शनिवार, 11 जुलाई 2020

झुग्गियों की बजाय पॉश इलाकों में पैर पसार रहा कोरोना: बोरीवली में 16 दिन और धारावी में 76 दिन में दोगुना हो रहे कोरोना के केस

मुंबई में 23 जून को कोरोना के 824 नए मामले आए थे। यह संख्या 40 दिन में सबसे कम रही। यहां कोरोना फैलने का एक नया ट्रेंड सामने आया है। अब कोरोना का कहर झुग्गी बस्तियों में कम हो रहा है, लेकिनपॉश इलाकों और हाउसिंग सोसाइटियों में पैर पसार रहा है।

संक्रमण फैलने की सबसे ज्यादा स्पीड बोरीवली के पॉश इलाकों में देखने को मिली। यहांं हर 16 दिन में मामले दोगुना होरहे हैं, जबकि कभी सबसे ज्यादा प्रभावित रहे धारावी में अब 76 दिनों में मामले दोगुनाहो रहे हैं। कोरोना टॉस्क फोर्स के प्रमुख डॉ. संजय ओक खुद कोरोना संक्रमित हो चुकेहैं। वे बताते हैं कि मुंबई में अब 13 दिन की जगह 37 दिन में मामले दोगुनाहो रहे हैं। हालांकि, पहले 7 दिनों में 5% की दर से पॉजिटिव केस बढ़ रहे थे। अब यह कम होकर 1.88% हो गया है। हालांकि, संजय मानते हैं कि अभी आईसीयू की मांग बढ़ रही है।

कोरोना से लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशासन पहल कर रहा है। मास्क पहनी हुई यह मूर्ति उसी पहल का हिस्सा है, जिसे बच्चा ध्यान से देख रहा है।

मुंबई मेंआईसीयू और वेंटिलेटर्स करीब-करीबफुल
मुंबई में 1219 आईसीयू हैं, जिसमें से सिर्फ 72 खाली हैं। वहीं वेंटिलेटर 701 है, जिसमें से सिर्फ 23 खाली हैं। मुंबई में अब तक 46 पुलिसकर्मी और नगर निगम के 70 कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो चुकी है। बीएमसी ने कंटेंनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर 770 कर दी है। 5932 से अधिक रिहायशी इमारतें और चॉल सील की गई हैं।

कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रशासन ने बोरीवली, कांदीवली, मलाड और दहीसर इलाकों में लॉकडाउन लगाने का प्रस्ताव दिया है। इन इलाकों की आबादी लगभग 23 लाख है। बोरीवली रेड जोन में है। इसके पास कादहिसर ऑरेंज जाेन में है। श्री विश्वकर्मा चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से इन इलाकों में राहत सामग्री बांट रहे समाज सेवक रामा विश्वकर्मा कहते हैं कि बोरीवली में 7 दिन में 454 और दहिसर में 289 कोरोना संक्रमित मरीज बढ़े हैं। बोरीवली में 16 और दहिसर में 21 दिन में मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है।

बाेरीवली के राकांपा नेता मनीष दुबे कहते हैं कि लोगों की लापरवाही की वजह से यह इलाका रेड जोन में आ गया है।लॉकडाउन खुलते ही लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए। वहीं भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया आरोप लगाते हैं कि कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच नहीं की जा रही है। मरीजों को बेड के लिए इधर-उधरभटकना पड़ रहा है। रोजाना 5-10 लोगों की मौत घरों में हो रही है क्योंकि उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ही नहीं मिल रहे हैं।

मुंबई में 1219 आईसीयू हैं, जिसमें से सिर्फ 72 खाली हैं। वहीं वेंटिलेटर 701 है, जिसमें से सिर्फ 23 खाली हैं।

पूर्वी उपनगर में युवा ब्रिगेड एसोसिएशन के सलाहकार डॉ. बाबूलाल सिंह बताते हैं कि मुलुंड के इंद्रानगर और रामगढ़ जैसे स्लम इलाकों में 95% संक्रमित ठीक होकर घर आ गए हैं। मगर संक्रमण अब मुलुंड के पॉश इलाकों की बिल्डिंग में फैल रहा है। वजह शायद यह गलतफहमी है किकोरोना सिर्फ स्लम में रहने वालों को होगा। लोग चोरी-छिपे सोसायटी के ग्राउंड फ्लोर पर इकट्‌ठा होते रहे और मौका मिलने पर इधर-उधर घूमने निकलने लगे।

नतीजा यह हुआकि मुलुंड में जहां अप्रैल में सिर्फ 13 संक्रमित थे वहीं 13 जून कोसंख्या 1,454 तक जा पहुंची और अब 1870 केस हो गए हैं। यानी पिछले सात दिन में ही 416 नए संक्रमित मिले हैं। दूसरी तरफ मलाड में हालात कुछ सुधरे हैं। भाजपा नेता योगेश वर्मा बताते हैं कि मलाड कुछ दिन पहले तक रेड जोन में था। अभी-अभी ऑरेंज जोन में आया है। यहां की घनी आबादी वाले झुग्गी-झोपड़ी इलाकों में कुरार गांव, अप्पा पाड़ा, संतोषनगर, तानाजी नगर और सोमवारी बाजार में लॉकडाउन का सख्ती से पालन न होने की वजह सेमरीजों की संख्या बढ़कर 3720 हो गई है, जबकि अप्रैल में यहां सिर्फ 59 संक्रमित थे।

मुंबई में मिशन जीरो, घर-घर स्क्रीनिंग
मुंबई नगर पालिका के आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने कर्मचारियों को ‘मिशन जीरो’ लक्ष्य दिया है। इसके तहत घर-घर स्क्रीनिंग की जाएगी। इस मिशन के तहत डॉक्टर, नर्स और दवाइयों के साथ 50 मोबाइल डिस्पेंसरी वैन मुलुंड, भांडुप, अंधेरी, मलाड, बोरीवली, दहिसर और कांदिवली में जाकर लोगों की जांच करेंगे। चहल ने भास्कर को बताया कि पिछले सप्ताह मुंबई जिले में कोरोनाकी ग्रोथ रेट 1.88% रही है। जबकि रिकवरी रेट 50% है। यही वजह है कि अब ‘मिशन जीरो’ के तहत मुंबई को कोरोना मुक्त करने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है।हालांकि वे बताते हैं कि मानसून की वजह से चुनौतियां बढ़ गई हैं।

मुंबई में अभी लोकल ट्रेनें 340 फेरे लगा रही हैं। इनसे रोजाना करीब 1 लाख 20 हजार लोग यात्रा कर रहे हैं।

लाइफलाइन के पहिए थमे, लेकिन 2786 बसें दौड़ रहीं
कोरोना ने मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों पर भी असर डाला है। मध्य रेलवे में कोरोना महामारी से पहले लोकल ट्रेनें तकरीबन 1774 फेरे लगाती थीं, जिनसे रोजाना 43 लाख यात्री सफर करते थे। लेकिन फिलहाल ये लोकल ट्रेनें सिर्फ 200 फेरे लगा रही हैं, जिनमें लगभग 70-80 हजार लोग सफर कर रहे हैं।

इसी तरह पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों के 1300 फेरे लगते थे, जिससे करीब 35 लाख लोग सफर करते थे। लेकिन इन दिनों 140 फेरे ही लगा रही हैं। इनमें 40-45 हजार लोग रोजाना सफर कर रहे हैं।

पहले जहां 1200 यात्री क्षमता वाले एक डिब्बे में 2000 लोग सफर करते थे, वहीं अब सोशलडिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सिर्फ 700 को ही सफर की इजाजत दी जा रही है। हालांकि, लोकल बसों पर अब कम असर देखने मिल रहाहै। मुंबई मनपा के बेडे में यूं तो साढ़े तीन हजार से अधिक बसें हैं। इनमें से 2786 बसें चल रही हैं। इनमें रोजाना लगभग ढ़ाई लाख लोग सफर कर रहे हैं। 9 जून से अब तक बेस्ट की बसों से कुल 7.78 लाख लोगों ने सफर किया हैजबकि मेट्रो अभी शुरू नहीं की गई है।

मुंबई की लोकल ट्रेनों में यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए यात्रा कर रहे हैं।

दुकानें, मॉल और सिनेमा हॉलको रोजाना 500 करोड़ का नुकसान
फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के विरेन शाह के मुताबिक, लॉकडाउन से अब तक मुंबई की दुकानें, मॉल और सिनेमा हॉलके बंद होने से रोजाना 500 करोड़ रुपए से ज्यादाका नुकसान होने का अनुमान है। जहां तक दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खुलने का मामला हैतो शाह के मुताबिक, मुंबई की कुल साढ़े तीन लाख दुकानों में से महज 30% ही रोजाना खुल रही हैं। इन प्रतिष्ठानों में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्त पालन हो रहा है।

मुंबई के झवेरी बाजार में कुल तीन हजार के करीब ज्वेलरी की दुकानें हैं, इनमें से इन दिनों एक हजार दुकानें ही खुल रही हैं। सरकारी ऑफिसों की बात करें, 25 से 50%कर्मचारी काम कर रहे हैं, जबकि प्राइवेट दफ्तरों में यह संख्या 10-15% है।

