मंगलवार, 14 जुलाई 2020

ब्रिटेन में 24 जुलाई से दुकानों में चेहरा ढंकना अनिवार्य, कैलिफोर्निया में रेस्टोरेंट, बार और थिएटर दोबारा बंद; दुनिया में अब तक 1.32 करोड़ मरीज

दुनियाभर में कोरोनावायरस से अब तक 1 करोड़ 32 लाख 35 हजार 751 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 76 लाख 96 हजार 381 ठीक हो चुके हैं। 5 लाख 75 हजार 525 की मौत हो चुकी है। उधर, ब्रिटेन में 24 जुलाई से दुकानों में जाने से पहले चेहरा ढंकना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं, संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिका की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य कैलिफोर्निया में रेस्टोरेंट, बार, थिएटर्स फिर से बंद कर दिए गए हैं।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 34,79,483 1,38,247 15,49,469
ब्राजील 18,87,959 72,921 12,13,512
भारत 9,07,645 23,727 5,72,112
रूस 7,33,699 11,439 5,04,021
पेरू 3,30,123 12,054 2,21,008
चिली 3,17,657 7,024 2,86,556
मैक्सिको 3,04,435 35,491 1,89,063
स्पेन 3,03,033 28,406 उपलब्ध नहीं
ब्रिटेन 2,90,133 44,830 उपलब्ध नहीं
दक्षिण अफ्रिका 2,87,796 4,172 1,38,241

ब्रिटेन: सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना जरूरी
न्यूज एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, ब्रिटेन में 15 जून से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मास्क अनिवार्य किया गया था। डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि इस बात के सबूत हैं कि चेहरा ढंकना आसपास के लोगों को महामारी से बचाव में मदद करता है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी स्पष्ट किया है कि लोगों को दुकानों में चेहरा ढंकना चाहिए और हम 24 जुलाई से इसे अनिवार्य कर देंगे।

चिली: 3.17 लाख संक्रमित
चिली में 24 घंटे में 2,616 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3 लाख 17 हजार 657 हो गई है। वहीं, मृतकों की संख्या 7,024 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस समय देश में 1931 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यहां 24 घंटे में 17,467 लोगों की जांच हुई है। अब तक 13 लाख 10 हजार 265 लोगों का टेस्ट किया जा चुका है।

अमेरिका: गर्मियों के अंत तक टीका का प्रोडक्शन शुरू
सीएनबीसी ने बताया कि इस साल अगस्त की शुरुआत तक अमेरिका टीके का उत्पादन शुरू कर सकता है। टीवी चैनल ने सोमवार को एक वरिष्ठ अफसर के हवाले से ये जानकारी दी। अमेरिकी प्रशासन ने मई में स्वास्थ्य और रक्षा विभाग के साथ मिलकर टीके के प्रोडक्शन का काम शुरू किया था। इसका उद्देश्य जनवरी 2021 तक कोरोना के 30 करोड़डोज तैयार करना है।

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कैलिफोर्निया के एक हॉस्पिटल में प्रोटेक्टिव सूट पहनी एक महिला स्वास्थ्यकर्मी। अमेरिका की सबसे बड़ी आबादी वाले इस राज्य में अब तक करीब 8 हजार मौतें हो चुकी हैं।


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24 घंटे में 28178 मरीज बढ़े, देश में अब तक 9.07 लाख केस; बिहार में दूसरे दिन 1100 से ज्यादा संक्रमित मिले, लॉकडाउन पर फैसला आज

देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा सोमवार को 9 लाख के पार हो गया। covid19india.org के मुताबिक, देश में अब तक 9 लाख 7 हजार 645 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें 5 लाख 72 हजार 753 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 3 लाख 10 हजार 377 लोगों का इलाज चल रहा है। 23 हजार 727 मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

उधर,बिहार में कोरोना संक्रमण का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को 1116 नए संक्रमित मरीजों की पहचान की गई है। रविवार को बिहार में 1266 संक्रमित मिले थे। कोविड-19 संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है। मंगलवार को लॉकडाउन के संबंध में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में कोई फैसला लिया जाएगा।

5 राज्यों का हाल
मध्यप्रदेश:
राज्य में31 जुलाई तक हर संडे कोलॉकडाउन करने के फैसलेके बाद अब स्थानीय प्रशासन भी शहरों और जिलों को फिर लॉकडाउन करने की तरफ बढ़ रहे हैं। ग्वालियर मेंक्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में सभी सदस्यों ने शहर में 7 से10 दिन तक टोटल लॉकडाउन करने पर सहमति जताई है। शिवपुरी कलेक्टर ने शहर को 19 जुलाई तक लॉकडाउन करने का आदेश जारी कर दिया है।

