Corona News, Corona Latest News, Corona Update, Latest News Updates, Breaking News, Hindi News Corona, National News, International News, Coronavirus India, COVID-19 tracker, Today's Headlines, World News, Aajtak ki News, Hindi news (हिंदी समाचार) website, watch and read live tv coverages, Latest Khabar, Breaking news in Hindi of India, World, business,पढ़ें आज तक के ताजा समाचार देश और दुनिया से, जाने व्यापार, बॉलीवुड, खेल और राजनीति के ख़बरें
कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच रेलवे एकजून से 200 ट्रेनों की शुरुआत करेगा। इसके लिए रेलवेशुक्रवारसे ऑफलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा भीदेने जा रहा है।इससे पहले गुरुवार कोइन ट्रेनों के लिए ऑनलाइन टिकट बुक हुए थे, लेकिन लोगों ने आईआरसीटीसी की साइट नहीं चलने की शिकायत की थी। हालांकि, रेलवे का दावा है कि महज 2.30 घंटे में 4 लाख से ज्यादा लोगों ने टिकट बुक कराया था। देशभर में रेलवे की 12 हजार ट्रेनें जनता कर्फ्यू के दिन 22 मार्च से बंद कर दी गई थीं।
रेलवे ने बताया कि शुक्रवार से पोस्ट ऑफिस, यात्री टिकट सुविधा केंद्र लाइसेंसी और आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंट के जरिए टिकट बुकिंग/रद्द हो सकेंगे। इसके अलावा, रिजर्वेशन सेंटर्स के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम काउंटर और कॉमन सर्विस सेंटर पर भी यह सुविधा रहेगी।
'भारत को हम सामान्य स्थिति की ओर ले जाएंगे'
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि हमें भारत को सामान्य स्थिति की ओर ले जाना है। उन्होंने बताया कि जल्द ही और ट्रेनों का ऐलान किया जाएगा। टिकट बुकिंग के लिए जोनल रेलवे टिकट काउंटर्स के बारे में फैसला लेंगे।
यह सुविधा देश के 1.7 लाख कॉमन सर्विस सेंटर्स (सीएससी) पर होगी। इन सेंटर्स पर जाकर लोग ऑफलाइन टिकट बुक करा सकेंगे। उन्होंने आने वाले दिनों में कई और ट्रेनें चलाने और रेलवे स्टेशन पर दुकानों को भी खोलने की मंजूरी देने की बात कही।
पहले ही दिन एक हफ्ते की सारी ट्रेनें फुल
एक जून से चलने वाली ट्रेनों की बुकिंग शुरू होते ही फुल भी हो गई। रेलवे ने बताया कि पहले सेट की 73 स्पेशल ट्रेनों के लिए दो घंटे में 1 लाख 49 हजार 025 टिकट बुक हुए। अगले 2.30 घंटे में ही यह आंकड़ा 4 लाख से ज्यादा पहुंच गया। सारी ट्रेनें एक हफ्ते के लिए फुल हो गईं। सभी में 100 से ज्यादा वेटिंग के टिकट भी बन गए।
ट्रेनों की पूरी लिस्ट
रेलवे ने बुधवार देर रात ट्रेनोंकी लिस्ट जारी की थी। इनमें दुरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी गाड़ियां शामिल हैं। इन गाड़ियों में एसी और नॉन एसी कोच होंगे। जनरल कोच में बैठने के लिए भी रिजर्वेशन लेना होगा। यानी ट्रेन में कोई अनरिजर्व्ड कोच नहीं होगा।
from Dainik Bhaskar /national/news/railways-said-ticket-counters-to-opens-at-select-stations-from-may-22-news-and-updates-127328114.html
https://ift.tt/3cYaDxC
लॉकडाउन के चौथे फेज में बंदिशों में ढील दी गई है। देशभर में इसका असर दिखने लगा है। दिल्ली में 2 महीने के बाद जब पार्कों के गेट पर लटक रहे ताले खुले तो सुबह 7 बजे से ही टहलने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। नई दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने कहा, ‘एनडीएमसी इलाके में पार्कों और बगीचों को खोलने का फैसला किया गया ताकि लोग घूम-फिर सकें, व्यायाम कर सकें। इनमें नेहरू पार्क, लोधी गार्डन, तालकटोरा गार्डन शामिल हैं। सुबह 7 से 10 बजे तक और शाम को 3:30 से 6:30 बजे तक यह खुले रहेंगे। प्रशासन ने इन पार्क में आने वाले लोगों के लिए मास्क अनिवार्य किया है। वॉक के दौरान लोग इसका पालन करते दिखे। पार्कों में ओपन जिम की इजाजत नहीं है। दिल्ली के लोधी गार्डन में सुबह 7 बजे ही लोग पहुंच गए थे। इनका कहना था कि लंबे वक्त के बाद खुली हवा में सांस ली।
तस्वीर बेंगलुरु के एक सैलून की है। दो महीनों केलॉकडाउन के बाद लोग सैलून पहुंचे।
2 महीने की बच्ची को जमीन पर रख विरोध जताया
तस्वीर चंडीगढ़ पीजीआई के कोविड सेंटर से वीरवार को 24 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। 19 मरीजों को सूद धर्मशाला के कोविड केयर सेंटर में भेजा गया। लेकिन सेक्टर-25 की 2 महीने की बच्ची की मां ने सूद धर्मशाला में जाने से मना कर दिया। कहा,‘वहां तो समय पर खाना ही नहीं दिया जाता। मेरे जानकार हैं, वहां पर। मुझे उन्होंने बताया कि इंतजाम अच्छे नहीं हैं। दूध और खाना अच्छा नहीं मिलता, इसलिए वहां नहीं जाऊंगी।
मंदिर और मजार बंद... शादी न होने से 600 एकड़ में फूलों की फसल बर्बाद
तस्वीर पंजाब की है। जहां के पंजाब में कोरोना से फूलों की खेती भी मुरझा गई है। मंदिर, मस्जिद और मजार बंद हैं और शादियों में सजावट न होने से फूलों की खपत गिर गई है। कर्फ्यू और लॉकडाउन के बाद से फूल मंडियां भी बंद हैं। बिक्री न होने से किसान फूल फेंक रहे हैं।
बच्चों को लेकर 1 हजार किमी के सफर पर निकला ‘मजबूर’
तस्वीर लुधियाना की है। गुरुवार को एक मजदूर राशन न मिलने पर सड़क किनारे लगे लंगर व लोगों से मांगकर 2 बच्चों का पेट भरता रहा। मजदूर को देख किसी ने ट्रेन की टिकट बुक कराई, पर सीट नहीं मिली। इससे तंग होकर वह पैदल ही बच्चों को पालकी में करीब 1 हजार किमी अपने घर गोरखपुर चल दिया।
