शनिवार, 22 मई 2021

अलविदा उस्ताद:कलम के राजकुमार थे; उर्दू शायरी की दुनिया पर जितनी पकड़ थी, उतनी ही उनकी ज़ुबान से भोपाली टपकती थी



from देश | दैनिक भास्कर https://ift.tt/343Axgr
https://ift.tt/eA8V8J

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

If you have any doubt, please let me know.

Popular Post