महाराष्ट्र:मुंबई में पिछले 24 घंटे में 1158 केस सामने आए हैं, जबकि 47 लोगों की मौतहुई है। यहां अब तक94146 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।संक्रमण से5335 लोगों की जान जा चुकी है।

उत्तरप्रदेश:सरकार ने राज्य में कोरोना जांच की क्षमता को बढ़ाकर 50 हजार करने को कहा है। सोमवार 36 हजार टेस्ट किए गए। इनमें केजीएमयू में 4160, राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट में 2808, एएमयू अलीगढ़ में 620, एसजीपीजीआई में 2423, आईएमएस बीएचयू में 1500 टेस्ट किए गए।

राजस्थान: राजस्थान में सोमवार को544 नए पॉजिटिव सामने आए। जोधपुर में 105, जालौर में 95, बीकानेर में 62, जयपुर में 52, अलवर में 42, उदयपुर में 31, अजमेर में 20 मामले सामने आए। वहीं, जयपुर और धौलपुर में 2-2, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर और दूसरे राज्य से आए 1-1 व्यक्ति की मौत हो गई।राज्य में अब तक कुल 10लाख से ज्यादा सैंपल जांचे गए हैं। इनमें अब तक कुल 24936पॉजिटव मिले हैं। वहीं, 18630 लोग रिकवर हो चुके।

बिहार: कोरोनाके खिलाफ बिहार से सोमवार को काफी अच्छी खबर आई।संक्रमण रोकने के लिए पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (एम्स) में कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायलमंगलवर से शुरू हो जाएगा। इसके लिए एम्‍स प्रशासन ने 18 से 55 साल तक के 10 लोगों को चुना है। चुने गए कोरोना पॉजिटिव लोगों को आइसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा।



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यह फोटो मुंबई की है। मेडिकल टीम यहां के कुरुर इलाके में घर-घर जाकर थर्मल स्क्रीनिंग कर रही है। इस दौरान घर के बाहर एक बच्चे से बातचीत करता मेडिकल स्टाफ का सदस्य। सोमवार को मुंबई में 1158 केस मिले।


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पूर्वी लद्दाख से सेना हटाने को लेकर आज लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की मीटिंग होगी, पैंगोग त्सो और देपसांग में डिसएंगेजमेंट पर बात की जाएगी

पूर्वी लद्दाख से सैनिकों को हटाने के दूसरे फेज पर चर्चा के लिए भारत और चीन के बीच आज लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत होगी। यह मीटिंग एलएसी पर भारत की ओर स्थित चुशूल में सुबह 11.30 बजे शुरू होगी। बैठक में पैंगोंग त्सो और देपसांग इलाके से सेनाएं हटाने के लिए डिएस्क्लेशन और डिसएंगेजमेंट का दूसरा फेज शुरू करने पर बात की जाएगी। भारत इन इलाकों में 5 मई से पहले की स्थिति बहाल करने पर जोर देगा। भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह के बैठक में शामिल होने की उम्मीद है।

एनएसए के चर्चा के बाद झुका था चीन
गलवान में 15 जून को भारत-चीन के बीच झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। चीन के भी 40 सैनिक मारे गए, हालांकि उसने कबूल नहीं किया। तनाव कम करने के लिए 5 जुलाई को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की चीन के विदेश मंत्री वांग यी से वीडियो कॉल पर चर्चा के बाद चीन विवादित इलाकों में सेना पीछे हटाने को तैयार हो गया था। लद्दाख में डिसएंगेजमेंट के पहले फेज में गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और गलवान घाटी से चीन के सैनिकपीछे हटचुकेहैं।

भारत की मांग- फिंगर 4, 8 से बीच से भी चीन सेना हटाए
चीन ने पैंगोग त्सो इलाके में फिंगर 4 पर भी उसने सैनिकों की संख्या कम की है। भारत की मांग है कि फिंगर 4 और 8 के बीच के इलाके से भी चीन अपनी सेना हटाए। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक लद्दाख में एलएसी के साथ ही सभी इलाकों में भारत की ओर से कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

सेना प्रमुख ने जम्मू-पठानकोट सेक्टर का दौरा किया
थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने सोमवार को जम्मू-पठानकोट सेक्टर का दौरा कर वहां राइजिंग स्टार कोर की सैन्य तैयारियों का समीक्षा की। उन्होंने गुर्ज डिविजन का भी दौरा किया। जनरल नरवणे ने सेना के अफसरों और जवानों से कहा कि पाकिस्तान के सीजफायर तोड़ने और घुसपैठ करने का करारा जवाब दिया जाए।



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रविवार का फोटो लेह में एलएसी की तरफ जाते आर्मी के ट्रक का है। 15 जून को गलवान में भारत-चीन के बीच हिंसक झड़प के बाद इलाके में सेना का मूवमेंट बढ़ गया है।