पेड़ पर मचान बनाकर किया खुद को क्वारेंटाइन
तस्वीर उदयपुर केकोटडा उपखंड के उगमणा में आंध्र प्रदेश से लौटा देवा मीणा पेड़ पर इस तरह हुआ क्वारैंटाइन।
गर्मी से बचने काइंतजाम
तस्वीर पंजाब के जीरकपुर की है। यहां से प्रवासियों को बसों से उनके घर भेजा जा रहा है। यहां अब भी सैकड़ों लोग अपनी बारी का 6 से 8 दिन से इंतजार कर रहे हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए यहां पानी का सहारा ले रहे हैं।
बच्चों की अंगुलियों को थामकर सैकड़ों मील पैदल पहुंची महिलाएं
तस्वीर रायपुर की है। यहां के टाटीबंध चौक में महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से झारखंड और बिहार जाने वाले करीब 600 मजदूर रोज आ रहे हैं। इनके साथ ऐसी मांएं हैं, जो अपने बच्चों की अंगुलियों को थामकर सैकड़ों मील पैदल चलकर भी पहुंची हैं। इन मांओं के चेहरे थकन से भरे हुए हैं, लेकिन अपने बच्चों के लिए खुद को बचाते हुए दोगुना संघर्ष किया है।
बंगाल की खाड़ी से उठा सदी का सबसे ताकतवर तूफान अम्फान पश्चिम बंगाल-ओडिशा में तबाही मचाकर बांग्लादेश की तरफ बढ़ गया है। इसके चलते असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में शुक्रवार तक भारी बारिश जारी रहेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में मरने वालों की तादाद 76 हो गई है। इनमें से 19 मौतें सिर्फ कोलकाता में हुईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीआज बंगाल-ओडिशा का हवाई दौरा कर नुकसान का जायजा लेंगे। वे 86 दिन बाद दिल्ली से निकलेंगे। इससे पहले वे 26 फरवरी को नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम में शामिल होने अहमदाबाद गए थे।
7 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था
तूफान में अनुमान से ज्यादा नुकसान होने के चलते एनडीआरएफ की अतिरिक्त चार टीमें कोलकाता रवाना की गईं। बंगाल में पहले से 41 टीमें हैं। इनके अलावा सेना, नौसेना और वायुसेना की टीमें भी बचाव कार्यों में जुटी हैं। उधर, बंगाल और ओडिशा में पहले ही7 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दियाथा। बंगाल में 5 लाख लोगों को तटीय इलाकों से हटाया जा चुका है। बंगाल में कोलकाता, हावड़ा, हुगली समेत 7 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
ममता बनर्जी ने कहा- राज्य को एक लाख करोड़ का नुकसान
ममता बनर्जी नेगुरुवार कोप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पश्चिम बंगाल आकर तबाही देखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, 'अभी तक पश्चिम बंगाल में 72 लोगों की मौत हो चुकी है। मैंने आज तक ऐसी तबाही नहीं देखी है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करूंगी कि वह बंगाल आएं और हालात देखें।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि तूफान से राज्य को एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। साउथ 24 परगना जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां हाल में बनाए गईं कई बिल्डिंग बर्बाद हो गई हैं। कोलकाता समेत दूसरे इलाकों मेंबिजली और केबल के खंभों के अलावा टेलीफोन और इंटरनेट की लाइनों को नुकसान पहुंचा है। 12 सौ से ज्यादा मोबाइल टावर खराब हो गए हैं। कई इलाकों में नेटवर्क ठप पड़ा है।
283 साल का सबसे ताकतवर तूफान
अम्फान बंगाल में 283 साल का सबसे ताकतवर तूफान रहा। 1737 में ग्रेट बंगाल साइक्लोन से तीन लाख मारे गए थे। उधर, ओडिशा में 1999 में सुपर साइक्लोन आया था, जिसमें 10 हजार लोगों की मौत हो गई थी।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 18हजार 222हो गई है। गुरुवार को 6025 नए मामले सामने आए तो 3118 मरीज ठीक भी हुए। देश में कोरोना का रिकवरी रेट बढ़कर 40.32% हो गया है। महाराष्ट्र में मरीजों का आंकड़ा 40 हजार के पार पहुंच गया।अकेले मुंबई में 25 हजार से ज्यादा संक्रमितहैं। प्रदेश में 4 लाख से ज्यादा लोग क्वारैंटाइन हैं। उधर, पश्चिमी दिल्ली में पुलिसकंट्रोल रूम के 7 कर्मचारी पॉजिटिव मिले। इसके बाद कंट्रोल रूम को 5 दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
गुरुवार को महाराष्ट्र में2345, तमिलनाडु में 776, दिल्ली में 571, गुजरात में 371, उत्तरप्रदेश में 340, मध्यप्रदेश में 246,राजस्थान में 212, बिहार में 211, कर्नाटक में 143, जम्मू-कश्मीर में 59 और प. बंगाल में 94मरीज मिले। इनके अलावा 307 ऐसे मरीज हैं, जिनके राज्यों की जानकारी नहीं मिल सकी है। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के आधार पर हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 1 लाख 12 हजार 359 मरीज हैं। इसमें से 63 हजार 624 का इलाज चल रहा है, 45 हजार 299 ठीक हुए हैं और 3435 की मौत हुई है।
राज्य लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराएं: केंद्र सरकार
लॉकडाउन-4 में कई राज्यों में सोशल डिस्टेंसिंग और केंद्र की गाइडलाइन का ठीक से पालन नहीं हो रहा है। इसके लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने लॉकडाउन के नियमों केसख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा कि नाइट कर्फ्यू गाइडलाइन का अहम हिस्सा है। शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक हर तरह की गैर-जरूरी गतिविधियों कोरोकने के लिए स्थानीय प्रशासन जरूरी कदम उठाए।
