉफी हाउस खोला।