Corona News, Corona Latest News, Corona Update, Latest News Updates, Breaking News, Hindi News Corona, National News, International News, Coronavirus India, COVID-19 tracker, Today's Headlines, World News, Aajtak ki News, Hindi news (हिंदी समाचार) website, watch and read live tv coverages, Latest Khabar, Breaking news in Hindi of India, World, business,पढ़ें आज तक के ताजा समाचार देश और दुनिया से, जाने व्यापार, बॉलीवुड, खेल और राजनीति के ख़बरें
अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के मामले में आजलालकृष्ण आडवाणी का बयान दर्ज होगा। लखनऊ में सीबीआई कीविशेष अदालत में आडवाणी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे।मामले में आडवाणी समेत सिर्फ तीन आरोपियों का बयान दर्ज होना बाकी है। गुरुवार को मुरली मनोहर जोशी का बयान दर्ज हो चुका है। उनसे 1050 सवाल पूछे गए। ज्यादातर में उन्होंने खुद को निर्दोष बताया।
अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने केमामले में 6 दिसंबर 1992 को थाना राम जन्मभूमि में एफआईआरदर्ज की गई थी। सीबीआई ने 49 आरोपियोंके खिलाफ विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी। इनमें 17 आरोपियोंकी मौत हो चुकी है। चार्जशीट में आडवाणी, उमा भारती, कल्याण सिंह, अशोक सिंघल, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा समेत 13 नेताओं के नाम हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सुनवाईहो रही
सुप्रीम कोर्ट ने 8 मई को सीबीआई की विशेष कोर्ट को 31 अगस्त तक सुनवाई पूरी करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गवाहों के बयान दर्ज करने का भीआदेश दिया था।
भारत में बैन की जा चुकी चीन के मोबाइल ऐप कंपनी टिकटॉक को अमेरिका भी बैन करने की सोच रहा है। अमेरिका में इसे बचाए रखने के लिए चीन ने कोशिशें तेज कर दी हैं। माना जा रहा है कि कुछ अमेरिकी कंपनियों को इसकी हिस्सेदारी बेची जा सकती है। फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक, सिकोइया और जनरल अटलांटिका इसे खरीदने की योजना बना रही है। ट्रेजरी डिपार्टमेंट से इस बारे में बातचीत चल रही है। कंपनियां यह पता लगा रही हैं कि वे अगर टिकटॉक में इन्वेस्ट करती हैं तो क्या यह ऐप अमेरिका मेें काम कर सकेगा।
चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा है। दोनों देशों के ट्रेड पर इसका असर हुआ है।अमेरिका टिकटॉक से से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होने की बात कह रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो समेत कई नेता टिकटॉक को बैन करने की बात कह चुके हैं।
अपने एक और ऐप की हिस्सेदारीबेच सकता है टिकटॉक
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाइट डांस चीन में डायजिन ऐप चलाता है। इसकी ब्रांडिंग और लोगोटिकटॉक जैसा है। अमेरिकी कंपनियोंसे हो रही डील के तहत इस ऐप का कुछ हिस्सा बेचा जा सकता है। अब तक टिकटॉक ने डील को लेकर कुछ साफ नहीं किया है। हालांकि, एक महीने पहले इसने कुछ बदलाव करने की बात कही थी। दोनों अमेरिकी कंपनियों ने भी डील को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है। इस मामले पर अमेरिकी सरकार भी नजर रख रही है।
चीन से दूरी बना रही टिकटॉक की पैरेंट कंपनी
टिकटॉक मैनेजमेंट कुछ महीनों से बीजिंग से दूरी बनाने में जुटाहै। मई में ही इसने डिजनी से जुड़े केविन मेयर को अपना सीईओ बनाया है। इसकी पैरेंट कंपनी बाइट डांस के ऑफिस लास एंजिल्स, लंदन, पेरिस, बर्लिन, दुबई, मुंबई, सिंगापुर, जकार्ता, सिओल और टोक्यो में हैं। कंपनी ने पिछले महीने अपना हेडक्वार्टर बीजिंग से वॉशिंगटन शिफ्ट करने की बात भी कही थी। इसने अपने ऊपर लगे जासूसी करने के आरोपों से भी इनकार किया था।
चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत और पश्चिमी देशों के खिलाफ बायोलॉजिकल वॉरफेयर यानी जैविक युद्ध की साजिश रच रहे हैं। दोनों देशों ने इसके लिए तीन साल की सीक्रेट डील की है। यह दावा एक रिपोर्ट में किया गया है। इसमें कहा गया है कि साजिश के तहत एंथ्रेक्स जैसे खतरनाक वायरस पर काम किया जाना है। इस बारे में खुफिया जानकारी मिल चुकी है।
रिपोर्ट में किए गए दावे मजबूत नजर आते हैं। दरअसल, कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया था कि कोरोनावायरस चीन की वुहान लैब से निकला। और अमेरिका के पास इसके सबूत मौजूद हैं।
किसका दावा
यह रिपोर्ट क्लाजोन नाम की यूनिट ने खुफिया सूत्रों के हवाले से किया है। सिक्योरिटी एक्सपर्ट एंथोनी क्लान ने इस पर आर्टिकल लिखा। न्यूज एजेंसी ने इसे पब्लिश किया।
रिपोर्ट में क्या है
इसके मुताबिक, वुहान की जिस लैब से कोरोनावायरस के निकलने का दावा अमेरिका कर रहा है, उसने पाकिस्तान के साथ मिलकर जैविक युद्ध की तैयारी की साजिश रचना शुरू कर दिया है। निशाने पर भारत के अलावा पश्चिमी देश जैसे अमेरिका हैं। इन देशों को संक्रामक बीमारियों का निशाना बनाया जाएगा। रिसर्च पर होने वाला खर्च चीन की वुहान लैब ही उठाएगी।
जैविक हथियारों की साजिश
रिपोर्ट में एक इंटेलिजेंस सोर्स के हवाले से कहा गया- एंथ्रेक्स जैसे वायरस का इस्तेमाल हथियार के तौर पर किया जाने का खतरा है। इस पर पाकिस्तान और चीन तीन साल की सीक्रेट डील कर चुके हैं। जैविक हथियार तैयार किए जाएंगे। इसके लिए जरूरी मिट्टी से संबंधित टेस्ट (सॉइल सैम्पलिंग टेस्ट) किए जा चुके हैं। चीन ने पाकिस्तान के वैज्ञानिकों को इस बारे में डाटा और दूसरी जरूरी जानकारियां उपलब्ध करा दी हैं।
पाकिस्तान के कंधे पर चीन की बंदूक
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, चीन ने पाकिस्तान का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करने की साजिश रची है। खास बात ये है कि भारत और पश्चिमी देशों की इंटेलिजेंस एजेंसीज को इस बारे में जानकारी मिल चुकी है। चीन अपने यहां इन साजिशों को अंजाम नहीं देना चाहता। लिहाजा, उसने ये साजिशों से जुड़े टेस्ट्स पाकिस्तान की धरती पर करने का प्लान बनाया। खतरनाक बात यह है कि पाकिस्तान की लैब में वायरस आउटब्रेक यानी इनके बाहर निकलने पर रोकने के कोई इंतजाम नहीं हैं।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की फिटनेस उनकी मां के लिए परेशानी का कारण होती थी। कोहली ने बताया कि वर्कआउट के बाद उनकी चर्बी घटने से मां को लगता था कि वे बीमार और कमजोर हो रहे हैं। मयंक अग्रवाल के लाइव चैट शो ‘ओपन नेट्स विद मयंक’ में कोहली ने कहा कि हर मां की तरह मेरी मां भी मेरे लिए टेंशन करती है और मैं उसे विश्वास नहीं दिला पाता कि यह मेरी फिटनेस है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कोहली और मयंक के बीच लाइव चैट शो का वीडियो शेयर किया। बीसीसीआई ने कैप्शन में लिखा- सुनिए जब विराट कोहली ने फिटनेस की तैयारी शुरू की तब उनकी मां उनके बारे में क्या सोचती थी।
Moms be like 😅
Listen in to what @imVkohli's mother thought of him when he started his fitness regime.
