शनिवार, 19 सितंबर 2020

बॉलीवुड की सबसे महंगी एक्ट्रेस हैं कंगना रनोट, उन पर इंडस्ट्री के 250 करोड़ से ज्यादा दांव पर

मुंबई को पीओके बताने और ड्रग्स मामले में बॉलीवुड को घसीटने के बाद से कंगना रनोट लगातार विवादों में हैं। फिलहाल वे मनाली में हैं, लेकिन उन्हें लौटकर मुंबई ही आना है। क्योंकि यह उनकी कर्मभूमि है। उनकी 4 फिल्में 'तेजस', 'धाकड़', थलाइवी' और 'इमली' कतार में हैं। ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन की मानें तो कंगना की हर फिल्म का एवरेज बजट (कंगना की फीस, मेकिंग, मार्केटिंग सब मिलाकर) 60-70 करोड़ रुपए पहुंच जाता है। इस हिसाब से कंगना पर बॉलीवुड के 250-300 करोड़ रुपए दांव लगे हुए हैं।

विवादों का क्या असर हो सकता है

शिवसेना से विवाद की वजह से महाराष्ट्र में कंगना की फिल्मों का विरोध हो सकता है, लेकिन बॉलीवुड से विवाद का बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। अतुल मोहन कहते हैं, "कंगना रनोट को यह पहले से ही क्लियर था कि बड़े प्रोडक्शन हाउस उन्हें काम नहीं देंगे। इसलिए उन्होंने अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू किया है। इसके अलावा वे ऐसे लोगों के साथ काम कर रही हैं, जो नॉन स्टूडियो हैं या नॉन बिग फिल्ममेकर हैं। वे सबकुछ अपने दम पर करना चाहती हैं। वे किसी पर निर्भर नहीं हैं।"

'थलाइवी' के लिए कंगना ने पिछले साल नवंबर से शूटिंग शुरू कर दी है। फिल्म का डायरेक्शन एल विजय का है। यह फिल्म तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज होगी।

कितनी है कंगना रनोट की प्रॉपर्टी?

कंगना की कुल संपत्ति की बात करें तो यह 96 करोड़ रुपए से ज्यादा की है। इसमें उनके तीन घर और दो करें शामिल हैं। उनकी कमाई खासकर फिल्मों और ब्रांड एंडोर्समेंट से होती है।

बॉलीवुड की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस हैं कंगना

कंगना रनोट बॉलीवुड की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस हैं। ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन के मुताबिक, कंगना एक फिल्म के लिए एवरेज 17-18 करोड़ रुपए चार्ज करती हैं। अपकमिंग फिल्म 'धाकड़' के लिए उन्होंने करीब 21 करोड़ रुपए लिए हैं। वहीं, जयललिता की बायोपिक 'थलाइवी' के लिए भी उन्होंने 21- 22 करोड़ रुपए चार्ज किए हैं। कंगना के बाद दीपिका पादुकोण बॉलीवुड की सबसे महंगी एक्ट्रेस हैं। वे एक फिल्म के लिए 11-12 करोड़ रुपए चार्ज करती हैं।

ब्रांड एंडोर्समेंट के लिए 3-8 करोड़ रुपए

अतुल मोहन की मानें तो बड़े स्टार्स को ब्रांड इडोर्समेंट के लिए एक साल के 3-8 करोड़ रुपए मिल जाते हैं। चूंकि कंगना बॉलीवुड की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस हैं। ऐसे में वे बाकी एक्ट्रेसेस के मुकाबले ज्यादा चार्ज करती होंगी। 2019-20 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंगना आदित्य बिरला ग्रुप के लिवा, सिग्नेचर मास्टरपीस-डिएगो, इमामी बोरोप्लस, खादिम और फैशन डिजाइनर अनिता डोगरे के ग्लोबल देसी की ब्रांड एम्बेसडर हैं।

  • कंगना के तीन घर

पहला घर 2013 में खरीदा।

कंगना ने मार्च 2013 में खार वेस्ट की आर्किड ब्रीज नाम की बिल्डिंग में तीन फ्लैट खरीदे थे। फ्लैट नंबर 501, 502 और 503 का एरिया क्रमशः 797, 711 और 459 वर्गफीट है। कंगना ने इन तीनों फ्लैट्स के लिए क्रमशः 5.50 करोड़, 5.25 करोड़ रुपए और 3.25 करोड़ रुपए चुकाए थे। तीनों फ्लैट्स की कुल कीमत 14 करोड़ रुपए होती है।

कंगना इन फ्लैट्स की पहली मालकिन नहीं हैं। उन्होंने ये हेरिटेज इन-बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड से खरीदे थे। जबकि हेरिटेज ने 2011 में यह प्रॉपर्टी निहार कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड से खरीदी थी।

2017 में मुंबई में बंगला खरीदा।

कंगना रनोट ने 2017 में पाली हिल पर तीन मंजिला इमारत खरीदी थी। रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने इसके लिए 20 करोड़ रुपए चुकाए थे। उन्होंने इस बिल्डिंग को अपने ऑफिस कम स्टूडियो के रूप में डेवलप कराया, जिसका नाम मणिकर्णिका फिल्म्स रखा। इसकी खरीदी से लेकर निर्माण तक कंगना ने 48 करोड़ रुपए खर्च किए।

मनाली में 8 बेडरूम वाला बंगला।

कंगना रनोट के मनाली वाली बंगले की बाजार कीमत करीब 30 करोड़ रुपए बताई जाती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह 8 बेडरूम वाला बंगला एक्ट्रेस ने 10 करोड़ रुपए में खरीदा था। बाकी 20 करोड़ रुपए उन्होंने इसे फिर से बनवाने में खर्च किए हैं। यह बंगला उन्होंने 2018 की शुरुआत में खरीदा था।

  • कंगना की दो कारें

पहली कार 21 की उम्र में खरीदी।

कंगना तब महज 21 साल की थीं, जब उन्होंने अपनी पहली कार के रूप में BMW 7- सीरीज खरीदी थी। 2008 में खरीदी गई इस कार की एक्स-शोरूम कीमत आज की तारीख में 1.35 करोड़ से 2.44 करोड़ रुपए के करीब है। हालांकि, 2008 में इसकी कीमत कुछ कम रही होगी।

दूसरी कार 2019 में खरीदी।

कंगना ने दूसरी कार 2019 में अपनी फिल्म 'जजमेंटल है क्या' की रिलीज के बाद खरीदी। खासकर अपने मनाली (हिमाचल प्रदेश) वाले घर के लिए खरीदी गई मर्सिडीज बेंज जीएलई- क्लास एसयूवी की एक्स-शोरूम कीमत 73.7 लाख रुपए से 1.25 करोड़ रुपए के बीच है।



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2019 में फोर्ब्स मैगजीन ने कंगना की सालाना कमाई 17 करोड़ रुपए बताई थी। इस पर उनकी बहन रंगोली चंदेल भड़क गई थीं। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा था कि फोर्ब्स ने कंगना की जितनी कमाई बताई है, उससे ज्यादा तो वे टैक्स भरती हैं।


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इंदौर में पॉजिटिव आए पिता की मौत 10 दिन पहले हो गई थी, पर परिवार को खबर नहीं की, बेटा समझता रहा कि इलाज चल रहा है

मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराज यशवंत राव हॉस्पिटल (एमवायएच) में लापरवाहियां थमने का नाम नहीं ले रहीं। अब अस्पताल में 54 साल के तानाजी का शव मिला है। 10 दिन पहले कोरोना से मौत के बाद शव महाराज तुकोजी राव हॉस्पिटल (एमटीएच) से भेजा गया था, लेकिन परिजन को सूचना ही नहीं दी गई। वे समझते रहे कि तानाजी का एमटीएच में इलाज चल रहा है। शुक्रवार को मॉर्चरी में शव मिलने के बाद परिजन को खबर दी गई। वे यहां आए, कर्मचारियों पर जमकर नाराज हुए और शव ले गए।

एमवायएच की मॉर्चरी में 15 सितंबर को नरकंकाल और 17 सितंबर को ढाई महीने के बच्चे का शव मिला था। शुक्रवार को शहर में एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 408 नए कोरोना मरीज मिले, जबकि सात की मौत हो गई।

6 सितंबर को एडमिट हुए, 9 को मौत हो गई

तानाजी को परिजन 6 सितंबर को शाम साढ़े चार बजे इलाज के लिए लाए थे। कोरोना पॉजिटिव आने पर एमटीएच में भर्ती किया गया। 9 सितंबर को उनकी मौत हो गई। कर्मचारियों ने शव पॉलिथीन में लपेट एमवाय की मॉर्चरी में भेज दिया। उसके बाद किसी ने ध्यान ही नहीं दिया। मॉर्चरी में नरकंकाल मिलने के बाद एक-एक शव की जांच हो रही है, उसी दौरान इसका खुलासा हुआ। सूत्रों का कहना है कि जिस दिन शव एमवायएच आया तब पुलिस चौकी के जवानों को सिर्फ ये जानकारी दी गई कि परिजन को तलाशना है।