मुंबई की कुल साढ़े तीन लाख दुकानों में से महज 30% ही रोजाना खुल रही हैं।

मायानगरी में बड़ी फिल्मों की शूटिंग नहीं
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) और सिने एंड टेलीविजन आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सिंटा)के मुताबिक मायानगरी में इन दिनों बड़ी फिल्मों की शूटिंग नहीं हो रही। लॉकडाउन के दौरान एसोसिएशन ने 50 लाख काबीमा कवर, 8 घंटे की शिफ्ट और कर्मचारियों का भुगतान शूटिंग खत्म होते ही उसी दिन करने जैसी मांगें रखी थीं, जो अब तक पूरी नहीं हुई है। इसलिए दोनों एसोसिएशन मांगें पूरी होने तक शूटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे।

12 लाख प्रवासी घर गए, अब 15 हजार रोजाना लौट रहे हैं
महाराष्ट्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिककोरोना और लॉकडाउन की वजह से मुंबई से करीब 12 लाख से अधिक लोगों ने पलायन किया था। इन दिनों मुंबई में रोजाना करीब 11 से 15 हजार प्रवासी मजदूरों की वापसी हो रही है। इसमें राज्य के अलग-अलग जिलों के मजदूरों के अलावा यूपी-बिहार के लोग भी शामिल हैं।

केंद्र सरकार का अनुमान था कि मुंबई में मई के आखिरी सप्ताह में 75 हजार तक कोरोना के केस होंगे लेकिन मई में यह आंकड़ा 39 हजार 500 रहा और 22 जून को 67 हजार पार कर गया है। यानी मामले उतनी तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं। इसलिए अब मुंबई के अस्पतालों में पहले की तरह भीड़ नहीं दिख रही है।

इन दिनों मुंबई में रोजाना करीब 11 से 15 हजार प्रवासी मजदूरों की वापसी हो रही है।

मुंबई का मनपा अस्पताल जबरन कोरोना मरीजों को प्राइवेट अस्पताल भेज रहाहै। क्योंकि, प्राइवेट अस्पतालों में एक हजार नए बेड उपलब्ध होने की बात उन्हें दिखानी है। इन प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती होने वाले सामान्य मरीजों से मनमाना बिल वसूला जा रहा है। इसके पीछे वजह है यह है किप्राइवेट अस्पतालों में सिर्फ बेड चार्ज ही सरकार ने तय किया है। बड़े अस्पताल मनमाने ढंग से दूसरे चार्ज लगाकर औसतन एक मरीज का बिल 5 लाख रुपए तक रहे हैं। यहां 26 अस्पतालों के खिलाफ 134 शिकायतें आई हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Coronavirus and lockdown Ground report from mumbai,maharashtra


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fT9NDp
https://ift.tt/3fk7lWG

कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीत चुके विकास समेत 3 बॉक्सर ने क्वारैंटाइन नियम तोड़ा, दो खिलाड़ी ओलिंपिक क्वालिफाई कर चुके

कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके विकास कृष्ण यादव समेत समेत नीरज गोयत और सतीश कुमार पर कोरोना नियम तोड़ने का आरोप लगा है। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने क्वारैंटाइन नियम तोड़ने को लेकर इन एथलीट्स के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

सतीश ने एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता है, जबकि नीरज प्रोफेशनल बॉक्सर हैं। तीनों पर आरोप है कि उन्होंने पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एनआईएस) में सोशल डिस्टेंसिंग नियम तोड़ते हुए साथी खिलाड़ियों से घुल मिलकर बात की।

सतीश और विकास ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके
साई ने कहा, ‘‘मामले की जांच शुरू कर दी है। दोषी अधिकारी और खिलाड़ियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’ विकास 69 किग्रा और सतीश 91 किग्रा कैटेगरी में पहले ही टोक्यो ओलिंपिक के लिए कोटा हासिल कर चुके हैं। कोरोना के बीच ओलिंपिक की तैयारियों को लेकर बॉक्सिंग कैंप 1-2 हफ्ते पहले ही शुरू हुआ है। इसमें ओलिंपिक क्वालिफाई कर चुके 7 दूसरे बॉक्सरों को भी क्वारैंटाइन में रखा गया है।

7 दिन रहना होता है क्वारैंटाइन
साई ने कहा, ‘‘कोरोना जांच के बाद ही खिलाड़ियों को कैंपस के होस्टल में एंट्री की अनुमति होती है। इसके बाद हमारी नई गाइडलाइंस के तहत खिलाड़ियों को होस्टल में ही 7 दिन क्वारैंटाइन में रहना होता है। छठे दिन कोरोना टेस्ट होता है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही खिलाड़ियों को साथियों के साथ मिलने की अनुमति होती है।’’

तीनों खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट निगेटिव
गोयत ने कहा, ‘‘मैं और विकास होस्टल के मैस में नहीं गए थे। हमारा कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद हमने एनआईएस एक्जक्यूटिव डायरेक्टर राज सिंह बिश्नोई की परमिशन के बाद ही कैंपस में गए थे। सिर्फ सतीश एक बार मैस में गया था, क्योंकि उसे इसके बारे में पता नहीं था। इसके बाद कुछ वेटलिफ्टर और एथलीट्स साथियों ने इसकी शिकायत की। सतीश की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।’’



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
भारतीय बॉक्सर सतीश कुमार और विकाश कृष्ण का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। दोनों पर सोशल डिस्टेंसिंग नियम तोड़ने का आरोप है। -फाइल फोटो


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3iS7Zgg
https://ift.tt/2DxoKgD

चेस द वायरस और ट्रिपल टी एक्शन प्लान से धारावी में कोरोना पर काबू पाने में कामयाबी मिली

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी डब्ल्यूएचओ के चीफ टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस ने कोरोनावायरस कंट्रोल को लेकर मुंबई के धारावी की मिसाल दी। उनके मुताबिक, धारावी में स्थिति काफी खराब थी, लेकिन तेजी से कार्यवाही करने से कंट्रोल हो गई। गेब्रेयेसस के मुताबिक, कम्युनिटी एंगेजमेंट, टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेटिंग और सभी बीमारों के इलाज पर फोकस कर कोरोना की चेन को तोड़ना और संक्रमण को खत्म करना संभव है। यहां जानते हैं कि मुंबई के धारावी में आखिर किन तरीकों का इस्तेमाल करके संक्रमण पर काबू पाया गया।

ट्रिपल टी प्लान रहा सबसे कारगर
6 लाख से ज्यादा आबादी वाली एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी में कोरोना से लड़ने के लिए बीएमसी की ओर से ट्रिपल टी यानी ट्रेस-टेस्ट-ट्रीटमेंट के फॉर्मूले का इस्तेमाल किया गया। इसका इस्तेमाल कर दक्षिण कोरिया लगभग पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है।

चेस द वायरस: एक्शन प्लान
धारावी मुंबई के जी-नॉर्थ वॉर्ड में आता है। यहां के असिस्टेंट कमिश्नर किरण दिघावकर के मुताबिक, धारावी के लिए चेस द वायरस नाम से एक एक्शन प्लान बनाया गया था। इसमें घने इलाकों की स्क्रीनिंग, फीवर क्लिनिक की स्थापना, सर्वे और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शामिल है।

ट्रेस कर लोगों को क्वारैंटाइन किया गया
बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने हर झुग्गी में जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की। लक्षण वाले लोगों को आइसोलेट करना और टेस्ट करना शुरू किया। यहां के स्कूल, कॉलेज को क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया। यहां लगातार डॉक्टर, नर्स और 3 टाइम का खाना दिया गया। अब तक तकरीबन 12 हजार लोगों को इंस्टिट्यूशनल क्वारैंटाइन किया गया है। कुल 12 क्वारैंटाइन सेंटर बनाए गए थे, उनमें से 3 मरीज कम होने के बाद बंद हो गए हैं।

तकरीबन ढाई हजार लोगों की टीम यहां तैनात थी
धारावी के लिए बीएमसी 2450 लोगों की एक टीम तैनात की थी। जो लोगों को ट्रेस करने, टेस्ट करने और ट्रीटमेंट करने का काम कर रही थी। इसमें इसमें डॉक्टर, नर्स के साथ-साथ सैनिटाइजेशनवाले और सफाईकर्मी भी शामिल थे। इसके साथ 1250 लोगों की कॉन्ट्रेक्ट मेडिकल टीम भी यहां जुटी हुई थी। ये ज्यादातर लोगों की स्क्रीनिंग का काम करते थे।

टॉयलेट पर फोकस
संक्रमण बढ़ने का सबसे बड़ा करण यहां के सार्वजनिक शौचालय को माना गया। जिसे तकरीबन 80% लोग इस्तेमाल करते हैं। यहां तकरीबन 450 परमानेंट टॉयलेट्स हैं। बीएमसीकर्मियों ने इन्हें दिन में 5 से 6 बार सैनिटाइज करना शुरू किया। हर टॉयलेट के बाहर हैंडवाश रखा जाता था। प्राइवेट कंपनियों की सहायता से यहां फ्री में हाथ धोने का साबुन बांटा गया।

पहले दिन में आते थे 100 से ज्यादा केस, अब सिर्फ 2 केस
एक अप्रैल को धारावी में पहला मामला सामने आया था। इसके बाद हर हफ्ते करीब 100 केस सामने आए। अब यह संख्या बिल्कुल निचले स्तर पर आकर 2 हो गई है।

धारावी में कोरोना संक्रमण से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...

