कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बाद मार्च में लगभग सभी देशों में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था, जिसकी वजह से इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी बंद हो गई थीं। अब धीरे-धीरे कई देशों ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू कर दी हैं। भारत सरकार ने भी अमेरिका और फ्रांस के लिए विशेष सेवाएं शुरू करने की घोषणा की है। 17 से 31 जुलाई तक अमेरिका और 18 जुलाई से 1 अगस्त तक फ्रांस के शहरों के लिए फ्लाइट्स जाएंगी।
35 देश नियमित इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू कर चुके हैं। इनमें इंग्लैंड, आयरलैंड, मैक्सिको, अफगानिस्तान, यूक्रेन प्रमुख हैं। इन देशों ने यात्रियों के लिए अलग-अलग सुरक्षा नियम और प्रोटोकॉल तय कर रखे हैं...
- यूक्रेन जाने वालों के पास देश में कोरोना के इलाज को कवर करने वाला मेडिकल इंश्योरेंस होना चाहिए।
- तुर्की पहुंचने वालों का पीसीआर टेस्ट किया जाता है।
- मिस्र में 14 दिन आइसोलेशन में रहना जरूरी है।
- मैक्सिको में यात्रियों का स्कैन किया जा रहा है। कोरोना के लक्षण पाए जाने पर क्वारैंटाइन किया जाता है।
इन देशों ने आंशिक रूप से फ्लाइट शुरू की हैं: चीन, अमेरिका, रूस, जर्मनी, इटली, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, फ्रांस, न्यूजीलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया समेत 72 देशों में आंशिक रूप से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू हो चुकी हैं। हालांकि, इन देशों ने ज्यादा संक्रमण वाले चुनिंदा देशों से यात्रा पर बैन अभी जारी रखा है।
- अमेरिका में ब्राजील, चीन, ईरान, शेंगेन क्षेत्र, आयरलैंड या यूके का दौरा करने वाले नागरिकों के आने पर रोक है। बाकी देशों के नागरिक वहां जा सकते हैं।
- चीन में अभी हांगकांग, मकाओ, ताइवान के लोग ही आ सकते हैं।
- इटली में ईयू, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, द. कोरिया समेत उन देशों के लोग आ सकते हैं, जहां कोरोना का पीक आ चुका है।
- न्यूजीलैंड ने अभी तक सामोन या टोंगन में रहने वाले ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को ही अपने यहां आने की अनुमति है।
इन देशों में अभी पूरी तरह बैन
ब्राजील, कनाडा, सऊदी अरब, द. अफ्रीका, इंडोनेशिया समेत 96 देशों में इंटरनेशनल फ्लाइट्स बंद हैं। इनमें 17 देश ऐसे हैं, जहां उड़ानें शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। सबसे ज्यादा संक्रमित देशों में शामिल रहे जर्मनी और फ्रांस में स्कूल भी खुल चुके हैं, ऐसे कुल 10 देश हैं
- जर्मनी: दो महीने तक सबसे संक्रमित 10 देशों में शामिल रहा। 2 लाख मरीज हैं।
- फ्रांस: यह भी सबसे संक्रमित 10 देशों में शामिल रहा है। लेकिन, पीक आ चुका है।
- स्वीडन: एकमात्र देश, जिसने लॉकडाउन ही नहीं लगाया। कुल 76 हजार मरीज हैं।
- डेनमार्क: शुरुआत में ही संक्रमण को रोक दिया। मरीज 13 हजार से ज्यादा नहीं बढ़े।
- ताइवान: चीन में कोरोना आते ही सीमाएं सील कीं। 452 मरीजों में से 5 सक्रिय हैं।
- नॉर्वे: मरीजों की संख्या 9 हजार पर ही रोक दी। अब सिर्फ 623 सक्रिय मरीज हैं।
- न्यूजीलैंड: 1548 मरीजों वाला देश डेढ़ महीने पहले संक्रमण मुक्त घोषित हुआ था।
- आइसलैंड: सिर्फ 12 सक्रिय मरीज हैं। नए मरीज आने भी लगभग बंद हो चुके हैं।
- द. कोरिया: हर 10 लाख लोगों में 28 हजार के टेस्ट कराए। मरीज 13,700 पर थम गए।
- वियतनाम: चीन का पड़ोसी है। लेकिन, मरीज 381 से ज्यादा नहीं बढ़ने दिए।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2WxbrmX
https://ift.tt/2WtCeRe
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubt, please let me know.