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बिहार: बक्सर जिले में नदियां उफान पर, लोग जान जाेखिम में डालकर चचरी पुल से कर रहे नदी पार

बिहार के बक्सर जिलेकी नदियों में उफान आने लगा है। चौसा, आलमनगर के बाद अब कुमारखंड ब्लॉक की नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है।कुमारखंडमें लगातार कई दिनों से हो रही बारिश के कारण सुरसर नदी काजलस्तर बढ़ रहाहै।दूरदराज के इन ग्रामीण इलाकों में नदियों पर बांस के पुल बनाए गए। ये पुल भी जर्जर हो चुके हैं, पर गांववाले इन्हीं पुलों से नदी पार करने के लिए मजबूर हैं।

बाढ़ से बचाव की तैयारी,एक-एक बोरीमिट्टी लेकर रास्ते में किया भराव

फोटो झारखंड के हजारीबाग जिला के इचाक प्रखंड में उग्रवाद प्रभावित बभनी, बांका गांव की है। हर साल बारिश के दिनों में नाला उफान पर होता है और गांव के लोग प्रखंड मुख्यालय से कट जाते हैं। इचाक प्रखंड से 15 किमी दूर इन गांवों में अबतक सरकार नहीं पहुंची तो ग्रामीणों ने खुद पहल की।

गांव के 50महिला-पुरुषों ने चार दिनों में रास्ता बनाया और नाले पर बांस-बल्ली का पुल भी तैयार कर लिया। ग्रामीणों ने सोमवार को पुल का उद‌्घाटन भी दिलचस्प अंदाज में किया। 500 महिलाएं पैदल चलकर पुल को पार की। वे एक-एक बोरा मिट्टी भी साथ ले गईं, ताकि रास्ते के गड्ढे का भराव किया जा सके।

बिहपुर के गोविदपुर में स्कूलका भवन कट रहा

बारिश के बाद कोसी और गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। इससे बिहार के बिहपुर, खरीक, इस्माइलपुर, रंगरा सहित अन्य प्रखंडके कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं बिहपुर प्रखंड के हरिओ पंचायत के गोविंदपुर गांव में भीषण कटाव जारी है। सोमवार कोमिडिल स्कूल का तीन चौथाई भवन कोसी में समा गया।

ग्रामीणोंने बताया कि स्कूल का शेष भाग कभी भी नदी में विलीन हो सकता है। यहां दो दिन में सात घर कटाव की भेंट चढ़ चुके हैं। इससे पहले करीब एक माह पूर्व 50 से अधिक घर कोसी की गोद में समा चुके हैं। ग्रामीणों के अनुसार गांव की 95 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी है।

नेपाल में लगातार बारिश से बिहार की नदियां उफान पर

नेपाल में लगातार हो रही बारिश के बाद उत्तर बिहार की नदियों में तेज़ उफान है। खासकर गंडक, कोसी, बागमती, कमला बलान, भूतही बलान, अधवारा, महानंदा और परमान नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। ये नदियां लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। आगे भी जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की गई है।

गंडक नदी पर वाल्मीकिनगर में जबकि कोसी पर वीरपुर में बराज है। देर रात यहां पानी का तेज़ दबाव उत्पन्न हो गया। सोमवार की सुबह तक वाल्मीकिनगर बराज पर 2.60 लाख क्यूसेक पानी था। कोसी के वीरपुर बराज पर पानी की मात्रा 2.46 लाख क्यूसेक पर पहुंच गई है।

पांचोता में ढाई घंटे बारिश, कुंड भी लबालब

राजस्थान के नागौर में सोमवार को क्षेत्र में ढाई घंटे तेज बारिश हुई। बारिश से क्षेत्र के जल स्त्रोत पानी से लबालब हो गए। पास ही स्थित धार्मिक स्थल पांचोता कुंड सोमवार को इस सीजन की पहली तेज बारिश से भर गया। वही पांचोता कुंड के आस-पास की पहाड़ियों से लबालब नाले बहने लगे। पांचोता क्षेत्र में सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश आ रही थी।इससे नाले पूरे उफान के साथ बहने लगे। पहाड़ी के पास स्थित इस नाले को पार करने के दौरान एक बाइक सवार की बाइक तक बह गई। वही एक ट्रैक्टर भी नाले में फंस गया।

314 लाख क्यूसेक पानी छूटा

नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण वाल्मीकि डैम से पानी का डिस्चार्ज हर घंटे हो रहा है। नेपाल में मध्यम दर्जे की बारिश होने पर 2-2 घंटे के अंतराल पर पानी छोड़ा जाता है। दो दिनों से भारी बारिश के कारण प्रति घंटे डिस्चार्ज हो रहा है। सोमवार का सर्वाधिक डिस्चार्ज 3 लाख 3 हजार 800 क्यूसेक बता गया। इससे दियारे के हालात आज और बिगड़ सकतें हैं।