1.डब्ल्यूएचओ चीफ ने मुंबई के धारावी का उदाहरण देकर कहा- तेजी से कार्यवाही कर संक्रमण को नियंत्रित करना संभव है
2.झुग्गियों की बजाय पॉश इलाकों में पैर पसार रहा कोरोना: बोरीवली में 16 दिन और धारावी में 76 दिन में दोगुना हो रहे कोरोना के केस



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में पहला मामला एक अप्रैल को आया था। इसके बाद के हफ्तों में हर दिन करीब 100 मरीज मिले। अब यह संख्या 2 हो गई है। यहां लगातार सैनिटाइजेशन किया गया। (फाइल)


from Dainik Bhaskar /national/news/coronavirus-in-mumbai-dharavi-sluma-area-cases-latest-news-updates-on-asia-biggest-slum-dharavi-127501307.html
https://ift.tt/38IvfJ0

त्वचा के इलाज में इस्तेमाल होने वाली इटोलीजुमैब को कोविड के लिए सशर्त अनुमति मिली, सांस की ज्यादा तकलीफ होने पर दी जा सकेगी

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने कोरोनावायरस के इलाज के लिए त्वचा से संबंधित बीमारी (सोरायसिस) के इटोलीजुमैब इंजेक्शन के सशर्त इस्तेमाल को मंजूरी दी है। इसका इस्तेमाल उन पेशेंट्स पर किया जा सकेगा जो संक्रमित होने के बाद मेडिकल टर्म एआरडीएस से पीड़ित हैं। इस स्थितिमें सांस संबंधी दिक्कतें भी होती हैं।

क्या फायदा होगा
ड्रग रेग्युलेटर डॉक्टर वीजी सोमानी ने शुक्रवार को इस इंजेक्शन के इस्तेमाल को हरी झंडी दे दी। यानी अब इसका इस्तेमाल कोविड-19 के पेशेंट्स के इलाज में किया जा सकेगा। एआरडीएस के मरीजों को लंग्स में दिक्कत होती है। इसकी वजह से सांस लेना मुश्किल हो जाता है और कई बार बहुत तेज जलन भी होती है। इटोलीजुमैब इंजेक्शन बायोकॉन लिमिटिड द्वारा तैयार किया गया है। इसका इस्तेमाल प्लेग या सोरायसिस के इलाज में किया जाता है। पिछले साल ही इसे अप्रूवल मिला था।

भारत में कारगर साबित होगा
डीसीजीई के एक अफसर ने न्यूज एजेंसी से कहा- भारत में कोविड-19 के मरीजों पर इस इंजेक्शन का परीक्षण किया गया था। इसके नतीजे काफी अच्छे मिले। हमारी टीम में पल्मोनॉलिजिस्ट, फॉर्मालॉजिस्ट और एम्स के मेडिसिन एक्सपर्ट शामिल थे। हालांकि, डॉक्टरों को इसका इस्तेमाल करने के पहले मरीज को इसकी जानकारी देनी होगी। इसके लिए उसकी मंजूरी भी लेनी होगी।

कोरोना से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...
1. डब्ल्यूएचओ चीफ ने मुंबई के धारावी का उदाहरण देकर कहा- तेजी से कार्यवाही कर संक्रमण को नियंत्रित करना संभव है

2. ड्रॉपलेट्स से एयरोसोल ज्यादा खतरनाक: कोरोना पॉजिटिव मरीज इतने एयरोसोल छोड़ सकता है कि वह भीड़ में कई लोगों को बीमार कर दे



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीई) ने कोरोनावायरस के इलाज के लिए इटोलीजुमैब इंजेक्शन को मंजूरी दे दी है। इसका इस्तेमाल उन पेशेंट्स के इलाज में किया जाएगा जिन्हें सांस संबंधी दिक्कत है। (प्रतीकात्मक)


from Dainik Bhaskar /national/news/dcgi-approved-psoriasis-injection-itolizumab-for-limited-use-in-treating-covid-19-patients-127501295.html
https://ift.tt/3iRwr1q

डब्ल्यूएचओ चीफ ने मुंबई के धारावी का उदाहरण देकर कहा- तेजी से कार्यवाही कर संक्रमण को नियंत्रित करना संभव है

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के चीफ टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस का कहना है कि कोरोनावायरस को कंट्रोल करना अब भी संभव है। उन्होंने इटली, स्पेन, दक्षिण कोरिया और मुंबई के धारावी का उदाहरण देते हुए कहा कि इन जगहों पर स्थिति काफी खराब थी, लेकिन तेजी से कार्यवाहीकरने से कंट्रोल हो गई।

'जहां पाबंदियां हट रहीं वहां संक्रमण बढ़ रहा'
डब्ल्यूएचओ चीफ का कहना है कि कम्युनिटी एंगेजमेंट, टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेटिंग और सभी बीमारों के इलाज पर फोकस कर कोरोना की चेन को तोड़ना और संक्रमण को खत्म करना संभव है। हर देश की कुछ लिमिट हैं। जहां पाबंदियां हट रही हैं, वहां संक्रमण के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में सभी लोग एकजुटता और तेजी दिखाएं तो फायदा हो सकता है।

'भीड़ वाले इलाकों में संक्रमण रोककरदूसरे लॉकडाउन से बच सकते हैं'
दूसरी तरफ डब्ल्यूएचओ के इमरजेंसी प्रोग्राम के हेड डॉ. माइक रेयान का कहना है कि मौजूदा हालात में कोरोनावायरस को पूरी तरह खत्म करना मुश्किल लग रहा है। हालांकि, भीड़ वाले इलाकों में संक्रमण को रोककर कोरोना की दूसरी लहर के सबसे खराब दौर और फिर से लॉकडाउन जैसी स्थिति से बचा जा सकता है।

दुनिया के 196 देशों में दिसंबर 2019 से अब तक कोरोना के 1.26 करोड़ केस आ चुके। अब तक 5.59 लाख लोगों की मौत हो चुकी। भारत में 8.21 लाख केस आए और 22 हजार लोगों की मौत हो गई।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
शुक्रवार का यह फोटो दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल का है। मेडिकल स्टाफ कोरोना संदिग्ध मरीज को ले जाते हुए।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2ZSNmYE
https://ift.tt/3ekqA0Q

कश्मीर के नौगाम सेक्टर में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकी मार गिराए, एके-47 और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद

कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकी मार गिराए। ये एलओसी से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। जवानों ने इनके पास से दो एके-47 और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया है। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि जवानों ने शनिवार तड़के नौगाम सेक्टर में संदिग्ध मूवमेंट देखा। इसके बाद कार्रवाई की।

सुरक्षाबलों ने इस महीने में अब तक 6 आतंकी मार गिराए हैं। इससे पहले पुलवामा जिले के गोसू इलाके में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया था। वहीं, एक जवान भी शहीद हो गया था। 4 जुलाई को कुलगाम के अर्राह इलाके में हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी मारे गए थे। 2 जुलाई को श्रीनगर के मालबाग में सुरक्षाबलों ने आईएस के 1 आतंकी को ढेर किया था।

पिछले महीने 18 एनकाउंटर में 51 आतंकी मारे गए

  • जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से आतंकी घुसपैठ के अलर्ट के बाद सुरक्षाबलों ने मई से सर्च ऑपरेशन छेड़ रखा है। पिछले महीने 18 एनकाउंटर में 51 आतंकी मारे गए।
  • कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने पिछले दिनों कहा था कि श्रीनगर में आतंकियों का आना-जाना जारी है। वे इलाज करवाने, फंड जुटाने और मीटिंग करने के लिए श्रीनगर आते हैं, लेकिन हम कोशिश करेंगे कि वे यहां बेस नहीं बना पाएं। आतंकियों के आने की खबर मिलने पर एनकाउंटर होते रहेंगे।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
army elimination of two terrorists Two AK-47 and warlike stores recovered at North Kashmir in Kupwara


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/38LMb16
https://ift.tt/2AMFuiM

दुनिया के सबसे बेहतरीन स्टील्थ फाइटर जेट्स बनाएगा जापान, अमेरिका उसे एफ-35 लड़ाकू विमान देगा

जापान दुनिया के सबसे बेहतरीन स्टील्थ फाइटर जेट्स बनाने जा रहा है। यह स्टील्थ फाइटर जेट्स दो इंजन वाले होंगे और अगले कुछ साल में तैयार हो जाएंगे। डिफेंस मिनिस्ट्री ने इस प्रोजेक्ट की जानकारी संसद को दे दी है। माना जा रहा है कि चीन की तरफ से सेनकाकू आईलैंड और दूसरे विवादों में जापान को सैन्य टकराव की आशंका है। लिहाजा, वह अपनी तरफ से तैयारियां पुख्ता करने जा रहा है।

इस बीच, अमेरिका और जापान के बीच एफ-35 फाइटर जेट्स की डील भी हो गई है। अमेरिका के इन फाइटर जेट्स को अपनी कैटेगरी में बेहद खतरनाक माना जाता है।