सीआरपीएफ में 9 केस मिले, एसआई ने दम तोड़ा
दिल्ली में सीआरपीएफके 9 जवान संक्रमित मिले हैं। कोरोना से एक सब इंसपेक्टर (50 साल) की मौत हो गई। इस बल में 335 जवान पॉजिटिव मिल चुके हैं। फिलहाल, 121 का इलाज चल रहा है। राहत की बात ये है कि बीते 24 घंटे में आईटीबीपी और बीएसएफ में कोई नया मामला सामने नहीं आया। बीएसएफ के 274 जवान ठीक हो गए हैं, अभी 87 अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, आईटीबीपी में संक्रमित मिले 119 जवानों में से 67 ठीक हो गए हैं।
5 दिन जब सबसे ज्यादा मामले
तारीख
केस
19 मई
6154
21 मई
6025
20 मई
5547
17 मई
5049
16 मई
4794
संक्रमण 26 राज्यों और7केंद्र शासित प्रदेश में फैला
कोरोनावायरससंक्रमण 26 राज्यों में फैला है। 7केंद्र शासित प्रदेश भी इसकी चपेट में हैं। इनमें दिल्ली, चंडीगढ़, अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पुडुचेरी और दादरा एवं नगर हवेलीशामिल हैं।
राज्य
कितने संक्रमित
कितने ठीक हुए
कितनी मौत
महाराष्ट्र
41642
11726
1454
तमिलनाडु
13967
6282
95
गुजरात
12910
5488
773
दिल्ली
11659
5567
194
राजस्थान
6227
3485
151
मध्यप्रदेश
5981
2844
271
उत्तरप्रदेश
5515
3204
138
पश्चिम बंगाल
3197
1193
259
आंध्रप्रदेश
2605
1705
54
पंजाब
2028
1819
39
बिहार
1987
571
9
तेलंगाना
1699
1036
45
कर्नाटक
1605
571
41
जम्मू-कश्मीर
1449
684
20
ओडिशा
1103
393
7
हरियाणा
1031
688
14
केरल
691
510
4
झारखंड
303
136
3
चंडीगढ़
216
165
3
असम
211
55
4
त्रिपुरा
173
148
0
उत्तराखंड
146
53
1
छत्तीसगढ़
128
59
0
हिमाचल प्रदेश
152
55
4
गोवा
52
7
0
लद्दाख
44
43
0
अंडमान-निकोबार
33
33
0
मणिपुर
25
2
0
पुडुचेरी
23
10
0
मेघालय
14
12
1
मिजोरम
1
1
0
अरुणाचल प्रदेश
1
1
0
दादर एंड नगर हवेली
1
1
0
अन्य
1403
0
0
*ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के आधार पर हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना के 1 लाख 12 हजार 359 मरीज हैं। इसमें से 63 हजार 624 का इलाज चल रहा है, 45 हजार 299 ठीकहुए हैं और3435 की मौत हुई है।
5 राज्य और 1 केंद्र शासित प्रदेश का हाल
मध्यप्रदेश, संक्रमित- 5981:यहां गुरुवार को 246 नए मामले सामने आए। इंदौर में 59, उज्जैन में 61, भोपाल में 27, खंडवा में 22, मुरैना में 14 और बुरहानपुर में 13 पॉजिटिव मिले हैं। यहां 52 में से 49 जिलों में संक्रमण फैल चुका है। कई जिलों में से ज्यादातर बाहर से आए प्रवासी पॉजिटिव मिल रहे हैं। प्रदेश में जुलाई तक संक्रमितों की संख्या 80 हजार से एक लाख तक पहुंचने का अनुमान है।
महाराष्ट्र, संक्रमित- 41642:यहां गुरुवार को 2345 नए संक्रमित मिले। मुंबई में 1382 नए मामलों के साथ अब कुल 25 हजार 317 मरीज हो गए हैं। राज्य में बीते 24 घंटे में 64 लोगों ने कोरोना के कारण जान गंवाई। संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार अब क्वारैंटाइन पर जोर दे रही है। अब तक यहां 4 लाख से ज्यादा लोग क्वारैंटाइन हैं।
उत्तरप्रदेश, संक्रमित- 5515:बीते 24 घंटे में यहां सबसे ज्यादा 340संक्रमित मिले। प्रदेश में अब तक 3204लोग ठीक भी हुए हैं, जबकि 138 ने कोरोना से जान गंवाई। यूपी 5000 से ज्यादा मरीजों वाला देश का सातवां राज्य बन गया है। यूपी से ज्यादा केस महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली , राजस्थान और मध्यप्रदेश में हैं।
राजस्थान, संक्रमित- 6227:राज्य मेंगुरुवार को 212संक्रमित मिले। इनमें से डूंगरपुर में 33, जालौर में 22, उदयपुर में 13, जयपुर में 10, नागौर में 8, सिरोही और राजसमंद में 7-7 मरीज मिले। वहीं, बीकानेर में 6, सीकर और अलवर में 4-4, जोधपुर में 3, जैसलमेर, कोटा, भीलवाड़ा, अजमेर, झुंझुनू और बाड़मेर में 2-2 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
दिल्ली, संक्रमित- 11659:यहां गुरुवार को 571 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि 375 ठीक हुए हैं। सीआरपीएफ में 9 जवान संक्रमिल मिले और एक सब इंस्पेक्टर की मौत हुई।यहां कुल संक्रमितों में से 5898 का इलाज चल रहा है, जबकि 5667 मरीजठीक हो चुके हैं।
बिहार, संक्रमित- 1987:यहांगुरुवार को 211नए मरीज मिले। प्रदेश में अब तक 9 मरीजों की मौत हुई, जबकि571 लोग स्वस्थ हुए हैं। प्रवासियों के पहुंचने के साथ-साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 10 दिन में 1040 नए मरीज मिल चुके हैं।
बंगाल की खाड़ी से उठा सदी का सबसे ताकतवर तूफान अम्फान पश्चिम बंगाल-ओडिशा में तबाही मचाकर बांग्लादेश की तरफ बढ़ गया है। इसके चलते असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में शुक्रवार तक भारी बारिश जारी रहेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में मरने वालों की तादाद 76 हो गई है। इनमें से 19 मौतें सिर्फ कोलकाता में हुईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीआज बंगाल-ओडिशा का हवाई दौरा कर नुकसान का जायजा लेंगे। वे 86 दिन बाद दिल्ली से निकलेंगे। इससे पहले वे 26 फरवरी को नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम में शामिल होने अहमदाबाद गए थे।
