रविवार, 20 सितंबर 2020

खाली वक्त में नई स्किल्स सीखने की तैयारी करें, गैर जरूरी खर्चों पर लगाएं लगाम; आर्थिक और मानसिक मोर्चे पर जानिए कैसे करें तैयारी

कोरोनावायरस के कारण कई लोग घर से काम कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें वायरस चेन को तोड़ने के लिए वर्क फ्रॉम होम दिया गया है। यह प्रोफेशनल दुनिया का एक हिस्सा है। दूसरे हिस्से में वे लोग हैं, जिन्हें कंपनी ने नुकसान के कारण नौकरी से निकाल दिया है या अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया है। दोनों घर में हैं, लेकिन हाल एक दम अलग हैं। नौकरी गंवा देने मनोबल तोड़ देने वाला होता है। कई लोग परिवार और आर्थिक हिस्से की चिंता में मानसिक तौर पर परेशान हो जाते हैं।

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के अनुसार, भारत में दिसंबर 2019 में बेरोजगारी दर 7.60% थी। यह मार्च 2020 में बढ़कर 8.75% पर पहुंच गई। जबकि, अप्रैल 2020 में यह आंकड़ा 23.52% था। हालांकि, अगस्त 2020 में यह कम होकर 8.35% पर आ गई थी। इसके बाद भी ऐसे कई लोग हैं जो काम पर दोबारा वापस नहीं जा पाए। डॉयचे वेले की एक खबर के अनुसार, एक्सपर्ट्स का मानना है भारत को बेरोजगारी संकट से उबरने में लंबा वक्त लगेगा।

टिप्स, जो आपको मानसिक तौर पर तैयार करेंगी
राजस्थान के उदयपुर स्थित गीतांजलि हॉस्पिटल में एसोसिएट प्रोफेसर और साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर शिखा शर्मा कहती हैं कि सबसे जरूरी है समय। यह कभी रुकता नहीं है। हमें समय से घबराना नहीं है। खुद को तैयार करो। डॉक्टर शर्मा से जानें, कैसे रखें खुद को शांत।

  • शांत रहें: अपने आप को रिलेक्स रखने की कोशिश करें, क्योंकि नौकरी की परेशानियों के कारण नेगेटिविटी बहुत बढ़ जाती है। जॉब की वजह से आर्थिक परेशानियां आ जाती हैं, फैमिली प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। इसकी वजह से स्ट्रेस हो जाता है।
  • सकारात्मक रहें: पॉजिटिव रहें और सकारात्मक चीजें पढ़ें।
  • कोई भी काम छोटा नहीं होता: बुरे हालात में किसी भी काम को छोटा बड़ा न समझें। अपनी परेशानी को लेकर थोड़ा विचार करें। इससे हो सकता है कि भविष्य और बेहतर हो जाए। जो चीज आप आजीविका के लिए कर सकते हैं करें, ताकि कमाने की चिंता कम हो।
  • स्वास्थ्य का ख्याल: मानसिक तौर पर हो रही परेशानी को सेहत बिगड़ने का कारण न बनने दें। खुद को शांत रखने, स्वस्थ रहने के लिए पूरी नींद और संतुलित डाइट लें। डाइजेशन बिगड़ने से आपका फोकस गोल के बजाए हेल्थ पर शिफ्ट हो जाता है। इसके बाद स्ट्रेस बढ़ता है। तनाव का सीधा असर हमारे दिल, पाचन और रेस्पिरेटरी पर पड़ता है।
  • अकेले न रहें: ऐसे वक्त में व्यक्ति स्ट्रेस का शिकार जल्दी हो जाता है। कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा वक्त परिवार के साथ बिताएं। इससे आपको मानसिक तौर पर मजबूती मिलेगी। स्ट्रेस नहीं हो पाएगा।

डॉक्टर शर्मा ने बताया कि उनके एक परिचित पहले कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करते थे, लेकिन बुरे दौर से गुजर रही कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद वे स्ट्रेस में आ गए, लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और सरकार की योजनाओं का फायदा उठाकर सब्जियों का काम शुरू कर दिया है। वे अब केवल बिजनेस ही करना चाहते हैं।

आर्थिक मोर्चे पर खुद को कैसे तैयार करें
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर आपने महामारी के दौर में अपना बिजनेस या नौकरी गंवा दी है और आपके पास सेविंग्स हैं तो उसका सही इस्तेमाल ही एकमात्र रास्ता है। अपनी सेविंग्स को ध्यान से खर्च करना बेहद जरूरी है।

