उत्तर और मध्य भारत जबरदस्त लू की चपेट में है। सोमवार को राजस्थान के चूरू में सबसे ज्यादा 47.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। गर्मी का सितम अगले तीन-चार दिन ऐसे ही जारी रहने के आसार हैं। हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार शनिवार-रविवार को उत्तर-पश्चिम भारत में बादल छाने और कहीं-कहीं आंधी औरगरज के साथ बौछारें पड़ने से कुछ राहत मिल सकती है। उसके बाद पारा फिर चढ़ेगा और फिर कई दिन तक गर्मी का सितम जारी रहेगा।
राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तरी मध्य प्रदेश और पश्चिम उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हो रहा है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के वैज्ञानिक महेश पालावत ने बताया कि एक हफ्ते से ज्यादा समय से कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं है। इस कारण पूरे उत्तर, उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत में शुष्क वातावरण बना हुआ है। लगातार पश्चिमी हवा चल रही है। हालांकि, आमतौर पर अप्रैल से ही ऐसा मौसम बनने लगता है। लेकिन, इस साल रिकॉर्ड संख्या में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय रहने से मई के तीन हफ्ते तक तापमान ज्यादा नहीं बढ़ा।
29 और 30 तारीख को आंधी-बौछारों से कम होगा पारा
मौसम विभाग के मुताबिक, अगला पश्चिमी विक्षोभ 28 मई को प्रवेश करेगा, जिसका असर 29 और 30 मई को रहेगा। दिल्ली, हरियाणा और उत्तरप्रदेश में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से हवा चलेगी और कहीं-कहीं गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी, जिससे तापमान कम होगा। 1 जून से तापमान फिर बढ़ेगा और लू चलेगी।
मध्यप्रदेश:20 जिलों में पारा 44 डिग्री से ऊपर, 3 दिन राहत नहीं
नौतपा का पहला दिन भीषण गर्मी लेकर आया। सोमवार को प्रदेश के 20 जिलों में 44 से 46 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ। 14 जिले लू में तप गए। छतरपुर जिले में सीविरयर हीट वेव यानी अति तीव्र लू चली। भोपाल में लू जैसे हालात रहे और तापमान 44.5 रिकॉर्ड हुआ, जो कि बीते 9 साल में नौतपा के पहले दिन का सबसे ज्यादा तापमान है। गर्मी में पॉलिथिन की एक्स्ट्रा लेयर वाली पीपीई किट पहने हमीदिया में ड्यूटी कर रहे 16 कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पहले चक्कर आए। इनमें से पांच बेसुध होकर गिर गए। बाद में किट उतरवाकर इन्हें ड्रिप चढ़ाई गई, तब तबीयत सुधरी।
मौसम विशेषज्ञ एसके नायक के मुताबिक अगले तीन दिन पूरा प्रदेश ऐसे ही तपेगा। भोपाल समेत सभी संभागों में तापमान एक से दो डिग्री बढ़ सकता है। हालांकि 29 मई से तापमान कम होने की संभावना है।
8 साल में 25 मई को भोपाल में कितना पारा
साल |
तापमान (डिग्री) |
2012 | 43.9 |
2013 | 41.3 |
2014 | 39.8 |
2015 | 42.9 |
2016 | 40.8 |
2017 | 43.4 |
2018 | 43.7 |
2019 | 41.6 |
मप्र के 9 से ज्यादा जिलाें में 45 से 46 डिग्री तापमान
जिला |
तापमान (डिग्री) |
खजुराहो | 46.6 |
मुरैना | 46.0 |
रीवा | 46.0 |
खरगोन | 46.0 |
ग्वालियर | 45.7 |
नौगांव | 45.7 |
गुना | 45.2 |
दमोह | 45.2 |
टीकमगढ़ | 45.2 |
राजस्थान: कई शहरों में पारा 46 डिग्री के पार, 4 दिन भीषण गर्मी-लू का प्रकोप
राजस्थानके सभी शहरों के पारे में उछाल आया। चूरू का तापमान लगातार दूसरे दिन 47 डिग्री से ऊपर रहा। यहां सोमवार को मामूली उछाल के साथ तापमान 47.5 डिग्री सेल्सियस रहा। श्रीगंगानगर, कोटा, बीकानेर, जैसलमेर सहित कई शहरों का तापमान भी 46 डिग्री के पार रहा। जयपुर का तापमान 44.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।मौसम विभाग ने कहा है किभीषण गर्मी से अगले 3 दिन राहत मिलने के आसार नहीं है। 28 मई तक 6 संभागों में लू की स्थिति रहेगी और कई इलाकों का पारा उछलकर 45 से 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।
29 और 30 मई को 4 संभागों में राहत की बरसात
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेशवासियों को 29 और 30 मई को लू से राहत मिलेगी। इस दौरान तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आएगी और 4 संभागों जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग में कहीं कही 50 से 60 किमी की स्पीड से धूलभरी आंधियां चलेंगी। इस दौरान हल्की बारिश की भी संभावना है।
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