कोरोना पॉजिटिव मरीज को ले जा रही एंबुलेंस पंक्चर, स्वास्थ्यकर्मियों ने बदला टायर

फोटो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पत्थलगडा की है। सोमवार को कोरोना संक्रमित मरीजों को लाने के लिए पत्थलगड़ा पहुंचे स्वास्थ्य कर्मी असहज दिखे। पत्थलगडा गांव से एंबुलेंस में एक संक्रमित मरीज को बैठाकर दूसरे मरीज को लाने के लिए दुंबी गांव पहुंचे तो 108 एंबुलेंस पंक्चर हो गया। स्वास्थ्य कर्मी पीपीई किट पहने थे और गर्मी से परेशान थे। आसपास कोई गैरेज व मिस्त्री के नहीं मिलने के बाद उन्होंने पीपीई किट पहने ही एंबुलेंस का टायर बदला व दूसरे मरीज को लेने के लिए गये।

पहली बार रंगीन ध्वजों से सजाया सवारी मार्ग

श्रावण में महाकालेश्वर की दूसरी सवारी सोमवार को नए मार्ग पर ही निकाली गई। सवारी मार्ग को पहली बार रंगीन ध्वजों से सजाया गया। लाल कारपेट, गमले, रंगोली से सजे मार्ग पर एक जगह श्रद्धालु ने गुलाब की पंखुड़ियां भी बिछा दी। सवारी जब रामघाट से वापस लौटी तो देवी हरसिद्धि मंदिर के सामने पहली बार अद्भुत नजारा बन गया।

मंदिर के द्वार पर आतिशबाजी की वंदनवार थी। मंदिर के द्वार पर हरसिद्धि मंदिर प्रबंध समिति की ओर से दामाद महाकाल का पूजन कर आरती कर सोला-उत्तरीय, साफा, मिठाई, फल, पंचमेवा भेंट किए। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने वधु हरसिद्धि के लिए सुहाग जोड़ा भेंट किया।

माना जाता है कि पानी में नहीं तैरता सिंहवंश

आमतौर पर आपने शेरों को तैरते हुए नहीं देखा होगा। लेकिन गुजरात में जूनागढ़ के रावल तालाब का एक वीडियो सामने आया है। इसमें तीन शेर तैरकर तालाब पार करते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो वनक्षेत्र के बीटगार्ड आरएस सारला ने अपने कैमरे में कैद किया है। गिर पूर्व वन विभाग के डीएफओ डॉ. अंशुमान शर्मा ने बताया कि हो सकता है शेरों ने शिकार की तलाश में तालाब पार किया हो। यह वीडियो इस बात को गलत ठहराता है कि सिंहवंश पानी में तैर नहीं सकता।

यहां आपको दिखेंगे काले हिरणों के झुंड

सावन में हरियाली बढ़ने के साथ बारां जिले में सोरसन व उसके आसपास का इलाका काले हिरणों को सुकून दे रहा है। इन दिनों घास से लेकर पानी और अन्य स्थितियां इनके लिए बेहतर हो गई हैं और इसी कारण आपको हिरणों के झुंड आसानी से नजर आ जाते हैं। इस इलाके की खासियत ये है कि यहां ग्रामीणों ही हिरणों की सुरक्षा के लिए सारे इंतजाम करते हैं। इसी कारण यहां हिरणों की तादाद लगातार बढ़ रही है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सोरसन व उसके आसपास के इलाके में 2400 से अधिक काले हिरण हैं।



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Bihar: Rivers in Buxar district in spate


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बिहार: बक्सर जिले में नदियां उफान पर, लोग जान जाेखिम में डालकर चचरी पुल से कर रहे नदी पार

बारिश के साथ ही बिहार के बक्सर जिले के विभिन्न प्रखंडों की नदियों में उफान आने लगा है। चौसा, आलमनगर के बाद अब कुमारखंड प्रखंड की नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। इस कारण से विभिन्न जगहों पर पुल नहीं रहने के कारण चचरी भी या तो बह गई या फिर जर्जर चचरी से लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को विवश हैं। कुमारखंड प्रखंड क्षेत्र में लगातार कई दिनों से हो रही बारिश के कारण सुरसर नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धिहो रही है।

बाढ़ से बचाव की तैयारी,एक-एक बोरीमिट्टी लेकर रास्ते में किया भराव

फोटो झारखंड के हजारीबाग जिला के इचाक प्रखंड में उग्रवाद प्रभावित बभनी, बांका गांव की है। हर साल बारिश के दिनों में नाला उफान पर होता है और गांव के लोग प्रखंड मुख्यालय से कट जाते हैं। इचाक प्रखंड से 15 किमी दूर इन गांवों में अबतक सरकार नहीं पहुंची तो ग्रामीणों ने खुद पहल की।