हेड कांस्टेबल नारायण सिंह ने बताया कि हमने 9 सितंबर को एंंट्री कर ली थी, लेकिन किसी ने परिजन का नाम-पता नहीं दिया। शुक्रवार को एमटीएच से फोन नंबर लेकर परिजन को बुलाया। बेटा और पत्नी शव लेकर चले गए। भास्कर ने परिजन से संपर्क किया, पर वे मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए।

अस्पताल के कैसे-कैसे तर्क

  • मरीज की 9 सितंबर को मौत हुई, उसके तुरंत बाद परिजन को खबर दे दी गई। वे नहीं आए तो शव एमवायएच की मॉर्चरी में रखवा दिया। परिजन ने संपर्क नहीं किया। शुक्रवार को दोबारा खबर देने पर आए।
  • अस्पताल के रजिस्टर में मरीज के नाम को लेकर कुछ गफलत हो गई। रजिस्टर में स्पेलिंग गलत थी। परिजन आए थे, लेकिन नाम की गफलत के कारण उन्हें पता नहीं चल पाया कि मरीज कहां है।
  • मरीज के परिजन खुद क्वारैंटाइन थे। इस वजह से सूचना मिलने के बाद भी नहीं आ पाए। क्वारैंटाइन अवधि खत्म हुई तो शुक्रवार शाम आकर शव ले गए।
  • आधिकारिक रूप से कोई कुछ कहने को तैयार नहीं, ऑफ द रिकॉर्ड भी जिम्मेदार अलग-अलग बात कह रहे हैं।

मॉर्चरी से खबर देने का कोई सिस्टम ही नहीं

  • 2016 से मॉर्चरी में कोई प्रभारी नहीं है। अज्ञात शव के पोस्टमॉर्टम और डिस्पोजल के लिए प्रक्रिया तय नहीं है।
  • एमवायएच और निगम के बीच सूचना भेजने का कोई सिस्टम नहीं है।
  • कोविड के कारण शवों की संख्या बढ़ रही है। कहने के बाद भी फ्रीजर नहीं खरीदे। अब 4 यूनिट फ्रीजर (16 शव के लिए) लेने की सिफारिश की है।

डीन और अधीक्षक को नोटिस, डॉक्टर की 4 वेतनवृद्धि रोकी
इधर, एमवाय की मॉर्चरी में अज्ञात शव के कंकाल बदलने के मामले में 9 लोगों की लापरवाही सामने आई है। जांच रिपोर्ट के बाद कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा ने देर रात डीन डॉ. ज्योति बिंदल और अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर को शोकॉज नोटिस जारी किया है। एमएलसी प्रभारी डॉ. दीपक फणसे की 4 वेतनवृद्धि रोकने के आदेश दिए हैं। चार ड्यूटी वार्ड बॉय को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा शव का पोस्टमॉर्टम होने के बावजूद अंतिम संस्कार नहीं कराने वाले एसआई मनीष गुर्जर और कॉन्स्टेबल दीपक धाकड़ को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है।

बुजुर्ग का निकला शव, 30 अगस्त को आया था एमवाय
कंकाल बना शव 60 वर्षीय बजुर्ग का निकला। 23 अगस्त को संयोगितागंज थाने से तीन अज्ञात शव आए थे, जिनमें से दो का अंतिम संस्कार पोस्टमॉर्टम के बाद 5 और 7 सितंबर को कर दिया गया। एक शव रह गया। पहले आशंका थी कि यह वही शव है, जो कंकाल में बदल गया, लेकिन 30 अगस्त को भी एक अज्ञात शव की बात सामने आई। यह पता करने के लिए कमेटी ने फिर से कंकाल का पोस्टमॉर्टम कराया, इसमें स्पष्ट हुआ कि 30 अगस्त को जिस 60 वर्षीय बुजुर्ग का शव आया था, यह वही था। जांच में खुलासा हुआ कि पीएम के बाद भी वार्ड बॉय, एमवायएच ने निगम को इसके डिस्पोजल के लिए जानकारी नहीं दी।



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मॉर्चरी में रखा शव। पुलिस का तर्क है कि 9 सितंबर को एंंट्री कर ली थी, लेकिन किसी ने परिजन का नाम-पता नहीं दिया।


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चीन के 18 फाइटर जेट्स ने ताइवान की सीमा में उड़ान भरी, जिनपिंग सरकार ने कहा- अमेरिका और ताइवान आग से न खेलें

चीन के 18 फाइटर जेट्स शुक्रवार शाम ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसे। इन फाइटर जेट्स ने कुछ मिनट तक यहां उड़ान भरी और बाद में लौट गए। बाद में चीन ने कहा- यह हमारी तरफ से अमेरिका और ताइवान को वॉर्निंग है। खास बात ये है कि जिस वक्त यह फाइटर जेट्स ताइवान के आकाश में उड़ान भर रहे थे, तब अमेरिका के अंडर सेक्रेटरी कीथ क्रेच ताइवान की राजधानी ताइपे में एक प्रोग्राम में मौजूद थे।

चीन के फाइटर जेट्स जब ताइवानी सीमा से लौटे तो उसके कुछ देर बाद चीन के रक्षा मंत्रालय के एक सीनियर अफसर का बयान आया। कर्नल रेन गुओकियांग ने कहा- जो लोग आग से खेलने की कोशिश कर रहे हैं, वे जल जाएंगे। वहां के एक सरकारी थिंक टैंक ने कहा- हमारी तरफ से यह अमेरिका और ताइवान दोनों को वॉर्निंग है।

चीन अब भारत के बाद ताइवान में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है। जून से लेकर अब तक चीन लद्दाख सीमा में घुसपैठ की कोशिश में लगा है। चीन की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 10 हजार लोगों की जासूसी की खबरें सामने आई थी।

अमेरिका ने जवाब नहीं दिया
दो महीने में यह दूसरा मौका है जब डोनाल्ड ट्रम्प ने किसी मंत्री स्तर के अफसर को ताइवान भेजा है। 1979 के बाद से अमेरिका का कोई बड़ा अफसर ताइवान नहीं जाता था। हालांकि, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्ते हैं। चीन की इस हरकत पर अमेरिका ने अभी जवाब नहीं दिया।

गुरुवार को अमेरिका के अंडर सेक्रेटरी कीथ क्रेच ताइवान की राजधानी ताइपे पहुंचे। चीन ने अमेरिका को आगाह किया कि वो ताइवान से डिप्लोमैटिक और मिलिट्री रिलेशन न बढ़ाए। अमेरिका ने उसकी चेतावनी नजरअंदाज कर दी है। अमेरिका और ताइवान जल्द ही अरबों डॉलर की डिफेंस डील करने वाले हैं।

अमेरिका खुलकर ताइवान के साथ
महामारी शुरू होने के बाद ताइवान की खाड़ी और साउथ चाइना सी में शी जिनपिंग सरकार छोटे देशों पर दबाव बढ़ा रही है। चीनी सरकार ताइवान को अपना हिस्सा मानती है। जबकि, ताइवान एक स्वतंत्र देश है। अमेरिका खुलकर ताइवान के साथ खड़ा हो गया है। दोनों देशों के बीच अरबों डॉलर की डिफेंस डील भी होने वाली है। कुछ महीनों में चीन ने ताइवान की हवाई और समुद्री सीमा का कई बार उल्लंघन किया है। लेकिन, पहली बार इतनी बड़ी संख्या में उसके फाइटर जेट्स ताइवान की सीमा में घुसे हैं।

ताइवान ने जवाबी तैयारी कर ली थी
जिस दौरान चीनी फाइटर जेट्स ताइवान के आकाश में पहुंचे, उसी वक्त ताइवान ने अपने एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को एक्टिव और हाई अलर्ट पर रखा। हालांकि, ताइवान की तरफ से जवाबी कार्रवाई का शक होने पर चीन के एयरक्राफ्ट्स फौरन लौट गए। बुधवार को भी चीन के दो फाइटर जेट्स ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैठ कर चुके थे।



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यह फोटो शुक्रवार की है और ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री ने जारी की है। इसमें चीन का एक फाइटर जेट ताइवान के एयर स्पेस में उड़ान भरता नजर आ रहा है। चीन के 18 फाइटर जेट्स ने शुक्रवार को ताइवान की वायुसीमा में उड़ान भरी।


