1. सवाल उठाता एनकाउंटर
आज पहली बात थोड़ी लंबी... पिछले आठ दिन में कानपुर, फरीदाबाद, उज्जैन से लेकर दोबारा कानपुर की दहलीज तक जो कुछ हुआ, वह किसी क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज की स्क्रिप्ट से कम नहीं था। जिस दिन विकास दुबे और उसके गुर्गों ने शूटआउट में आठ पुलिसवालों की हत्या की थी, उसी दिन से यूपी में लोग कहने लगे कि एसटीएफ उसे छोड़ेगी नहीं। एनकाउंटर कर डालेगी। बाद में एक के बाद एक विकास के पांच गुर्गों का एनकाउंटर कर दिया गया। पैटर्न लगभग एक जैसा।
फिर विकास दुबे ने बाजी पलट दी। फरीदाबाद से पता नहीं कैसे चार राज्यों की पुलिस से बचकर उज्जैन पहुंच गया। रात वहीं गुजारी। सुबह उठा। चाय पी। दाढ़ी बनाई और महाकाल के दर्शन करने पहुंच गया। यहां आसानी से पुलिस को अपनी गिरफ्तारी दे दी। साफ हो चुका था कि एनकाउंटर तो अब होने से रहा, चार्टर्ड प्लेन की चर्चा के बीच यूपी एसटीएफ ने उसे सड़क के रास्ते कानपुर ले जाने का फैसला किया।
कानपुर से ठीक पहले 10-11 गाड़ियों में से एक गाड़ी पलटी और वही गाड़ी पलटी, जिसमें विकास बैठा था। हथकड़ी भी शायद नहीं रही होगी, इसलिए तो उसने पिस्तौल भी छीन ली। गाड़ी पलटने के बाद वह शायद रिवर्स में भाग रहा होगा, इसलिए सीने पर तीन-तीन गोलियां लगीं। हां, कुछ पुलिसवाले भी घायल हुए। 10 घंटे बाद जारी यूपी पुलिस के प्रेस नोट में कहा गया कि रास्ते में गाय-भैसों का झुंड सामने आ गया था। ड्राइवर ने अचानक गाड़ी मोड़ दी, जिससे वह पलट गई।
अब कुछ बातें जो हमारे रिपोर्टर्स ने बताईं...
पहली: विकास ने यह सब क्यों किया था? जवाब भी जान लीजिए। पूछताछ में विकास ने बताया कि कानपुर के डीएसपी उसे लंगड़ा कहते थे, इसलिए उसने ठान लिया था कि इन्हें निपटाना है।
दूसरी: अंदरखाने की बात यह कि शूटआउट के बाद यूपी सरकार और पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। एसटीएफ तय कर चुकी थी कि विकास दुबे को मारना है।
2. बात दादा और शाहरुख की
आज दूसरी बात दो बड़े नामों के बीच विवाद से जुड़ी है। एक हैं दादा यानी सौरव गांगुली। दूसरे हैं सुपरस्टार यानी शाहरुख खान। शाहरुख एक्टर हैं, दादा क्रिकेटर। दादा ‘करबो लड़बो जीतबो रे’ वाली जिस आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे, उसके मालिक शाहरुख थे। गांगुली ने कप्तानी छोड़ने के 9 साल बाद एक बयान दिया है। कहा है- ‘शाहरुख ने मेरे बाद कप्तान बने गौतम गंभीर से कहा था कि ये तुम्हारी टीम है और मैं दखलंदाजी नहीं करूंगा। मैंने भी शाहरुख से 2008 में यही मांग की थी कि टीम मुझ पर छोड़ दो, लेकिन मेरे साथ ऐसा हुआ नहीं।’
3. शर्तों के साथ टूरिज्म
वीकेंड है, तो बात घूमने-फिरने की कर लेते हैं। अव्वल तो आप कहीं बाहर मत जाइए, क्योंकि कोरोना फैला है। कई राज्यों में संडे को टोटल लॉकडाउन भी है। फिर भी कहीं जाने की सोच रहे हैं, तो ये जान लीजिए कि सबसे ज्यादा टूरिस्ट वाले राज्य राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल, गोवा में एंट्री आसान नहीं होगी। यहां जाने से पहले कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी है। कर्नाटक ने कई टूरिस्ट प्लेस खोल दिए हैं, लेकिन आप अपने जिले में ही घूम सकेंगे। दूसरे जिले में घूमने नहीं जा सकेंगे। दूसरे राज्य से भी टूरिस्ट यहां नहीं आ सकेंगे।
पढ़ें: इंटरनेशनल फ्लाइट्स बंद होने से टूरिज्म को 81 हजार करोड़ का नुकसान
4. आज का दिन कैसा रहेगा?
शुक्रवार का दिन सात राशि वालों के लिए ठीक था। शनिवार का दिन आठ राशि वालों के लिए ठीक रहेगा। ये राशियां हैं- मेष, वृष, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन। शनिवार को मीन राशि में चंद्रमा और मंगल है। यानी एस्ट्रोलॉजी के हिसाब से जॉब और बिजनेस में फायदा। मिथुन, कर्क, सिंह और कुंभ राशि वालों को पूरे दिन संभलकर रहना होगा। यानी कामकाज में गलती हुई, तो नुकसान।
पढ़ें: सभी 12 राशियों के लिए आज का दिन कैसा रहने वाला है
5. आपके लिए चार खबरें और... शायद आप इन्हें पढ़ना चाहें
- यूपी में कल रात से लॉकडाउन लग चुका है। यह 13 जुलाई की सुबह 5 बजे तक रहेगा। दूध, सब्जी, राशन सब मिलेगा, लेकिन पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। गांवों-शहरों में बाजार, मंडियां और ऑफिस बंद रहेंगे।
- पुणे में दोबारा लॉकडाउन लग रहा है। यह 13 से 23 जुलाई के बीच होगा। पुणे में गुरुवार को कोरोना के 1803 नए मामले सामने आए थे। काेरोना की चेन तोड़ने के लिए फुल लॉकडाउन का फैसला लिया गया है। सिर्फ जरूरी सेवाएं चालू रहेंगी। बाकी सब बंद रहेगा।
- कोरोना के बीच एक और देश में वोटिंग चल रही है। नाम है सिंगापुर। यहां लोग ग्लव्स और मास्क पहनकर वोटिंग करने निकले। यहां बैलट पेपर से वोटिंग होती है। वोटर हैं 26 लाख। इससे पहले कोरोना के दौर में अप्रैल में साउथ कोरिया और जून में सर्बिया में वोटिंग हो चुकी है। दोनों ही देशों में जनता ने उसी पार्टी को चुना, जो पहले से सरकार चला रही थी।
- पिछले दिनों भारत में टिकटॉक हो गया बैन। शुक्रवार को इसने अपनी ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट जारी की। यह बताती है कि पिछले साल जुलाई और दिसंबर के बीच टिकटॉक से आपत्तिजनक कंटेंट की सबसे ज्यादा रिक्वेस्ट भारत से आई थी। टिकटॉक ने भारत में सबसे ज्यादा 1.65 करोड़ वीडियो हटाए थे। 46 लाख वीडियो के साथ अमेरिका दूसरे नंबर पर रहा।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3iL8Cs1
https://ift.tt/3gOyz8g
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubt, please let me know.