अरब सागर से उठा डीप डिप्रेशन मंगलवार को चक्रवाती तूफान में बदल गया। इस तूफान का नाम निसर्ग है जो महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। चक्रवात मार्ग के अनुसार, बुधवार को यह भीषण रूप में रायगढ़ के हरिहरेश्वर और दमण के बीच अलीबाग के पास 110 किमी/घंटा की हवा की रफ्तार से टकरा सकता है। वहां से होते हुए उत्तर में मुंबई, पालघर से होते हुए दक्षिण गुजरात की ओर बढ़ेगा। मुंबई तो इस सदी के पहले बड़े तूफान की जद में आ रही है।
मौसम विभाग के साइक्लोन ई-एटलस के मुताबिक, 1891 के बाद पहली बार महाराष्ट्र के तटीय इलाके के आसपास साइक्लोन का खतरा मंडराया है। इससे पहले साल 1948 और 1980 में ऐसी स्थिति उत्पन्न तो हुई थी, लेकिन वो चक्रवात में बदल पाई थी। उधर, तूफान के असर सेबुधवार-गुरुवार काे मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर समेतचार संभागों के ज्यादातर हिस्से में 2 से 4 इंच तक यानी 5 से 10 सेमी तक बारिश हाे सकती है।
परमाणु-केमिकल यूनिट काे खतरा
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि तूफान के मार्ग में रायगढ़ और पालघर में पड़ने वाले परमाणु और केमिकल संयंत्र भी हैं, जिसको लेकर चिंता जताई जा रही है। इससे बिजली बंद हो जाने का भी खतरा है। प्रधानमंत्री ने इस संबंध में उद्धव से बात भी की।
तैयारी: गुजरात-महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 34 टीमें
- गुजरात के तटीय जिलाें में 80 हजार लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया।
- नौसेना ने मुंबई में 5 फ्लड रेस्क्यू टीम और 3 गोताखोर टीम तैनात की हैं।
- पालघर जिले में सब बंद। मुंबई में मछुआरों ने नौकाएं हटाईं।
- महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में धारा 144 लागू।
असर: मुंबई सहित दो राज्यों के 11 जिलों में रेड अलर्ट
- गोवा में निसर्ग का असर, पणजी में भारी बारिश।
- मुंबई में भी बारिश शुरू, बुधवार को 27 सेमी से ज्यादा बारिश संभव, समुद्र में दो मीटर ऊंची लहरें उठेंगी।
- ऐहतियातन संभावित प्रभावित जिलों में बिजली-पानी की सप्लाई बंद हो रही है।
मध्यप्रदेश:4 संभागों में बारिश होगी, धार में 1 इंच पानी बरसा
तूफान के असर सेबुधवार-गुरुवार काे मध्यप्रदेश के चार संभागों के ज्यादातर हिस्से में 2 से 4 इंच तक यानी 5 से 10 सेमी तक बारिश हाे सकती है। माैसम वैज्ञानिकाें का कहना है कि भाेपाल, उज्जैन, इंदाैर, ग्वालियर-चंबल संभागाें के कुछ जिलाें व शहराें में भारी या अति भारी बारिश के आसार हैं। इनमें उज्जैन, इंदाैर, धार, बड़वानी, रतलाम, झाबुआ, हरदा, बैतूल, राजगढ़, सीहाेर, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, भिंड और श्याेपुर शामिल हैं।
वहीं, मंगलवार काे धार जिले के सरदारपुर में 25 मिमी यानी 1 इंच बारिश हाे गई। आलीराजपुर, धार जिले और देवास जिले के कई शहर व कस्बाें में 4 सेमी से ज्यादा बारिश हुई। राजधानी भाेपाल में बादल छाए रहे। इस वजह से दिन का तापमान सामान्य से 6 डिग्री नीचे 34.4 डिग्री पर पहुंच गया।
राजस्थान: 14 जिलों में 3 दिन भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक राजस्थान के 14 जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी दी है। साथ ही कहा कि इस दौरान ज्यादातर इलाकों में आंधीभी जारी रहने की आशंका है। प्रदेश में अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान निसर्ग का भी असर दिख सकता है। इससे राज्य दक्षिणी पश्चिमी पर भी हाेगा, जिससे भारी से अति बारिश का अनुमान है।
वहीं, मंगलवार को प्रदेश में पारा भी पैरों पर आ गया। सिर्फ 40.1 डिग्री के साथ जैसलमेर प्रदेश में सबसे गर्म रहा। नौतपा के पहले दिन 50 डिग्री सेल्सियस का रिकॉर्ड बनाने वाले चूरू में नौतपा के आखिरी दिन तापमान सिर्फ 35.3 डिग्री सेल्सियस रहा। जयपुर में तापमान 37.4, अजमेर में 37 और काेटा में 39.5 डिग्री रहा।
देश में चार साल बाद मानसून के साथ तूफान
केरल में मानसून की दस्तक के साथ अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान निसर्ग अति तीव्र तूफान में बदलने वाला है। डाॅप्लर राडार इंचार्ज वेद प्रकाश ने बताया कि जून के पहले हफ्ते में जब धरती सूखी रहती है आयन ज्यादा मात्रा बनते हैं पानी बरसने पर ब्लीचिंग हाे जाती है, सतह से हट जाते हैं, इस कारण बिजली गिरने की आशंका बढ़ जाती है।
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