मां का बच्चे के लिए टेंशन करना आम बात
कोहली ने कहा, ‘‘मेरी मां कहती थी कि तू बड़ा कमजोर हो गया है। तू कुछ खाता क्यों नहीं है। यह आम बात है, क्योंकि हर मां अपने बच्चे के लिए ऐसा कहती है। यदि किसी बच्चे मेंचर्बी नहीं है, तो मतलब उसके साथ कोई समस्या है या फिर वह बीमारी है। मुझे मां को हर दूसरे दिन यह विश्वास दिलाना पड़ता था कि मैं बीमार नहीं हूं। मैं यह सब अच्छा खेलने के लिए कर रहा हूं।’’
मां को मना पाना बेहद मुश्किल
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मां को मना पाना बेहद मुश्किल था। कई बार यह सब मजेदार होता था, लेकिन जब आप हर अगले दिन सुनते हैं कि तू तो बीमार लग रहा है, तो यह दुखी करने वाला भी होता था। मां मेरी हर दिन की मेहनत पर बीमार कहकर पानी फेर देती थी। यह सब मेरे लिए कंट्रोल करना थोड़ा मुश्किल था, लेकिन समय काफी अच्छा था।’’
कोहली ने आईपीएल में सबसे ज्यादा 5412 रन बनाए
कोहली ने 86 टेस्ट में 53.62 की औसत से 7240 रन बनाए हैं। उन्होंने 27 शतक भी लगाए हैं। उनके नाम 248 वनडे में 11867 और 81 टी-20 में 2794 रन हैं। कोहली ने आईपीएल के 177 मैच में अब तक सबसे ज्यादा 5412 रन बनाए हैं।
राजस्थान में सियासी लड़ाई अब कोर्ट में लड़ी जा रही है। पायलट खेमे के 19 विधायकों को स्पीकर के अयोग्यता नोटिस पर हाईकोर्ट आज फैसला सुनाएगा। इससे पहले 21 जुलाई को हाईकोर्ट ने अपना फैसला 24 जुलाई तक सुरक्षित रख लिया था। स्पीकर सीपी जोशी को कहा था कि वे तब तक इन विधायकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नकरें।
स्पीकर जोशी ने हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को राहत देने से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हाईकोर्ट फैसला दे सकता है। लेकिन, यह फैसला इस बात पर निर्भर रहेगा कि स्पीकर की याचिका पर भविष्य में सुप्रीम कोर्ट क्या रुख अपनाता है।
सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई सोमवार को
स्पीकर की दलील थी कि हाईकोर्ट उन्हें अयोग्यता कार्यवाही करने से नहीं रोक सकता। सुप्रीम कोर्ट नेकहा लोकतंत्र में असहमति के स्वर दबाए नहीं जा सकते। असंतुष्ट विधायक भी जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। क्या वे असहमति व्यक्त नहीं कर सकते? ऐसे तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। मुद्दे पर विस्तृत सुनवाई की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई 27 जुलाई को तय की है।
अब तक क्या हुआ?
14 जुलाई:स्पीकर ने सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस दिया और 17 जुलाई को दोपहर 1:30 बजे तक जवाब मांगा।
16 जुलाई:नोटिस के खिलाफ पायलट सहित 19 विधायक हाईकोर्ट चले गए। पीछे-पीछे व्हिप चीफ महेश जाेशी ने सरकार की तरफ से कैविएट लगा दी कि कोई भी फैसला किए जाने से पहले उनका पक्ष भी सुना जाए।
17 जुलाई:हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने सुनवाई की और मामला दो जजों की बेंच में भेजा। इस बेंच ने 18 जुलाई को सुनवाई तय की।
18 जुलाई:अगली सुनवाई 20 जुलाई तय की और स्पीकर से कहा कि वे 21 जुलाई तक नोटिस पर कार्रवाईनहीं करें। स्पीकर ने भी इसकी पालना करते हुए कार्रवाईटाली।
20 जुलाई:हाईकोर्ट ने बहस पूरी न हो पाने के कारण कहा- 21 जुलाई को भी सुनवाई होगी।
21 जुलाई:हाईकोर्ट ने फिर मामले को सुना और फैसला 24 जुलाई के लिए सुरक्षित रख लिया। स्पीकर को भी तब तक के लिए कोई निर्णय नहीं करने के लिए कहा।
22 जुलाई:स्पीकर सीपी जोशी द्वारा हाइकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई। सचिन गुट ने भी कैविएट दर्ज कराई।
23 जुलाई: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट कीसुनवाई कोरोकने से इनकार कर दिया।
इन विधायकों को नोटिस दिया गया
सचिन पायलट, रमेश मीणा, इंद्राज गुर्जर, गजराज खटाना, राकेश पारीक, मुरारी मीणा, पीआर मीणा, सुरेश मोदी, भंवर लाल शर्मा, वेदप्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, हरीश मीणा, बृजेन्द्र ओला, हेमाराम चौधरी, विश्वेन्द्र सिंह, अमर सिंह, दीपेंद्र सिंह और गजेंद्र शक्तावत।
पाकिस्तान की राजधानी से मंगलवार को अगवा और 11 घंटे बाद रिहा किए गए पत्रकार मतीउल्लाह जेन ने बिना नाम लिए इमरान सरकार और फौज पर निशाना साधा। जेन के मुताबिक, उन्हें मुल्क के उन लोगों ने अगवा किया था, जो लोकतंत्र के दुश्मन हैं। जो नहीं चाहते कि कोई आवाज उनकी गलत हरकतों के खिलाफ उठे।
जेन को मंगलवार सुबह इस्लामाबाद के एक सरकारी स्कूल के कैम्पस से अगवा किया गया था। जब बवाल हुआ तो दबाव में आकर किडनैपर्स ने 11 घंटे बाद उन्हें छोड़ दिया।
किडनैपर्स कौन थे, नहीं बताया
मतीउल्लाह साफ तौर पर दबाव में नजर आ रहे हैं। सुरक्षित रिहाई के दो दिन बाद भी उन्होंने अब तक किडनैपिंग को लेकर साफ तौर पर कुछ नहीं कहा है। कुछ इशारे जरूर किए हैं, लेकिन किसी का नाम नहीं लिया। गुरुवार रात जेन ने कहा- मुझे किडनैप उन्हीं लोगों ने किया जो मुल्क में जम्हूरियत यानी लोकतंत्र नहीं चाहते। न वो संविधान को मानते हैं और न संसद को। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि वो पुलिस की वर्दी में हैं या फौज की। कपड़े तो बदले जा सकते हैं। लेकिन, ये सबको नजर आता है कि ये लोग एकजुट हैं।
दबाव में है जेन
जेन ने फौज, आईएसआई, पुलिस या इमरान खान सरकार का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा किस तरफ है? ये सब समझते हैं। अगवा किए जाने वाले दिन ही उन्हें सुप्रीम कोर्ट में गवाही देनी थी। यह मामला सरकार के खिलाफ था। सुप्रीम कोर्ट और इमरान सरकार के बीच शुरुआत से ही रिश्ते खराब रहे हैं। लिहाजा, सरकार नहीं चाहती थी कि मतीउल्लाह गवाही के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचें। उन्हें अगवा किया गया। बहरहाल, जेन किडनैपर्स को जानते हुए भी अगर चुप हैं तो यह साफ हो जाता है कि वे खासे दबाव में हैं।