सिक्सथ जेनरेशन स्टील्थ फाइटर जेट्स
जापान के पास फिलहालअमेरिका में बने 100 एफ-2 फाइटर जेट्स हैं। वह अब अपनी एयरफोर्स को नए सिरे से तैयार कर रहा है। उसका पूरा फोकस चीन से निपटने पर है। जापान के पास टेक्नोलॉजी भी है और दूसरे रिर्सोसेस भी। लिहाजा, उसने स्टील्थ फाइटर प्रोजेक्ट को तेजी से बढ़ाना शुरू कर दिया है। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2031 तक जापान स्टील्थ फाइटर जेट्स की पूरी फ्लीट तैयार कर लेगा और सहयोगी देशों को इन्हें बेच भी सकेगा।

अमेरिका की बराबरी पर आएगा
स्टील्थ फाइटर जेट्स के मामले में अमेरिका इस वक्त दुनिया में सबसे आगे है। ऑस्ट्रेलिया पहले ही इस पर काम शुरू कर चुका है। अब जापान भी इसी नक्शेकदम पर चल पड़ा है। उसने शुरुआती बजट 6100 लाख डॉलर रखा है। इसके अलावा वो मिलिट्री ड्रोन प्रोजेक्ट भी आगे बढ़ाएगा।

स्टील्थ में ये खूबियां हो सकती हैं
सीएनएन के मुताबिक, जापान के स्टील्थ फाइटर जेट्स में मिसाइल इस तरह से फिट होंगी जो एक साथ दुश्मन के कई एयरक्राफ्ट्स को निशाना बना सकें। इसे इंटीग्रेटेड फायर कंट्रोल नेटवर्क शूटिंग कहते हैं। अमेरिका के एफ-22 स्टील्थ फाइटर जेट्स से बेहतर हथियार रखने की कैपेसिटी होगी। यह बेहद तेजी से पलट सकेंगे और उसी रफ्तार से निशाना भी लगा सकेंगे। डिफेंस मिनिस्टर तारो कोनो ने पिछले महीने साफ कहा था कि अब चीन से मुकाबले के लिए जापान को कमर कस लेनी चाहिए।

एफ-35 भी खरीदेगा
जापान ने चीन से मुकाबले की तैयारी भी शुरू कर दी है। उसने काफी महंगे लेकिन, बेहद खतरनाक अमेरिकी एफ-35 फाइटर जेट्स को खरीदने की प्रॉसेस पूरी कर ली है। जापान सरकार ने 100 एफ-35 खरीदने की डील कर ली है। अगले महीने पहला फाइटर जेट मिल सकता है। इनके अलावा जापान अमेरिका से ही 42 एफ-35बी जेट्स भी खरीदेगा। यह वर्टिकल लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला फाइटर एयरक्राफ्ट है। जापान की नेवी के लिए इसकी काफी अहमियत है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
यह फोटो जापान की डिफेंस मिनिस्ट्री के हवाले से सीएनएन ने जारी की है। जापान स्टील्थ फाइटर जेट्स बनाने जा रहा है। उसका डिजाइन कुछ इसी तरह का होगा।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2OavuTI
https://ift.tt/30dbLsf

पाकिस्तान ने संक्रमण के मामले में इटली को पीछे छोड़ा, बोलिविया सीनेट की अध्यक्ष संक्रमित; दुनिया में 1.26 करोड़ केस

दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक 1 करोड़ 25 लाख 4 हजार 363 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 72 लाख 92 हजार 131 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, 5 लाख 59 हजार 585 की मौत हो चुकी है।कोरोना संक्रमितों के मामले में पाकिस्तान ने इटली को पीछे छोड़ दिया हैं। 2 लाख 43 हजार 599 पॉजिटिव केस के साथ यह दुनिया में 11 वें पायदान पर पहुंच गया है। शुक्रवार को 2 हजार 751 नए मामले सामने आए।अब तक यहां 5058 लोगों की जान गई हैं।

बोलिविया में सीनेट की अध्यक्ष मोनिका एवा कोपा कोरोनासंक्रमित पाई गई हैं। उन्होंने ट्वीट किया , ‘‘मेरा कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है। महामारी प्रोटोकॉल का पालन कर रही हूं और कुछ समय तकआइसोलेट रहूंगी। मेरी हालत स्थिर है और अपना काम करती रहूंगी।’’बोलिविया की अंतरिम राष्ट्रपति जीनिन एनेज शावेज, स्वास्थ्य मंत्री, सेंट्रल बैंक के प्रमुख और राष्ट्रपति प्रशासन के प्रमुख भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं और इनका इलाज जारी है।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 32,50,704 1,36,158 1,437,774
ब्राजील 17,68,970 69,406 1,185,596
भारत 8,21,458 22,143 5,16,192
रूस 7,13,936 11,017 489,068
पेरू

31,6,448

11,314 2,07,802
स्पेन 3,00,988 28,403 उपलब्ध नहीं
चिली 3,09,274 6,781 2,78,053
ब्रिटेन 2,88,133 44,650 उपलब्ध नहीं
मैक्सिको 2,82,283 33,526 1,72,230
ईरान 2,52,720 12,447 2,15,015

ब्रिटेन: 75 देशों के लोगों के देश में आने की इजाजत
ब्रिटेन ने शुक्रवार को 75 देशों से लोगों के आने की इजाजत दे दी है। ब्रिटेन के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने इन देशों की लिस्ट जारी की है।इसमें अमेरिका शामिल नहीं है। यात्रा नियमों में जिन देशों को राहत दी गई है वहां से आने वाले लोगों को अब 14 दिन तक क्वारैंटाइन में रहने की जरूरत नहीं होगी। ब्रिटेन में पिछले 24 घंटे में 48 मौतें हुई हैं। इसके साथ ही मौतों की संख्या 44 हजार 650 हो गई है। देश ने लॉकडाउन की पाबंदियों में पिछले महीने राहत दी थी।

ब्रिटेन के गैटविक एयरपोर्ट पर चेक इन करने से पहले एक यात्री की जांच करती कर्मचारी। ब्रिटेन ने 10 जुलाई से हवाई यात्रा पर लगाई गई पाबंदियों में राहत दी है।

फ्रांस: बेरोजगार हुए लोगों के लिए योजना में धोखाधड़ी

फ्रांस में महामारी से बेरोजगार हुए लोगों के लिए शुरू योजना में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां सरकार ने यह योजना रेस्तरां, स्कूल और बिजनेस सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए शुरू की है। इसके तहत बेरोजगार कर्मचारियों को सब्सिडी दी जाती है। पेरिस के प्रॉसक्यूटर ऑफिस ने शुक्रवार को बताया कि कुछ अपराधियों ने इसका गलत इस्तेमाल किया। योजना के तहत दो मिलियन यूरो (करीब 17 करोड़) रुपए निकाले गए, जो बेरोजगार लोगों तक नहीं पहुंचे। अब इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुक्रवार को मास्क लगाकर जाती महिलाएं। पिछले 24 घंटो में 25 मौतों के साथ यहां पर मौतों का आंकड़ा 30 हजार के पार पहुंच गया है।

चीन: विदेश मंत्रालय ने कहा- हम संक्रमण रोकने में डब्ल्यूएचओ के साथ

चीन ने डब्ल्यूएचओ से अपने संबंधों को लेकर अमेरिका की टिप्पणी को बेबुनियाद बताया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान नेकहा चीन संक्रमण रोकने के लिए डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर काम कर रहा है। एक बड़ा और जिम्मेदार देश होने के नाते दुनिया हम ऐसा कर रहे हैं। अमेरिका पहले ही डब्ल्यूएचओ से अलग हो चुका है। ऐसे में इसे चीन और डब्ल्यूएचओ के संबंधों पर टिप्पणी करने का हक नहीं है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शुक्रवार को एक कच्ची बस्ती का दौरा करते स्वास्थ्यकर्मी। पाकिस्तान के सिंध राज्य में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3ehVtmS
https://ift.tt/38KtOtv

कश्मीर के नौगाम सेक्टर में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकी मार गिराए, एके-47 और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद

कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकी मार गिराए। ये एलओसी से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। जवानों ने इनके पास से दो एके-47 और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया है। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि जवानों ने शनिवार तड़के नौगाम सेक्टर में संदिग्ध मूवमेंट देखा। इसके बाद कार्रवाई की।

सुरक्षाबलों ने इस महीने में अब तक 6 आतंकी मार गिराए हैं। इससे पहले पुलवामा जिले के गोसू इलाके में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया था। वहीं, एक जवान भी शहीद हो गया था। 4 जुलाई को कुलगाम के अर्राह इलाके में हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी मारे गए थे। 2 जुलाई को श्रीनगर के मालबाग में सुरक्षाबलों ने आईएस के 1 आतंकी को ढेर किया था।

पिछले महीने 18 एनकाउंटर में 51 आतंकी मारे गए

  • जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से आतंकी घुसपैठ के अलर्ट के बाद सुरक्षाबलों ने मई से सर्च ऑपरेशन छेड़ रखा है। पिछले महीने 18 एनकाउंटर में 51 आतंकी मारे गए।
  • कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने पिछले दिनों कहा था कि श्रीनगर में आतंकियों का आना-जाना जारी है। वे इलाज करवाने, फंड जुटाने और मीटिंग करने के लिए श्रीनगर आते हैं, लेकिन हम कोशिश करेंगे कि वे यहां बेस नहीं बना पाएं। आतंकियों के आने की खबर मिलने पर एनकाउंटर होते रहेंगे।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
army elimination of two terrorists Two AK-47 and warlike stores recovered at North Kashmir in Kupwara


from Dainik Bhaskar /national/news/army-elimination-of-two-terrorists-two-ak-47-and-warlike-stores-recovered-at-north-kashmir-in-kupwara-127501275.html
https://ift.tt/3gM2H3T