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बंगाल और केरल से अलकायदा के 9 आतंकी पकड़ाए; छापे की कार्रवाई जारी, कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और केरल के एर्नाकुलम से अलकायदा के नौ आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने की है। इन्हें दिल्ली एनसीआर और भीड़भाड़ वाले इलाकों में धमाके करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। एनआईए की कार्रवाई अभी जारी है।

एनआईए के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इन लोगों को सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान स्थित अलकायदा आतंकवादियों ने कट्टरपंथी बनाया था। गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से लियु यीन अहमद और अबु सूफियान पश्चिम बंगाल से, जबकि मोशर्रफ हुसैन और मुर्शीद हसन केरल से हैं।

हथियार, विस्फोटक और कवच भी मिले

यह गिरोह पैसे जुटाने में लगा था। गिरोह के कुछ सदस्य हथियार और गोला-बारूद खरीदने के लिए दिल्ली जाने वाले थे। छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज, जिहादी साहित्य, धारदार हथियार, फायर आर्म्स, घर में ही बने कवच और एक्सप्लोसिव डिवाइस जब्त की गई हैं।

यूएन की रिपोर्ट में भारत को आगाह किया गया था

आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र ने दो महीने पहले एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें आगाह किया गया था कि केरल और कर्नाटक में बड़ी संख्या में आईएस आतंकी हो सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) आतंकवादी संगठन हमले की साजिश रच रहा है। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है। वह उमर की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया था- अलकायदा के 200 आतंकी हो सकते हैं

रिपोर्ट में आईएस के एक मददगार देश ने बताया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के 180 से 200 आतंकी हैं। ये भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार से हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा आईएस का सहयोगी है।

आईएस ने भारत में नया प्रांत बनाने का दावा किया था

आईएस ने 10 मई 2019 को अपनी न्यूज एजेंसी अमाक के हवाले से दावा किया था कि वह भारत में एक नया प्रांत ‘विलायाह ऑफ हिंद’ स्थापित करने में कामयाब हो गया है। यह दावा कश्मीर में एक एनकाउंटर के बाद किया गया था। इस मुठभेड़ में सोफी नाम का आतंकी मारा गया था। जिसका संबंध इसी संगठन से था। वह करीब 10 साल से भी अधिक समय से कश्मीर में कई आतंकी संगठनों के साथ काम कर रहा था। बाद में वह आईएस में शामिल हो गया था।



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गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से लियु यीन अहमद और अबु सूफियान पश्चिम बंगाल से, जबकि मोशर्रफ हुसैन और मुर्शीद हसन केरल से हैं। 


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500 से ज्यादा लापता लोगों को अब तक घर पहुंचा चुके, जो बच्चा बोल-सुन नहीं सकता था, उसका घर भी ढूंढ निकाला

केतुक न बोल सकता है, न सुन सकता है। तीन साल पहले वो अपने परिवार से बिछड़ गया था और तभी से नजफगढ़ (दिल्ली) के आशा चाइल्ड होम में रह रहा था। 4 जनवरी को एक केस के सिलसिले में स्टेट क्राइम ब्रांच पंचकूला के एएसआई राजेश कुमार नजफगढ़ के इस चाइल्ड होम में पहुंचते हैं। चाइल्ड होम की देखरेख करने वाले राहुल राजेश को बताते हैं, ‘हमारे पास एक बच्चा है, जो बोल-सुन नहीं सकता, उसे उसके परिवार से मिलवाना है।’ राजेश केतुक से इशारों में बातचीत करते हैं। कुछ-कुछ डिटेल मिल पाती है। फिर बच्चे का डुप्लीकेट आधार कार्ड अप्लाई किया जाता है।

राजेश आधार सेंटर पर इसे सर्च करवाते हैं तो पता चलता है कि बच्चे का आधार कार्ड तीन बार अपडेट किया गया है। जहां-जहां परिवार रहा, वहां-वहां का एड्रेस अपडेट किया गया। सबसे आखिरी अपडेट मुजफ्फरपुर में हुआ था। फिर राजेश मुज्जफरपुर पुलिस से संपर्क करते हैं और बच्चे की तस्वीर भेजते हैं। थाने से पता चलता है कि केतुक मुज्जफरपुर से ही लापता हुआ है और उसकी लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई है। इसके बाद परिवार से संपर्क किया जाता है और बच्चे को उन्हें सौंप दिया जाता है।

राजेश सिर्फ बच्चोंं को ही नहीं बल्कि परिवार से बिछड़ चुकी लड़कियों, महिलाओं, पुरुषोंं को भी मिलाते हैं।

राजेश कुमार के लिए लापता बच्चों को अपने परिवार से मिलवाने का ये पहला केस नहीं था, बल्कि वो पिछले 7 सालों में 500 से ज्यादा बच्चों, महिलाएं, पुरुषों को उनके परिवार से मिलवा चुके हैं। बिछड़ों को अपनों से मिलवाना ही उनका जुनून है। मार्च से लेकर अगस्त वाले लॉकडाउन पीरियड में ही वो 53 लोगों को उनके परिवारों से मिलवा चुके हैं। आपको लापता बच्चों की जानकारी कैसे मिलती है, और उन्हें कैसे मिलवा पाते हैं? यह पूछने पर राजेश ने बताया कि, मैं 2013 से पंचकूला के स्टेट क्राइम ब्रांच में काम कर रहा हूं। यहां मैं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल में काम करता हूं।

2013 में जब काम की शुरुआत की थी तो इसके बारे में कुछ पता नहीं था। तब सिर्फ हमारे पास जो केस आते थे, उनकी जानकारी ऊपर पहुंचाते थे। धीरे-धीरे मैंने लापता बच्चों से बातचीत करना शुरू की तो मन में आया कि इनके लिए जरूर कुछ करना चाहिए। वो कहते थे, अंकल हमें पापा से मिलवा दो। मैंने रुचि दिखाई तो अधिकारियों ने बताया कि काम करना चाहते हो तो चाइल्ड केयर सेंटर्स में जाना शुरू करो। वहां लापता बच्चे आते हैं। उनकी काउंसलिंग करो और परिवार से मिलवाओ।

लोकेशन फोन और इंटरनेट पर कंफर्म नहीं हो पाती तो राजेश संबंधित जगह में परिवार को ढूंढने पहुंच जाते हैं।

फिर मैंने चाइल्ड केयर सेंटर्स में जाना शुरू कर दिया। वहां जाता था, बच्चों की काउंसलिंग करता था। उनकी डिटेल लेता था और फिर जो जानकारियां मिलती थीं, उनके जरिए संबंधित थाना क्षेत्र से संपर्क कर लापता लोगों को मिलवाता था। 2016 में मेरे पास एक बच्ची का केस आया था, जो मंदबुद्धि थी। वो सिर्फ बांग्ला भाषा ही जानती थी। ज्यादा कुछ बता नहीं पा रही थी लेकिन कागज पर उसने अपने स्कूल का नाम लिख दिया। स्कूल का नाम इंटरनेट पर सर्च किया तो उस एरिया के बारे में पता चला। फिर वहां की पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि बच्ची पश्चिम बंगाल के चांदीपुर गांव की है और उसका परिवार अब गुड़गांव चला गया है। फिर गुड़गांव पुलिस में संपर्क करके उसके परिवार को ढूंढा और बच्ची को उन्हें सौंप दिया।

राजेश कहते हैं, मैं अब सिर्फ पंचकूला में काम नहीं कर रहा बल्कि देशभर में मैंने नेटवर्क बना लिया है। ऐसे कैसे किया? बोले, तमाम राज्यों के चाइल्ड केयर सेंटर्स के नंबर मेरे पास हैं। सबका एक वॉट्सऐप ग्रुप बना लिया है। इस ग्रुप के जरिए अलग-अलग जगहों की जानकारियां मिलती हैं, और बच्चों को उनके घर तक पहुंचाने में बहुत आसानी हो गई है। मैं हर रोज किसी न किसी सेंटर पर कॉल करता हूं और पूछता हूं कि आपके यहां मिसिंग का कौन सा केस है। उस जानकारी के आधार पर सर्चिंग शुरू कर देता हूं। वॉट्सऐप ग्रुप बनने से ये फायदा भी हुआ है कि उसमें अलग-अलग प्रांतों के लोग जुड़े हैं तो लैंग्वेज की दिक्कत आती है तो बच्चों को उनसे कनेक्ट करवा देता हूं और जानकारी जुटा लेता हूं।

अब तक 500 से ज्यादा लोगों को मिला चुके हैं। इनमें अधिकांश वो बच्चे हैं, जो बस स्टैंड, ट्रेन, रेलवे स्टेशन जैसी जगहों पर परिवार से बिछड़ गए थे।