इस मामले पर तवज्जो क्यों
जेन को अगवा और फिर रिहा क्यों किया गया? इसको लेकर अलग-अलग दावे हैं। लेकिन, दो पर फोकस ज्यादा है। पहला केस जस्टिस ईसा से जुड़ा है। उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से शिकायत में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की कुछ अंदरूनी बातें लीक की जा रही हैं, उनकी इमेज खराब की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के बाद जेन को कोर्ट की अवमानना का आरोपी बनाया। जस्टिस ईसा के कुछ फैसलों पर इमरान सरकार ने नाखुशी जाहिर की थी। जेन को इसी मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में गवाही के लिए पेश होना था।
सरकार और फौज से दुश्मनी
सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें हैं कि फौज और सरकार से जुड़ी कुछ खास जानकारियां मतीउल्लाह के पास थीं। किडनैपिंग के वक्त उन्होंने अपना मोबाइल फेंक दिया था। लेकिन, एक किडनैपर ने इसे फौरन उठा लिया। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने होम सेक्रेटरी और तमाम आला अधिकारियों से कहा था- जर्नलिस्ट जल्द और सुरक्षित रिहा होना चाहिए। वरना आपको नतीजे भुगतने होंगे।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन एहसान मनी ने कहा कि पाकिस्तान टीम भारत के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए तैयार है। इसके लिए वे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को भी कई बार यह बात बता चुके हैं, लेकिन अब बार-बार उनको मनाने के लिए पीछे नहीं भागेंगे।
भारत-पाकिस्तान सीरीज के सवाल पर मनी ने एक पॉडकास्ट क्रिकेट शो में कहा, ‘‘मेरा मानना है और मैंने इसे बीसीसीआई को भी बता दिया है कि हम हमेशा खेलने के लिए तैयार हैं। लेकिन हम उन्हें मनाने के लिए बार-बार उनके पीछे नहीं भागेंगे। यह उनका फैसला है कि वे खेलने के लिए तैयार होते हैं या नहीं।’’
फैंस भारत-पाकिस्तान के बीच मैच चाहते हैं, लेकिन राजनेता नहीं
मनी ने कहा, ‘‘यह बहुत ही बड़ी बात है। जितने लोग भारत और पाकिस्तान का मैच देखते हैं, उतने दर्शक दुनिया में कोई किसी भी क्रिकेट मैच को नहीं मिलते हैं। मैं कई बार बता चुका हूं कि और आईसीसी इवेंट में जब भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला होता है, तो उसे 20 से 25 करोड़ लोग लाइव देखते हैं। यह साफ है कि फैंस दोनों देशों के बीच मैच होता देखना चाहते हैं, लेकिन कुछ राजनेता ऐसा नहीं होने देते।’’
शोएब अख्तर भी भारत-पाकिस्तान चैरिटी मैच का प्रस्ताव दे चुके
हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कोरोनावायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए भारत-पाकिस्तान चैरिटी मैच कराने की बात कही थी। इस पर पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने उनका समर्थन किया था। वहीं, इस प्रस्ताव को पूर्व भारतीय कप्तान और 1983 के वर्ल्ड कप विजेता कपिल देव ने नकार दिया था। कपिल ने कहा था कि भारत को लोगों के जीवन को खतरे में डालकर रुपए नहीं कमाने। भारत को पैसों की जरूरत नहीं है।
2012 से भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुई
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछली बार दिसंबर 2012 में 3 वनडे की द्विपक्षीय सीरीज खेली गई थी। सीरीज में भारत को अपने ही घर में 1-2 से हार मिली थी। यदि मैच की बात करें तो दोनों टीमों के बीच पिछले साल ही वनडे वर्ल्ड कप में मुकाबला हुआ था। इस मैच में भारतीय टीम ने हर बार की तरह वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल की थी। टीम इंडिया यह मैच 89 रन से जीती थी।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बार फिर चीन को दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। गुरुवार रात वॉशिंगटन में पोम्पियो ने कहा- आजादी और लोकतंत्र पसंद करने वाली दुनिया के लिए चीन खतरा है। इन देशों के लिए ये बेहद जरूरी है कि वो चीन को बदलाव के लिए मजबूर करें। अगर ऐसा नहीं तो फिर चीन दुनिया को बदल देगा।
कुछ दिन पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी कम्युनिस्ट शासन वाले चीन को दुनिया के लिए खतरा बता चुके हैं। दोनों देश एक नए कोल्ड वॉर की तरफ बढ़ रहे हैं।
चीन को मजबूर करें
निक्सन लाइब्रेरी में भाषण के दौरान पोम्पियो ने कहा, “चीन के खिलाफ हम अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर निपटने के रास्ते तलाश रहे हैं। यह हमारे वक्त की सबसे बड़ी चुनौती और मिशन है। चीन हमारे लोगों की खुशहाली और आजादी के लिए खतरा बन रहा है। 1970 के आसपास ही हमारे नेताओं को पता लग गया था कि कम्युनिस्ट शासन किस ओर जा रहा है।”
सैन्य ताकत बढ़ा रहा है चीन
पोम्पियो ने कहा- चीन में मानवाधिकारों की कोई जगह नहीं है। वो कारोबार बढ़ाने और मुनाफा कमाने के लिए हर हथकंडा अपना रहा है। अब उसकी साजिश अमेरिक समाज में सेंध लगाने की है। लेकिन, शायद उसे हमारी ताकत का अंदाजा नहीं है। चीन ने अपनी सैन्य ताकत बढ़ाई है और इसे आगे बढ़ाने में जुटा है। राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन अकसर कहा करते थे- भरोसा जरूर करो, लेकिन पहले इसकी जांच भी करो।
यह वक्त की जरूरत
पोम्पियो ने कुछ दिन पहले लंदन में जो कहा था, उसे इस भाषण में दोहराया। कहा, “एक जैसी विचारधारा और लोकतंत्र समर्थक देशों को साथ आने की जरूरत है। क्योंकि, अगर अब भी हमने कम्युनिस्ट शासन वाले चीन को नहीं बदला तो वो हमको बदल देगा। और यह इस वक्त यानी वर्तमान की सबसे बड़ी जरूरत और मांग है।” पोम्पियो ने माना कि नाटो के कुछ देश चीन के खिलाफ खड़े होने में झिझक रहे हैं।
अमेरिका और चीन से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...