गांव के 50महिला-पुरुषों ने चार दिनों में रास्ता बनाया और नाले पर बांस-बल्ली का पुल भी तैयार कर लिया। ग्रामीणों ने सोमवार को पुल का उद‌्घाटन भी दिलचस्प अंदाज में किया। 500 महिलाएं पैदल चलकर पुल को पार की। वे एक-एक बोरा मिट्टी भी साथ ले गईं, ताकि रास्ते के गड्ढे का भराव किया जा सके।

बिहपुर के गोविदपुर में स्कूलका भवन कट रहा

बारिश के बाद कोसी और गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। इससे बिहार के बिहपुर, खरीक, इस्माइलपुर, रंगरा सहित अन्य प्रखंडके कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं बिहपुर प्रखंड के हरिओ पंचायत के गोविंदपुर गांव में भीषण कटाव जारी है। सोमवार कोमिडिल स्कूल का तीन चौथाई भवन कोसी में समा गया।

ग्रामीणोंने बताया कि स्कूल का शेष भाग कभी भी नदी में विलीन हो सकता है। यहां दो दिन में सात घर कटाव की भेंट चढ़ चुके हैं। इससे पहले करीब एक माह पूर्व 50 से अधिक घर कोसी की गोद में समा चुके हैं। ग्रामीणों के अनुसार गांव की 95 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो चुकी है।

नेपाल में लगातार बारिश से बिहार की नदियां उफान पर

नेपाल में लगातार हो रही बारिश के बाद उत्तर बिहार की नदियों में तेज़ उफान है। खासकर गंडक, कोसी, बागमती, कमला बलान, भूतही बलान, अधवारा, महानंदा और परमान नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। ये नदियां लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। आगे भी जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की गई है।

गंडक नदी पर वाल्मीकिनगर में जबकि कोसी पर वीरपुर में बराज है। देर रात यहां पानी का तेज़ दबाव उत्पन्न हो गया। सोमवार की सुबह तक वाल्मीकिनगर बराज पर 2.60 लाख क्यूसेक पानी था। कोसी के वीरपुर बराज पर पानी की मात्रा 2.46 लाख क्यूसेक पर पहुंच गई है।

पांचोता में ढाई घंटे बारिश, कुंड भी लबालब

राजस्थान के नागौर में सोमवार को क्षेत्र में ढाई घंटे तेज बारिश हुई। बारिश से क्षेत्र के जल स्त्रोत पानी से लबालब हो गए। पास ही स्थित धार्मिक स्थल पांचोता कुंड सोमवार को इस सीजन की पहली तेज बारिश से भर गया। वही पांचोता कुंड के आस-पास की पहाड़ियों से लबालब नाले बहने लगे। पांचोता क्षेत्र में सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश आ रही थी।इससे नाले पूरे उफान के साथ बहने लगे। पहाड़ी के पास स्थित इस नाले को पार करने के दौरान एक बाइक सवार की बाइक तक बह गई। वही एक ट्रैक्टर भी नाले में फंस गया।

314 लाख क्यूसेक पानी छूटा

नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण वाल्मीकि डैम से पानी का डिस्चार्ज हर घंटे हो रहा है। नेपाल में मध्यम दर्जे की बारिश होने पर 2-2 घंटे के अंतराल पर पानी छोड़ा जाता है। दो दिनों से भारी बारिश के कारण प्रति घंटे डिस्चार्ज हो रहा है। सोमवार का सर्वाधिक डिस्चार्ज 3 लाख 3 हजार 800 क्यूसेक बता गया। इससे दियारे के हालात आज और बिगड़ सकतें हैं।

कोरोना पॉजिटिव मरीज को ले जा रही एंबुलेंस पंक्चर, स्वास्थ्यकर्मियों ने बनाया

फोटो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पत्थलगडा की है। सोमवार को कोरोना संक्रमित मरीजों को लाने के लिए पत्थलगड़ा पहुंचे स्वास्थ्य कर्मी असहज दिखे। पत्थलगडा गांव से एंबुलेंस में एक संक्रमित मरीज को बैठाकर दूसरे मरीज को लाने के लिए दुंबी गांव पहुंचे तो 108 एंबुलेंस पंक्चर हो गया। स्वास्थ्य कर्मी पीपीई किट पहने थे और गर्मी से परेशान थे। आसपास कोई गैरेज व मिस्त्री के नहीं मिलने के बाद उन्होंने पीपीई किट पहने ही एंबुलेंस का टायर बदला व दूसरे मरीज को लेने के लिए गये।