क्या ये काम आप नौकरी के अलावा कर रहे हैं? इस पर राजेश कहते हैं, बच्चों को परिवार से मिलवाना मेरा जुनून है, इसलिए ये कर रहा हूं। इसके साथ में मैं अपना काम भी करता रहता हूं। हालांकि, डिपार्टमेंट का पूरा सपोर्ट है। लापता के परिवार को ढूंढने के लिए कहीं जाना भी होता है तो उसका पूरा खर्च डिपार्टमेंट ही उठाता है। वॉट्सऐप ग्रुप में सोशल वर्कर्स, सीसीआई मेम्बर्स, पुलिस यूनिट्स के लोगों को भी जोड़ रखा है। इससे फोटो और डिटेल डालते ही कोई न कोई क्लू मिल जाता है। राजेश मिसिंग चिल्ड्रन पंचकूला नाम का फेसबुक पेज भी चला रहे हैं। आपके परिवार का भी कोई लापता है तो आपको राजेश से उनके मोबाइल नंबर 94175 67221 पर कॉल कर मदद ले सकते हैं। इसके साथ ही चाइल्डलाइन 1098 पर भी कॉल कर मदद ले सकते हैं।



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राजेश कहते हैं कि मैं ये काम इसलिए कर रहा हूं कि क्योंकि ये मेरा जुनून है। पूरा खर्चा डिपार्टमेंट उठाता है।


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बंगाल और केरल से अलकायदा के 9 आतंकी पकड़ाए; छापे की कार्रवाई जारी, कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और केरल के एर्नाकुलम से अलकायदा के नौ आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने की है। इन्हें दिल्ली एनसीआर और भीड़भाड़ वाले इलाकों में धमाके करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। एनआईए की कार्रवाई अभी जारी है।

एनआईए के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इन लोगों को सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान स्थित अलकायदा आतंकवादियों ने कट्टरपंथी बनाया था। गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से लियु यीन अहमद और अबु सूफियान पश्चिम बंगाल से, जबकि मोशर्रफ हुसैन और मुर्शीद हसन केरल से हैं।

हथियार, विस्फोटक और कवच भी मिले

यह गिरोह पैसे जुटाने में लगा था। गिरोह के कुछ सदस्य हथियार और गोला-बारूद खरीदने के लिए दिल्ली जाने वाले थे। छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज, जिहादी साहित्य, धारदार हथियार, फायर आर्म्स, घर में ही बने कवच और एक्सप्लोसिव डिवाइस जब्त की गई हैं।

यूएन की रिपोर्ट में भारत को आगाह किया गया था

आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र ने दो महीने पहले एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें आगाह किया गया था कि केरल और कर्नाटक में बड़ी संख्या में आईएस आतंकी हो सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) आतंकवादी संगठन हमले की साजिश रच रहा है। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है। वह उमर की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया था- अलकायदा के 200 आतंकी हो सकते हैं

रिपोर्ट में आईएस के एक मददगार देश ने बताया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के 180 से 200 आतंकी हैं। ये भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार से हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा आईएस का सहयोगी है।

आईएस ने भारत में नया प्रांत बनाने का दावा किया था

आईएस ने 10 मई 2019 को अपनी न्यूज एजेंसी अमाक के हवाले से दावा किया था कि वह भारत में एक नया प्रांत ‘विलायाह ऑफ हिंद’ स्थापित करने में कामयाब हो गया है। यह दावा कश्मीर में एक एनकाउंटर के बाद किया गया था। इस मुठभेड़ में सोफी नाम का आतंकी मारा गया था। जिसका संबंध इसी संगठन से था। वह करीब 10 साल से भी अधिक समय से कश्मीर में कई आतंकी संगठनों के साथ काम कर रहा था। बाद में वह आईएस में शामिल हो गया था।



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गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से लियु यीन अहमद और अबु सूफियान पश्चिम बंगाल से, जबकि मोशर्रफ हुसैन और मुर्शीद हसन केरल से हैं। 


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24 घंटे में 93 हजार संक्रमित मिले, 95 हजार ठीक हुए, 232 दिन में छठवीं बार नए मरीजों से ज्यादा ठीक होने वाले; अब तक कुल 53 लाख केस

देश में शुक्रवार को 92 हजार 969 कोरोना संक्रमित मिले। हालांकि, राहत की बात रही कि 95 हजार 512 ठीक भी हो गए। इस महामारी को देश में आए 232 दिन हो चुके हैं। तब से अब तक ऐसा छह बार ही हुआ है, जब एक दिन में जितने नए संक्रमित मिले हों उनसे ज्यादा ठीक हो गए। सबसे पहली बार ऐसा 14 फरवरी को हुआ, जब केरल में मिले तीन संक्रमित ठीक हो गए थे, लेकिन उस दिन नया केस नहीं आया था।

देश में अब तक कोरोना के कुल 53.05 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 42 लाख 5 हजार 201 लोग ठीक हो चुके हैं। 10 लाख 15 हजार 981 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि कुल 85 हजार 625 लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।

कोरोना अपडेट्स...

  • दिल्ली हाईकोर्ट ने यहां के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को आदेश दिया है कि वे उनके यहां पढ़ने वाले गरीब बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए गैजेट्स और इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराएं। फीस में इस चार्ज को शामिल नहीं किया जाएगा।
  • दिल्ली सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों को 5 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला लिया है। तब तक ऑनलाइन क्लासेज, टीचिंग लर्निंग एक्टिविटी जारी रहेंगी।
  • केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कोविड के मामलों के लिए मॉनिटरिंग टीम बनाने, मेडिकल ऑक्सीजन के मूवमेंट और उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है।

पांच राज्यों का हाल
1. मध्यप्रदेश

शुक्रवार को कुल केस का आंकड़ा एक लाख के पार (1 लाख 458) हो गया। दिनभर में 2552 संक्रमितों की पहचान हुई। राज्य में केस के दोगुना होने की दर बढ़ गई है। अब 42 दिन में दोगुने मरीज मिल रहे हैं। सितंबर के 18 दिनों में भोपाल में 5000 केस आए हैं।

2. राजस्थान
शुक्रवार को रिकॉर्ड 1817 संक्रमित मिले। अब यहां 1 लाख 11 हजार 290 केस हो गए हैं। 92 हजार 265 ठीक हो चुके हैं। 1308 की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमितों से परिवार को मिलने की इजाजत दे दी है। हालांकि, मरीज से मिलने वाले को पीपीई किट, ग्लव्स और फेस मास्क पहनना होगा।

3. बिहार
शुक्रवार को 1147 नए मरीज मिले और 1678 ठीक हो गए। चार संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। राज्य में अब तक 1 लाख 65 हजार 371 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 1 लाख 51 हजार 400 ठीक हो चुके हैं, जबकि 859 की मौत हो चुकी है। 13 हजार 111 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।

4. महाराष्ट्र
शुक्रवार को 21 हजार 656 केस आए। यहां अब तक 11 लाख 67 हजार 496 केस आ चुके हैं। 8 लाख 34 हजार 432 संक्रमित ठीक हो चुके हैं। 3 लाख 887 का इलाज चल रहा है, जबकि 31 हजार 791 की मौत हो चुकी है।

5. उत्तरप्रदेश
शुक्रवार को 6494 संक्रमित मिले, जबकि 6806 ठीक हो गए। राज्य में 3 लाख 42 हजार 788 केस आ चुके हैं। 2 लाख 70 हजार 94 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 4869 की मौत हो चुकी है। अभी 67 हजार 825 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।



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अभी आर-पार का संघर्ष शायद ही हो, लेकिन अब यह नई सामान्य बात है कि दुरूह चोटियों पर पूरे साल सैनिक रहेंगे, मौसम-दुश्मन दोनों से जनहानि होती रहेगी

अब यह स्पष्ट है कि भारत-चीन के बीच केवल विवादित सीमा पर ही नहीं, बल्कि हर तरह के संबंध एक ‘न्यू नॉर्मल’ में प्रवेश कर गए हैं। यह पूरी तरह माना जा सकता है कि सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी को चीन के साथ भी संबंधों को दोबारा से जांचने की कोशिश करनी चाहिए थी, जैसा उन्होंने पाकिस्तान के साथ किया। क्योंकि सितंबर 2014 में उन्होंने शी जिनपिंग का अहमदाबाद में शानदार स्वागत किया था।

यह ठीक था, लेकिन इसी यात्रा के दौरान हमें चुमार में एलएसी पर दिक्कत हुई थी और मई 2015 तक चीजें बदल गई थी। वह चीन की तुलना में पाकिस्तान के साथ संबंधों की दिशा को बदलकर विरोधात्मक करने के लिए कहीं अधिक जिम्मेदार हैं। यह अकथनीय है।