डब्ल्यूएचओ चीफ ने मुंबई के धारावी का उदाहरण देकर कहा- तेजी से कार्यवाही कर संक्रमण को नियंत्रित करना संभव है

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के चीफ टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस का कहना है कि कोरोनावायरस को कंट्रोल करना अब भी संभव है। उन्होंने इटली, स्पेन, दक्षिण कोरिया और मुंबई के धारावी का उदाहरण देते हुए कहा कि इन जगहों पर स्थिति काफी खराब थी, लेकिन तेजी से कार्यवाहीकरने से कंट्रोल हो गई।

'जहां पाबंदियां हट रहीं वहां संक्रमण बढ़ रहा'
डब्ल्यूएचओ चीफ का कहना है कि कम्युनिटी एंगेजमेंट, टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेटिंग और सभी बीमारों के इलाज पर फोकस कर कोरोना की चेन को तोड़ना और संक्रमण को खत्म करना संभव है। हर देश की कुछ लिमिट हैं। जहां पाबंदियां हट रही हैं, वहां संक्रमण के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में सभी लोग एकजुटता और तेजी दिखाएं तो फायदा हो सकता है।

'भीड़ वाले इलाकों में संक्रमण रोककरदूसरे लॉकडाउन से बच सकते हैं'
दूसरी तरफ डब्ल्यूएचओ के इमरजेंसी प्रोग्राम के हेड डॉ. माइक रेयान का कहना है कि मौजूदा हालात में कोरोनावायरस को पूरी तरह खत्म करना मुश्किल लग रहा है। हालांकि, भीड़ वाले इलाकों में संक्रमण को रोककर कोरोना की दूसरी लहर के सबसे खराब दौर और फिर से लॉकडाउन जैसी स्थिति से बचा जा सकता है।

दुनिया के 196 देशों में दिसंबर 2019 से अब तक कोरोना के 1.26 करोड़ केस आ चुके। अब तक 5.59 लाख लोगों की मौत हो चुकी। भारत में 8.21 लाख केस आए और 22 हजार लोगों की मौत हो गई।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
शुक्रवार का यह फोटो दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल का है। मेडिकल स्टाफ कोरोना संदिग्ध मरीज को ले जाते हुए।


from Dainik Bhaskar /national/news/who-on-coronavirus-covid-19-can-be-controlled-cites-mumbais-dharavi-as-example-127501273.html
https://ift.tt/2OfjWyo

इमरान की पीआईए चीफ को वॉर्निंग- एक हफ्ते में रिस्ट्रक्चरिंग प्लान दें, खर्च घटाएं; हर महीने 6 अरब रुपए का घाटा

अमेरिका, ईयू के अलावा कई देशों के पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) पर बैन लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान एक्टिव हो गए हैं। इमरान ने शुक्रवार को पीआईए चीफ अरशद मलिक को तलब किया। मलिक से इमरान ने कहा कि वे एक हफ्ते में सरकारी एयरलाइंस का रिस्ट्रक्चरिंग प्लान सरकार को सौंपें और फौरन खर्च कम करें।
एविएशन मिनिस्टर गुलाम सरवर खान ने पिछले महीने संसद में खुलासा किया था कि देश के 850 में से 40% पायलटों के पास फर्जी लाइसेंस और डिग्रियां हैं। इसके बाद अमेरिका और ईयू समेत कई देशों ने पाकिस्तानी पायलटों और वहां की एयरलाइन्स पर बैन लगा दिया था।


मुल्क की बेइज्जती
जियो न्यूज के मुताबिक, अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के पायलटों और एयरलाइन्स पर बैन के बाद सरकार काफी परेशान है। यही वजह है कि इमरान ने शुक्रवार दोपहर पीआईए चीफ अरशद मलिक को सीधे तलब किया। इमरान ने मलिक से दो टूक कहा कि वो एक हफ्ते के भीतर पीआईए का रिस्ट्रक्चरिंग प्लान पेश करें। इमरान ने मलिक से कहा कि पीआईए के खर्च भी कम किए जाएं। इसके लिए अलग से प्लान मांगा गया है।

पीएम सफाई सुनने तैयार नहीं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मलिक ने इमरान को सफाई देनी चाही लेकिन, पीएम इसे सुनने तैयार नहीं थे। दरअसल, मलिक प्रधानमंत्री को यह बताना चाहते थे कि यूरोपीय यूनियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (ईएएसए) से वह बैन हटाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। लेकिन, इमरान ने इस पर ध्यान नहीं दिया। बता दें कि ईएएसए के कहने पर यूरोप के 32 देशों ने पीआईए और उसके पायलटों को बैन कर दिया है।

हर महीने 6 अरब रुपए का घाटा
रिपोर्ट के मुताबिक, पीआईए की हालत इतनी खराब हो गई है कि इस नेशनल कैरियर को कभी भी बंद किया जा सकता है। इस सरकारी एयरलाइन कंपनी को हर महीने करीब 6 अरब पाकिस्तानी रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। पैसेंजर्स बढ़ाने के लिए डोमेस्टिक टिकट के रेट कम किए गए। लेकिन, इसका कोई फायदा नहीं हुआ। हर साल सैलरीज पर ही 24 अरब रुपए खर्च होते हैं। एयरलाइन में 14 हजार 500 कर्मचारी हैं।

पाकिस्तान के फर्जी पायलटों से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...
1. अब मलेशिया ने पाकिस्तान के पायलटों पर बैन लगाया, कहा- पाकिस्तान के एविएशन मिनिस्टर ने खुद माना कि उनके 40% पायलट फर्जी हैं
2. पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस के 860 में से 150 पायलट नहीं उड़ा सकेंगे प्लेन, 262 पायलट्स का एग्जाम किसी और ने दिया था
3. पाकिस्तान में फर्जी लाइसेंस वाले 262 पायलट्स के एयरकाफ्ट उड़ाने पर रोक, इनके खिलाफ जांच होगी, दोषी पाए गए तो जेल जाएंगे



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
शुक्रवार दोपहर को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स के सीईओ अरशद मलिका पीएमओ में इमरान खान से बातचीत करते हुए। इमरान ने उनसे एयरलाइन के खर्च घटाने को भी कहा है।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2Oc9ebR
https://ift.tt/3iUcgQ6

एक दिन में रिकॉर्ड 27761 मरीज बढ़े, अब तक 8.22 लाख केस; उत्तरप्रदेश में 13 जुलाई की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लागू

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 8 लाख 22 हजार 603 हो गई है। यह आंकड़े covid19india.org के मुताबिक हैं। शुक्रवार को एक दिन में रिकॉर्ड 27 हजार 761 मरीज बढ़ गए। वहीं, 20 हजार 246 मरीज ठीक भी हुए।

सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 7862 और तमिलनाडु में 3680 केस बढ़े। कर्नाटक में 2223 और देश की राजधानी दिल्ली में 2090 नए मरीज मिले। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश में 1608, उत्तर प्रदेश में 1338, तेलंगाना में 1278 और पश्चिम बंगाल में 1198 मरीज मिले।

उधर, उत्तरप्रदेश में शुक्रवार की रात 10 बजे से 13 जुलाई की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लागू शुरू हो गया। इस दौरान सिर्फ जरूरी सामान की दुकानें खुली रहेंगी। पुणे में भी 13 से 23 जुलाई तक फुल लॉकडाउन होगा।

5 राज्यों का हाल
मध्यप्रदेश:राज्य में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 316 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या 16,657 तक पहुंच गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से चार लोगोंकी मौत की पुष्टि हुई है। जिससे मरने वालों की संख्या 638 हो गयी है।

महाराष्ट्र:पिछले 24 घंटों में यहां कोरोना संक्रमण के 7862 नए मामले आए हैं। 226 लोगों की मौत भी हुई है। एक दिन में इतने कोरोना मामले मिलने का यह नया रिकॉर्ड है। राज्‍य में अब कुल 2,38,461 केस हो चुके हैं। इनमें से 9893 लोगों की मौत भी हो गई है। कोरोना के खौफ के चलते मुंबई के कल्‍याण इलाके में 19 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है।

पुलिस विभाग में पिछले 48 घंटे में 222 मामले सामने आए। वहीं, तीनकी मौत हो गई। इसके साथ अब तक 5935 जवान पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें से 4715 स्वस्थ हो गए हैं। वहीं, 74 की मौत हो गई।

उत्तरप्रदेश: राज्य में शुक्रवार को1,338 नए केस बढ़े। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या अब33,700 हो गई है। इसमें21,787 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि889 लोगों की मौत हो चुकी है।11,024 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।उधर, सरकार ने शुक्रवाररात 10 बजे से 13 जुलाई की सुबह 5 बजे तक राज्य में लॉकडाउन लगा दिया।इस दौरान केवल आवश्यक सेवाएं हीजारी रहेंगी। बाकी, बाजार, ऑफिसऔर अन्य संस्थान बंद रहेंगे।