7 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था
तूफान में अनुमान से ज्यादा नुकसान होने के चलते एनडीआरएफ की अतिरिक्त चार टीमें कोलकाता रवाना की गईं। बंगाल में पहले से 41 टीमें हैं। इनके अलावा सेना, नौसेना और वायुसेना की टीमें भी बचाव कार्यों में जुटी हैं। उधर, बंगाल और ओडिशा में पहले ही7 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दियाथा। बंगाल में 5 लाख लोगों को तटीय इलाकों से हटाया जा चुका है। बंगाल में कोलकाता, हावड़ा, हुगली समेत 7 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
ममता बनर्जी ने कहा- राज्य को एक लाख करोड़ का नुकसान
ममता बनर्जी नेगुरुवार कोप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पश्चिम बंगाल आकर तबाही देखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, 'अभी तक पश्चिम बंगाल में 72 लोगों की मौत हो चुकी है। मैंने आज तक ऐसी तबाही नहीं देखी है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करूंगी कि वह बंगाल आएं और हालात देखें।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि तूफान से राज्य को एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। साउथ 24 परगना जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां हाल में बनाए गईं कई बिल्डिंग बर्बाद हो गई हैं। कोलकाता समेत दूसरे इलाकों मेंबिजली और केबल के खंभों के अलावा टेलीफोन और इंटरनेट की लाइनों को नुकसान पहुंचा है। 12 सौ से ज्यादा मोबाइल टावर खराब हो गए हैं। कई इलाकों में नेटवर्क ठप पड़ा है।
283 साल का सबसे ताकतवर तूफान
अम्फान बंगाल में 283 साल का सबसे ताकतवर तूफान रहा। 1737 में ग्रेट बंगाल साइक्लोन से तीन लाख मारे गए थे। उधर, ओडिशा में 1999 में सुपर साइक्लोन आया था, जिसमें 10 हजार लोगों की मौत हो गई थी।
from Dainik Bhaskar /national/news/prime-minister-modi-visits-bengal-and-odisha-for-an-aerial-survey-cyclone-amphan-news-and-updates-127327869.html
https://ift.tt/3bXri2R
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 18हजार 222हो गई है। गुरुवार को 6025 नए मामले सामने आए तो 3118 मरीज ठीक भी हुए। देश में कोरोना का रिकवरी रेट बढ़कर 40.32% हो गया है। महाराष्ट्र में मरीजों का आंकड़ा 40 हजार के पार पहुंच गया।अकेले मुंबई में 25 हजार से ज्यादा संक्रमितहैं। प्रदेश में 4 लाख से ज्यादा लोग क्वारैंटाइन हैं। उधर, पश्चिमी दिल्ली में पुलिसकंट्रोल रूम के 7 कर्मचारी पॉजिटिव मिले। इसके बाद कंट्रोल रूम को 5 दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
गुरुवार को महाराष्ट्र में2345, तमिलनाडु में 776, दिल्ली में 571, गुजरात में 371, उत्तरप्रदेश में 340, मध्यप्रदेश में 246,राजस्थान में 212, बिहार में 211, कर्नाटक में 143, जम्मू-कश्मीर में 59 और प. बंगाल में 94मरीज मिले। इनके अलावा 307 ऐसे मरीज हैं, जिनके राज्यों की जानकारी नहीं मिल सकी है। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के आधार पर हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 1 लाख 12 हजार 359 मरीज हैं। इसमें से 63 हजार 624 का इलाज चल रहा है, 45 हजार 299 ठीक हुए हैं और 3435 की मौत हुई है।
राज्य लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराएं: केंद्र सरकार
लॉकडाउन-4 में कई राज्यों में सोशल डिस्टेंसिंग और केंद्र की गाइडलाइन का ठीक से पालन नहीं हो रहा है। इसके लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने लॉकडाउन के नियमों केसख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए। केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा कि नाइट कर्फ्यू गाइडलाइन का अहम हिस्सा है। शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक हर तरह की गैर-जरूरी गतिविधियों कोरोकने के लिए स्थानीय प्रशासन जरूरी कदम उठाए।
सीआरपीएफ में 9 केस मिले, एसआई ने दम तोड़ा
दिल्ली में सीआरपीएफके 9 जवान संक्रमित मिले हैं। कोरोना से एक सब इंसपेक्टर (50 साल) की मौत हो गई। इस बल में 335 जवान पॉजिटिव मिल चुके हैं। फिलहाल, 121 का इलाज चल रहा है। राहत की बात ये है कि बीते 24 घंटे में आईटीबीपी और बीएसएफ में कोई नया मामला सामने नहीं आया। बीएसएफ के 274 जवान ठीक हो गए हैं, अभी 87 अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, आईटीबीपी में संक्रमित मिले 119 जवानों में से 67 ठीक हो गए हैं।
5 दिन जब सबसे ज्यादा मामले
तारीख
केस
19 मई
6154
21 मई
6025
20 मई
5547
17 मई
5049
16 मई
4794
संक्रमण 26 राज्यों और7केंद्र शासित प्रदेश में फैला
कोरोनावायरससंक्रमण 26 राज्यों में फैला है। 7केंद्र शासित प्रदेश भी इसकी चपेट में हैं। इनमें दिल्ली, चंडीगढ़, अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पुडुचेरी और दादरा एवं नगर हवेलीशामिल हैं।
राज्य
कितने संक्रमित
कितने ठीक हुए
कितनी मौत
महाराष्ट्र
41642
11726
1454
तमिलनाडु
13967
6282
95
गुजरात
12910
5488
773
दिल्ली
11659
5567
194
राजस्थान
6227
3485
151
मध्यप्रदेश
5981
2844
271
उत्तरप्रदेश
5515
3204
138
पश्चिम बंगाल
3197
1193
259
आंध्रप्रदेश
2605
1705
54
पंजाब
2028
1819
39
बिहार