न तो पाकिस्तान के ही व्यवहार में कोई बदलाव था और न ही चीन के, जिसकी वजह से मई 2015 में चीन की अपनी पहली सरकारी यात्रा के दौरान मोदी को चीन को लुभाने की जरूरत पड़ी, जबकि इसके एक महीने पहले ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी इस्लामाबाद यात्रा के दौरान चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर की घोषणा की थी। यह कॉरिडोर पाकिस्तान अधिकृत भारतीय हिस्से से गुजरना था।

इसके अलावा भी चीन ने उकसाने वाले कई कार्य किए थे। इसमें आतंकियों पर संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंध, कश्मीर मसला, नाभिकीय आपूर्ति समूह (एनएसजी) की सदस्यता का मुद्दा शामिल है। भारत ने पाक की तुलना में चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को सकारात्मक ट्रैक पर बनाए रखने के लिए अधिक समय तक कोशिश की।

भारत ने डोकलाम विवाद के समय 2017 के मध्य में चीन के साथ संबंधों को अधिक वास्तविक ट्रैक पर लाने का एक और मौका खो दिया था। इसकी बजाय भारत ने निरर्थक ‘अनौपचारिक बैठकें’ करने का फैसला किया। इसमें दो साल बेकार हुए, जिन्हें संबंधों में आज की स्थिति की तैयारियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था। चीन ने इस समय का इस्तेमाल वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी ताजा कार्रवाई और बाकी दक्षिण एशिया में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए किया।

हो सकता है कि भारत को उम्मीद रही हो कि चीन पाकिस्तान को ठीक से रहने के लिए कह सकता है। हालांकि, ये तर्क चीन के राजनीतिक सिस्टम व उसके उद्देश्य की मूल समझ की कमी को दर्शाते हैं। इसे वैचारिक तौर पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी संचालित करती है, जो किसी भी अन्य राजनीतिक सिस्टम को अपने अस्तित्व व वैधता के लिए एक गंभीर खतरा मानती है। दूसरे शब्दों में चीन किसी भी तरह से शी के नेतृत्व में अन्य देशों के साथ समानता या सकारात्मक समीकरणों को स्वीकार नहीं करेगा।

ऐसा नहीं है कि सरकार के भीतर इसकी परख करने वाले नहीं थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ इसलिए कदम नहीं उठाया या इसे नजरअंदाज किया, क्योंकि इस पर कार्रवाई के लिए परिचित दुश्मन पाकिस्तान से अलग सोच और नीतिनिर्माण में एक ढांचागत बदलाव की जरूरत थी। इसके अलावा इस धारणा से भी हटना था कि दक्षिण एशिया में भारत का प्रभाव है और भारत निरंतर विकास करता रहेगा।

आसान यह था कि दिखावा करते रहें कि भारत चीन को भरोसा दिला देगा कि उसका इरादा अच्छा है और वह अच्छे संबंधों के प्रति गंभीर है। चीन के विचार में भारत उसके साथ अच्छे संबंधों को लेकर गंभीर नहीं था, क्योंकि वह अमेरिका के साथ संबंधों को बढ़ा रहा था और चीन उसे दुश्मन नंबर एक मानता है।
अब भारत के पास क्या विकल्प हैं?

सबसे पहले भारत को पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसियों के साथ संबंधों को सुधारना व मजबूत करना चाहिए, चाहे यह कितना ही कठिन क्यों न हो। खराब अर्थव्यवस्था के साथ भारत दो मोर्चों पर नहीं लड़ सकता। अब यह तो हर भारतीय को स्पष्ट है कि चीन ही भारत का लंबी अवधि का चैलेंजर है और हम पाकिस्तान के साथ दुश्मनी का मोर्चा खोलकर ध्यान नहीं भटका सकते।

दूसरे, चीनी एप पर प्रतिबंध और चीनी निवेश पर नियंत्रण महत्वपूर्ण उपाय है, लेकिन भारत को इस प्रक्रिया में अपने हितों को भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। हमें उन क्षेत्रों में चीनी पूंजी का इस्तेमाल करते रहना चाहिए जहां पर सुरक्षा चिंता न्यूनतम या न के बराबर हो। चीनी अर्थव्यवस्था से पूरी तरह अलग होना भी अव्यावहारिक होगा और यह दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत की सौदेबाजी की ताकत को ही कम करेगा।

आखिर में हम एलएसी पर आते हैं, जबकि यह पूरी तरह से सच है कि द्विपक्षीय संबंध सीमा विवाद से भी आगे हैं, यह भी स्पष्ट है कि यहां पर स्थिति सिर्फ कूटनीतिक बातचीत से हल नहीं हो सकती। अगर समस्या एलएसी पर है तो बातचीत सिर्फ दोनों पक्षों के सैन्य नेतृत्व तक ही सीमित रहनी चाहिए, जबकि कूटनीतिक और राजनेताओं को दक्षिण एशिया और दुनिया के अन्य हिस्सों में साझेदारी विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए।

हर हाल में, चाहे हम पसंद करे या नहीं, अब सभी राजनीति उद्देश्यों और ऐतिहासिक कल्पनाओं के लिए एलएसी खुद है। अभी एक आर-पार का संघर्ष शायद ही हो, लेकिन अब यह नई सामान्य बात है कि दुरूह चोटियों पर पूरे साल सैनिक बैठे रहेंगे, नियमित आपसी संघर्ष के साथ ही मौसम और दुश्मन दोनों से जनहानि होती रहेगी। (ये लेखक के अपने विचार हैं)



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Soldiers will remain on tough peaks for a whole year, this new normal


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विदेशी डिजिटल कंपनियों से नेताओं ने वोटरों को कब्जाने का मंत्र हासिल कर लिया तो फिर आने वाले समय में लोकतांत्रिक व्यवस्था बेमानी हो जाएगी

कोरोना के बाद अब चीन ने डिजिटल जासूसी से अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. चीनी कंपनी द्वारा सरपंच से लेकर प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से लेकर बड़े अपराधियों की डिजिटल कुंडली बनाए जाने के बड़े खुलासे से पूरे देश में हडकंप है। इस तरह की डाटा चोरी के पांच पहलू हैं।

देश की सुरक्षा में सेंध, लोकतांत्रिक और चुनावी व्यवस्था में हस्तक्षेप, प्राइवेसी में दखलंदाजी, वैश्विक संचार तंत्र पर कब्जा, और बाजार में माल बेचना। ऑपरेशन प्रिज्म के माध्यम से 14 साल पहले अमेरिका ने भारत की सुरक्षा में सेंध लगाई थी। उस मामले का खुलासा करने वाले स्नोडेन को अमेरिका से भागना पड़ा था।

डाटा चोरी करने वाली कंपनियां विश्व में सिरमौर बन गई हैं। उसके बाद कैंब्रिज एनालिटिका-फेसबुक के माध्यम से भारत की चुनावी व्यवस्था में हस्तक्षेप की कोशिश हुई, जिसकी सीबीआई जांच के परिणामों का कोई अता-पता नहीं है। पेगासस-वॉट्सअप मामले में प्राइवेसी में दखलंदाजी के आपराधिक साक्ष्य मिलने के बावजूद सरकार और विपक्ष दोनों मौन ही बने रहे।

ई कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट का नया बाजार तो संचार तंत्र को कब्ज़ा करके ही बना है। सस्ता डाटा, इंटरनेट और स्मार्टफोन के विस्तार से भारत डाटा का वैश्विक महासागर बन गया है. लोगों का नाम, फोटो, ईमेल, मैसेज, वीडियो, मोबाइल नंबर, और लोकेशन का डाटा डिजिटल मंडी में कौड़ियों के भाव नीलाम हो रहा है।

डाटा माइनिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से विदेशी कंपनियों ने भारत के बाजार और सामरिक तंत्र में पूरा कब्ज़ा कर लिया है। चीनी कंपनी ने रटंतु जवाब में कहा है कि सार्वजनिक डाटा इकट्ठा करने के व्यापार में कुछ भी गैरकानूनी नहीं है।

सार्वजनिक डाटा के इस्तेमाल के खिलाफ स्पष्ट कानून भले ही ना हो, लेकिन सरकारी, सामरिक और जनता के निजी संवेदनशील डाटा के साथ कोई भी छेड़छाड़ भारतीय कानून के अनुसार अपराध है। पब्लिक रिकॉर्ड्स एक्ट और ऑफिशियल सीक्रेटस एक्ट जैसे कानून की वजह से सरकारी कार्यों में विदेशी ईमेल और नेटवर्क के इस्तेमाल पर कानूनी प्रतिबंध है।