राजस्थान:शुक्रवार को कोरोना के 611 नए केस सामने आए। इनमेंअलवर में 126, जोधपुर में 114, पाली में 71, बाड़मेर में 49,जयपुर में 46, अजमेर में 36, बीकानेर में 35, भरतपुर में 25, चूरू में 15, हनुमानगढ़ में 13, नागौर में 12, धौलपुर में 9, सीकर में 8,कोटा औरझुंझुनू में 7-7, करौली में 6, सिरोही और जालौर में 5-5, राजसमंद में 4,श्रीगंगानगर में 4, उदयपुर और सवाई माधोपुर में 3-3, डूंगरपुर,बूंदी औरचित्तौड़गढ़ में 2-2, झालावाड़ और टोंक में 1-1 संक्रमित मिले। जिसका बाद कुल संक्रमितों की संख्या 23174 पहुंच गई। वहीं, 6लोगों की मौत हो गई। इनमें बीकानेर में 3,अजमेर, भरतपुरऔर सवाई माधोपुर में 1-1 की मौत हो गई।

बिहार:शुक्रवार को 27 जिलों में 352 नए कोरोना संक्रमित मिले। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14330 हो गयी। यहां अररिया में 4, अरवल में 6, औरंगाबाद में 1, बांका में 6, भागलपुर में 84, बक्सर में 5, दरभंगा में 5, पूर्वी चंपारण में 21, गया में 1, जमुई में 8, जहानाबाद में 1, कैमूर में 1, खगड़िया में 10, लखीसराय में 4, मधेपुरा में 9, मधुबनी में 15, मुजफ्फरपुर में 34, नालंदा में 13, नवादा में 1, पूर्णिया में 2, रोहतास में 7, समस्तीपुर में 6, सारण में 2, शिवहर में 2, सुपौल में 19 और पश्चिमी चंपारण में 12 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Coronavirus | Mumbai Delhi Coronavirus News | Coronavirus Outbreak India Cases LIVE Updates; Maharashtra Pune Madhya Pradesh Indore Rajasthan Uttar Pradesh Haryana Bihar Punjab Novel Corona (COVID-19) Death Toll India Today


from Dainik Bhaskar /national/news/coronavirus-outbreak-india-cases-live-news-and-updates-11-july-127501121.html
https://ift.tt/2BSksjw

पुलिस शूटआउट से विकास एनकाउंटर तक का मामला किसी वेब सीरीज की स्क्रिप्ट से कम नहीं

1. सवाल उठाता एनकाउंटर
आज पहली बात थोड़ी लंबी... पिछले आठ दिन में कानपुर, फरीदाबाद, उज्जैन से लेकर दोबारा कानपुर की दहलीज तक जो कुछ हुआ, वह किसी क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज की स्क्रिप्ट से कम नहीं था। जिस दिन विकास दुबे और उसके गुर्गों ने शूटआउट में आठ पुलिसवालों की हत्या की थी, उसी दिन से यूपी में लोग कहने लगे कि एसटीएफ उसे छोड़ेगी नहीं। एनकाउंटर कर डालेगी। बाद में एक के बाद एक विकास के पांच गुर्गों का एनकाउंटर कर दिया गया। पैटर्न लगभग एक जैसा।

फिर विकास दुबे ने बाजी पलट दी। फरीदाबाद से पता नहीं कैसे चार राज्यों की पुलिस से बचकर उज्जैन पहुंच गया। रात वहीं गुजारी। सुबह उठा। चाय पी। दाढ़ी बनाई और महाकाल के दर्शन करने पहुंच गया। यहां आसानी से पुलिस को अपनी गिरफ्तारी दे दी। साफ हो चुका था कि एनकाउंटर तो अब होने से रहा, चार्टर्ड प्लेन की चर्चा के बीच यूपी एसटीएफ ने उसे सड़क के रास्ते कानपुर ले जाने का फैसला किया।

कानपुर से ठीक पहले 10-11 गाड़ियों में से एक गाड़ी पलटी और वही गाड़ी पलटी, जिसमें विकास बैठा था। हथकड़ी भी शायद नहीं रही होगी, इसलिए तो उसने पिस्तौल भी छीन ली। गाड़ी पलटने के बाद वह शायद रिवर्स में भाग रहा होगा, इसलिए सीने पर तीन-तीन गोलियां लगीं। हां, कुछ पुलिसवाले भी घायल हुए। 10 घंटे बाद जारी यूपी पुलिस के प्रेस नोट में कहा गया कि रास्ते में गाय-भैसों का झुंड सामने आ गया था। ड्राइवर ने अचानक गाड़ी मोड़ दी, जिससे वह पलट गई।

अब कुछ बातें जो हमारे रिपोर्टर्स ने बताईं...
पहली
: विकास ने यह सब क्यों किया था? जवाब भी जान लीजिए। पूछताछ में विकास ने बताया कि कानपुर के डीएसपी उसे लंगड़ा कहते थे, इसलिए उसने ठान लिया था कि इन्हें निपटाना है।
दूसरी: अंदरखाने की बात यह कि शूटआउट के बाद यूपी सरकार और पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। एसटीएफ तय कर चुकी थी कि विकास दुबे को मारना है।

पढ़ें: जिस विकास दुबे को उज्जैन में निहत्थे गार्ड ने पकड़ा था, वह यूपी की हथियारबंद पुलिस से पिस्टल छीनकर कैसे भाग रहा था?

2. बात दादा और शाहरुख की
आज दूसरी बात दो बड़े नामों के बीच विवाद से जुड़ी है। एक हैं दादा यानी सौरव गांगुली। दूसरे हैं सुपरस्टार यानी शाहरुख खान। शाहरुख एक्टर हैं, दादा क्रिकेटर। दादा ‘करबो लड़बो जीतबो रे’ वाली जिस आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे, उसके मालिक शाहरुख थे। गांगुली ने कप्तानी छोड़ने के 9 साल बाद एक बयान दिया है। कहा है- ‘शाहरुख ने मेरे बाद कप्तान बने गौतम गंभीर से कहा था कि ये तुम्हारी टीम है और मैं दखलंदाजी नहीं करूंगा। मैंने भी शाहरुख से 2008 में यही मांग की थी कि टीम मुझ पर छोड़ दो, लेकिन मेरे साथ ऐसा हुआ नहीं।’

3. शर्तों के साथ टूरिज्म
वीकेंड है, तो बात घूमने-फिरने की कर लेते हैं। अव्वल तो आप कहीं बाहर मत जाइए, क्योंकि कोरोना फैला है। कई राज्यों में संडे को टोटल लॉकडाउन भी है। फिर भी कहीं जाने की सोच रहे हैं, तो ये जान लीजिए कि सबसे ज्यादा टूरिस्ट वाले राज्य राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल, गोवा में एंट्री आसान नहीं होगी। यहां जाने से पहले कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी है। कर्नाटक ने कई टूरिस्ट प्लेस खोल दिए हैं, लेकिन आप अपने जिले में ही घूम सकेंगे। दूसरे जिले में घूमने नहीं जा सकेंगे। दूसरे राज्य से भी टूरिस्ट यहां नहीं आ सकेंगे।

पढ़ें: इंटरनेशनल फ्लाइट्स बंद होने से टूरिज्म को 81 हजार करोड़ का नुकसान

4. आज का दिन कैसा रहेगा?
शुक्रवार का दिन सात राशि वालों के लिए ठीक था। शनिवार का दिन आठ राशि वालों के लिए ठीक रहेगा। ये राशियां हैं- मेष, वृष, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन। शनिवार को मीन राशि में चंद्रमा और मंगल है। यानी एस्ट्रोलॉजी के हिसाब से जॉब और बिजनेस में फायदा। मिथुन, कर्क, सिंह और कुंभ राशि वालों को पूरे दिन संभलकर रहना होगा। यानी कामकाज में गलती हुई, तो नुकसान।

पढ़ें: सभी 12 राशियों के लिए आज का दिन कैसा रहने वाला है

5. आपके लिए चार खबरें और... शायद आप इन्हें पढ़ना चाहें

  • यूपी में कल रात से लॉकडाउन लग चुका है। यह 13 जुलाई की सुबह 5 बजे तक रहेगा। दूध, सब्जी, राशन सब मिलेगा, लेकिन पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। गांवों-शहरों में बाजार, मंडियां और ऑफिस बंद रहेंगे।
  • पुणे में दोबारा लॉकडाउन लग रहा है। यह 13 से 23 जुलाई के बीच होगा। पुणे में गुरुवार को कोरोना के 1803 नए मामले सामने आए थे। काेरोना की चेन तोड़ने के लिए फुल लॉकडाउन का फैसला लिया गया है। सिर्फ जरूरी सेवाएं चालू रहेंगी। बाकी सब बंद रहेगा।
  • कोरोना के बीच एक और देश में वोटिंग चल रही है। नाम है सिंगापुर। यहां लोग ग्लव्स और मास्क पहनकर वोटिंग करने निकले। यहां बैलट पेपर से वोटिंग होती है। वोटर हैं 26 लाख। इससे पहले कोरोना के दौर में अप्रैल में साउथ कोरिया और जून में सर्बिया में वोटिंग हो चुकी है। दोनों ही देशों में जनता ने उसी पार्टी को चुना, जो पहले से सरकार चला रही थी।
  • पिछले दिनों भारत में टिकटॉक हो गया बैन। शुक्रवार को इसने अपनी ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी की। यह बताती है कि पिछले साल जुलाई और दिसंबर के बीच टिकटॉक से आपत्तिजनक कंटेंट की सबसे ज्यादा रिक्वेस्ट भारत से आई थी। टिकटॉक ने भारत में सबसे ज्यादा 1.65 करोड़ वीडियो हटाए थे। 46 लाख वीडियो के साथ अमेरिका दूसरे नंबर पर रहा।


आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
8 पुलिसवालों की हत्या के आरोपी विकास की लाश 8वें दिन काली पॉलिथीन में लिपटी हुई थी। शुक्रवार सुबह कानपुर से 17 किलोमीटर दूर उसका एनकाउंटर हुआ।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3iL8Cs1
https://ift.tt/3gOyz8g

बंटवारे के समय पाक में 428 मंदिर थे, उनमें से 408 अब दुकान या दफ्तर बन गए; हर साल हजार से ज्यादा लड़कियां इस्लाम कबूलने को मजबूर

"मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि मजहब किसी व्यक्ति का निजी मामला है और न ही इस बात से सहमत हूं कि एक इस्लामिक स्टेट में किसी व्यक्ति को समान अधिकार मिलें, चाहे उसका धर्म, जाति या यकीन कुछ भी हो।'

ये बात पाकिस्तान के दूसरे प्रधानमंत्री ख्वाजा नजीमुद्दीन ने कही थी। एक इस्लामिक स्टेट की मांग को लेकर अड़ने वाले मोहम्मद अली जिन्ना के साथियों में से एक थे नजीमुद्दीन। उनकोबस इसी बात से समझा जा सकता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत उस समय क्या रही होगी और अब क्या होगी?

इस सबका जिक्र इसलिए क्योंकि पिछले महीने ही पाकिस्तान की इमरान सरकार ने राजधानी इस्लामाबाद में कृष्ण मंदिर बनाने की मंजूरी दी थी। ये इस्लामाबाद का पहला मंदिर होता। इसके लिए सरकार ने 10 करोड़ रुपए भी दिए थे।

लेकिन, 20 हजार वर्ग फुट में बनने जा रहे इस मंदिर की दीवार बन ही रही थी कि कट्टरपंथियों ने इसे तोड़ डाला। इतना ही नहीं, दीवार ढहाने से दो दिन पहले ही सरकार ने कट्टरपंथियों के दबाव में आकर मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी थी।

1951 की जनगणना के मुताबिक, 72.26 लाख मुस्लिम पाकिस्तान चले गए थे। ये मुस्लिम पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) और पश्चिमी पाकिस्तान गए थे। जबकि, पाकिस्तान से 72.49 लाख हिंदू-सिख भारत लौटे थे।

पाकिस्तान में हर साल हजार से ज्यादा लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन
पाकिस्तान में गैर-मुस्लिम लड़कियों का जबरन अपहरण किया जाता है। उनका धर्म परिवर्तन किया जाता है। उसके बाद जबर्दस्ती किसी मुसलमान से उनकी शादी करवा दी जाती है।

यूनाइटेड स्टेट्स कमिशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम के डेटा की मानें तो पाकिस्तान में हर साल 1 हजार से ज्यादा लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया जाता है। उनसे इस्लाम कबूलवाया जाता है। उनकोकिडनैप किया जाता है। बलात्कार किया जाता है और फिर जबरन उनकी शादी की जाती है। इनमें ज्यादातर हिंदू और क्रिश्चियन लड़कियां ही होती हैं।

पाकिस्तान में हिंदू आबादी को लेकर अलग-अलग आंकड़े
पाकिस्तान में हिंदू आबादी कितनी है? इसको लेकर भी अलग-अलग आंकड़े हैं। पाकिस्तान में आखिरी बार 1998 में जनगणना हुई थी। 2017 में भी हुई है, लेकिन अभी तक धर्म के हिसाब से आबादी का डेटा जारी नहीं किया गया है।

पाकिस्तान के स्टेटिक्स ब्यूरो के डेटा के मुताबिक, 1998 में वहां की कुल आबादी 13.23 करोड़ थी। उसमें से 1.6% यानी 21.11 लाख हिंदू आबादी थी। 1998 में पाकिस्तान की 96.3% आबादी मुस्लिम और 3.7% आबादी गैर-मुस्लिम थी। जबकि, 2017 में पाकिस्तान की आबादी 20.77 करोड़ से ज्यादा हो गई है।

जबकि, मार्च 2017 में लोकसभा में दिए गए एक जवाब में केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया था कि 1998 की जनगणना के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदू आबादी 1.6% यानी करीब 30 लाख है।

लेकिन, पाकिस्तान हिंदू काउंसिल का कहना है कि वहां 80 लाख से ज्यादा हिंदू आबादी है, जो पाकिस्तान की कुल आबादी का लगभग 4% है। इसके मुताबिक, सबसे ज्यादा 94% हिंदू आबादी पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रहती है।

बंटवारे के समय 428 मंदिर थे, उनमें से 408 दुकान बने या रेस्टोरेंट
ऑल पाकिस्तान हिंदू राइट्स मूवमेंट के एक सर्वे में सामने आया था कि 1947 में बंटवारे के समय पाकिस्तान में 428 मंदिर थे। लेकिन, 1990 के दशके के बाद इनमें से 408 मंदिरों में खिलौने की दुकानें, रेस्टोरेंट, होटल्स, दफ्तर, सरकारी स्कूल या मदरसे खुल गए।

इस सर्वे के मुताबिक, अल्पसंख्यकों की पूजा वाले स्थलों की 1.35 लाख एकड़ जमीन पाकिस्तान सरकार ने इवैक्यूई प्रॉपर्टी ट्रस्ट बोर्ड को लीज पर दे दी। इस ट्रस्ट का काम ही है विस्थापितों की जमीन पर कब्जा करना। यानी ऐसे लोग जो पहले तो यहीं रहते थे लेकिन बाद में दूसरी जगह चले गए।

पाकिस्तान में काली बाड़ी मंदिर था, उसे दारा इस्माइल खान ने खरीदकर ताज महल होटल में तब्दील कर दिया। खैबर पख्तूनख्वाह के बन्नू जिले में एक हिंदू मंदिर था, वहां अब मिठाई की दुकान है। कोहाट में शिव मंदिर था, जो अब सरकारी स्कूल बन चुका है।

रावलपिंडी में भी एक हिंदू मंदिर था, जिसे पहले तो ढहाया गया, बाद में वहां कम्युनिटी सेंटर बना दिया गया। चकवाल में भी 10 मंदिरों को तोड़कर कमर्शियल कॉम्प्लैक्स बना दिया गया।

सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि सिखों के भी धार्मिक स्थल को तोड़कर वहां दुकानें खोल दी गईं। जैसे- एब्टाबाद में सिखों के गुरुद्वारा को तोड़कर वहां कपड़े की दुकान खोल दी गई।

पाकिस्तान सरकार के एक ताजा सर्वे के मुताबिक, साल 2019 में सिंध में 11, पंजाब में 4, बलूचिस्तान में 3 और खैबर पख्तूनख्वाह में 2 मंदिर चालू स्थिति में हैं।

इमरान सरकार 400 मंदिरों का रेनोवेशन करवा रही
बंटवारे के बाद से ही पाकिस्तान में हिंदुओं के मंदिरों को निशाना बनाया जाना शुरू हो गया था। लेकिन, 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के ढांचे को ढहाए जाने के बाद पाकिस्तान में 100 से ज्यादा मंदिरों को या तो तोड़ दिया गया या फिर उन्हें नुकसान पहुंचाया गया।

पिछले साल अप्रैल में पाकिस्तान की इमरान सरकार ने 400 मंदिरों को दोबारा खोलने का फैसला लिया था। इसके लिए सरकार की तरफ से ही फंड भी दिया जा रहा है।

पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान के सियालकोट में 1 हजार साल से भी ज्यादा पुराना शिवाला तेजा मंदिर दोबारा खोला गया। ये मंदिर आजादी के बाद से ही बंद पड़ा था और 1992 के बाद इसे भारी नुकसान भी पहुंचाया गया था। इस मंदिर के रेनोवेशन पर 50 लाख रुपए से ज्यादा खर्च हुए थे।

पाकिस्तान में करीब 3% वोटर गैर-मुस्लिम
पाकिस्तान में गैर-मुस्लिम आबादी भी वहां की राजनीति पर असर डालती है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, वहां 10.59 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं। इनमें से 29.97 लाख वोटर्स अल्पसंख्यक समुदाय के हैं। यानी पाकिस्तान के कुल वोटर्स में से करीब 3% वोटर्स गैर-मुस्लिम हैं।

2013 की तुलना में 2017 में वहां गैर-मुस्लिम वोटर्स की संख्या भी 2 लाख से ज्यादा बढ़ी है। 2013 में वहां 27.7 लाख वोटर्स थे।

इसमें भी सबसे ज्यादा हिंदू वोटर्स ही हैं। 2017 तक के आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान में 14.98 लाख से ज्यादा वोटर्स हिंदू थे। उसके बाद 13.25 लाख से ज्यादा वोटर्स क्रिश्चियन थे।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Hindus Minorities Situation In Pakistan | Know What Is The Percentage Of Hindu In Pakistan and How Many Hindu Mandir


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2ZZqXcg
https://ift.tt/38IodE4

पूरा बन जाने के बाद काशी विश्वनाथ धाम में 2 लाख लोग आसानी से आ सकेंगे, पहले सिर्फ 5 हजार की जगह थी