1987
571
9
तेलंगाना
1699
1036
45
कर्नाटक
1605
571
41
जम्मू-कश्मीर
1449
684
20
ओडिशा
1103
393
7
हरियाणा
1031
688
14
केरल
691
510
4
झारखंड
303
136
3
चंडीगढ़
216
165
3
असम
211
55
4
त्रिपुरा
173
148
0
उत्तराखंड
146
53
1
छत्तीसगढ़
128
59
0
हिमाचल प्रदेश
152
55
4
गोवा
52
7
0
लद्दाख
44
43
0
अंडमान-निकोबार
33
33
0
मणिपुर
25
2
0
पुडुचेरी
23
10
0
मेघालय
14
12
1
मिजोरम
1
1
0
अरुणाचल प्रदेश
1
1
0
दादर एंड नगर हवेली
1
1
0
अन्य
1403
0
0
*ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के आधार पर हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना के 1 लाख 12 हजार 359 मरीज हैं। इसमें से 63 हजार 624 का इलाज चल रहा है, 45 हजार 299 ठीकहुए हैं और3435 की मौत हुई है।
5 राज्य और 1 केंद्र शासित प्रदेश का हाल
मध्यप्रदेश, संक्रमित- 5981:यहां गुरुवार को 246 नए मामले सामने आए। इंदौर में 59, उज्जैन में 61, भोपाल में 27, खंडवा में 22, मुरैना में 14 और बुरहानपुर में 13 पॉजिटिव मिले हैं। यहां 52 में से 49 जिलों में संक्रमण फैल चुका है। कई जिलों में से ज्यादातर बाहर से आए प्रवासी पॉजिटिव मिल रहे हैं। प्रदेश में जुलाई तक संक्रमितों की संख्या 80 हजार से एक लाख तक पहुंचने का अनुमान है।
महाराष्ट्र, संक्रमित- 41642:यहां गुरुवार को 2345 नए संक्रमित मिले। मुंबई में 1382 नए मामलों के साथ अब कुल 25 हजार 317 मरीज हो गए हैं। राज्य में बीते 24 घंटे में 64 लोगों ने कोरोना के कारण जान गंवाई। संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार अब क्वारैंटाइन पर जोर दे रही है। अब तक यहां 4 लाख से ज्यादा लोग क्वारैंटाइन हैं।
उत्तरप्रदेश, संक्रमित- 5515:बीते 24 घंटे में यहां सबसे ज्यादा 340संक्रमित मिले। प्रदेश में अब तक 3204लोग ठीक भी हुए हैं, जबकि 138 ने कोरोना से जान गंवाई। यूपी 5000 से ज्यादा मरीजों वाला देश का सातवां राज्य बन गया है। यूपी से ज्यादा केस महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली , राजस्थान और मध्यप्रदेश में हैं।
राजस्थान, संक्रमित- 6227:राज्य मेंगुरुवार को 212संक्रमित मिले। इनमें से डूंगरपुर में 33, जालौर में 22, उदयपुर में 13, जयपुर में 10, नागौर में 8, सिरोही और राजसमंद में 7-7 मरीज मिले। वहीं, बीकानेर में 6, सीकर और अलवर में 4-4, जोधपुर में 3, जैसलमेर, कोटा, भीलवाड़ा, अजमेर, झुंझुनू और बाड़मेर में 2-2 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
दिल्ली, संक्रमित- 11659:यहां गुरुवार को 571 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि 375 ठीक हुए हैं। सीआरपीएफ में 9 जवान संक्रमिल मिले और एक सब इंस्पेक्टर की मौत हुई।यहां कुल संक्रमितों में से 5898 का इलाज चल रहा है, जबकि 5667 मरीजठीक हो चुके हैं।
बिहार, संक्रमित- 1987:यहांगुरुवार को 211नए मरीज मिले। प्रदेश में अब तक 9 मरीजों की मौत हुई, जबकि571 लोग स्वस्थ हुए हैं। प्रवासियों के पहुंचने के साथ-साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 10 दिन में 1040 नए मरीज मिल चुके हैं।
from Dainik Bhaskar /national/news/coronavirus-covid19-india-live-today-news-updates-delhi-kerala-maharashtra-rajasthan-cases-novel-corona-covid-19-death-toll-127327964.html
https://ift.tt/36j1pJV
हॉन्गकॉन्ग के दो पालतू कुत्तोंमें इंसानों सेकोरोनावायरस संक्रमणकी पुष्टि हुई है। लेकिन खास बात है कि उनमें वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी भी बनीं। इनमें संक्रमण इन्हीं के आसपास के लोगोंसे ही फैला। यह दावा हॉन्गकॉन्ग और ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने किया है।
नेचर जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक,कुत्तों में एंटीबॉडी का विकसित होना यह बताता है कि वायरस उनमें पहले से कभी नहीं था। इंसानों से पहुंचेसंक्रमण के बाद इसकी शुरुआत हुई।
अधिक या कम उम्र का संक्रमण से संबंधनहीं:शोधकर्ताओं के मुताबिक, दोनों ही कुत्तोंमें संक्रमण इनके परिजनों से फैला क्योंकि वो भी संक्रमित थे। इनमें एक कुत्ता 17 साल का पोमेरेनियन और दूसरा 2.5 साल का जर्मन शेफर्ड था।
पोमेरेनियन का जीवनकाल आमतौर पर 12 से 16 साल का होता है, लेकिन जिसे संक्रमण फैला उसकी उम्र 17 थी। वह हार्ट डिसीज, हायपोथायरोडिज्म, क्रॉनिक किडनी डिसीज और पल्मोनरी हायरपटेंशन से जूझ रहा था।
दोनों ही मामलों से एक बात और स्पष्ट हो रही है कि संक्रमण का उम्र से कोई खासकनेक्शन नहीं है, लेकिन पहले से चली आ रही बीमारियों से जरूर है।
स्वाब सैम्पल पॉजिटिव, मलरिपोर्ट निगेटिव:दूसरा जर्मन शेफर्ड प्रजाति का संक्रमित कुत्ता स्वस्थ था। जब उसकी नाक और मुंह से सेैम्पल लिया गया तो कोरोना की पुष्टि हुई, जबकि उसके मल की रिपोर्ट निगेटिव आई। दोनों ही में एंटीबॉडी का असर कोरोनावायरस पर हो रहा था। क्वारैंटाइन के दौरान दोनों में ही संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे।
संक्रमित इंसान और जानवर में कोरोना एक जैसा:शोधकर्ताओं के मुताबिक संक्रमित इंसान और कुत्तों में मौजूद कोरोना वारयरस का जीनोम सिक्वेंस एक जैसा था। इससे इसकी पुष्टि भी होती है कि जानवर में संक्रमण इंसान के जरिए फैला है।