सोशल मीडिया कंपनियां भारत के ग्राहकों का डाटा विदेश में रखती हैं, इसलिए सोशल मीडिया के सरकारी इस्तेमाल पर भी अनेक प्रतिबंध हैं। सरकारी मोबाइल और कंप्यूटर नेटवर्क से इंटरनेट और सोशल मीडिया को कनेक्ट करने पर भी अनेक प्रकार के प्रतिबंध हैं।

लेकिन इन नियमों का पालन नहीं होने से सरकारी और सामरिक सूचनाएं चीन और अन्य विदेशी शक्तियों तक बेरोकटोक पहुंच रही हैं, जो राष्ट्रीय चिंता का विषय है। चीनी कंपनी की तर्ज़ पर डाटा प्रोफाइलिंग का रिवाज़ यदि बढ़ा तो नेता, अफसर और जजों को ब्लैकमेल करने का नया सिलसिला, राष्ट्रीय संकट का सबब बन सकता है।

चीनी एप्स पर प्रतिबन्ध को भारत में अभी तक पूरी सफलता से लागू नहीं किया जा सका है। भारत में इस्तेमाल हो रहे तीन चौथाई फोन चीनी हैं, जो डिजिटल जासूसी का सबसे बड़ा माध्यम हैं। चीनी कंपनी ने पूरे विश्व में लगभग 25 लाख लोगों की डाटा प्रोफाइलिंग की है, जिसमें भारत के 10 हजार लोग और संस्थाएं शामिल हैं।

लेकिन मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया कंपनियों ने भारत के 130 करोड़ लोगों की डाटा प्रोफाइलिंग करके पूरे सिस्टम को हाईजैक कर लिया है। चीनी कंपनी ने सूचनाओं को हासिल करने के लिए फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सएप, टिकटॉक, गूगल, लिंक्डइन जैसे प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया। कैम्ब्रिज एनालिटिका की तर्ज़ पर फेसबुक ने चीनी कंपनी को दी गई इजाजत को रद्द कर दिया है।

सवाल यह है कि फेसबुक जैसी कंपनियां ग्राहकों की स्पष्ट सहमति के बगैर दूसरे एप्स को डाटा माइनिंग की गैरकानूनी इजाजत क्यों देती हैं? सवाल यह है कि जब डाटा और ओटीटी दोनों के बारे में कानून नहीं बनाए जा रहे हैं तो फिर डिजिटल जासूसी को भविष्य में कैसे रोका जा सकेगा? लद्दाख में हमारी सेना ने चीन को पीछे धकेल दिया।

लेकिन चीनी सेना द्वारा समर्थित हाइब्रिड वार फेयर यानी डिजिटल युद्ध से मुकाबले में भारत बहुत पीछे है। चीन का यह निगरानी तंत्र डिजिटल जासूसी का एक छोटा ट्रेलर है। इस मामले से सबक लेकर सरकार और संसद द्वारा समुचित कार्रवाई हुई तभी आगे चलकर ऐसे मामलों को रोकने में कामयाबी मिल सकेगी।

ब्रेक्सिट का जनमत संग्रह और 2016 के अमेरिकी चुनावों में सोशल मीडिया कंपनियों के माध्यम से रूस ने व्यापक हस्तक्षेप किया। भारत में अनेक पार्टियों की सोशल मीडिया कंपनियों के साथ सांठगांठ के सबूत उजागर हो रहे हैं। इस मामले के खुलासे के बाद बिहार और बंगाल के चुनावों में विदेशी ताकतों के हस्तक्षेप की आशंका बढ़ गई है।

वोटर लिस्ट को सोशल मीडिया के अनेक प्लेटफॉर्म्स और लोकेशन के साथ कनेक्ट कर दिया जाए तो मतदाताओं के रुझान को बदला जा सकता है। चीन और अमेरिकी सरकारों द्वारा समर्थित विदेशी डिजिटल कंपनियों के माध्यम से नेताओं ने वोटरों को कब्जाने का मंत्र हासिल कर लिया तो फिर आने वाले समय में लोकतांत्रिक व्यवस्था बेमानी हो जाएगी। (ये लेखक के अपने विचार हैं)



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विराग गुप्ता, सुप्रीम कोर्ट के वकील


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24 घंटे में 93 हजार संक्रमित मिले, 95 हजार ठीक हुए, 232 दिन में छठवीं बार नए मरीजों से ज्यादा ठीक होने वाले; अब तक कुल 53 लाख केस

देश में शुक्रवार को 92 हजार 969 कोरोना संक्रमित मिले। हालांकि, राहत की बात रही कि 95 हजार 512 ठीक भी हो गए। इस महामारी को देश में आए 232 दिन हो चुके हैं। तब से अब तक ऐसा छह बार ही हुआ है, जब एक दिन में जितने नए संक्रमित मिले हों उनसे ज्यादा ठीक हो गए। सबसे पहली बार ऐसा 14 फरवरी को हुआ, जब केरल में मिले तीन संक्रमित ठीक हो गए थे, लेकिन उस दिन नया केस नहीं आया था।

देश में अब तक कोरोना के कुल 53.05 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 42 लाख 5 हजार 201 लोग ठीक हो चुके हैं। 10 लाख 15 हजार 981 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि कुल 85 हजार 625 लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।

कोरोना अपडेट्स...

  • दिल्ली हाईकोर्ट ने यहां के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को आदेश दिया है कि वे उनके यहां पढ़ने वाले गरीब बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए गैजेट्स और इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराएं। फीस में इस चार्ज को शामिल नहीं किया जाएगा।
  • दिल्ली सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों को 5 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला लिया है। तब तक ऑनलाइन क्लासेज, टीचिंग लर्निंग एक्टिविटी जारी रहेंगी।
  • केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कोविड के मामलों के लिए मॉनिटरिंग टीम बनाने, मेडिकल ऑक्सीजन के मूवमेंट और उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है।

पांच राज्यों का हाल
1. मध्यप्रदेश

शुक्रवार को कुल केस का आंकड़ा एक लाख के पार (1 लाख 458) हो गया। दिनभर में 2552 संक्रमितों की पहचान हुई। राज्य में केस के दोगुना होने की दर बढ़ गई है। अब 42 दिन में दोगुने मरीज मिल रहे हैं। सितंबर के 18 दिनों में भोपाल में 5000 केस आए हैं।

2. राजस्थान
शुक्रवार को रिकॉर्ड 1817 संक्रमित मिले। अब यहां 1 लाख 11 हजार 290 केस हो गए हैं। 92 हजार 265 ठीक हो चुके हैं। 1308 की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमितों से परिवार को मिलने की इजाजत दे दी है। हालांकि, मरीज से मिलने वाले को पीपीई किट, ग्लव्स और फेस मास्क पहनना होगा।

3. बिहार
शुक्रवार को 1147 नए मरीज मिले और 1678 ठीक हो गए। चार संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। राज्य में अब तक 1 लाख 65 हजार 371 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 1 लाख 51 हजार 400 ठीक हो चुके हैं, जबकि 859 की मौत हो चुकी है। 13 हजार 111 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।

4. महाराष्ट्र
शुक्रवार को 21 हजार 656 केस आए। यहां अब तक 11 लाख 67 हजार 496 केस आ चुके हैं। 8 लाख 34 हजार 432 संक्रमित ठीक हो चुके हैं। 3 लाख 887 का इलाज चल रहा है, जबकि 31 हजार 791 की मौत हो चुकी है।

5. उत्तरप्रदेश
शुक्रवार को 6494 संक्रमित मिले, जबकि 6806 ठीक हो गए। राज्य में 3 लाख 42 हजार 788 केस आ चुके हैं। 2 लाख 70 हजार 94 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 4869 की मौत हो चुकी है। अभी 67 हजार 825 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।



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आज से शुरू होगा IPL का रोमांच; शिवसेना के बाद कंगना का पंगा पत्रकार से; महंगा हो सकता है अब रेल का सफर

अमिताभ 77 की उम्र में 17 घंटे काम कर रहे हैं, तो मोदी किसानों के लिए लाए बिल पर सफाई दे रहे हैं। फेसबुक पर डेटा चुराने के आरोप लगे हैं जबकि टिकटॉक और वीचैट पर अमेरिका बैन लगा सकता है। बहरहाल, शुरू करते हैं मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ...