पहली बार रंगीन ध्वजों से सजाया सवारी मार्ग

श्रावण में महाकालेश्वर की दूसरी सवारी सोमवार को नए मार्ग पर ही निकाली गई। सवारी मार्ग को पहली बार रंगीन ध्वजों से सजाया गया। लाल कारपेट, गमले, रंगोली से सजे मार्ग पर एक जगह श्रद्धालु ने गुलाब की पंखुड़ियां भी बिछा दी। सवारी जब रामघाट से वापस लौटी तो देवी हरसिद्धि मंदिर के सामने पहली बार अद्भुत नजारा बन गया।

मंदिर के द्वार पर आतिशबाजी की वंदनवार थी। मंदिर के द्वार पर हरसिद्धि मंदिर प्रबंध समिति की ओर से दामाद महाकाल का पूजन कर आरती कर सोला-उत्तरीय, साफा, मिठाई, फल, पंचमेवा भेंट किए। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने वधु हरसिद्धि के लिए सुहाग जोड़ा भेंट किया।

माना जाता है कि पानी में नहीं तैरता सिंहवंश

आमतौर पर आपने शेरों को तैरते हुए नहीं देखा होगा। लेकिन गुजरात में जूनागढ़ के रावल तालाब का एक वीडियो सामने आया है। इसमें तीन शेर तैरकर तालाब पार करते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो वनक्षेत्र के बीटगार्ड आरएस सारला ने अपने कैमरे में कैद किया है। गिर पूर्व वन विभाग के डीएफओ डॉ. अंशुमान शर्मा ने बताया कि हो सकता है शेरों ने शिकार की तलाश में तालाब पार किया हो। यह वीडियो इस बात को गलत ठहराता है कि सिंहवंश पानी में तैर नहीं सकता।

यहां आपको दिखेंगे काले हिरणों के झुंड

सावन में हरियाली बढ़ने के साथ बारां जिले में सोरसन व उसके आसपास का इलाका काले हिरणों को सुकून दे रहा है। इन दिनों घास से लेकर पानी और अन्य स्थितियां इनके लिए बेहतर हो गई हैं और इसी कारण आपको हिरणों के झुंड आसानी से नजर आ जाते हैं। इस इलाके की खासियत ये है कि यहां ग्रामीणों ही हिरणों की सुरक्षा के लिए सारे इंतजाम करते हैं। इसी कारण यहां हिरणों की तादाद लगातार बढ़ रही है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सोरसन व उसके आसपास के इलाके में 2400 से अधिक काले हिरण हैं।



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Rivers of various blocks of Bihar's Buxar district are on the rise


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लोग हर पूर्णिमा पर नेपाल जाते थे, शादी-मुंडन भी वहीं होता था; पर अब डर से बॉर्डर के पास जाने की हिम्मत भी नहीं हो रही

हर पूर्णिमा पर लालबंदी जानकीनगर गांव के लोग नेपाल के जनकपुर धाम जाया करते थे।खास तौर पर बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे। यहां के गांववालों को तो याद भी नहीं कि कितने साल से यह परंपरा चली आ रही थी। हफ्तेभर पहले पूर्णिमा पर कोई भी शख्स नेपाल जाने की हिम्मत नहीं कर सका। उन्हें डर है कि कहीं वहां जाएं और नेपाल के सुरक्षा जवान उन पर गोली चला दें। गांव की सदियों पुरानी परंपरा टूट गई।

ये वही जगह है, जहां लालबंदी गांव के युवकों पर नेपाली की आर्मी ने गोली चलाई थी।

लालबंदी जनकपुर गांव वही है, जहां का बेटा पिछले महीने की 12 तारीख को नेपाल पुलिस की गोली से मारा गया था। इस घटना के ठीक एक महीने बाद हम लालबंदी पहुंचे। गांव में हर कोई डरा हुआ है और नेपाल जाना तो दूर की बात है, कोई बॉर्डर के नजदीक भी नहीं जा रहा। गांव से नेपाल की सीमा बमुश्किल आधा किमी दूर है। सालों से गांव के लोग पैदल, साइकिल और अपनी बाइक से इधर से उधर आना-जाना करते रहे हैं। बॉर्डर खुली हुई है। कोई चेक पोस्ट भी नहीं है। बॉर्डर पर सिर्फ सुरक्षा जवान मिलते थे, वो भी कभी नहीं रोकते थे। अब ऐसा नहीं है।

लालबंदी की महिलाएं भी अब डरी और सहमी हुई हैं। इनमें से अधिकतर नेपाली हैं, जो शादी के बाद भारतीय हो गईं।

