क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक वायरल फोटो में सड़क पर लाखों लोगों की भीड़ दिख रही है। दावा किया जा रहा है कि अब पश्चिम बंगाल में भी लाखों लोग किसान बिल के विरोध में उतर आए हैं।
Yesterday's #Kolkata against #FarmBill. pic.twitter.com/AYeCFnX586
— The Vanguard (@SDey83) December 17, 2020
वायरल फोटो को सोशल मीडिया पर अमित शाह के पश्चिम बंगाल में चल रहे चुनावी दौरे से जोड़कर भी शेयर किया जा रहा है।
और सच क्या है?
- इंटरनेट पर हमें अलग-अलग की-वर्ड सर्च करने पर भी ऐसी कोई खबर नहीं मिली। जिससे पुष्टि होती हो कि पश्चिम बंगाल में भी किसान आंदोलन के विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतरे हैं।
- वायरल हो रही फोटो को हमने गूगल पर रिवर्स सर्च किया। हमें कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ( मार्क्सवादी) के एक साल पुराने सोशल मीडिया पोस्ट में भी यही फोटो मिली। साफ है कि फोटो का अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे या हाल में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।
Birds eye view of today's public meeting at Rani Rashmani Road which was organised to mark the culmination of 12 days long #WorkersLongMarch against privatization, anti workers policies, divisive agenda of #NRC, #CAB & rampant retrenchment of the labors. pic.twitter.com/1tq2kxaWqm
— CPI(M) WEST BENGAL (@CPIM_WESTBENGAL) December 11, 2019
- CPI(M) की पोस्ट से पता चलता है कि फोटो दिसंबर 2019 में हुए 12 दिवसीय कर्मचारी रैली की है। यह रैली कर्मचारियों ने निजीकरण, नागरिकता संशोधन कानून और मजदूर विरोधी कानूनों के विरोध में निकाली थी। ये रैली कोलकाता के रानी रशमनी रोड पर निकाली गई थी।
- इन सबसे साफ है कि सोशल मीडिया पर 1 साल पुरानी फोटो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल फोटो का हाल में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।
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