आईपीओ के लिए सितंबर महीना ढाई साल बाद सबसे सफल महीना रहने वाला है। इस महीने में कुल 5 आईपीओ आने हैं। जबकि दो आईपीओ पहले ही आ चुके हैं। इस तरह से इस महीने में कुल 8,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के आईपीओ आ जाएंगे। इससे पहले मार्च 2018 में 8,000 करोड़ रुपए के आईपीओ आए थे।
कैम्स 2,200 से 2,400 करोड़ जुटा सकती है
आंकड़ों के मुताबिक म्यूचुअल फंड के लिए सेवा देनेवाली कैम्स और केमकान स्पेशियालिटी का आईपीओ 21 सितंबर को खुलेगा। कैम्स इस आईपीओ से करीबन 2,400 करोड़ रुपए जबकि केमकान 400 करोड़ रुपए जुटाएगी। इसी तरह से सितंबर अंत तक मझगांव डाक का आईपीओ आएगा। यह सरकारी कंपनी है। यह आईपीओ से 500 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखी है।
यूटीआई का 3,000 करोड़ का आईपीओ
सितंबर के अंत में ही यूटीआई म्यूचुअल फंड भी आईपीओ लाने की सोच रही है। यह करीबन 3 हजार करोड़ रुपए जुटाएगी। जबकि एंजल ब्रोकिंग आईपीओ के जरिए 500 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखी है। कैम्स रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंट का काम करती है। इसका मूल्य दायरा 1100-1200 रुपए हो सकता है। इस आईपीओ से कैम्स को कोई पैसा नहीं मिलेगा। क्योंकि यह ऑफर फॉर सेल है। इसके तहत एनएसई अपना 37 प्रतिशत हिस्सा बेचेगी।
एनएसई के अलावा भी बाकी हिस्सेदार अपना शेयर बेचेंगे। इस तरह से पूरा पैसा इन हिस्सेदारों को जाएगा।
हैपिएस्ट और रुट को जबरदस्त रिस्पांस मिला
इस तरह से सितंबर में अभी कुल 5 आईपीओ आने हैं। जबकि दो आईपीओ पहले ही आ चुके हैं। इसमें हैपिएस्ट माइंड ने 700 करोड़ और रूट मोबाइल ने 600 करोड़ रुपए जुटाया था। इन दोनों का आईपीओ अच्छा खासा सफल रहा है। हैपिएस्ट ने तो 150 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन हासिल किया है। रूट मोबाइल का आईपीओ 73 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
आने वाले आईपीओ को मिलेगा अच्छा सब्सक्रिप्शन
विश्लेषकों के मुताबिक आनेवाले आईपीओ में भी इसी तरह का रिकॉर्डतोड़ सब्सक्रिप्शन देखने को मिल सकता है। क्योंकि सभी का बिजनेस मॉडल बहुत अच्छा है। यूटीआई आठवीं सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनी है तो कैम्स अपने सेक्टर में एकमात्र कंपनी है। बता दें कि इस साल में आईपीओ का बाजार बहुत ही सुस्त रहा है। मार्च तकतो एकमात्र एसबीआई कार्ड का आईपीओ आया था।
अप्रैल, मई, जून पूरी तरह से सूखा रहा
अप्रैल, मई जून तक आईपीओ बाजार पूरी तरह से सुखा रहा। एकमात्र रोसारी बायोटेक का आईपीओ चालू वित्तीय वर्ष में आया। उसके बाद एक माइंड स्पेस रिट और फिर इस महीने में दो आईपीओ आए।आंकड़े बताते हैं कि सफल महीनों में जुलाई 2018 में कुल दो आईपीओ आए और उन्होंने 3,900 करोड़ रुपए जुटाया जबकि मार्च 2019 में दो आईपीओ ने करीबन 5,000 करोड़ रुपए की राशि जुटाई। अप्रैल 2019 में मेट्रोपॉलिस, पॉलीकैब और रेल विकास निगम ने मिलकर 3,000 करोड़ रुपए आईपीओ से जुटाए थे।
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