देश में कोरोना मरीजों की संख्या 12 लाख 88 हजार 130 हो चुकी है। गुरुवार को रिकॉर्ड 48 हजार 446 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। अब तक एक दिन में संक्रमितों के मिलने का यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। गुरुवार को सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 9,895, आंध्र प्रदेश में 7,998, तमिलनाडु में 6,472 और कर्नाटक में 5,030 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।यह आंकड़े covid19india.org के मुताबिक हैं।
उधर, रेलवे ने बताया कि देश में 9 जुलाई तक4165 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। अब इनकी कोई मांग नहीं है। इसके जरिए 63 लाख लोगों को उनके घर तक पहुंचाया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने बताया कि अगर कोई राज्य डिमांड करता है तो उस पर विचार किया जाएगा।
5 राज्यों का हाल मध्यप्रदेश: भोपाल में शुक्रवार रात 8 बजे से 4 अगस्त की सुबह 5 बजे तक टोटल लॉकडाउन रहेगा। जिला प्रशासन ने यह फैसला भोपाल में कोरोना संक्रमण की वजह से लिया है। हालांकि, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से दूसरे शहरों के लिए फ्लाइट और ट्रेनों का ऑपरेशन जारी रहेगा। जबकि लो फ्लोर बसों, टैक्सी, ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
इंदौर में भी लॉकडाउन लगाने को लेकर चर्चा है। प्रशासन का कहना है कि यहां नए इलाकों में संक्रमण मिल रहा है। पिछले दो दिन में 14 इलाके चिह्नित किए गए हैं। अब तक पुलिस के 55 कर्मचारी और नगर निगम के 49 कर्मचारी संक्रमित मिले हैं। ग्वालियर की सीमाएं तीन दिन के लिए सील कर दी हैं।
महाराष्ट्र: कोरोना महामारी की वजह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 27 जुलाई को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता और प्रशंसक उन्हें बधाई देने घर और ऑफिस न आए।
उधर, राज्य में अब तक 17 लाख 41 हजार 992 लोगों के कोरोना टेस्ट हो चुके हैं। हर दिन 50 हजार से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। गुरुवार को 50 हजार 466 लोगों के टेस्ट किए गए। राज्य में गुरुवार कोसबसे ज्यादा 78 मौतें पुणे में हुईं। इसके बाद, मुंबई में 55 और ठाणे में 47 और पालघर में 25 लोगों ने दम तोड़ा।
उत्तरप्रदेश: राज्य में गुरुवार को पहली बार रिकॉर्ड 2500 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। उधर,प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि हम लगातार अपनी टेस्ट क्षमता को बढ़ा रहे हैं। बुधवार को 54 हजार 897 सैंपल की जांच की गई। अभी तक राज्य में कुल 16 लाख 54 हजार 651 सैंपल्स की जांच हो चुकी है। महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद उत्तर प्रदेश कोरोना जांच करने के मामले में तीसरे नंबर पर है।
राजस्थान: पिछले तीन दिनों से जोधपुर में 200 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को रिकॉर्ड 243 मरीज सामने आए। 88 को डिस्चार्ज भी किया गया। जोधपुर में कोरोना के खतरनाक संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने एक और प्रशासनिक अधिकारी यहां लगाने का फैसला लिया है। इसके पीछे कलेक्टर और संभागीय आयुक्त का संक्रमित होना कारण बताया जा रहा है।
जोधपुर में कुल संक्रमितों की संख्या 5398 पहुंच गई है। 87 लोग दम भी तोड़ चुके हैं।उधर, गुरुवार को अलवर, बीकानेर में 3-3, पाली में 2, जोधपुर, नागौर और जालौर में एक-एक मरीज की मौत हुई।
बिहार: राज्य के कोविड-19 अस्पतालों में बेड की संख्या 8 हजार है। अब सरकार ने 5 हजार बेड बढ़ाने का फैसला किया है। उधर, सैंपल टेस्ट की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी। जिला से लेकर तहसील स्तर तक 1 लाख किट्स फील्ड में भेजे जाएंगे, ताकि लोग ऑन डिमांड जांच करा सकें। इस बीच, बिहार में गुरुवार को चार लोगों की जान गई। इनमें जदयू नेता और गया जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन बिंदी यादव भी शामिल हैं।
दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 1 करोड़ 56 लाख 51 हजार 601 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें 95 लाख 35 हजार 209 ठीक हो चुके हैं, जबकि 6 लाख 36 हजार 464 की मौत हो चुकी है।ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। फ्रांस ने महामारी से बेरोजगार हुए युवाओं के लिए 6.5 बिलियन यूरो (करीब 5650 हजार करोड़ रुपए) के पैकेज का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री ज्यांकास्तेने गुरुवार को बताया कि यह एक दो साल की योजना है। इसके तहत सरकार कंपनियों को 25 साल से कम उम्र के युवाओं को नौकरी देने के लिए सब्सिडी देगी।
संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद इराक ने गुरुवार इंटरनेशनल फ्लाइट्स को दोबारा शुरू करने को मंजूरी दे दी। यहां के सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने कहा, ‘‘बगदाद, बसरा और नजफ एयरपोर्ट पर विदेश जाने वाले लोगों की मांग बढ़ी है। इसे देखते हुए इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू करने की इजाजत दी जाती है।’’ देश में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 2361 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमितों का आंकड़ा 1 लाख 2 हजार 226 हो गया है। वहीं 4122 मौतें हुई हैं। अब तक 69 हजार 405 लोग पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं।
