रविवार, 20 सितंबर 2020

ट्रम्प को जहरीले कैमिकल वाले लिफाफे भेजे गए, टेक्सास में छंटनी में सामने आए; कनाडा की एक महिला पर शक

अमेरिकी जांच एजेंसियों के मुताबिक, हाल के कुछ दिनों में व्हाइट हाउस और कुछ डिपार्टमेंट्स को रिसिन नामक खतरनाक कैमिकल वाले लिफाफे भेजे गए। व्हाइट हाउस के एक अफसर ने शनिवार को कहा- जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या कुछ दूसरे खतरनाक कैमिकल वाले लिफाफे भी व्हाइट हाउस या दूसरे डिपार्टमेंट्स को भेजे गए हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस साजिश को अंजाम देने के लिए लोकल पोस्टल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।

एक महिला पर शक
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, जांच एजेंसियों को शक है कि ये लिफाफे कनाडा से भेजे गए। एक महिला की संदिग्ध के तौर पर पहचान की गई है। हालांकि, उसका नाम उजागर नहीं किया गया। सभी लिफाफे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नाम से भेजे गए हैं। इनका पता टेक्सास में जांच के दौरान लगा। दरअसल, व्हाइट हाउस में आने वाली सभी डाक की बारीकी से जांच की जाती है। छंटनी के बाद ही इन्हें व्हाइट हाउस भेजा जाता है। जांच के दौरान कुछ लिफाफों पर शक हुआ।

टेरेरिज्म टास्क फोर्स कर रही है जांच
वॉशिंगटन में ज्वॉइंट टेररिज्म टास्क फोर्स को इस मामले की जांच सौंपी गई है। इसमें न्यूयॉर्क पुलिस की स्पेशल यूनिट इस जांच एजेंसी की मदद करेगी। अब तक जांच में रिसिन वाले लिफाफों का किसी आतंकी संगठन से संबंध नहीं पाया गया है। हालांकि, जांच का यह शुरुआती दौर है। एक अफसर ने कहा- पुख्ता तौर पर हम अभी कुछ नहीं कह सकते। एफबीआई ने भी इस बारे में एक बयान जारी किया। कहा- हम यूएस सीक्रेट सर्विस और यूएस पोस्टल इन्सपेक्शन सर्विस की मदद से जांच कर रहे हैं। लोगों को कोई खतरा नहीं है।

पहले भी ऐसी घटनाएं हुईं
जांच एजेंसियों को कुछ सुराग मिल चुके हैं, लेकिन इनकी जानकारी मीडिया को नहीं दी गई हैं। 2018 में रक्षा मंत्री जिम मैटिस को इसी तरह के लिफाफे भेजे गए थे। जांच के बाद नेवी के पूर्व अफसर सिल्डे एलीन को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा कुछ और अफसरों को भी एलीन ने ऐसे ही लिफाफे भेजे थे। उसका मामला कोर्ट में चल रहा है। 2013 में मिसीसिपी के एक व्यक्ति ने तब के राष्ट्रपति बराक ओबामा और एक रिपब्लिकन सीनेटर को रिसिन वाले लिफाफे भेजे थे। बाद में शेनन रिचर्डसन नाम की एक महिला को 18 साल की सजा हुई थी।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
अधिकारियों का मानना है कि इस साजिश को अंजाम देने के लिए लोकल पोस्टल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया। किसी भी चीज को गहराई से जांच के बाद ही व्हाइट हाउस भेजा जाता है।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2H8LlSi
https://ift.tt/3chV5VK

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

If you have any doubt, please let me know.

Popular Post