यह है नेशनल स्कूल के इंटर का छात्र भोला पंडित। कोरोना के कारण स्कूल बंद होने के बाद घर पर है। घर में ऑनलाइन क्लास के लिए मोबाइल नेटवर्क नहीं मिला तो कई बार कक्षाएं छूट गईं। अंत में साइंस के छात्र भोला ने नेटवर्क के लिए नया उपाय निकाला। उसने खेत में 10 फीट ऊंची मचान बना डाली, ताकि नेटवर्क मिल सके।
अब भोला ऑनलाइन कक्षाएं इसी मचान पर बैठकर कर रहा है। वह झारखंड के दुमका जिले में अपने परिवार के साथ रहता है। उसके घर में किसी के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है, इसलिए उसने दूसरों की मदद से ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एंड्रॉयड फोन खरीदा है।
महाकाल का पूरा शिखर और गर्भगृह होगा स्वर्ण मंडित
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के शिखर को श्रीयंत्र आकार में आप पहली बार देख रहे हैं। महाकाल का पूरा शिखर व गर्भगृह स्वर्ण मंडित होगा। इसमें 250 किलो सोना लगने की संभावना है। धर्मशास्त्रियों का कहना है कि ऐसे मंदिर इसलिए बनाए जाते हैं कि मंदिर में प्रधान देवता के अलावा किसी अन्य देवता की स्थापना की जरूरत नहीं रहती।
स्मार्ट सिटी मिशन
महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर के आसपास नया महाकाल वन आकार ले रहा है। यहां करीब 120 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत के काम चल रहे हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत इनमें पब्लिक प्लाजा, कमल ताल, मुख्य प्रवेश द्वार, रुद्रसागर घाट, हेरिटेज वॉल, महाकाल कॉरिडोर तथा महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा फेसिलिटी सेंटर-2 का निर्माण किया जा रहा है।
कंधे पर रसद लादकर पहुंचा रहे लोग
चीन से चल रहे विवाद के बीच लद्दाख स्थित पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे की प्रमुख चोटियों के कुछ अहम मोर्चों पर भारतीय सेना के जवानों ने झंडा गाड़ दिया है। इस इलाके के आसपास के ग्रामीण भारतीय जवानों की मदद कर रहे हैं। चुशुल गांव के करीब 60 लोग ब्लैक टॉप माउंटेन पर पानी और आवश्यक वस्तुएं ले जा रहे हैं। पहले भारतीय सेना ने प्रत्येक घर से एक व्यक्ति को पोर्टर के रूप में काम पर रखा था।
इसके लिए उन्हें भुगतान किया जाता था। लेकिन अब लोगों ने सेना का साथ देने के लिए मुफ्त सेवा की पेशकश की है। आज पांचवें दिन लगातार चुशुल के लोगों ने अपनी सेवाएं दीं। सेना के ट्रक आधे रास्ते तक पानी ले जाते हैं। उसके बाद स्वयंसेवकों को ब्लैक टॉप माउंटेन के शीर्ष तक लगभग 3 से 4 किमी तक पानी और जरूरी सामान ले जाना पड़ता है। चुशुल गांव ब्लैक टॉप के सबसे निकट स्थित है।
कोरोना के चलते काम में देरी
जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल अब अगस्त 2022 तक बनकर तैयार होगा। पहले यह पुल साल 2020 के अंत तक पूरा होने की बात कही जा रही थी, पर लॉकडाउन के चलते देरी हो रही है। अब फिर निर्माण कार्य तेजी से चल पड़ा है। यह पुल रियासी जिले में बक्कल और कौड़ी के बीच बनाया जा रहा है।
1.3 किमी लंबे रेल ब्रिज की नदी तल से ऊंचाई 359 मीटर है। यह 324 मीटर ऊंचे एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा है। ब्रिज 17 केबल्स पर टिका होगा। अभी फ्रांस के तरन नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज बना हुआ है। इस ब्रिज का सबसे ऊंचा खंभा 340 मीटर है।
तेज हवा के साथ हुई बारिश
राजधानी दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को दिनभर बादलों की आवाजाही के बीच शाम के वक्त मौसम ने करवट ली। दिल्ली, नोएडा समेत एनसीआर में कुछ जगहों पर हवा के साथ बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं, कुछ इलाकों में तेज बारिश से सड़कों पर जलभराव देखने को मिला।
चंडीगढ़-मनाली एनएच बंद
मंडी जिला के दवाड़ा नामक स्थान पर बीती रात को पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद हो गया। सुबह तक पहाड़ी से रुक-रुककर पत्थर गिरते रहे और सुबह भी साढ़े 8 बजे भारी मात्रा में पत्थर गिरने से मलबा हटाने का काम शुरू नहीं हो पाया। एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि मौके पर औट थाना की पुलिस टीम तैनात है और मंडी से कुल्लू सारा ट्रैफिक वाया बजौरा डायवर्ट किया गया है।
प्रकृति प्रेमियों को लुभाती है सड़क
राजस्थान के धार जिले के बदनौर कस्बे से 8 किमी दूर बड़ाछ गांव के बाहर खड़ की धुनी के पहाड़ों के बीच से गुजरती सड़क। हरियाली की सुरंग की तरह नजर आती है। दोनों छोर पर घने पेड़ से करीब 50 फीट लंबी सुरंग प्रकृति प्रेमियों को लुभाती है। युवक यहां सेल्फी लेते हैं। दूर-दूर से प्री-वेडिंग सूट के लिए जोड़े यहां आते हैं।
दिन का तापमान 34 डिग्री पार
भोपाल में पिछले हफ्ते की तेज बारिश से तर शहर में लोग अब तीखी धूप और उमस से बेहाल हैं। दिन का तापमान 34 डिग्री के पार पहुंच गया है जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि शनिवार को दिन का तापमान 34.5 डिग्री दर्ज किया गया। पिछले 33 दिन बाद दिन का तापमान 34 डिग्री के पार पहुंचा है।
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