10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश
कितने संक्रमित
कितनी मौतें
कितने ठीक हुए
अमेरिका
41,69,991
1,46,623
19,52,060
ब्राजील
22,42,394
83,036
15,32,138
भारत
12,85,236
30,607
8,15,251
रूस
7,95,038
12,892
5,72,053
द.अफ्रीका
3,94,948
5,940
2,29,175
पेरू
3,66,550
17,455
2,52,246
मैक्सिको
3,62,274
41,190
2,31,403
चिली
3,38,759
8,838
3,11,431
स्पेन
3,17,246
28,429
उपलब्ध नहीं
ब्रिटेन
2,97,146
45,554
उपलब्ध नहीं
अमेरिका: ट्रम्प ने अपनी पार्टी का कार्यक्रम रद्द किया
अमेरिका में संक्रमण के मामले लगातार बढ़रहे है। यहां संक्रमितों का आंकड़ा 40 लाख के पार हो गया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए ट्रम्प ने फ्लोरिडा में होने वाली रिपब्लिकन पार्टी का कार्यक्रम रद्द कर दिया। कुछ दिन पहले ही उन्होंने संक्रमण को देखते हुए पहले से तय अपनी रैलियों के बदले टेली रैली करने का ऐलान किया था। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, यहां 4 लाख 21,857 मामलों के साथ कैलिफोर्निया सबसे प्रभावित राज्य बन गया है।
तुर्की: संक्रमितों का आंकड़ा 2 लाख के पार
तुर्की में पिछले 24 घंटों में 913 नए मामलों की पुष्टि के साथ संक्रमितों की संख्या 2 लाख 23 हजार 315 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री फहरेतिन कोका ने ट्वीट कर बताया कि अब तक 44 लाख 46 हजार 373 लोगों की जांच की जा चुकी है। वहीं 2 लाख 6 हजार 365 लोग ठीक हुए हैं। यहां 5563 मौतें हुई हैं। तुर्की में संक्रमण का पहला मामला 11 मार्च को सामने आया था।
देश में कोरोना मरीजों की संख्या 12 लाख 88 हजार 130 हो चुकी है। गुरुवार को रिकॉर्ड 48 हजार 446 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। अब तक एक दिन में संक्रमितों के मिलने का यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। गुरुवार को सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 9,895, आंध्र प्रदेश में 7,998, तमिलनाडु में 6,472 और कर्नाटक में 5,030 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।यह आंकड़े covid19india.org के मुताबिक हैं।
उधर, रेलवे ने बताया कि देश में 9 जुलाई तक4165 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। अब इनकी कोई मांग नहीं है। इसके जरिए 63 लाख लोगों को उनके घर तक पहुंचाया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने बताया कि अगर कोई राज्य डिमांड करता है तो उस पर विचार किया जाएगा।
5 राज्यों का हाल मध्यप्रदेश: भोपाल में शुक्रवार रात 8 बजे से 4 अगस्त की सुबह 5 बजे तक टोटल लॉकडाउन रहेगा। जिला प्रशासन ने यह फैसला भोपाल में कोरोना संक्रमण की वजह से लिया है। हालांकि, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से दूसरे शहरों के लिए फ्लाइट और ट्रेनों का ऑपरेशन जारी रहेगा। जबकि लो फ्लोर बसों, टैक्सी, ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
इंदौर में भी लॉकडाउन लगाने को लेकर चर्चा है। प्रशासन का कहना है कि यहां नए इलाकों में संक्रमण मिल रहा है। पिछले दो दिन में 14 इलाके चिह्नित किए गए हैं। अब तक पुलिस के 55 कर्मचारी और नगर निगम के 49 कर्मचारी संक्रमित मिले हैं। ग्वालियर की सीमाएं तीन दिन के लिए सील कर दी हैं।
महाराष्ट्र: कोरोना महामारी की वजह से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 27 जुलाई को अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता और प्रशंसक उन्हें बधाई देने घर और ऑफिस न आए।
उधर, राज्य में अब तक 17 लाख 41 हजार 992 लोगों के कोरोना टेस्ट हो चुके हैं। हर दिन 50 हजार से ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं। गुरुवार को 50 हजार 466 लोगों के टेस्ट किए गए। राज्य में गुरुवार कोसबसे ज्यादा 78 मौतें पुणे में हुईं। इसके बाद, मुंबई में 55 और ठाणे में 47 और पालघर में 25 लोगों ने दम तोड़ा।
उत्तरप्रदेश: राज्य में गुरुवार को पहली बार रिकॉर्ड 2500 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। उधर,प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि हम लगातार अपनी टेस्ट क्षमता को बढ़ा रहे हैं। बुधवार को 54 हजार 897 सैंपल की जांच की गई। अभी तक राज्य में कुल 16 लाख 54 हजार 651 सैंपल्स की जांच हो चुकी है। महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद उत्तर प्रदेश कोरोना जांच करने के मामले में तीसरे नंबर पर है।
राजस्थान: पिछले तीन दिनों से जोधपुर में 200 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को रिकॉर्ड 243 मरीज सामने आए। 88 को डिस्चार्ज भी किया गया। जोधपुर में कोरोना के खतरनाक संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने एक और प्रशासनिक अधिकारी यहां लगाने का फैसला लिया है। इसके पीछे कलेक्टर और संभागीय आयुक्त का संक्रमित होना कारण बताया जा रहा है।
जोधपुर में कुल संक्रमितों की संख्या 5398 पहुंच गई है। 87 लोग दम भी तोड़ चुके हैं।उधर, गुरुवार को अलवर, बीकानेर में 3-3, पाली में 2, जोधपुर, नागौर और जालौर में एक-एक मरीज की मौत हुई।