इस गांव के हर दूसरे घर में नेपाली लड़की ब्याही हुई है। यहां सौ से ज्यादा घरों में नेपाल की लड़कियां हैं। यहां की लड़कियों की शादी भी नेपाल में सालों से की जा रही है। पिछले महीने की घटना के बाद घरों में भी तनाव का माहौल हो गया है। पत्नियां अपने माता-पिता से मिलना चाहती हैं। भाई अपनी बहन से मिलना चाहते हैं, लेकिन कोई कहीं आना-जाना नहीं कर पा रहा।

जब हम गांव में पहुंचे तो गांव के युवक हमें बॉर्डर पर वो जगह दिखाने ले गए, जहां नेपाली पुलिस ने गोली चलाई थी और गांव के 23 साल के विकेशकी मौत हो गई थी।

ग्रामीण कहते हैं रोटी-बेटी का रिश्ता है, लेकिन नेपाल की गोली ने डर पैदा कर दिया।

उन्हीं में से एक शैलेंद्र कुमार यादव ने बताया किजिस दिन गोली चली थी, उसके ठीक एक महीने बाद आपके साथ अब हम लोग यहां आ रहे हैं। वरना पहले हर रोज यहीं पर क्रिकेट खेला करते थे, क्योंकि मैदान खुला हुआ है। कई बार सीमा पर तैनात जवान ही हमें बॉल फेंककर भी दे देते थे, लेकिन अब ऐसा लगता है कि कहीं गोली न मार दें। बोले, नेपाल के लोग तो हमारे यहां तेल-राशन खरीदने आते हैं। हमारी तरफ या तो जवान रहते ही नहीं और रहते भी हैं तो कुछ कहते नहीं। लेकिन, हम नेपाल की तरफ चलें जाएं तो वहां के जवान रोक लेते हैं। हालांकि, अब कोई जा ही नहीं रहा।

विकेश की मां कैमरा देखते ही रोने लगीं। बोलीं, मेरा बबुआ बिना गलती के मारा गया।

गांव की एक और परंपरा इस बीच टूट गई। यहां जो बच्चे पैदा होते थे उनका मुंडन नेपाल में होता था। वहां एक स्थान है, जहां सदियों से लालबंदी के लोग मुंडन करवाने जाते रहे हैं। उनका मानना है कि वहां मुंडन करवाना शुभ होता है, लेकिन अब वो भी खत्म हो गया। रामछबीला ने बताया कि भैंस जब बच्चा देती है तो हम दूध चढ़ाने भी नेपाल जाते हैं। वहां हमारा एक स्थान है, जहां गांव वाले सब दूध चढ़ाते हैं। पिछले महीने हुई घटना के बाद एक दो घरों में भैंस ने बच्चा दिया, लेकिन कोई दूध चढ़ाने नहीं जा सका।

बहुत से लोग काम करनेे नेपाल भी जाया करते थे, लेकिन अब सभी गांव में ही हैं। किसी के पास काम नहीं।

जब हम गांव के युवकों के साथ भारत-नेपाल बॉर्डर पर खड़े थे, तब भी यहां से नेपाल की कई महिलाएं राशन लेकर जा रहीं थीं । हमने उनसे बात करनी चाही, लेकिन भीड़ देखकर वो बिना बात करे ही नेपाल की ओर बढ़ गईं। गांव के युवकों के साथ फायरिंग वाली वह जगह देखने के बाद हम फिर गांव में लौटे। अधिकतर बुजुर्ग, महिलाएं घरों के बाहर ही बैठे हुए थे।

हमने विकेश केपिता नागेश्वर राय से बात की तो वे बोले कि मैं 60 साल का हो गया हूं। ऐसी घटना मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखी। बेटी-रोटी का रिश्ता सालों से चला आ रहा था, लेकिन उन्होंने मेरे जवान लड़के को मेरे ही खेत में भारत की सीमा के अंदर गोली मार दी।

दो साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसकी पत्नी 6 माह की गर्भवती है। अब उसका तो पूरा जीवन ही बर्बाद हो गया। विकेशके जाने के बाद से वो दिनरात रोतीरहती है। खाना भी कभी खाती है, कभी नहीं खाती। किसी से बात भी नहीं करती। बेटा और बहू दोनों पंजाब में रह रहे थे। विकेशवहीं सिलाई का काम कर रहा था लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण वो गांव आया और ये हादसा हो गया। विकेशकी मां और पत्नी से भी हमने बात करने की कोशिश की लेकिन वो रो पड़ीं। कुछ कह नहीं पाईं।

ये विकेश का घर है। उसके जाने से बस घरवाले ही नहीं बल्कि पूरा गांव उदास हो गया है।