इसके अलावा कुत्ते में रहते हुए कोरोनावायरस ने खुद को म्यूटेट (बदलाव) नहीं किया। जर्मन शेफर्ड के साथ उसी घर में एक और कुत्ता था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई।
क्वारैंटाइन के बाद कुत्ते की हुई मौत:क्वारैंटाइन से रिलीज होने के बाद बुजुर्ग पोमेरेनियन की कुछ दिनों बाद मौत हो गई। शोधकर्ताओं का कहना है कि वह कई तरह की बीमारियों से जूझ रहा था, यह मौत का कारण हो सकता है। इसकी पूरी जानकारी नहीं सामने आ पाई क्योंकि कुत्ते के मालिक ने उसकी ऑटोप्सी कराने से इंकार कर दिया था।
न्यूयॉर्क में भी जानवरों में फैला था कोरोना:शोधकर्ताओं के मुताबिक, एक बात साफ है कि कोरोना का संक्रमण इंसानों के अलावा पालतू जानवरों में भी हो रहा है। हाल ही में न्यूयॉर्क के चिड़ियाघर में भी कई नर-मादा चीता और शेर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, इनमें संक्रमण वायरस से संक्रमित बिना लक्षण वाले एक कर्मचारी से फैला था।
शोधकर्ताओं का कहना है कि दिन में कम से कम 6 बार हाथ धोकरऔर चेहरा ढककर कोरोना संक्रमण का खतरा 90% तकखत्म किया जा सकता है। मास्क लगाते हैं तो 90 फीसदी तक ड्रॉप्लेट्स (छींक-खांसी की छोटी बूंदें) से होने वाला संक्रमण रोका जा सकता है। हाइजीन के इनदोनों जरूरी उपायों परकी गई रिसर्च में भी लगभग वही बातें निकल कर आई हैं जो हर देश के विशेषज्ञ और सरकारें कह रही हैं।
टेस्टेड होममेड मास्क अच्छे:एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने सात अलग-अलग तरह से चेहरे को ढकने वाले मास्क पर रिसर्च की। इनमें मेडिकल मास्क और होममेड मास्क भी शामिल थे। शोधकर्ताओं का कहना ये भी कोरोना को रोकते हैं। शोधकर्ता डॉ. फेलिसिटी मेहनउेल के मुताबिक, चाहें घर के बने मास्क हों या सर्जिकल ये सभी सीधे तौर पर आने वाले वायरस को रोकने में सफल हैं।
मास्क चारों तरह से जितना पैक उतना बेहतर:शोधकर्ता का कहना है कि कुछ मास्क ऐसे होते हैं, जिसमें किनारों से तेजी से हवा अंदर आती है। जबकि सर्जिकल और टेस्टेड होममेड मास्कहवा के फ्लो को रोकता है। अगर मास्क में चारों तरफ से हवा जाने की जगह नहीं है तो यह सबसे सुरक्षित है।
सीडीसी ने भी की थी अपील:
अमेरिकी के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने भी अपील की थी कि अमेरिकी लोग कपड़े या फैब्रिक से बने मास्क पहनें। इस तरह के मास्क को या तो ऑनलाइन खरीदा जा सकता है या फिर इन्हें घर पर ही बनाया जा सकता है। सामान्य लोगों को मेडिकल ग्रेड मास्क नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि ये बेहद कम संख्या में हैं और लोगों की जान बचाने में जुटे मेडिकल स्टाफ के लिए इनकी उपलब्धता जरूरी है।
2006 से 2009 की महमारी के भी आंकड़े जुटाए :यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना जैसे खतरनाक वायरस के संक्रमण से बचने के लिए रोजाना कम से कम 6 बार और ज्यादा से ज्यादा10 बार हाथ धोना जरूरी। 2006 से 2009 के बीच फैली वायरस की महामारी के आंकड़ों के मुताबिक, इसे साबुन और पानी से खत्म किया जा सकता है।
1663 लोगों पर अध्ययन किया गया :शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोरोना समूह के सभी वायरस एक ही तरह की महामारी से जुड़े हैं। सभी के संक्रमण में सांस लेने में तकलीफ होती है। ऐसे संक्रमण से बचने के लिए बार-बार हाथ धोना ही बेहतर विकल्प है। वेलकम ओपन रिसर्च जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, 1663 लोगों पर अध्ययन किया गया। रिसर्च के दौरान पाया गया कि जिन्होंने कम से कम 6 बार हाथ धोए उनमें संक्रमण का खतरा कम था। इंग्लैंड में सरकार की ओर से 20 सेकंड तक हाथ धोने की सलाह दी गई है।
कोरोनावायरस के बीच आज से पूर्वी कैरेबियन देश सेंट विंसेंट और द ग्रेनेडाइंस में विंसी प्रीमियर टी-10 लीग (वीपीएल) शुरू हो रही है। यह 31 मई तक खेली जाएगी। इस टूर्नामेंट में दर्शक भी मैच देखने के लिए आ सकते हैं।
टूर्नामेंट में सभी 6 टीमें 10 दिन में 28 मुकाबले खेलेंगी। हर रोज 3 मैच खेले जाएंगे।मैच का सीधा प्रसारण फैनकोड एप (Fancode app) पर भारतीय समयानुसारशाम 6 बजे से रात 10.30 तक होगा।
टी-10 लीग में 6 टीमें खेलेंगी
इस लीग की 6 टीमों में कुल 72 खिलाड़ी शामिल हैं। सभी फ्रेंचाइजी ने इन खिलाड़ियों को 11 मई को ही नीलामी प्रक्रिया में खरीद लिया था। लीग में वेस्टइंडीज के सुनील अंबरीस, केसरिक विलियम्स और ओबेड मैकॉय समेत 6 इंटरनेशनल खिलाड़ी खेलेंगे।
गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध
यह पहला क्रिकेट टूर्नामेंट होगा, जिसमें गेंद को चमकाने के लिए लार या पसीने का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। हाल ही में इंटरनेशन क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने क्रिकेट में लार के इस्तेमाल पर रोक लगाने की सिफारिश की है, जबकि पसीने के इस्तेमाल पर प्रतिबंध नहीं लगाया है।
सभी टीमों के लिए अलग-अलग ड्रेसिंग रूम
यह लीग सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस क्रिकेट एसोसिएशन (एसवीजीए) द्वारा कराई जा रही है। एसवीजीए के अध्यक्ष किशोर शालो क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सभी टीमों के लिए बड़े और अलग-अलग ड्रेसिंग रूम बनाए गए हैं, ताकि सभी खिलाड़ी भीड़ से बच सकें। सभी प्लेयर्स को प्रैक्टिस के लिए भी अलग-अलग जगह उपलब्ध कराई गई है।’’