आज इन 3 इवेंट्स पर रहेगी नजर

1. आज से मचेगी IPL की धूम। 53 दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 60 मैच खेले जाएंगे। पहला मुकाबला मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होगा।
2. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो आज से सुशांत केस में बॉलीवुड एंगल की जांच कर सकता है। करण जौहर के घर हुई पार्टी के वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
3. मध्य प्रदेश सरकार मनाएगी वनाधिकार उत्सव। 22 हजार वनवासियों को दिया जाएगा वनाधिकार का प्रमाणपत्र।

अब कल की 7 महत्वपूर्ण खबरें

1. 4 घंटे गूगल प्ले स्टोर से हटने के बाद पेटीएम की वापसी
गूगल ने शुक्रवार दोपहर प्ले स्टोर से पेटीएम को हटा दिया था। गूगल का कहना था कि कंपनी ऑनलाइन कसीनो और स्पोर्ट्स बेटिंग को इजाजत नहीं दे सकती। पेटीएम ने यूजर्स से कहा- आपके पैसे सुरक्षित हैं। हम जल्द लौटेंगे। आखिरकार, 4 घंटे बाद पेटीएम की प्ले स्टोर पर वापसी हो गई। -पढ़ें पूरी खबर

2. ट्रेन का सफर हो सकता है महंगा, यात्रियों को देना पड़ सकता है एक्स्ट्रा चार्ज
केंद्र सरकार अब एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशनों पर भी यूजर चार्ज लगाने पर विचार कर रही है। भारतीय रेलवे ज्यादा व्यस्त स्टेशनों पर यात्रियों से चार्ज वसूलेगा। हालांकि, रेलवे ने कहा है कि यह निर्णय यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने और रेवेन्यू बढ़ाने के लिए किया गया है। -पढ़ें पूरी खबर

3. IPL में पहली बार टीम को मिलेंगे अनलिमिटेड कोरोना सब्स्टीट्यूट
कोरोना के बीच इस बार IPL में 3 खास बातें देखने को मिलेंगी। जैसे चोटिल खिलाड़ी की जगह दूसरा प्लेयर सब्स्टीट्यूट के तौर पर शामिल हो सकेगा। फ्रंट फुट नो बॉल फील्ड की बजाय थर्ड अंपायर देखेगा। और बॉल को चमकाने के लिेए बॉलर्स लार का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। -पढ़ें पूरी खबर

4. मोदी ने विराट-अनुष्का से कहा- आप बेहतरीन पैरेंट्स साबित होंगे
पीएम मोदी गुरुवार को 70 साल के हो गए। उनके जन्मदिन पर विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने बधाई दी थी। इसके जवाब में मोदी ने लिखा- आप दोनों बेहतरीन पैरेंट्स साबित होंगे। मोदी ने कंगना, करन जौहर के साथ-साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को भी शुक्रिया कहा। -पढ़ें पूरी खबर

5. बिहार में चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे पर क्यों फंसा है पेंच
बिहार में चुनाव के पहले सियासी सरगर्मी उफान पर है। पिछली बार 52 सीटों पर जदयू और भाजपा आमने-सामने थीं। जिनमें 22 पर हार-जीत का अंतर दस हजार से कम था। लोजपा 42 पर लड़ी, जिनमें 22 पर जदयू के खिलाफ थी। कहीं सीटों को लेकर दावेदारी है तो कहीं गठबंधन का पेंच फंसा है। आखिर ऐसा क्यों? -पढ़ें पूरी खबर

6. कोविड-19 वैक्सीन ट्रैकर: आखिर हमें कब तक वैक्सीन मिलेगी?
अगर अनुमति मिली तो ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड के साथ SPUTNIK-V के अंतिम फेज के ट्रायल्स भी हमारे यहां होंगे। खबर है कि भारत की फार्मास्यूटिकल्स कंपनी डॉ. रेड्डीज के साथ-साथ गुजराती कंपनी कैडिला हेल्थकेयर भी रूसी संगठन से संपर्क में हैं। अब सवाल यह कि हमें कब तक वैक्सीन मिलेगी? -पढ़ें पूरी खबर

7. अमिताभ 77 की उम्र में 17 घंटे काम कर रहे
अमिताभ बच्चन इन दिनों 'कौन बनेगा करोड़पति-12' की शूटिंग में बिजी हैं। बिग बी ने देर रात घर लौटने के बाद तड़के 2:37 बजे ब्लॉग लिखा, "कुछ देर पहले काम से लौटा हूं और यह एक दिन में लगभग 17 घंटे की वर्किंग थी। कोविड-19 के बाद शरीर के लिए इतना पर्याप्त और फायदेमंद है।" -पढ़ें पूरी खबर

अब 19 सितंबर का इतिहास

1952: हॉलीवुड फिल्मों के स्टार चार्ली चैपलिन को अमेरिका वापस आने से रोक दिया गया।

1965: अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला सुनीता विलियम्स का जन्म हुआ।

1985: मेक्सिको सिटी में भूकंप से भारी तबाही हुई। वहां करीब 10,000 लोग मारे गए थे।

जाते-जाते जिक्र हिन्दी के प्रसिद्ध और सम्मानित कवि कुंवर नारायण का। 1927 में आज ही के दिन उनका जन्म हुआ था। उनकी कविता नचिकेता की चंद पंक्तियां पढ़िए...



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The thrill of IPL will start from today; Kangna's mess with journalist after Shiv Sena; Rail travel can now be expensive


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बाटला हाउस एनकाउंटर के 12 साल; दो साल पहले देश में तीन तलाक देना बना अपराध; 60 साल पहले पाकिस्तान से सिंधु जल समझौता

इतिहास में आज का दिन बेहद खास था। सिंधु जल समझौता, तीन तलाक को गैरकानूनी ठहराने के लिए पहली बार ऑर्डिनेंस जारी हुआ। लेकिन, बाटला हाउस एनकाउंटर जैसी कड़वी यादें भी आज के साथ जुड़ी हैं, जब देश ने अपने जांबाज सिपाही को खो दिया था।

दो साल पहले तीन तलाक देना बना अपराध

  • दो साल पहले देश में बहुत बड़ा बदलाव हुआ था। 2017 में जब सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को अवैध करार दिया था और सरकार से इस पर कानून बनाने को कहा था। तब 2018 में 19 सितंबर को केंद्र सरकार ने पहली बार अध्यादेश जारी किया था। इसमें तीन तलाक देने को अपराध बनाया था।
  • ऑर्डिनेंस को कानून बनाने के लिए लोकसभा ने 27 दिसंबर 2018 को पारित किया था। लेकिन, चुनावों की वजह से राज्यसभा में यह पारित नहीं हो सका था। दोबारा जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी, तब 30 जुलाई 2019 को राज्यसभा से यह पारित हुआ और कानून बना। अब पूरे देश में तीन तलाक गैरकानूनी है।

2008 में बाटला हाउस एनकाउंटर

बाटला हाउस एनकाउंटर के दौरान दिल्ली पुलिस के जवान।
  • दिल्ली के बाटला हाउस में 19 सितंबर 2008 की सुबह एनकाउंटर हुआ था। उससे ठीक एक हफ्ता पहले 13 सितंबर 2008 को दिल्ली में 5 जगहों पर ब्लास्ट हुए थे। तीन जिंदा बम भी मिले थे। 50 मिनट में हुए इन पांच धमाकों में 30 लोग मारे गए थे।
  • दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल धमाकों की जांच कर रही थी, तब वह बाटला हाउस में एल-18 नंबर की इमारत की तीसरी मंजिल पर पहुंच गई थी। वहां इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकियों से मुठभेड़ हुई। मरने वाले दो संदिग्ध आजमगढ़ के थे। दो गिरफ्तार हुए थे। एक फरार हो गया था।
  • इस एनकाउंटर में टीम का नेतृत्व कर रहे मोहन चंद्र शर्मा को तीन गोलियां लगी थी और उसी दिन उनकी होली फैमिली अस्पताल में मौत हो गई थी। इस दौरान मानवाधिकार संगठनों ने बाटला हाउस एनकाउंटर को फेक बताया। दिल्ली हाईकोर्ट ने जांच के आदेश भी दिए थे। दिल्ली पुलिस को क्लीन चिट मिली थी। 2013 में अदालत ने शर्मा की हत्या के आरोप में शहजाद अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

1960 में सिंधु जल समझौता

सिंधु जल समझौते में शामिल है सिंधु नदी की सहायक नदियां।
  • 19 सितंबर 1960 को कराची में भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अयूब खान के हस्ताक्षरों से सिंधु जल संधि या सिंधु जल समझौता हुआ। इसे इंडस वॉटर ट्रीटी भी कहते हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच तमाम विवाद रहे। युद्ध भी हुए लेकिन, इस संधि पर कोई असर नहीं पड़ा। चार साल पहले जब उरी में भारतीय सैनिकों की हत्या हुई, तब भी मांग उठ रही थी भारत को यह समझौता रद्द करना चाहिए।
  • सिंधु नदी का इलाका करीब 11.2 लाख किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। ये इलाका पाकिस्तान (47 प्रतिशत), भारत (39 प्रतिशत), चीन (8 प्रतिशत) और अफगानिस्तान (6 प्रतिशत) में है। करीब 30 करोड़ लोग सिंधु नदी के आसपास के इलाकों में रहते हैं। सिंधु नदी की सहायक नदियों को पूर्वी और पश्चिमी नदियों में बांटा गया। सतलज, ब्यास और रावी नदियों को पूर्वी नदी बताया जबकि झेलम, चेनाब और सिंधु को पश्चिमी।
  • इस समझौते के तहत पूर्वी नदियों का पानी भारत बिना रोक-टोक के इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन, पश्चिमी नदियों का पानी पाकिस्तान के लिए होगा। समझौते में इन नदियों के पानी के सीमित इस्तेमाल का अधिकार भारत को भी है, जैसे- बिजली बनाना, सिंचाई आदि। लेकिन, भारत ने अब तक अपने अधिकारों का बखूबी पालन नहीं किया है।