बिहार: राज्य के कोविड-19 अस्पतालों में बेड की संख्या 8 हजार है। अब सरकार ने 5 हजार बेड बढ़ाने का फैसला किया है। उधर, सैंपल टेस्ट की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी। जिला से लेकर तहसील स्तर तक 1 लाख किट्स फील्ड में भेजे जाएंगे, ताकि लोग ऑन डिमांड जांच करा सकें। इस बीच, बिहार में गुरुवार को चार लोगों की जान गई। इनमें जदयू नेता और गया जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन बिंदी यादव भी शामिल हैं।
फोटो हरियाणा के रोहतक की है। यहां तीज के अवसर पर शहर व देहात में कई जगह कार्यक्रमहुए। कोरोना की वजह से अधिकतर लोगों ने घरों पर ही पर्व सेलिब्रेट किया। कई जगह पेड़ों पर झूले डाल महिलाओं ने पींग चढ़ाई।
कोरोना के चलते अछूते नहीं रहे त्योहार
फोटो पंजाब केपटियाला की है।काेराेना के चलते सारा सिस्टम बदल गया है। इससे त्योहारभी अछूते नहीं रहे हैं। बारादरी गार्डन में जिला प्रशासन हरियाली तीज मनाने काे मेला लगता है, इस साल मेले का आयाेजन नहीं कराया गया। ऐसे में लाेगाें ने घराें में तीज का त्याेहार मनाया।
बाइक को लकड़ी के सहारे उठाकर पार कररहे लोग
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के पाली में गुरुवार को सुबह से जोरदार बारिश की वजह से कई नदी नाले उफान पर रहे। नानपुलाली के पास गुंजन नाला पुल के ऊपर पानी का तेज बहाव था, जिसकी वजह से बाइक सवार भी पार करने में हिम्मत नहीं जुटा पाए। कुछ लोग बाइक को उठाकर पार करने में 20 रुपए लेकर मदद कर रहे थे। दोपहर 1 बजे से मार्ग पर आवाजाही बंद रही। शाम को पानी कुछ कम हुआ तो लोग पुल को पैदल पार करते रहे।
न मास्क न दूरी, ओवरफ्लो डैम को देखने उमड़ी भीड़
यह झारखंड के पलामू में सतबरवा का मलय डैम है जोलगातार हाे रही बारिश से ओवरफ्लाे हाे रहा है। पर बेपरवाह लाेगों को अपनी जान कीथोड़ी सी भी चिंतानहीं है। गुरुवार को डैम को देखने के लिए सैकड़ों लोग जुटे। युवाओं -बच्चाें ने जान से खिलवाड़ करते हुए डैम की धारा में फिसलकर मस्तीकी। इस दौरान न तो इन लोगों ने मास्क पहन रखा था और न हीं साेशलडिस्टेंसिंग का पालन किया।
नशे का इलाज कराने दो लाख लोग राेज लगते हैं कतार में
पंजाब के ओट (आउटपेसेंट ओपियाड असिस्टेड ट्रीटमेंट) सेंटर में प्रतिदिन दो लाख लोग लाइन लगाते हैं। इन लोगों को बुप्रेनॉर्फीन/नालोक्सोन की गोली दी जाती है, जो खतरनाक नशे का सब्सिट्यूट होता है। इससे धीरे-धीरे नशा छोड़ने में सहायता मिलती है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, कर्फ्यू और लॉकडाउन के दौरान पंजाब में 1.02 लाख लोगों ने हेरोइन (चिट्टा), पोस्त, स्मैक, नशीली गोलियां और कैप्सूलों से तौबा करते हुए ओट सेंटर में रजिस्ट्रेशन कराया है। यह लोग नियमित सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक लाइन में लगकर गोली ले रहे हैं। फोटोतरनतारन जिले के गांव भागपुर की है।
मिट्टी और घास पर ही तारकोल प्रीमिक्स डालकर बना दी सड़क
नगर निगम पंचकूला का इंजीनियरिंग विंग आए दिन नए-नए कारनामे करता रहता है। इस बार सेक्टर-26 में मिट्टी और घास पर ही तारकोल प्रीमिक्स डालकर सड़क बना दी गई। ऐसा कर सरासर पब्लिक की आंखों में मिट्टी डाली जा रही है। अफसर इतने लापरवाह हैं कि मौके पर जाकर चेक ही नहीं किया। पैसे की बर्बादी की जा रही है।
काेहरे की चादर से ढका शहर, ट्रेनों काे भी लाइट जलाकर गुजरना पड़ा
हरियाणा के सोनीपत मेंगुरुवार की सुबह लाेग जब बिस्तर से उठे ताे आसमान में घना काेहरा छाया था। लाेगाें काे यकीन ही नहीं हाे रहा था कि यह जुलाई का महीना है। सुबह 7 बजे दृश्यता मात्र 8 मीटर रही जिसके कारण ट्रेनों काे भी लाइट जलाकर गुजरना पड़ा। सड़क पर कुछ भी पास में ही नहीं दिखाई पड़ रहा था। यह सब एक दिन पहले हुई बरसात के कारण हुआ है। एक्सपर्ट की मानें ताे यह वाष्प के कारण हाेता है। लगातार बरसात हाेने के बाद अगली सुबह इस तरह की हाेती है। गरम जमीन पर लगातार बरसात हाेने के कारण वाष्पित हाेती है।
from Dainik Bhaskar /local/delhi-ncr/news/even-the-corona-period-could-not-reduce-the-glory-of-teej-in-patiala-people-celebrated-festivals-in-homes-instead-of-fairs-127546561.html
https://ift.tt/3eWaH0X
कोरोनावायरस के कारण लोग मानसिक रूप से ज्यादा परेशान हुए हैं, जबकि मेंटल हेल्थ को बनाए रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह हमारे सोचने, महसूस करने और काम करने की ताकत को प्रभावित करती है। इसके साथ ही इसका सीधा असर तनाव, रिश्तों और फैसले लेने पर भी पड़ता है।
इमरजेंसी के दौर में पहले से मानसिक रूप से बीमार लोग ज्यादा मुश्किल में हैं। ऐसे लोगों को अपना इलाज जारी रखना चाहिए और अपने लक्षणों को मॉनिटर करना चाहिए। डिप्रेशन, चिंता या घबराहट, बाय-पोलर डिसऑर्डर जैसी मानसिक परेशानियां व्यक्ति की काम करने की क्षमताओं पर असर डालती हैं। यह परेशानियां शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म हो सकती हैं।
तनाव से बचने के कुछ हेल्दी तरीके- 1. कोविड 19 को लेकर सतर्क रहें
बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी रखें। अगर आपको लग रहा है कि आप बीमार हैं तो कोई भी इलाज शुरू करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिनभर मिलने वाली कोरोनावायरस की खबरों से थोड़ा दूरी बनाकर रखें। महामारी से जुड़ी खबरों से अपडेट रहें, न कि पूरा दिन केवल इससे जुड़े समाचार देखते रहें। दिनभर के न्यूज इन टेक को सीमित कर दें।
