देश में हर साल 1.25 लाख सरकारी नौकरियों के विज्ञापन निकाले जाते हैं, जिसमें 2.5 करोड़ अभ्यर्थी अलग-अलग परीक्षाओं में शामिल होते हैं। इन पदों पर नियुक्ति के लिए कई रिक्रूटमेंट एजेंसियां परीक्षाएं कराती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
सरकार ने वन नेशन, वन एग्जाम कराने का फैसला किया है। इसके लिए नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (NRA) बनाई। इससे एजेंसी के बन जाने से क्या बदलेगा? परीक्षाएं कैसे होंगी? इससे छात्रों को फायदा क्या होगा? आइए जानते हैं NRA की पूरी कहानी?
क्या है नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (NRA)?
- फरवरी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश के दौरान CET परीक्षा कराने के लिए NRA गठित करने घोषणा की थी। मकसद सरकार और छात्रों के लिए पब्लिक सेक्टर बैंक और नॉन-गेजेटिड रिक्रूटमेंट प्रक्रिया में खर्च कम करना और सहूलियत बढ़ाना था।
- फिलहाल देशभर में ग्रुप C और ग्रुप B की नियुक्तियां स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC), रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) और इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) करती हैं।
- इससे पहले देश में सरकारी एग्जाम में शामिल होने के लिए अभ्यार्थियों को कई रिक्रूटिंग एजेंसियों को फीस चुकाने के साथ-साथ परीक्षा देने के लिए लंबा ट्रैवल भी करना पड़ता था। अब यह NRA एक टेस्ट CET आयोजित करेगी।
क्या है कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET)?
- अब देश में सरकारी नौकरी पाने के लिए मेहनत कर रहे छात्रों को सरकारी और पब्लिक सेक्टर बैंकों में नॉन-गेजेटिड पदों के लिए केवल एक ही परीक्षा- कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) से गुजरना होगा।
- CET के जरिए सरकारी नौकरी पाने के लिए अलग-अलग परीक्षाएं देने की जरूरत नहीं होगी। ग्रुप B और C की नौकरियों के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए फर्स्ट लेवल टेस्ट होगा और इसका स्कोर कार्ड 3 साल तक वेलिड रहेगा।
- CET में अभ्यर्थी में शामिल होने की संख्या पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन उम्र की सीमा रहेगी।
- शुरुआती दौर में CET तीन एजेंसी- स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC), रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) और इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (IBPS) की परीक्षाओं को कवर करेगा। बाद में इसे बढ़ाया भी जाएगा।
- CET हर साल दो बार आयोजित होगी और ग्रेजुएट लेवल, 12वीं पास और 10वीं पास के लिए अलग-अलग CET परीक्षाएं होंगी।
- इसके अलावा यह एग्जाम 12 भारतीय भाषाओं में होगा। यह बड़ा बदलाव माना जा रहा है, क्योंकि इससे पहले केंद्र सरकार में नौकरी के लिए परीक्षाएं केवल हिंदी और अंग्रेजी में ही आयोजित की जाती थीं।
आइए CET एग्जाम सेंटर्स के बारे में जानते हैं?
- CET एग्जाम का आयोजन पूरे भारत में एक हजार सेंटर्स पर होगा। देश के हर जिले में एग्जामिनेशन सेंटर बनाया जाएगा। बेहतर परीक्षा केंद्र बनाने के लिए खास 117 जिलों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
- पीआईबी के अनुसार, हर जिले में एग्जाम होने के कारण अभ्यर्थी के पैसों और समय की काफी बचत होगी। इसके अलावा हर जिले में एग्जाम होने के कारण ज्यादा उम्मीदवार सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करेंगे।
इससे फायदा क्या होगा?
- चूंकि शुरुआती दौर में शॉर्टलिस्ट होने के लिए केवल CET एग्जाम ही देना है, तो इससे अभ्यर्थी कई एग्जाम देने से बच जाएंगे। साथ ही एक बार फीस चुकाने के कारण आर्थिक दबाव भी कम पड़ेगा।
- कई बार आवेदकों को अलग-अलग पोर्टल्स पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत होती है, लेकिन सिंगल रजिस्ट्रेशन से उनका काम हो जाएगा। शिक्षाविद् और सबधाणी कोचिंग क्लासेज के डायरेक्टर आनंद सबधाणी का कहना है कि पहले बच्चे कई तरह के अलग-अलग फार्म भरते थे और हर फार्म का खर्चा 100-700 रुपए तक होता था, लेकिन अब यह बच जाएगा। अलग-अलग सेंटर्स का चुनाव भी नहीं करना होगा।
- कई बार अभ्यर्थी परीक्षा की तारीखों को लेकर भी चिंतित रहते थे। ऐसे में एक एग्जाम की वजह से डेट क्लैश होने की नौबत नहीं आएगी। सरकार के मुताबिक, इससे रिक्रूटमेंट प्रक्रिया आसान हो जाएगी और इसमें लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा।
कितना खर्च कर रही है सरकार?