हाथ सैनिटाइज करने के लिए मिलेगा शॉर्ट ब्रेक
शालो ने कहा कि खिलाड़ी मैच के दौरान फैंस से नहीं मिल सकेंगे। सरकार की सलाह के अनुसार काम किया जाएगा। मैच के दौरान शॉर्ट ब्रेक भी होगा ताकि खिलाड़ी हाथ को सैनिटाइज कर सकें। साथ ही एंटी करप्शन नियमों का भी पूरी तरह से पालन किया जाएगा।
दर्शकों के दूर-दूर बैठने की व्यवस्था की गई
शालो ने कहा, ‘‘सरकार ने कोई प्रतिबंध नहीं लगाए हैं, इसलिए यह मैच बंद स्टेडियम में नहीं हो रहे। कोरोनावायरस के बीच यह मैच हो रहे हैं, ऐसे में ज्यादा दर्शक आने की उम्मीद बेहद कम है। फिर भी हमने स्टेडियम में दर्शकों को दूर-दूर बैठने की व्यवस्था की है।’’
यह सभी मैच सेंट विंसेट के अर्नोस वेले स्पोर्टिंग कॉम्प्लेक्स में होंगे। मुकाबले के दौरान मेडिकल टीम समेत सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
आज शनि जयंती है। ये पर्व हिंदू कैलेंडर के ज्येष्ठ महीने में अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन शनिदेव की विशेष पूजा की जाती है। इस बार नेशनल लॉकडाउन के चलते कोशिश करनी चाहिए कि शनिदेव की पूजा घर रहकर ही करें। शनिदेव दिव्यांग, गरीब और मजदूर वर्ग के स्वामी है। इसलिए इस दिन जो जरूरतमंद लोग अपने घरों को जा रहे हैं। उनकी मदद करें। उन्हें भोजन दें। शरीर में शनि का प्रभाव पैरों पर होता है। इसलिए ऐसे लोगों को जूते और चप्पल दान करें।
साढ़ेसाती और ढय्या के कारण परेशान लोगों के लिए शनि जयंती बहुत ही खास पर्व होता है। इस दिन शनि पूजा, व्रत और दान करने से शनि के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं। इस बार 972 साल बाद शनि जयंती पर चार ग्रह एक ही राशि में है और बृहस्पति के साथ शनि खुद की राशि में है। इससे पहले ये दुर्लभ संयोग सन 1048 में बना था।
मनु और यम है भाई, यमुना और ताप्ति बहनें
स्कंदपुराण के काशीखंड की कथा के अनुसार राजा दक्ष की पुत्री संज्ञा का विवाह सूर्य के साथ हुआ। संज्ञा ने वैवस्वत मनु, यमराज और यमुना को जन्म दिया। सूर्य के तेज नहीं कर पाने पर संज्ञा अपनी छाया सूर्य के पास छोड़कर तपस्या करने चली गई। ये सूर्य को पता नहीं थी। इसके बाद छाया और सूर्य की भी 3 संतान हुई। जो कि शनिदेव, मनु और भद्रा (ताप्ती नदी) थी। शनिदेव की 2 पत्नियां मंदा और ज्येष्ठा है।
शनिदेव धीरे-धीरे चलते हैं इसलिए कहते हैं शनैश्चर
ज्योतिष ग्रंथों में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है। यानी ये न्याय दिलाने वाला ग्रह है। 9 ग्रहों में शनि का स्थान सातवां है। ये मकर और कुंभ राशि के स्वामी माने जाते हैं। शनै: शनै: यानी धीरे-धीरे चलने के कारण ही इन्हें शनैश्चर कहते हैं। इसलिए ये एक राशि में तीस महीने तक रहते हैं। शनि की महादशा 19 साल तक रहती है। साढ़ेसाती साढ़े 7 सालों तक और शनि की ढय्या ढाई साल तक रहती है।
शनिदेव की दशा, साढ़ेसाती और ढय्या में पुराने गलत कामों का फल मिलता है। शनिदेव मेहनत ज्यादा करवाते हैं। इनके कारण किसी भी काम को पूरा करने के लिए दुगनी मेहनत करनी पड़ती है। जो लोग गैर कानूनी या गलत काम नहीं करते उन्हें शनिदेव से नहीं डरना चाहिए।
खुद की ही राशि में शनि, 7 राशियां हो रही है प्रभावित
शनि इस समय मकर राशि में वक्री है। साथ में बृहस्पति भी वक्री है। मकर राशि में शनि होने से मिथुन और तुला राशि वाले लोगों को ढय्या चल रही है। धनु, मकर और कुंभ राशि वालों पर साढ़ेसाती है। शनि की सीधी नजर कर्क राशि वाले लोगों पर है। मीन राशि वालों पर भी शनि की दृष्टि पड़ रही है। इस तरह 7 राशि वालों पर शनिदेव का पूरा असर रहेगा।
शनि देव की पूजा विधि
शनिदेव की पूजा भी बाकि देवी-देवताओं की पूजा की तरह सामान्य ही होती है।
प्रात:काल उठकर स्नानादि से शुद्ध हों। फिर लकड़ी के एक पाट पर काला कपड़ा बिछाकर उस पर शनिदेव की प्रतिमा या तस्वीर या फिर एक सुपारी रखकर उसके दोनों और शुद्ध घी व तेल का दीपक जलाकर धूप जलाएं।
शनि देवता के इस प्रतीक स्वरूप को पंचगव्य, पंचामृत, इत्र आदि से स्नान करवाएं।
इसके बाद अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुमकुम व काजल लगाकर नीले फूल अर्पित करें।
इसके बाद इमरती और तेल में तली खानी की चीजों का नैवेद्य लगाएं।
फिर श्रीफल के साथ दूसरे फल भी चढ़ाएं।
पंचोपचार पूजन के बाद शनि मंत्र का जाप करें। इसके बाद शनि देव की आरती करें।
शनि जयंती पर क्या करें
शनिदेव न्याय और मेहनत के देवता हैं। इसलिए जरूरतमंद लोगों की सेवा और मदद करनी चाहिए। गरीब लोगाों को परेशान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा खाने में तेल और उड़द से बनी चीजों का भी दान करना चाहिए।
पूरे दिन व्रत रखें। इस दिन जरूरतमंद लोगों को दान देना चाहिए। इस दिन काला कपड़ा, उड़द, तेल और लोहे की चीजें दान करनी चाहिए।
शनिदेव की विशेष पूजा में तिल का तेल, नीले फूल और शमी पेड़ के पत्तों का उपयोग करें। इनके साथ ही इमरती या तेल से बनी चीजों का नैवेद्य लगाएं।
क्या न करें
शनि भगवान को गरीब व असहाय लोगों का साथी माना जाता है। इसलिए किसी भी भूखे या गरीब व्यक्ति को खाली हाथ ना लौटाएं, इससे शनिदेव खासतौर से प्रसन्न होते हैं।