इन दिनों वाराणसी में दोबातों की चर्चा हो रही है। एकगंगा में पानी कितना बढ़ा और घाटों पर कितना चढ़ा। दूसरी श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना (कॉरिडोर) की। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर लॉकडाउन लगने के बाद से ही बंद है। अभी लोगों के कानों मेंमंदिर की घंटियों के बजाए भारी भरकममशीनों की आवाजें गूंजती हैं।

800 करोड़ की लागत से बनेगा कॉरिडोर

कॉरिडोर के किनारे खड़ी की गईं टिन की ऊंची दीवारों के अंदर अभी खुदाई, फाउंडेशन और कॉलम खड़े करने का काम चल रहा है। भारी-भरकम सुरक्षा के बीच कारीगर, इंजीनियर और मजदूर 5.3 लाख वर्गफुट में करीब 800 करोड़ की लागत से बनने वाले कॉरिडोर को आकार देने में लगे हैं। प्रशासन के दावों के मुताबिक, अगस्त 2021 तक कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का सबसे अहम प्रोजेक्ट है।

5.3 लाख वर्गफुट में बनने वाले कॉरिडोर के निर्माण में करीब 800 करोड़ की लागत आएगी। अगस्त 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।

दो लाख श्रद्धालु एक साथ आ सकेंगे दर्शन के लिए

जहां पहले श्रद्धालुओं के खड़े होने के लिए पांच हजार वर्गफीट की जगह भी नसीब नहीं होतीथी, वहांइसके बनने के बाददो लाख श्रद्धालु एक साथ आ सकेंगे। काशी के मणिकर्णिका और ललिता घाट से कॉरिडोर की शुरुआत होती है।5.3 लाख वर्गफुट में तैयार होने जा रहे इस इलाके में 70 फीसदी जगह हरियाली के लिए रखी जाएगी। धाम में घाट की ओर से आने के लिएललिता घाट पर प्रवेश द्वारबनाया जाएगा। इसके अलावा सरस्वती फाटक, नीलकंठ और ढुंढिराज गेट से भी विश्वनाथ धाम में प्रवेश किया जा सकेगा।

3100 वर्ग मीटर में मंदिर परिसर बनेगा

सुरक्षा के लिए इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर बनेगा। प्रोजेक्ट के तहत मुख्य मंदिर परिसर, मंदिर चौक, शहर की गैलरी, संग्रहालय, सभागार, हॉल, सुविधा केंद्र, मोक्ष गृह, गोदौलिया गेट, भोजशाला, पुजारियों-सेवादारों के लिए आश्रय, आध्यात्मिक पुस्तक स्टॉल सहित सभी निर्माण 30 फीसदी में होंगे। श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में करीब 3100 वर्ग मीटर में मंदिर परिसर बनेगा।

श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में करीब 3100 वर्ग मीटर में मंदिर परिसर बनेगा। पूरे परिसर में मकराना और चुनार के पत्थर लगेंगे।

इस परिसर में गर्भगृह से लगा हुआ बैकुंठ मंदिर, दंडपाणि के साथ तारकेश्वर और रानी भवानी मंदिर रहेगा। इसके अलावा गर्भगृह से लगे बाकी विग्रहों को परिसर के पास ही बनाया जाएगा। परिसर में 34 फीट ऊंचाई वाले चार गेट होंगे। सभी गेट मजबूत लकड़ी से बने होंगे।पूरे परिसर में मकराना और चुनार के पत्थर लगेंगे। परिसर लाइट से जगमगाएगा। यहां धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व के पेड़ भी होंगे।

अगस्त 2021 में पूरा करने का लक्ष्य है

कॉरिडोर के बाहरी हिस्से में जलासेन टैरेस बनाईजाएगी। इस टैरेस पर खड़े होकर गंगा जी के साथ ही मणिकर्णिका, जलासेन और ललिता घाट काे भी निहारा जा सकेगा। वाराणसी कमिश्नर और श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के प्रशासनिक प्रमुख दीपक अग्रवाल कहते हैं कि, ‘हमने अभी 1500 से अधिक परिवारों को सेटल कर दिया है। 60 से ज्यादाछोटे-बड़े मंदिरों को रिस्टोर करेंगे।’

इसी साल जनवरी में काम शुरू हुआ है और अगस्त 2021 में पूरा करने का लक्ष्य है। दीपक अग्रवाल के मुताबिक कोरोनाके चलतेपरियोजना में जो देरी हुई है, उसको ध्यान में रखा है और इसके कारण समय सीमा आगे नबढ़े ऐसी हमारी कोशिश है।

कॉरिडोर के बाहरी हिस्से में जलासेन टैरेस बनाईजाएगी। यहां सेगंगा जी के साथ ही मणिकर्णिका, जलासेन और ललिता घाट काे देखा जा सकेगा।

इसके साथ ही मुंबई-दिल्ली से लौटे प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग के बाद उनको भी इससे जोड़ा गया है। परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण में 390 करोड़ रुपए लगे हैं और निर्माण में 340 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। कुल मिलाकर करीब 800 करोड़ रुपए की योजना होगी। जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है।

अग्रवाल कहते हैं, ‘हमने किसी मंदिर को हटाया नहीं है, कई मकानों के अंदर मंदिर निकले हैं। बड़े मंदिर को शिफ्ट करना असंभव है, छोटे मंदिर जिन पर शिखर नहीं था उन विग्रहों को विधि-विधान से हटाकर फिर से वहीकरेंगे।

किसी की श्रद्धा को कोई ठेस पहुंचे ऐसा कोई काम हमने नहीं किया है। धाम परियोजना पूरी होने के बाद मंदिर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दो गुनी हो जाएगी। साथ ही पर्यटकों के लिए भी एक नया आकर्षण का केंद्र यह बनेगा।

कॉरिडोर का काम अहमदाबाद की कंपनी प्रह्लाद भाई श्रीराम भाई पटेल (पीएसपी) प्रोजेक्ट्स कर रही है।

कॉरिडोर को लेकर कुछ लोग उठा रहे सवाल

कॉरिडोर का काम अहमदाबाद की कंपनी प्रह्लाद भाई श्रीराम भाई पटेल (पीएसपी) प्रोजेक्ट्स कर रही है। कंपनी ने साबरमती रिवर फ्रंट और गुजरात हाउसिंग बोर्ड जैसे सरकारी प्रोजेक्ट किए हैं। हालांकि, इस प्रोजेक्ट से काशी में हर कोई खुश है, ऐसा भी नही हैं। काशी की पहचान गलियों और कॉरिडोर के रास्तेसे मंदिरों और विग्रहों को हटाने से यहां काफी लोग नाराज हैं। संकट मोचन मंदिर के महंत और आईआईटी बीएचयू में इलेक्टॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्रा कहते हैं कि काशी जीवित परंपराओं का शहर है।

तस्वीर काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह की है। कोरोना के चलते यहां आम लोगों के प्रवेश पर पाबंदी है।

अब जो शुरू होगा वो पारंपरिक तो बिल्कुल भी नहीं होगा। स्थापित मूर्ति आप उठा नहीं सकते। अनगिनत मंदिरों को कॉरिडोर के नाम पर तोड़ा गया है, इनमें प्रमोद विनायक, सम्मुख विनायक और दूसरे विनायक मंदिर, सरस्वती-हनुमान मंदिर प्रमुख हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति का जीवन आम आदमी के जीवन जैसा हो जाता है।

मूर्ति उखाड़करऔर उन्हें म्यूजियम में रखवा दिया गया है, वहां पूजा भी नहीं हो रहीहै, जो गलत है। मिश्रा सवाल करते हैं कि बनारस की पहचान ही उसका हैरिटेज स्ट्रक्चर और गलियां हैं, अगर इन्हीं को खत्म कर देंगे तो फिर कोई बनारस क्या देखने आएगा?

कॉरिडोर को लेकर कई लोग सवाल भी उठा रहे हैं। उनका कहना है किबनारस की पहचान ही उसका हैरिटेज स्ट्रक्चर और गलियां हैं, अगर उन्हीं को खत्म कर देंगे तो फिर कोई बनारस क्या देखने आएगा?

भोजपुरी गीतकार कन्हैया दुबे कहते हैं कि कॉरिडोर के लिए नतो कोई आंदोलन हुआ नही किसी ने कभी कोई मांग रखी। प्रशासन ने यहां बहुत मनमानी की है। प्रशासन को काशी की स्थापति परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए, आसपास खुदाई कर दी हैऔर ऐसे में 10-15 फीट ऊपर मिट्‌टी के छोटे से हिस्से पर सिर्फ कुछ मंदिर ही खड़े हैं, ऐसे में बारिश जैसे ही शुरू होगी कई मंदिरों केगिरने का खतरा हो गया है।

काशी में कॉरिडोर के मार्ग में ही कुछ मंदिर ऐसे हैं, जिनकी उम्र किसी को नहीं पता कि ये कितने पुराने हैं, फिर भी प्रशासन इन्हें खत्म करने पर लगा है। एक-दूसरे के दावों के बीच इतना तो तय है किअब श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के कॉरिडोर का स्वरूप हमेशा के लिए बदल जाएगा।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण में 390 करोड़ रुपए लगे हैं। जबकि इसके निर्माण में 340 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। कुल मिलाकर करीब 800 करोड़ रुपए की योजना होगी।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/324R58f
https://ift.tt/38ImZsv

Popular Post