2. इमोशनल हेल्थ का ध्यान रखें
सबसे ज्यादा जरूरी है मानसिक तौर पर मजबूत होना। अगर आप मेंटली हेल्दी हैं तो आप चीजों को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे और निर्णय ले पाएंगे। इमोशनल हेल्थ बनाए रखना परिवार के लिहाज से भी जरूरी है। क्योंकि इसी के कारण आप अपनी और परिवार की जरूरतों और सुरक्षा को लेकर प्रतिक्रिया कर पाएंगे। अपनी इमोशनल हेल्थ का ध्यान रखें।
3. शरीर का ध्यान रखें
दिमाग के साथ-साथ शरीर का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। खासतौर से इस दौर में जब लोग पहले से ज्यादा वक्त घरों में गुजार रहे हैं। ज्यादा खाने और आराम के बाद एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी हो जाता है। फिटनेस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लगातार वर्कआउट के बाद भी शरीर में आलस तैयार होने के लिए 24 घंटे काफी होते हैं। ऐसे में घर में रहकर ही गहरी सांस, स्ट्रेचिंग और ध्यान लगाएं। हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें और नियम से एक्सरसाइज करें। इसके अलावा भरपूर नींद लें और ज्यादा नशे से बचें।
4. खुद को खुश रखें
काफी समय से घर में ही रह रहे लोगों के पास करने के लिए एक्टिविटीज ही नहीं हैं। ऐसे में लगातार लंबे वक्त से एक ही रुटीन फॉलो करते आ रहे लोग मानसिक तौर पर खुद को फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं। ऐसे में घर में ही रहकर अपने लिए नई चीजें खोजें। वो काम करें जो आपको खुशी दें। छोटी-छोटी चीजों को फैमिली एक्टिविटीज में बदल दें और इसमें बच्चों को भी शामिल करें।
5. दूसरों से जुड़ें
इंसान सामाजिक प्राणी है और मानसिक तौर पर स्वस्थ्य रहने के लिए लोगों से मुलाकात बहुत जरूरी होती है। जबकि कोरोनावायरस ने सबसे ज्यादा नुकसान सोशल बिहेवियर को ही पहुंचाया है। लोग डर या सुरक्षा के कारण एक-दूसरे से खुलकर नहीं मिल पा रहे हैं। इस दौरान आप टेक्नोलॉजी का सहारा ले सकते हैं।
वीडियो कॉल्स के जरिए आप लोगों के संपर्क में रहें। अगर परिवार में बुजुर्ग हैं और आपसे दूर रहते हैं तो वीडियो कॉल के जरिए उनसे बात करें। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फोन पर बातचीत और चेहरा देखकर बात करने में फर्क होता है। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल क्रिएटिव तरीके से करें।
आत्महत्या के मामलों में इजाफा
जीवन के अनुभव किसी व्यक्ति के सुसाइड को जोखिम को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए हिंसा, चाइल्ड एब्यूज या बुलिंग से गुजर चुके लोगों में सुसाइड की आशंका ज्यादा होती है। इसके अलावा आइसोलेशन, डिप्रेशन, चिंता और दूसरे इमोशनल स्ट्रेस या आर्थिक परेशानी सुसाइड रिस्क को बढ़ाती हैं। महामारी के दौरान लोग इस तरह की चीजों को ज्यादा महसूस कर रहे हैं।
हालांकि, आत्महत्या के ख्याल से बचने के भी कई रास्ते हैं। परिवार और समाज का सपोर्ट, जुड़े होने का एहसास और थैरेपी खुदकुशी के विचार को कम करने में मदद कर सकती हैं।
कोविड 19 और भोजन
स्ट्रेस से बचने के लिए अपने शरीर की देखभाल अच्छे पोषण से करें। डायट्री सप्लीमेंट्स कोविड 19 के इलाज या बचाव के लिए नहीं हैं। विटामिंस सी, डी और जिंक जैसे कुछ विटामिंस और मिनरल्स का असर इम्यून सिस्टम के काम करने के तरीके पर पड़ सकता है।
इन पोषक तत्वों कोपाने का सबसे अच्छा तरीका भोजन है। आपको विटामिन-सी फल और सब्जियों से, विटामिन-डी लो फैट दूध, सीफूड और जिंक सीफूड, फलियों, नट और बीज से मिल सकता है। अगर आप विटामिन और डायट्री सप्लीमेंट्स लेने के बारे में विचार कर रहे हैं तो पहले फार्मासिस्ट, डायटीशियन और दूसरे हेल्थ केयर एक्सपर्ट्स से सलाह लें। खासतौर से तब जब आप इन्हें दूसरे भोजन या दवाओं के साथ मिलाकर ले रहे हों।
कैली डिनार्डो. कहते हैं आप तब तक स्वस्थ्य नहीं हो सकते जब तक कि आप सही तरीके से सांस नहीं ले रहे। हम दिन में करीब 25 हजार बार सांस लेते हैं और खासकर महामारी के वक्त में हम इसे लेकर सजग भी हुए हैं। "ब्रीद: द न्यू साइंस ऑफ ए लॉस्ट आर्ट" के लेखक जेम्स नेस्टर कहते हैं कि "अगर कोविड से कुछ अच्छा बाहर निकलकर आया है तो वह है लोग अपनी सांस लेने के तरीकों पर ध्यान दे रहे हैं।"
हम किस तरह से सांस ले रहे हैं, इसका असर शरीर के सेल्युलर स्तर पर पड़ता है। रिसर्च बताती हैं कि सांस लेने कातरीका बदलना हमारे वजन, एलर्जी, अस्थमा, खर्राटे लेना, तनाव और ध्यान जैसी चीजों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में बेहतर ढंग से सांस लेने में कुछ एक्सरसाइज आपकी मदद कर सकती हैं।
इन 13 एक्सरसाइज के जरिए आप अपनी सांस को और बेहतर कर सकते हैं-
1. मुंह को बंद रखें
हम में से करीब आधे लोग क्रोनिक माउथ ब्रीदर्स होते हैं। यह एक ऐसा तरीका है जिससे फेफड़ों में परेशानी हो सकती है और रेस्पिरेटरी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसे खराब सांस, स्लीप एप्निया और दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम्स से भी जोड़कर देखा गया है।