गांव के ही सूरज देव बोले, उस घटना के बाद से हम सब बहुत डरे और सहमे हुए हैं। मेरी ससुराल भी नेपाल में है। पत्नी जिद कर रही है कि मां-बाप से मिलवाकर लाओ, लेकिन अब ऐसे हालात हैं कि लगता है लंबे समय तक मिलना नहीं हो पाएगा। सूरज बोले- हमें कभी ऐसा लगा ही नहीं कि हम बॉर्डर के पास रह रहे हैं और दो अलग-अलग देश हैं। आज पहली बार महसूस हो रहा है कि बॉर्डर का मतलब क्या होता है।

लालबंदी से नेपाल का नारायणपुर एकदम लगा हुआ है। वहीं अधिकतर रिश्ते हुए हैं और लोग कामकाज के लिए भी वहीं जाते थे। तनाव होने से रोजगार पर भी फर्क पड़ गया है। पहले यहां काम नहीं होता था तो वहां दिहाड़ी करने चले जाते थे, अब तो दोनों जगह से ही गए।

यहां कुछ काम है ही नहीं और वहां जा ही नहीं सकते। गांव के लोग यही चाहते हैं कि कैसे भी करके नेपाल से रिश्ते सुधर जाएं, क्योंकि उनका घर-परिवार का मामला है। गांव के संदीप यादव कहते हैं, वहां ओली सरकार है वो पहाड़ी हैं और हम मधेशी हैं। ओली हमें पसंद नहीं करता वो चीन को पसंद करता है, इसलिए वो हमारे बीच दरार डाल रहा है।



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ढाई मीटर के 6 कोने वाले दायरे में 6 मेहमान; खाना-पीना, डांस-मस्ती सब कुछ इसी के अंदर होगा

दुनियाभर में कोरोना के कारण पिछले 5 महीने में लगभग हर तरह केफेस्टिवल कैंसिल किए जा चुके हैं। अब अनलॉक में बाहर निकलने के लिए लोगों की बढ़ती दिलचस्पी के कारण नई तरह का फेस्टिवल शुरू किया गया है। ये है ब्रिटेन का पहला सोशल डिस्टेंसिंग फेस्टिवल। इस फेस्टिवल का नाम है गिसबर्न पार्क पॉप-अप। यह लंकाशायर के गिसबर्न पार्क में 31 अगस्त तक चलेगा।

तस्वीरों में देखिए डेढ़ महीने चलने वाले इस अनोखे सोशल डिस्टेंसिंगफेस्टिवल की मस्ती को

फेस्टिवल में शामिल होने वाले लोगों को सीमित दायरे में रखने के लिए हेक्सागोनल पिच बनाए गए हैं। इसमें 6 लोग को ही बैठने की इजाजत है। एक से दूसरी पिच के बीच 2.6 मीटर का गैप है।
फेस्टिवल ग्राउंड में थोड़ी ही दूरी पर डीजे क्रेग हैरिसन और पैट्रिक मौजूद हैं, जो फेस्टिवल के मिजाज के मुताबिक सॉन्ग प्ले करते हैं। खास बात है कि अगर कोई डांस करना चाहता है तो उसे अपने दायरे में रहते हुए ऐसा करना होगा।
एक बार हेक्सागोनल पिच में आने के बाद सब कुछ टेबल पर ही सर्व किया जाएगा। ड्रिंक्स से लेकर फूड तक सब कुछ ऑर्डर करके अपने सोशल बबल में मंगाया जा सकता है। लोगों को लाइन में न लगना पड़े और गाइडलाइन का पालन हो सके, इसे ध्यान में रखते हुए ऐसा किया गया है।
फेस्टिवल में शामिल होने के लिए पहले ही अपनी जगह बुक करनी पड़ती है, इस दौरान दूसरे के दायरे में जाने की मनाही है ताकि संक्रमण का खतरा न रहे। इस दौरान सबसे जरूरी बात है कि आपको 2 मीटर का दायरा मेंटेन करना ही है।
फेस्टिवल की शुरुआत हो चुकी है। यह अगस्त 2020 तक चलेगा। यहां आने वाले लोग डीजे, फिल्म स्क्रीनिंग, ओपेरा और फैमिली सिंगिंग का आनंद उठा सकेंगे।
इस फेस्टिवल ऑर्गनाइज को करने वाली ऑफिशियल वेबसाइट का कहना है कि यह कैम्पिंग प्रोग्राम नहीं है। यह प्रोग्राम उन लोगों के लिए है, जो अपने परिवार, दोस्तों और करीबियों के साथ कुछ यादगार समय बिताना चाहते हैं।
फेस्टिवल में लोग एक साथ न आएं, इसका भी ध्यान रखा गया है। हर एक्टिविटी के लिए अलग-अलग दिन तय किए गए हैं। जैसे फैमिली शो के लिए बुधवार- शनिवार, फिल्म स्क्रीनिंग के लिए बुधवार-गुरुवार और पार्टी के लिए शुक्रवार-शनिवार तय किए गए हैं।


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