इतिहास में आज को इन घटनाओं के लिए भी याद किया जाता है।

  • 1755: ग्रेट ब्रिटेन और रूस सैन्य समझौते पर हस्ताक्षर किए।
  • 1865: अटलांटा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई।
  • 1888: विश्व का पहला ब्यूटी कॉन्टेस्ट बेल्जियम में शुरू किया गया।
  • 1893: न्यूजीलैंड में निर्वाचन अधिनियम 1893 के तहत सभी महिलाओं को मतदान का अधिकार दिया गया।
  • 1907: पहली बार इतिहास में कृत्रिम तेल का निर्माण हुआ। इस नये पदार्थ का आविष्कार स्कॉटलैंड के रसायनशास्त्री जेम्स यांग ने किया था।
  • 1957: अमेरिका ने नेवादा के रेगिस्तान में पहला अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट किया।
  • 1973ः सोवियत संघ ने सफल अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट किया।
  • 1982ः स्कॉट फाहमैन ऑनलाइन मैसेज का इस्तेमाल करने वाले पहले व्यक्ति बने।
  • 2006ः थाईलैड़ में सैन्य तख्तापलट हुआ, जिसके बाद जनरल सुरायुद प्रधानमंत्री बने।
  • 2007ः भारत के युवराज सिंह ने डरबन में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच में ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के लगाकर 12 गेंदों पर सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड बनाया।

जन्मदिन

  • 1958: लकी अली (सिंगर, सॉन्ग राइटर, कम्पोजर, एक्टर)
  • 1965: सुनीता विलियम्स (अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला)
  • 1976: ईशा कोप्पिकर (फिल्म एक्ट्रेस)
  • 1977: आकाश चौपड़ा, भारतीय क्रिकेटर


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मुंबई और चेन्नई चौथी बार ओपनिंग मैच में आमने-सामने, डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई यूएई में एक भी मैच नहीं जीती, 6 साल पहले सभी 5 मैच हार गई थी

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन की आज से यूएई में शुरुआत होगी। पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के बीच अबु धाबी में खेला जाएगा। टूर्नामेंट के इतिहास में यह चौथी बार है, जब दोनों टीमें ओपनिंग मैच खेलेंगी। दोनों टीमों के बीच अब तक हुए तीन ओपनिंग मैच में से 2 मुंबई इंडियंस और 1 सीएसके जीती है।

आईपीएल का फाइनल दीपावली से 4 दिन पहले यानि 10 नवंबर को खेला जाएगा। इस दौरान 53 दिन में 8 टीमें 14-14 मैच खेलेंगी। टूर्नामेंट में एक एलिमिनेटर, 2 क्वालिफायर और फाइनल समेत 60 मैच होंगे। यह सभी मुकाबले दुबई (24), अबु धाबी (20) और शारजाह (12) में होंगे।

यूएई में मुंबई का खराब रिकॉर्ड
डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई ने पिछले सीजन के फाइनल में सीएसके को 1 रन से शिकस्त दी थी। इस बार टीम फिर रोहित शर्मा की कप्तानी में जीत से आगाज करना चाहेगी। वैसे यूएई में मुंबई का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। लोकसभा चुनाव के कारण 2014 में आईपीएल के शुरुआती 20 मैच यूएई में हुए थे। तब मुंबई ने यहां 5 मैच खेले और सभी में उसे हार मिली थी।

चेन्नई ने यूएई में 6 में से 5 मैच जीते
सीएसके ने 6 साल पहले यूएई में 5 मैच खेले थे। टीम को 4 में जीत मिली और 1 मैच हारी थी। अबु धाबी में सीएसके ने 2 मैच खेले थे, जिनमें से एक में जीत और एक में शिकस्त मिली थी। वहीं, मुंबई इंडियंस ने इस मैदान पर एक ही मैच खेला, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 41 रन से हराया था।

2018 में हुए ओपनिंग मैच में चेन्नई ने मुंबई को हराया था
इस मैच में उतरने के साथ ही मुंबई सबसे ज्यादा 7 बार आईपीएल का ओपनिंग मैच खेलने वाली टीम बनेगी। उसने अब तक 6 ओपनिंग मैच खेले हैं, जबकि कोलकाता नाइटराइडर्स ने भी इतनी ही बार पहला मैच खेला है। मुंबई-चेन्नई के बीच आईपीएल का पिछला ओपनिंग मैच 2018 में हुआ था। तब चेन्नई सुपरकिंग्स रोमांचक मुकाबले में एक विकेट से जीती थी।

12 में से 7 खिताब मुंबई और चेन्नई ने ही जीते
अब तक हुए 12 सीजन में से मुंबई और चेन्नई ने 7 बार खिताब जीते हैं। इसमें सबसे ज्यादा मुंबई 4 और सीएसके 3 बार चैम्पियन रही है। सभी खिताब सीएसके ने महेंद्र सिंह धोनी और मुंबई ने रोहित शर्मा की कप्तानी में ही जीते हैं।

हेड-टू-हेड
दोनों टीमों के बीच अब तक 30 मुकाबले खेले गए हैं। इनमें मुंबई ने सबसे ज्यादा 18 और चेन्नई ने 12 मुकाबले जीते हैं। इनमें दो मुकाबले चैम्पियंस लीग टी-20 के भी शामिल हैं।

पिच और मौसम रिपोर्ट: अबु धाबी में मैच के दौरान आसमान साफ रहेगा। तापमान 29 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। यहां स्लो विकेट होने के कारण स्पिनर्स को भी काफी मदद मिलेगी। शेख जाएद स्टेडियम में टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करना पसंद करेगी। यहां हुए पिछले 44 टी-20 में पहले गेंदबाजी वाली टीम की जीत का सक्सेस रेट 56.8% रहा है।

  • कुल टी-20: 44
  • पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती: 19
  • पहले गेंदबाजी करने वाली टीम जीती: 25
  • पहली पारी में टीम का औसत स्कोर: 137
  • दूसरी पारी में टीम का औसत स्कोर: 128

इस सीजन में रैना-हरभजन के बिना उतरेगी चेन्नई
इस बार धोनी की सीएसके टीम अपने टॉप स्कोरर सुरेश रैना और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले हरभजन सिंह के बगैर उतरेगी। इस महीने की शुरुआत में सीएसके के दो प्लेयर दीपक चाहर और रितुराज गायकवाड़ समेत 13 लोग कोरोना पॉजिटिव आए थे। रितुराज को छोड़कर सभी ठीक हो चुके हैं। इस मामले के बाद रैना टूर्नामेंट छोड़कर देश लौट गए, जबकि हरभजन यूएई आए ही नहीं और नाम वापस ले लिया।

रैना ने अब तक 193 मैच में 5368 रन बनाए हैं। वे विराट कोहली (5412) के बाद दूसरे टॉप स्कोरर हैं। वहीं, हरभजन सिंह टीम के टॉप विकेट टेकर हैं। उन्होंने अब तक 160 मैच में 150 विकेट लिए हैं।

मुंबई इंडियंस में मलिंगा की कमी बुमराह पूरी करते नजर आएंगे
श्रीलंकाई तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने 122 मैच में सबसे ज्यादा 170 विकेट लेकर टॉप पर काबिज हैं। हालांकि, वे कोरोना के कारण पहले ही टूर्नामेंट से हट चुके हैं। ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा को जसप्रीत बुमराह से पूरी उम्मीद है कि वे मलिंगा की कमी को पूरा करेंगे। बुमराह ने 77 मैच में 82 विकेट लिए हैं।

इस मैच में धोनी-रोहित सबसे मंहगे खिलाड़ी रहेंगे
इस मुकाबले में दोनों टीम की ओर से धोनी और रोहित ही सबसे मंहगे खिलाड़ी रहेंगे। दोनों को अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी 15-15 करोड़ रुपए देंगी। इनके बाद चेन्नई के सुरेश रैना और मुंबई के हार्दिक पंड्या हैं। इनकी कीमत 11-11 करोड़ रुपए हैं। हालांकि, रैना पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं।



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