शुरुआती दौर में सरकार ने तीन साल के पीरियड के लिए NRA को 1517.57 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। इस रकम का उपयोग NRA और खास जिलों में एग्जाम सेंटर बनाने में किया जाएगा।
वे तीन एजेंसियां, जिन्हें कवर करने जा रहा है NRA
- SSC CGL
यह एक नेशनल लेवल का एग्जाम है, जिसका आयोजन स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) कराता है। इसके जरिए अभ्यर्थियों को भारत सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों, संस्थाओं में ग्रुप B और ग्रुप C पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है।
वेबसाइट शिक्षा डॉट कॉम के अनुसार हर साल एसएससी सीजीएल परीक्षा में 30 लाख लोग आवेदन करते हैं और 15 लाख छात्र परीक्षा में शामिल होते हैं। एसएससी परीक्षाओं को 4 स्टेज में कराता है। इन स्टेज को टीयर कहा जाता है। सीजीएल के लिए पहले दो टीयर्स के एग्जाम ऑनलाइन होते हैं और अगले दो टीयर्स की परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में होती हैं।
- IBPS
हर साल लाखों अभ्यर्थी कई बैंकिंग एग्जाम के लिए आवेदन करते हैं। द इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन एक ऑटोनोमस बॉडी है जो पब्लिक सेक्टर बैंक, एसबीआई, आरबीआई, नाबार्ड, एसआईडीबीआई, कुछ कोऑपरेटिव बैंक और इंश्योरेंस कंपनियों के लिए सिलेक्शन करती है।
शिक्षा डॉट कॉम के अनुसार, 2019-20 के दौरान 1.45 करोड़ लोगों अलग-अलग IBPS एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था।
- RRB
भारतीय रेलवे के लिए नियुक्ति करने का काम रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) और रेलवे रिक्रूटमेंट सेल (RRC) करता है। शिक्षा डॉट कॉम के मुताबिक रेलवे में ग्रुप C (टेक्निकल और नॉन टेक्निकल पदों) पर नियुक्ति की जिम्मेदारी RRB की होती है, जबकि ग्रुप D की रिक्रूटमेंट के लिए परीक्षा का जिम्मा RRC के पास होता है।
रेलवे में ग्रुप A और B की रिक्रूटमेंट सिविल सर्विसेज और इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जाम (ESE) के जरिए होती हैं।
फायदेमंद है, पर परीक्षा में देरी हुई तो हो नुकसान भी संभव
आनंद सबधाणी कहते हैं, "इससे सभी को फायदा होगा। पहले एक बच्चा कई एग्जाम देता था और अगर वो तेजतर्रार है तो उसका सिलेक्शन हर जगह हो जाता था। ऐसे में वे बाकी नौकरियां बेकार हो जाती थीं, क्योंकि बच्चा कहीं एक ही जगह पर नौकरी कर सकता है। अब एक ही एग्जाम होने से यह परेशानी खत्म होगी। इसके अलावा कई भाषाओं में एग्जाम के होने के भी फायदे हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी 7 परीक्षाओं की तारीखों का ऐलान किया
शुक्रवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने UGC- NET, IGNOU OPENMAT और PhD, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा और ICAR AIEEA परीक्षा सहित अन्य एग्जाम्स की तारीखों की घोषणा कर दी है। यह परीक्षाएं 6 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच आयोजित की जाएंगी।
हालांकि, पहले इन परीक्षाओं को मई में आयोजित किया जाना था। इससे पहले एजेंसी ज्वाइंट इंजीनियरिंग एग्जाम (JEE) मेन्स और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (NEET) (यूजी) की डेट्स भी जारी कर चुकी है। अब JEE परीक्षा 1 से 6 सितंबर और NEET UG 13 सितंबर को होगी।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3j7QZ4L
https://ift.tt/3l991pm
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubt, please let me know.