क्या वायरल : राफेल के मॉडल की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि राफेल फाइटर विमानों का पहला बैच भारत आने पर वायुसेना के अध्यक्ष ने इसे हाल ही में अपने घर के बाहर लगाया है। दावा है कि यह रेप्लिका कांग्रेस मुख्यालय के सामने लगाई गई है। जिससे कांग्रेस द्वारा राफेल की कीमतों को लेकर किए गए विरोध का जवाब दिया जा सके।
- 27 जुलाई को फ्रांस के मेरिनेक एयरबेस से 5 राफेल फाइटर विमानों का पहला बैच भारत के लिए रवाना हो चुका है। 29 जुलाई को यह भारत पहुंच जाएगा। इसी बीच राफेल की रेप्लिका वायुसेना प्रमुख के आवास पर लगाए जाने वाली बात को हाल की घटना बताकर शेयर किया जा रहा है।
- राफेल फाइटर जेट डील भारत और फ्रांस के बीच सितंबर 2016 में हुई। हमारी वायुसेना को इसके तहत 36 अत्याधुनिक लड़ाकू विमान मिलेंगे। 2019 के दौरान कांग्रेस ने इस डील में भ्रष्टाचार से जुड़े कई आरोप लगाए। राहुल गांधी ने संसद से लेकर राजनीतिक रैलियों में राफेल के मुद्दे को भुनाया। कांग्रेस का दावा था कि यूपीए सरकार के दौरान एक राफेल फाइटर जेट की कीमत 600 करोड़ रुपए तय की गई थी। मोदी सरकार के दौरान एक राफेल करीब 1600 करोड़ रुपए का पड़ेगा।
नीता अंबानी के नाम से बने फर्जी ट्विटर अकाउंट से फोटो को इसी दावे के साथ ट्वीट किया गया।
इसे ही कहते हैं जले पर नमक छिड़कना, 😂😂 कांग्रेस मुख्यालय के ठीक सामने भारतीय वायु सेना प्रमुख का सरकारी निवास है!वायुसेना अध्यक्ष ने अपने निवास के बाहर राफेल का मॉडल लगा दिया,पहले सुखोई एमकेआई लगा हुआ था..😂😂😜 pic.twitter.com/ClA65UF6ZI
— Nita AMBANI™ (@0NitaAmbani) July 28, 2020
अन्य यूजर भी फोटो को ट्वीट कर रहे हैं
इसे ही कहते हैं जले पर नमक छिड़कना, 😂😂 कांग्रेस मुख्यालय के ठीक सामने भारतीय वायु सेना प्रमुख का सरकारी निवास है!वायुसेना अध्यक्ष ने अपने निवास के बाहर राफेल का मॉडल लगा दिया,पहले सुखोई एमकेआई लगा हुआ था..😂😂😜 pic.twitter.com/F69WrysAw3
— विजेन्द्र पटेल (@Nationfirst9380) July 28, 2020
फैक्ट चेक पड़ताल
- फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से 31 मई, 2019 को दैनिक भास्कर और दि प्रिंट वेबसाइट पर छपा एक आर्टिकल हमें मिला। चूंकि यह लेख एक साल पुराना है। इसलिए स्पष्ट हो गया कि फोटो भी हाल की नहीं है।
दैनिक भास्कर में छपे आर्टिकल की लिंक
- दि प्रिंट के इस आर्टिकल के अनुसार, 2019 लोकसभा चुनाव का कैम्पेन शुरू होने से ठीक एक माह पहले यानी अप्रैल 2019 में यह मॉडल वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के घर के बाहर लगाया गया था। जो दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय के ठीक सामने है।
- यानी कांग्रेस कार्यालय के सामने राफेल का मॉडल लगाए जाने वाली बात सही है। लेकिन, इसे हाल ही में नहीं बल्कि सवा साल पहले ही लगाया जा चुका है।
निष्कर्ष: राफेल की रेप्लिका के जिस फोटो को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है। वह असल में एक साल पहले ही लगाई जा चुकी है।
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