नाक के जरिए सांस लेने पर हवा गर्म और साफ होती है। यह हमें पूरी और लंबी सांस लेने में मदद करती है। इसके अलावा नाक से सांस लेने पर ज्यादा ऑक्सीजन आब्जर्व होती है और नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है। नाइट्रिक ऑक्साइड एक मॉलीक्यूल होता है जो ब्लड वैसल्स को खोलता है, इससे सर्कुलेशन और बढ़ता है और ऑक्सीजन, खून और दूसरे न्यूट्रिएंट्स को शरीर के सभी हिस्सों में पहुंचाता है। नाइट्रिक ऑक्साइड से इम्यून फंक्शन, वजन प्रभावित होते हैं।
हालांकि, करीब 40 फीसदी लोग जो एलर्जी, साइनोसाइटिस के कारण नाक बंद होने की परेशानी से जूझ रहे हैं। ऐसे लोगों में मुंह बंद कर सांस लेना एक चुनौती हो सकता है। इसमें पहले कदम नाक को खोलना है। नेस्टर कहते हैं "इसके लिए कुछ स्प्रे और नेटि-पॉट्स मौजूद हैं। मैं अपनी नाक में यूकेलिप्टस तेल डालता हूं।"
2. नाक खोलना
पैट्रिक मैकियोन की "द ऑक्सीजन एडवांटेज" की एक एक्सरसाइज नाक को खोलने में मदद कर सकती है। सीधा बैठें, आराम से नाक के जरिए सांस अंदर-बाहर करें। इसके बाद दोनों नॉस्ट्रिल्स को बंद कर दें। अपने सर को ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं तब तक हिलाएं जब तक आपको सांस लेने की जरूरत न पड़ जाए। नाक या नाक बंद होने की स्थिति में सिकुड़े हुए होठों से धीमी सांस लें। शांति से 30 सेकंड से लेकर एक मिनट तक सांस लें और इसे पांच बार दोहराएं।
3. कुछ गहरी सांस लें
एक औसत व्यक्ति अपने डायफ्राम का 10 प्रतिशत जितना ,छोटा हिस्सा उपयोग करता है। सीने के जरिए सांस लेना दिल पर बोझ, गर्दन-कंधे की नसों में तनाव और आपको लगातार लो ग्रेड स्ट्रेस में रख सकता है। डायाफ्रेगमेटिक ब्रीदिंग यानी पेट से सांस लेने पर हम गहरी सांस ले सकते हैं और इससे हमारे फेफड़े ज्यादा ऑक्सीजन सोख पाएंगे और तनाव कम होगा।
4. पेट से सांस लेना
शुरू करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और घुटने मोड़ लें। एक हाथ को सीने और दूसरे हाथ को पेट पर रखें। धीरे-धीरे नाक से सांस लें, ताकि आपका पेट बढ़े। सीने पर रखा हाथ नहीं हिलना चाहिए। धीरे से नाक या सिकुड़े होंठ के जरिए सांस को बाहर छोड़ें और पेट को अपने पुरानी स्थिति में महसूस करें। इसे 5 से 10 बार दोहराएं। जब आप इस टेक्नीक को आसानी से करने लगें तो ऐसा बैठकर या खड़े होकर भी करें।
5. गेंद लें और उसे रोल करें
जब आप सीने में सांस लेते हैं तो गर्दन, कंधे और ऊपरी सीने को बाहर निकलने में मदद मिलती है और यह कस जाते हैं। जब ऊपरी शरीर के मसल्स कसे हुए होते हैं तो वे सामान्य सांस लेने की प्रोसेस को रोकते हैं। ऊपरी शरीर को टेनिस या मसाज बॉल के जरिए मसाज करने से यह चीज सुधरेगी और मसल्स को ढीला करेगी और आराम देगी।
6.पैक्टोरल रोल
दीवार की तरफचेहरा करके खड़े हो जाएं और गेंद को कॉलर-बोन पर लगाएं। दीवार पर झुकें और गेंद को कई बार क्लैविकल के नीचे कई बार आगे-पीछे, दाएं-बाएं घुमाएं। इसे सीने के दूसरे तरफ भी दोहराएं।
7.इंटरकोस्टल रोल
दीवार के सामने एक तरफ से खड़े हों और अपने हाथ को दीवार से सटाकर उठाएं। हथेली को दीवार से लगाएं। गेंद को आर्म-पिट के अंदर रखें और दीवार के सहारे इसे घुमाएं। गेंद को एक इंच नीचे करें और दोहराएं। मांसपेशियों के बीच इंटरकोस्टल मसल्स को तब तक मसाज करें, जब तक आप लोअर रिब्स तक न पहुंच जाएं। इसे दूसरी तरफ भी दोहराएं।
8. अपर बैक रोल
पलट जाएं, ताकि आप दीवार की तरफ पीठ कर के खड़े हो सकें। गेंद को अपने ट्रैपेजियस के ऊपर रखें और दीवार पर झुक जाएं। आराम से गेंद को कंधे के बाहरी हिस्से पर झुककर और सीधा होकर घुमाएं। इसे दूसरी तरफ दोहराएं।
9. नेक रिलीज
अपनी पीठ के सहारे योग ब्लॉक के साथ नीचे आ जाएं या अपने सिर के नीचे कोई मोटी किताब रख लें। अपने सिर को दाईं ओर मोड़ें और गेंद को कान के पीछे गर्दन के ऊपरी हिस्से में रखें। पांच गहरी सांस लें। इसके बाद हां और न में तीन-चार बार सिर हिलाएं। साइड को बदल लें।
10. सीधे खड़े हो जाएं
खराब पॉश्चर डायफ्राम को रोकते हैं और ब्लड फ्लो और पाचन जैसी एक्टिविटीज को धीमा करते हैं। पैरों को स्ट्रेच करना, पीठ को लंबा करना और कंधों को खोलना रीढ़ की हड्डी को डीकंप्रेसकरने में मदद करता है।
11. कैट/काउ
जमीन पर टेबल-टॉप पोजीशन में आ जाएं। जब आप सांस लें तो पेट को गिराएं, सीने को आगे दबाएं और ऊपर देखें। सांस छोड़ते वक्त ठुड्डी को सीने पर लगाएं और रीढ़ की हड्डी को मोड़ें। तीन से पांच बार सांस के लिए गाय और बिल्ली योग मुद्राओं में बदलाव करें।
12. पैरों के बीच जगह बनाएं और आगे की तरफ फोल्ड करें
पंजों के बल खड़े हों और दोनों में करीब 4 फीट की दूरी रखें। पैर के अंगूठे को अंदर की तरफ मोड़े। अपनी पीठ के पीछे हाथों को बांध लें। सांस लें, सीने को खोलें हथेलियों को नजदीक लाएं। जब सांस छोड़ें तो आगे की तरफ फोल्ड करें और अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं। अगर हाथ पकड़ना मुश्किल हो रहा है तो टॉवेल की मदद लें। इसी पोजिशन में 5 से 10 सांसों तक ठहरें।
13.सु-पाइन स्पाइनल ट्विस्ट
पीठ के बल लेट जाएं, घुटनों को सीने से लगाएं और कुछ सांस लें। इसके बाद हाथों को विपरीत दिशा में T आकार बनाते हुए बाहर निकालें। जब आप सांस छोड़ें तो घुटनों को दाईं ओर नीचे कर दें, दोनों कंधों की ब्लेड्स को जमीन पर रखें। आप बाएं कंधे को देखकर ट्विस्ट को और गहरा कर सकते हैं। इस पोजीशन में कई बार सांस लें, सांस अंदर लें और घुटनों को वापस बीच में लाएं। सांस छोड़ें और बाईं ओर इन्हें नीचा करें और दूसरी दिशा में ट्विस्ट करें।