इस दिन बाल और नाखून काटना या कटवाना अशुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि शनि जयंती पर बाल और नाखून बनवाने से दोष लगता है। जिसके कारण आर्थिक तंगी और रुकावटें भी आती हैं।
शनि जयंती पर शनिदेव के दर्शन करने जाएं तो मूर्ति के सामने खड़े होकर दर्शन करें। दर्शन करते समय मूर्ति की आंखों में न देखें।
अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि पर गरजती जेसीबी मशीनें मंदिर निर्माण के लिए जमीन तैयार कर रही हैं। 11 मई से चल रहे समतलीकरण के काम में एक दर्जन से अधिक पाषाण स्तंभ पर बनी मूर्तियाें के अलावा बड़ी संख्या में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, नक्काशीदार शिवलिंग और चौखट आदि मिले हैं। जिस स्थान पर ढांचे के तीन गुंबद थे, उनमें से एक के नीचे कुआं भी मिला है।
इसके अलावा कई स्थानों से चांदी के छत्र, सिंहासन और रामदरबार से जुड़े कई महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं, जिसकी जानकारी रामजन्मभूमि ट्रस्ट आने वाले दिनों में देगा। पुरातत्वविद केके मोहम्मद इन अवशेषों को 8वीं शताब्दी का बता रहे हैं।
कोरोना प्रकोप के बाद मंदिर निर्माण के लिए भूमि और नींव पूजन
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी विमलेंद्र मोहन मिश्र ने कहा कि कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद मंदिर निर्माण के लिए भूमि और नींव पूजन एक साथ होगा। श्रीरामजन्म भूमि को दर्शाने वाले उस पिलर को समतलीकरण में भी जस का तस रखा गया है, जो अंग्रेजों के जमाने मेें लगाया गया था। पीपल और बरगद के वृक्षों से घिरे श्रीरामजन्मभूमि गर्भगृह टीले को भी समतल कर दिया गया है।
1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने गर्भगृह से कुछ ही दूरी पर मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास किया था, उस हिस्से को भी समतल किया जाएगा। 2.77 एकड़ भूमि का पश्चिमी हिस्सा बेहद गहराई में और पूर्वी हिस्सा जहां गर्भगृह मौजूद है, टीलेनुमा ऊंचाई वाला था। इन दोनों हिस्से को समतल किया जा रहा है। यहीं श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण होना है।
यहां करीब 40 फिट की नींव खोदी जाएगी। बाकी 67.7 एकड़ में तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं, प्रसादालय आदि बनना है। रामघाट पर मौजूद राममंदिर निर्माण कार्यशाला अगले कुछ दिनों में परिसर में स्थानांतरित की जाएगी। भारी पत्थरों को लाने के लिए सड़क भी कुछ दिनों में बन जाएगी। ट्रस्ट के सदस्य डाॅ. अनिल मिश्र ने कहा कि संभव है कि नींव खुदाई में भी और अवशेष मिले।
समतलीकरण का काम वैज्ञानिक तरीके से किया जाए
पुरातत्वविद केके मोहम्मद का कहना है कि वे पहले भी कह चुके हैं कि राम जन्मभूमि परिसर में स्वर्णिम अतीत दफन है। इसलिए समतलीकरण का काम भी वैज्ञानिक तरीके से करना होगा। ट्रस्ट को निर्माण के दौरान पुरातात्विक धरोहरों को संरक्षित करने के साथ अतीत के संकेतों को ध्यान में भी रखकर निर्माण की दिशा तय करनी होगी। समतलीकरण में मिली प्रतिमाएं और स्तंभों की तस्वीर देखने के बाद मैं यह कह सकता हूं कि यह 8वीं शताब्दी की हैं।
अमेरिका में लॉकडाउन में अगर दो हफ्ते की देरी न करते, तो वहां कोरोना से 83 फीसदी कम मौतें होतीं। कोलंबिया यूनिवर्सिटी की स्टडी रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
शोधकर्ताओं ने 3 मई तक के कोरोना मरीजों के आंकड़ों का अध्ययन किया। इसके अनुसार अगर सरकार ने 1 मार्च के पहले लॉकडाउन लगाया होता तो 11 हजार 253 मौतें होतीं,जबकि 65 हजार 307 मौतें हुईं। इसका मतलब यह है कि अगर दो हफ्ते पहले लॉकडाउन लगाया गया होता तो 54 हजार 54 लोगों की जानें बच सकती थीं।
हफ्ते भर पहले लॉकडाउन लगने पर 36 हजार जानें बचतीं
शोधकर्ताओं ने कहा कि एक हफ्ते जल्द लॉकडाउन लगाने पर 36 हजार से ज्यादा लोग बच सकते थे। रिसर्च टीम के प्रमुख जेफरी शमन ने कहा कि यह मौतों के आंकड़ों का बड़ा अंतर है। हमें संक्रमण रोकने के लिए एक-एक दिन देरी का असर समझना होगा। अमेरिका में कोरोना के अब तक 15 लाख 93 हजार 297 मामले आए हैं, जबकि 94 हजार 948 मौतें हुई हैं।
व्हाइट हाउस के सामने बॉडी बैग रखकर ट्रम्प का विरोध
तस्वीर व्हाइट हाउस के सामने की है। यहां लोगों ने बॉडी बैग रखकर राष्ट्रपति ट्रम्प का विरोध किया। उन्होंने कहा कि ट्रम्प झूठ बोल रहे हैं और लोग मर रहे हैं। सरकार कोरोना संकट का मुकाबला करने में विफल रही है।
राज्यों का फैसला: ज्यादा संक्रमित न्यूयॉर्क ने लॉकडाउन में देरी की
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 16 मार्च को लॉकडाउन की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि यह राज्यों पर निर्भर है कि वे कितना लॉकडाउन रखना चाहते हैं। कोरोना के दौर में घर में रहें, सीमित यात्राएं करे।
न्यूयॉर्क में 22 मार्च को स्टे एट होम का आदेश जारी हुआ
इस अपील के बाद राज्यों ने अलग-अलग समय पर लॉकडाउन लगाया। जैसे- सबसे ज्यादा संक्रमित न्यूयॉर्क में 22 मार्च को स्टे एट होम का आदेश जारी किया गया था। इसी राज्य की न्यूयॉर्क सिटी के लिए स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर यहां एक हफ्ते जल्द लॉकडाउन लगाया जाता, तो 3 मई तक यहां 2838 मौतें होतीं, जबकि 17 हजार 581 हुईं। यहां 14 हजार 743 जानें बच सकती थीं।