  • जरूरी खर्चे: एक्सपर्ट्स इस दौरान किसी भी गैर जरूरी खर्च को रोकने की सलाह देते हैं, क्योंकि जब तक आप कोई काम दोबारा शुरू नहीं कर देते, तब तक आपके पास सेविंग्स ही एकमात्र सहारा है। ऐसे में पहली प्राथमिकता भोजन और हेल्थ को दें।
  • गलत फैसले न लें: नौकरी जाने के बाद कई बार हम गलत फैसले ले लेते हैं। थोड़ा विचार करें और अनुमान लगाएं कि आपकी बेरोजगारी का दौर कब तक चल सकता है। जल्दबाजी में आकर अपने जमा पूंजी को खर्च न करें। अगर आप समझ नहीं पा रहे हैं तो किसी आर्थिक सलाहकार की मदद लें।
  • उधारियों पर गौर करें: इस हिस्से पर गौर करना जरूरी है। ध्यान से देखें कि आपको किसे कितना रुपया चुकाना है। ऐसा करने से आप दूसरे जरूरी खर्चों की जानकारी भी रख पाएंगे और सेविंग्स का अनुमान लगा पाएंगे। अगर आप पूरी प्लानिंग के साथ अपनी उधारियां चुकाते हैं तो आपके सिविल स्कोर पर भी गलत असर नहीं पड़ेगा।
  • गैर जरूरी बिल चुकाना बंद करें: नौकरी के दौरान आपने कई सर्विसेज ले रखी थीं। जैसे- ओटीटी सब्सक्रिप्शन, जिम या क्लब मेंबरशिप। इन सुविधाओं को ऐसे बुरे वक्त में जारी रखना मुश्किल हो सकता है। अपने बिल की प्राथमिकता तय करें। देखें कि पहले क्या चुकाया जाना जरूरी है। अगर कहीं मुमकिन है तो कम पैसा चुका दें, ताकि आप पेनाल्टी या लेट फीस से बच सकें।

अब भविष्य की तैयारी

  • तुरंत नई नौकरी खोजना शुरू कर दें: कई लोगों को ऐसा लगता है कि वे तुरंत ही नई नौकरी खोज लेंगे और तलाश शुरू करने से पहले छुट्टी का प्लान करने लगते हैं। याद रखें कि यह सुनने में बेहतर लग सकता है, लेकिन काम में ज्यादा लंबा गैप आपकी प्रोफाइल को कमजोर बना सकता है। बेरोजगार होने के बाद अगर आप छुट्टी का प्लान करते हैं तो आप अपने इमरजेंसी फंड को खतरे में डाल रहे हैं।
  • स्किल्स के बारे में बताएं: एक लिस्ट तैयार करें, जिसमें यह साफ हो कि आप पिछली नौकरी में क्या करते थे और आप बेहतर किस काम में हैं। अपनी स्किल्स के बारे में पता करने के बाद एक अच्छा सीवी तैयार करें, जिसमें आपकी हर उपलब्धि और स्किल्स की जानकारी हो। अपने हुनर को दर्शाने के लिए लिंक्डइन जैसे प्रोफेशनल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद लें।
  • नई चीजें सीखें: जब आप स्किल्स की सूची बना रहे थे, तब आपको यह पता लग गया होगा कि नया क्या सीखना होगा। हमेशा सीखते रहना ही आपका लक्ष्य होना चाहिए। नई नौकरी मिलने तक अपने अंदर नई स्किल्स तैयार करें।
  • मौका नहीं मिल रहा तो तैयार करें: आप काफी समय से नई नौकरी तलाश रहे हैं, लेकिन इस काम में सफल नहीं हो रहे। ऐसे में खुद का काम शुरू करने के बारे में सोचें। अगर आप खुद को नई शुरुआत के काबिल मानते हैं तो विचार करें। ऐसे में आप अपने सीनियर का फील्ड के एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं।
  • खुद को कम न समझें: नौकरी से निकाला जाना बहुत ही बुरा महसूस होता है, लेकिन इसे निजी तौर पर न लें। आप क्या हैं यह आप बताते हैं न कि आपकी नौकरी या कंपनी। हो सकता है कि कंपनी ने आपको नौकरी से किसी आर्थिक परेशानी के कारण निकाला हो। ऐसी आर्थिक मुश्किल जिसपर आपका कोई नियंत्रण नहीं होता है। अपनी स्किल्स को तैयार करें और काबिलियत के दम पर फिर से काम तलाशें।


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